सरायकेला : जमीन विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़े
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के शहरबेड़ा मौजा में जमीन विवाद को लेकर दो पक्ष में भिड़ंत हो गई। बताया जा रहा है कि शहरबेड़ा नेशनल हाईवे किनारे स्थित एक रैयती जमीन को लेकर दो दावेदार सामने आए हैं।
गुरुवार को उक्त जमीन पर कब्जा करने को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों पक्ष ने एक दूसरे के ऊपर जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। उक्त जमीन के दावेदार के तौर पर एक पक्ष में स्थानीय सुखदेव कर्मकार, आनंद कर्मकार, बिन्दा कर्मकार, मंगल कर्माकर, नरसिंह कर्मकार, दुर्गा कर्मकार, सोनू कर्मकार, संतोष कर्मकार, बोदरा कर्मकार, डोम कर्मकार आदि हैं। वहीं, दूसरे पक्ष में भीम महतो, पुयतु महतो, राजेश महतो आदि हैं।
गुरुवार को शहरबेड़ा मौजा के खाता संख्या - 24, प्लॉट संख्या - 297, 298 की जमीन पर सुखदेव कर्मकार एवं अन्य ने कब्जा कर लिया है। इसमें बिरसा सेना ने भी समर्थन किया है। बिरसा सेना के सदस्यों ने पारंपरिक हथियारों के साथ जमीन पर कब्जा कर लिया। वहीं, जमीन पर धार्मिक झंडा भी गाड़ दिया है।
बिरसा सेना के सदस्यों ने बताया कि उक्त जमीन गंभीर कर्मकार की ख़ातियानी जमीन है। उक्त जमीन पर भीम महतो, पुयतु महतो, राजेश महतो आदि द्वारा अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चांडिल अंचलाधिकारी को आवदेन किया था लेकिन प्रशासन ने किसी ने का सहयोग नहीं किया है।
सामाजिक कार्यकर्ता जय नारायण मुंडा ने कहा कि झारखंड के किसी भी हिस्से में जहां भी अन्याय होगा, वहां बिरसा सेना जाएगी और पीड़ित को न्याय दिलाने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि जहां प्रशासन पीड़ित को न्याय दिलाने में विफल होगी, वहां बिरसा सेना मोर्चा संभाल लेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड वासियों की जमीन की लूट हो रही हैं लेकिन प्रशासन आंख बंद कर तमाशा देखने का काम करती हैं।
इस दौरन बिरसा सेना के सदस्यों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और भू माफिया होश में आओ के नारे लगाए गए।
इधर, भीम चंद्र महतो, खुदी राम महतो, सहदेव महतो, महाबीर महतो, विश्वनाथ महतो आदि ने जमीन पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए चांडिल पुलिस की शरण ली है। थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराया है। वहीं, इन सभी ने चांडिल अंचलाधिकारी को पिछले दिनों आवेदक देकर जमीन की नापी तथा सीमांकन कराने की मांग की है। इस पक्ष का कहना है कि 1962 में 33 डिसमिल एवं 66 डिसमिल जमीन गुरुचरण कमार के तीन पुत्र फागु कमार, गम्भी कमार तथा कोड़ी कमार से खरीदी थी। बताया है कि उक्त जमीन की लगान रशीद भी है और धान की खेती करते हैं।
इस पक्ष ने उक्त जमीन पर जबरन कब्जा करने एवं मारपीट का आरोप लगाया है।
Mar 22 2024, 16:33