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क्या चल रहा है शरद पवार के मन में? एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस और भतीजे अजित को खाने पर घर बुलाया

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अपने भतीजे अजीत पवार अपने घर खाने पर बुलाया है। शरद पवार ने सीएम और दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को 2 मार्च को बारामती स्थित अपने मोहनबाग स्थित आवास पर खाने के लिए आमंत्रित किया है।शरद पवार का सीएम एकनाथ शिंदे और दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और भतीजे अजित पवार को ये निमंत्रण उनके द्वारा बनाई गई पार्टी एनसीपी में विभाजन और उनके भतीजे अजीत पवार के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच मिला है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र की राजनीतिक गलियारों में कोई खिचड़ी पक रही है?

शरद पवार ने इसको लेकर सीएम शिंदे, डिप्टी सीएम अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी भेजी है। शरद पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भेजे पत्र में कहा, ''आप सरकारी यात्रा के लिए शनिवार, 2 मार्च को बारामती आ रहे हैं। उस दिन महारोजगार मेला विद्या प्रतिष्ठान, विद्यानगरी, बारामती के मैदान में आयोजित किया जा रहा है। विद्या प्रतिष्ठान का मैं संस्थापक अध्यक्ष हूं, संगठन के अध्यक्ष के रूप में मैं संगठन के परिसर में आपका स्वागत करना चाहता हूं।''

उन्होंने आगे लिखा है, "मुझे बहुत खुशी है कि आप मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद सबसे पहले बारामती शहर आ रहे हैं। मैंने आपको बारामती में अपने आवास 'गोविंदबाग' में आतिथ्य का आनंद लेने के लिए पहले ही फोन पर आमंत्रित किया है। कृपया नमो महारोजगार मेले के बाद कैबिनेट के अन्य साथियों के साथ आएं। मुझे आशा है कि आप निमंत्रण सहृदयतापूर्वक स्वीकार करेंगे।"

भले ही शरद पवार ने सीएम समेत दोनों डिप्टी सीएम को अपने घर पर आने का न्योता दिया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि शरद पवार को उनकी ओर से संचालित प्रतिष्ठित संस्थान, विद्या प्रतिष्ठान में होने वाले कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। हालांकि उनकी बेटी और एनसीपी-एसपी की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले और दो अन्य सांसद, वंदना चव्हाण और डॉ. अमोल कोल्हे और अलग-अलग दलों के अन्य प्रमुख नेताओं का नाम निमंत्रण सूची में है।गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए सुप्रिया सुले ने अफसोसजनक लहजे में कहा कि उन्हें और उनके सहयोगी चव्हाण को आमंत्रित किया गया था, लेकिन उनके पिता शरद पवार का नाम हटा दिया गया था, हालांकि वह उस संस्थान के प्रमुख हैं, जहां मेगा-इवेंट आयोजित किया जा रहा है।

शरद पवार ने ये चिट्ठी ऐसे समय में भेजी है जब अजित पवार ने बारामती सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा करने का एलान किया है। बारामती सीट से शरद पवार की बेटी सुप्रियु सुले सांसद हैं। 2019 में सुप्रिया सुले ने जीत हासिल की थी। अजित पवार सुप्रिया सुले के चचेरे भाई हैं। बारामती सीट से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का उम्मीदवार बनना लगभग तय माना जा रहा है, बस औपचारिक एलान बाकी है।

जेएनयू में “जंग”, लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों के बीच चले लाठी-डंडे, जानें वजह

#jnu_clash_fight_between_abvp_and_left_backed_student_groups 

दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर “अखाड़ा” बना।जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में आधी रात में लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों के बीच मारपीट हो गई। लेफ्ट संगठनों का आरोप है कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की है। उन्हें लाठी-रॉड से पीटा गया है। वहीं एबीवीपी ने भी लेफ्ट के कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है। 

29 फरवरी और 1 मार्च की रात को स्कूल आफ लैंग्वेज में रात्रि जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों के बीच में जमकर खूनी झड़प हुआ है। कहीं लात घुसे चले तो किसी ने लाठी डंडे चलाए। पूरी रात दोनों दल के छात्रों के बीच हिंसा की स्थिति बनी रही। दोनों ही छात्र दल एक दूसरे पर हिंसा करने का आरोप लगा रहे हैं। लेफ्ट विंग छात्र इस पूरे मामले को एबीवीपी छात्रों की गुंडागर्दी बता रहे हैं। वही राइट विंग छात्र कैंपस में इसे नक्सली अटैक बोल रहे हैं।

बताया जा रहा है कि जेएनयू कैंपस के अंदर चुनाव की इलेक्शन कमिटी के मेंबर चुनने के लिेए जनरल बॉडी मीटिंग चल रही है। किसी बात को लेकर अचानक कहासुनी हुई। इसके बाद लेफ्ट और एबीवीपी के कार्यकर्ता आपस में मारपीट करने लगे। दोनों और से एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए गए हैं। 

इस घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों गुट के छात्र एकदूसरे पर हमला कर रहे हैं। एक को तो कंधे पर साइकल उठाकर मारते हुए देखा गया है। कुछ स्टूडेंट्स जख्मी भी हुए हैं।

एबीवीपी और लेफ्ट समर्थित समूहों दोनों के छात्रों ने एक-दूसरे के खिलाफ वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमें दोनों तरफ से शिकायत मिली है। हम शिकायतों की जांच कर रहे हैं। पुलिस को तीन लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। घायलों को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना के बाद कुलपति ने कहा कि जेएनयू छात्र संघ चुनाव छात्रों द्वारा आयोजित किए जाते हैं। यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है कि यह एक शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया हो। इंटर-हॉस्टल एडमिनिस्ट्रेशन (IHA) चुनाव के संचालन की देखरेख करता है। छात्र संगठन की किसी भी शिकायत पर आईएचए द्वारा गौर किया जाएगा। दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ उनकी राजनीतिक संबद्धता की परवाह किए बिना बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पीएम मोदी के साथ रातभर चली मैराथन बैठक, सुबह साढ़े-तीन बजे तक लोकसभा उम्मीदवारों पर चर्चा

#bjp_midnight_meeting_to_pick_candidates_for_lok_sabha_election 

लोकसभा चुनाव करीब आते ही बीजेपी जोर शोर से तैयारियों में जुट गई है। बुधवार देर रात तक चली बैठक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में आखिरकार उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लग ही गई, अब सिर्फ प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होनी बाकी है। माना जा रहा है कि आज या कल में बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है।

लोकसभा चुनाव को लेकर गुरुवार देर रात बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक हुई। नई दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर में आयोजित इस अहम बैठक में पीएम मोदी की मौजूदगी में उम्मीदवारों के नामों को फाइनल करने को लेकर करीब सवा चार घंट तक मंथन हुआ। केंद्रीय चुनाव समिति की मौजूदगी में पीएम मोदी ने रात भर एक-एक उम्मीदवारों के नाम को फाइनल किया। पीएम मोदी के साथ इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। पीएम की मौजूदगी में यह बैठक रात 10:50 बजे शुरू हुई और सुबह 3.15 बजे तक चली।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीईसी की बैठक में 16 राज्यों के कई उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लग गई है। सबसे पहले देश की सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों पर मंथन हुआ। इस बैठक में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। केंद्रीय चुनाव समिति ने यूपी के उम्मीदवारों पर करीब 25 मिनट तक चर्चा की। यूपी के बाद अब पश्चिम बंगाल के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, सभी 42 सीटों पर चर्चा हुई है। इसके बाद बैठक में छत्तीसगढ़ की सभी लोकसभा सीटों पर चर्चा हुई।

सीईसी की बैठक में तेलंगाना के उम्मीदवारों पर भी मंथन हुआ। खबर है कि बीजेपी तीन सिटिंग सांसदों को इस बार दोबारा टिकट दे सकती है। इसके बाद पश्चिम बंगाल और केरल की सभी सीटों पर हुई चर्चा। आज इनमें से 5-6 सीटों के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान संभव है। राजस्थान की भी सीटों पर चर्चा हुई। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे। जम्मू कश्मीर में केवल जम्मू रीजन के सीटों पर चर्चा हुई। प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना के चुनाव लड़ने पर चर्चा हुई। राजौरी अनंतनाग सीट से रैना चुनाव लड़ सकते हैं।

राजधानी पटनावासियों को जाम से मिलेगी निजात, यातायात में सुधार को 209 पद मंजूर

डेस्क : राजधानी पटना में प्रतिदिन लगने वाले जाम से लोग बेहाल है। आलम यह होता है कि राजधानी के प्रमुख सड़कों पर हर दिन घंटों जाम लगा रहता है। स्थिति यह होती है कि स्कूल के बस में छोटे-छोटे बच्चे घंटों जाम के कारण परेशान रहते है। वहीं आमलोगों को भी एक किमी का सफर तय करने में घंटो लग जाते है। लेकिन अब जल्द ही इससे निजात मिलने वाली है। 

राजधानी पटना के यातायात व्यवस्था में सुधार को लेकर 209 नए पदों के सृजन की मंजूरी दी गयी है। गृह विभाग ने इन नए पदों को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके अनुसार पटना में दो पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी), 4 इंस्पेक्टर (पुलिस निरीक्षक), 3 परिचारी, 60 एएसआई और 140 हवलदार के पद शामिल है।

गृह विभाग की अवर सचिव किरण माला पवरिया के अनुसार ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआर एंड डी) के मापदंड 2015 के अनुसार पटना को बी श्रेणी के शहर में शामिल किया गया है। यहां यातायात व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए नए पदों की मंजूरी दी गयी है।

गृह विभाग के अनुसार राजधानी की अनुमानित जनसंख्या और पंजीकृत वाहनों को लेकर यह नई व्यवस्था की गयी है। पटना की अनुमानित जनसंख्या 72 लाख 40 हजार है। वहीं, पटना में पंजीकृत वाहनों की संख्या 20 लाख 84 हजार 375 है। पटना नगर निगम क्षेत्र में 2400 किमी सड़कें है। जबकि पथ निर्माण विभाग की 600 किमी सड़कें है। शहरी क्षेत्र के निरंतर विकास एवं बढ़ती जनसंख्या, बढ़ते औद्योगिकीकरण, सड़कों की सीमित चौड़ाई एवं वाहनों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि सहित अन्य कारणों से शहर में यातायात व्यवस्था पर हमेशा दबाव बना रहता है। सब-नगरीय क्षेत्र के अंतर्गत हाईवे एवं अन्य सड़कें है। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने में वर्तमान में स्वीकृत उपलब्ध बल से कठिनाई होती है। आए दिन राजनीतिक कार्यक्रमों के कारण अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती करनी पड़ती है।

पांच दिनों के भीतर दो बार बिहार का दौरा करेंगे पीएम मोदी, प्रदेश को दो लाख करोड़ से अधिक की योजनाओं की देंगे सौगात

डेस्क : प्रधानमंत्री लगभग 20 महीने बाद बिहार आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच दिनों के भीतर दो बार बिहार आएंगे। आगामी दो मार्च को वे बिहार के औरंगाबाद और बेगूसराय, जबकि छह मार्च को बेतिया में जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान पीएम बिहार को दो लाख करोड़ से अधिक की योजनाओं की सौगात देंगे।

पीएम पिछली बार जब बिहार आए थे तो उस समय एनडीए की ही सरकार थी। बीच के दिनों में महागठबंधन सरकार के दौरान पीएम बिहार दौरे पर नहीं आ सके। अब जब पीएम बिहार आ रहे हैं तो फिर से राज्य में एनडीए की सरकार बन चुकी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार औरंगाबाद में प्रधानमंत्री केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की 11 परियोजनाओं की सौगात बिहारवासियों को देंगे। इसकी लागत 18 हजार 188 करोड़ है। इसी तरह रेलवे की चार परियोजनाओं की लागत 826 करोड़ है। जलशक्ति मंत्रालय की 12 योजनाओं की लागत 2188 करोड़ है। इस तरह औरंगाबाद में पीएम कुल 21 हजार 203 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे। 

वहीं बेगूसराय में प्रधानमंत्री रेलवे की 3917 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे। इसके अलावा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन व अन्य केंद्रीय मंत्रालयों की एक लाख 56 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात बिहारवासियों को देंगे। इस तरह बेगूसराय में कुल एक लाख 60 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात पीएम बिहार को देंगे। 

बेगूसराय से लांच होने वाली राष्ट्रव्यापी योजना में से 29 हजार करोड़ की परियोजना बिहार के लिए है। बिहार से लांच होने वाले प्रोजेक्ट तेल और गैस फर्टिलाइजर और रेलवे सहित कई क्षेत्रों से संबंधित है। इन परियोजनाओं में से 39 प्रोजेक्ट तेल-गैस क्षेत्र से जुड़े हैं। 10 परियोजना रेलवे के हैं। पीएम छह नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। नए सिरे से स्थापित बरौनी फर्टिलाइजर प्लांट का उद्घाटन किया जाएगा। यह प्लांट न केवल यूरिया के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। इस प्लांट की क्षमता 12.5 एमटीपीए यूरिया प्रोड्यूस करने की होगी।

राम रहीम को बार-बार पैरोल द‍िए जाने हाईकोर्ट सख्त, हरियाणा सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा

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साध्वियों के यौन शोषण और 2 कत्ल केस में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। फिलहाल राम रहीम पैरोल पर जेल से बाहर हैं।राम रहीम को बार-बार पैरोल द‍िए जाने के मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा की खट्टर सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने गुरुवार को कहा है क‍ि भव‍िष्‍य में बिना अदालत की इजाजत के राम रहीम को पैरोल न दी जाए।एसजीपीसी की तरफ से इस मामले में पंजाब हरयाणा कोर्ट में याचिका दाखिल की गयी थी। इसी याचिका के कारण कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लिया है।

हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान पीठ ने हरियाणा सरकार से पूछा क‍ि राज्‍य सरकार बताए क‍ि डेरा मुखी राम रहीम की तरह अन्य और कितने कैदियों को इसी तरह से पैरोल दी गई। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से जानकारी मांगी है। कोर्ट ने कहा है क‍ि मामले की अगली सुनवाई पर जानकारी दी जाए।

डेरा मुखी राम रहीम को दी जा रही पैरोल को एसजीपीसी ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। एसजीपीसी का कहना था क‍ि डेरा मुखी राम रहीम के खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं और इनमे उसे दोषी करार दे सजा भी सुनाई जा चुकी है। इसके बावजूद इसके हरियाणा सरकार डेरा मुखी को पैरोल दे रही है जो पूरी तरह से गलत है। लिहाजा डेरा मुखी को दी गई पैरोल को रद्द किया जाए।

कोर्ट ने याचिका को संज्ञान में लेते हुए कहा कि अगली बार बिना कोर्ट की इजाजत से राम रहीम को पैरोल नहीं दी जाएगी। साथ ही हरियाणा सरकार से जवाब मांगा है कि, सरकार जानकारी दे और कितने लोगो को इस तरह से पैरोल दी गयी है। आपको बता दें 10 मार्च को राम रहीम की पैरोल खत्म हो रही है।

कब कितनी बार मिली पैरोल

राम रहीम 50 दिनों की पैरोल पर बहार है। 10 मार्च को पैरोल खत्म होते ही वो जेल चला जाएगा। लेकिन अब पैरोल मिलने में मुश्किलें आ सकती हैं। क्यूँ कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को बिना कोर्ट की इजाजत से पैरोल पर नहीं छोड़ा जाएगा। जानकारी के लिए आपको बता दें, राम रहीम को पहली बार 24 अक्टूबर 2020 में पैरोल मिली थी। जिसके बाद लगभग 7 महीने में ही उसे दूसरी बार 21 मई 2021 को पैरोल मिली थी। तीसरी बार डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को 7 फरवरी 2022 में पैरोल दी गयी थी। गुरमीत राम रहीम को जून 2022 में चौथी बार पैरोल मिली। पांचवी बार राम रहीम को अक्टूबर में पैरोल दी गयी थी। जिसके बाद उसे 21 जनवरी 2023 छठी बार पैरोल पर बहार आना पड़ा। राम रहीम को सातवीं बार 20 जुलाई 2023 में पैरोल दी गयी थी। आठवीं बार नवंबर 2023 में डेरा प्रमुख को पैरोल दी गयी थी। अभी नौवीं बार पैरोल पर गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर है।

नाटो देशों को पुतिन की धमकी, यूक्रेन को सैन्य सहायता देने पर परमाणु युद्ध की चेतावनी

#ussiapresidentvladimirputinopenchallengetothewest

रूस-यूक्रेन युद्ध को दो साल पूरे हो चुके हैं। यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर रूस ने अपना कब्जा भी जमा लिया है। हालांकि, अभी युद्ध रुका नहीं है और यूक्रेन की तरफ से आक्रमकता कम नहीं की गई है। इसी वजह से माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भी ये युद्ध भीषण रूप लेता दिख सकता है। इसी कड़ी में अब रूसी राष्ट्रपति ने बड़ा बयान दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने गुरुवार को पश्चिमी देशों को खुली चुनौती दी, पुतिन अमेरिका पर गरजे तो यूरोप को भी नहीं बख्शा। अपने भाषण में पुतिन ने नाटो की भी जमकर क्लास लगाई। पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में नाटो देशों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यूक्रेन में सेना भेजी तो उन्हें परमाणु संघर्ष का सामना करना होगा।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चुनाव से कुछ दिन पहले देश के नाम संबोधन दिया। 2 घंटे से ज्यादा समय चले इस भाषण में उन्होंने कहा- रूस के बिना विश्व में शांति संभव नहीं है। पश्चिमी देश रूस और यूक्रेन दोनों को बर्बाद करना चाहते हैं। हमारे अंदरूनी मामलों में कोई दखल नहीं दे सकता।पुतिन ने कहा यूक्रेन में हो रहे स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन में हमें जनता का समर्थन मिला। उन्होंने जंग लड़ रहे सैनिकों को हीरो बताया। उन्होंने कहा- सैनिकों को पूरे देश का समर्थन मिल है। पुतिन जंग में मारे गए सैनिकों के लिए एक पल के लिए मौन हुए।

इसके बाद उन्होंने कहा- रूस अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा है। अमेरिका देश में फूट डालने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम के देश रूस के साथ वही करने का इरादा रखते हैं जो उन्होंने यूक्रेन और अन्य देशों के साथ किया। वह हमें एक अधमरे और हारे हुए राज्य में बदलना चाहते हैं, जो कभी नहीं होगा। पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर रूसी संघ में पश्चिमी देशों का हस्तक्षेप जारी रहा, तो वो हाल करेंगे जो पिछले युगों से कहीं अधिक दुखद होंगा। ऐसे प्रयास न रुके तो रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने में नहीं हिचकेगा।

यूरोप पर रूस के हमले के दावों को किया खारिज

पुतिन ने अमेरिका के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि रूस यूरोप पर हमला कर सकता है। पुतिन ने कहा कि अमेरिका देशों को संघर्ष के लिए उकसाता है, यूक्रेन, मिडिल ईस्ट और अन्य क्षेत्रों में उसने ही संघर्ष को बढ़ावा दिया और झूठ बोलकर वह इसे छिपाता है। जिस तरह से रूस द्वारा यूरोप पर हमले की बात कही जा रही है वह साफ बकवास है, पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने एक और झूठ बोला था, इसमें कहा गया था कि रूस ने अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात किए हैं, अमेरिका ये इसलिए कर रहा है ताकि रूस उससे बातचीत करें, हम हमेशा बातचीत अपनी शर्तों पर करते हैं, हम अगर वाशिंगटन से बातचीत के लिए तैयार भी होंगे तो सिर्फ इस शर्त पर जब उसमें रूस का भला हो।

रूस कब कर सकता है परमाणु हथियारों का इस्तेमाल?

पुतिन के परमाणु युद्ध की चेतावनी के पहले फाइनेंशियल टाइम्स ने लीक दस्तावेजों के माध्यम से एक हैरान कर देने वाली रिपोर्ट दुनिया के सामने रखी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आखिर किस स्थिति में रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। इसमें कई वजहें हो सकती हैं। लीक हुई फाइलें 2008 से 2014 के बीच की बताई जा रही हैं। इसके मुताबिक रूस परमाणु हथियारों का कब और किस स्थिति में इस्तेमाल करेगा, उसने पहले से ही अपना मंसूबा तैयार कर रखा है। लीक हुए फाइलों के अनुसार रूस जिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने वाला है उससे पूरे शहर बर्बाद नहीं होंगे। रिपोर्ट में बताया गया है कि रूसी सेना कितनी बर्बादी के बाद अपने परमाणु हथियारों से हमलों को अंजाम देगा।

रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर रूस के 20 फीसदी रणनीतिक बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां तबाह हो जाती हैं तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करना शुरू कर देगा.

मध्य प्रदेश के बैतूल में हो रही अनोखी शादी! रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में हल्दी-मेहंदी की रस्म, स्टाफ ने किया डांस, सांसद व तमाम गणमान्य हो रहे

मध्य प्रदेश के बैतूल से एक अनोखी घटना सामने आई है। यहां इकलौती महिला कुली की शादी होने वाली है। शादी को लेकर बैतूल रेलवे स्टेशन पर महिला कुली की हल्दी एवं मेहंदी की रस्म में की गईं। इस समारोह में सांसद दुर्गादास उइके, रेलवे स्टाफ एवं RPF स्टाफ के अतिरिक्त समाजसेवी सम्मिलित हुए। बैतूल रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बुधवार की रात महिला कुली दुर्गा बोरकर की शादी को लेकर मेहंदी एवं हल्दी की रस्म अदा की गई। वैसे शादी बृहस्पतिवार की रात बैतूल में कल्याण केंद्र में होगी। हल्दी-मेहंदी के इस समारोह में सांसद दुर्गादास उइके सम्मिलित हुए तथा उन्होंने भी दुर्गा को हल्दी लगाई।

वही समारोह को लेकर रेलवे स्टाफ एवं RPF स्टाफ में उत्साह देखा गया। समारोह में समाजसेवी महिलाएं भी सम्मिलित हुईं। हल्दी एवं मेहंदी की रस्म अदा होने के पश्चात् महिलाओं ने डांस भी किया। दरअसल, दुर्गा बहुत ही निर्धन परिवार की बेटी है। दुर्गा के पिता मुन्नालाल बोरकर बैतूल रेलवे स्टेशन पर कुली थे तथा उन पर 3 बेटियों की जिम्मेदारी थी, किन्तु स्वास्थ्य खराब होने के चलते उनका चलना फिरना बंद हो गया। तत्पश्चात, दुर्गा ने परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए अपने पिता का काम करने का फैसला लिया तथा 2 वर्षों तक रेलवे के चक्कर लगाने के पश्चात् उसे अपने पिता का बिल्ला मिल गया। वर्ष 2011 से दुर्गा बैतूल रेलवे स्टेशन पर कुली का काम कर रही है। दुर्गा बैतूल की एकमात्र महिला कुली है। 

वही अपने काम के प्रति दुर्गा का समर्पण एवं मेहनत देखकर रेलवे स्टाफ और RPF स्टाफ के लोग हमेशा उसे खुश रहते हैं। दुर्गा की जिंदगी में खुशहाली लाने के लिए RPF थाने में पदस्थ आरक्षक फराह खान ने एक ASI दीपक देशमुख से चर्चा की। इस पर देशमुख के दोस्त आठनेर के जामठी गांव निवासी सुरेश भूमरकर ने शादी के लिए हामी भर दी। पेशे से किसान सुरेश से दुर्गा की शादी 29 फरवरी को रात में बैतूल रेलवे स्टेशन के कल्याण केंद्र में होगी। शादी का कुछ खर्च RPF स्टाफ करेगा। सांसद दुर्गादास उइके का कहना है कि सौभाग्य का विषय है कि हमारी दुर्गा बिटिया देश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। कुली के तौर पर अपने सामर्थ्य के साथ में दायित्व निभा रही है तथा अपने परिवार के उदर पोषण के लिए यह काम कर रही है। महिला सशक्तिकरण के लिए यह बड़ा उदाहरण है। 

दुल्हन बनने जा रही दुर्गा ने बताया, मेरे पिता रेलवे स्टेशन पर कुली थे तथा उन्होंने बोला कि अब मुझसे काम नहीं होगा। मगर परिवार का कैसे गुजारा होगा। मैंने सोचा कि मैं घर का सहारा बनूंगी। मैंने कड़ी मेहनत की। रेलवे अफसरों ने सहारा दिया तथा पिता का बिल्ला दिलवाया। RPF आरक्षक फराह खान ने बताया, दुर्गा को मैं ढाई वर्षों से जानती हूं तथा देखती हूं कि बहुत मेहनत करती है। मैंने उसको बोला कि शादी क्यों नहीं करती हो? उसने कहा परिवार की जिम्मेदारी है। मगर हम लोगों ने कोशिश की एवं रिश्ता देखा दुर्गा तैयार हो गई।

संदेशखाली मामले में चौतरफा घिरीं ममता का शाहजहां शेख पर बड़ा एक्शन, 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित

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संदेशखाली मामले के आरोपी शाहजहां शेख को 55 दिन के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां उसे 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। शाहजहां शेख मामले में चौतरफा घिरे टीएमसी ने भी बड़ा एक्शन लिया है।पार्टी ने उसे 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है।टीएमसी नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी ने शाहजहां शेख को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है।

शेख को निष्काषित करते हुए टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि कुछ पार्टियां केवल बोलती हैं लेकिन टीएमसी बोलने के साथ-साथ एक्शन भी लेती है और इसीलिए हम शेख शाहजहां को 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड करते हैं। 

टीएमसी ने शाहजहां शेख के ऊपर कार्रवाई तक की है जब 55 दिन की फरारी के बाद उसे दबोच लिया गया।शाहजहां के फरार रहने को लेकर ममता बनर्जी चौतरफा घिरी हुई थीं। संदेशखाली में स्थानीय लोगों द्वारा उसे उत्तर 24 परगना जिले और उसके आसपास देखे जाने का दावा किया गया था। राज्य की पुलिस पर उसे संरक्षण देने का आरोप भी लगाया गया था। तृणमूल कांग्रेस का कहना था कि कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर रोक लगाए जाने के कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है। लेकिन, न्यायमूर्ति शिवगणनम ने मंगलवार और बुधवार को स्पष्ट किया कि उसकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है। इसके 24 घंटे के भीतर ही शेख को गिरफ्तार कर लिया गया।

टीएमसी नेता पिछले पांच जनवरी से ही फरार चल रहा था।शेख शाहजहां के खिलाफ दर्ज मामलों की लंबी फेहरिस्त है। शेख शाहजहां के खिलाफ 49 अलग-अलग मामलों में एफआईआर दर्ज की गई हैं। शेख पर संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न, जमीन हड़पने, राशन घोटाला, हत्या और ईडी के ऊपर हमला कराने जैसे कई आरोप हैं।बता दें कि 5 जनवरी को ईडी की टीम ने राशन घोटाला मामले में शेख शाहजहां घर पर रेड की थी। इस दौरान उसके सैंकड़ों समर्थकों ने ईडी टीम पर हमला कर दिया था। अधिकारियों को संदेशखाली से जान बचाकर भागना पड़ा था। ईडी टीम पर हमले के बाद से ही शाहजहां फरार था।

श्रेयस-ईशान के सपोर्ट में उतरे इरफान पठान, हार्दिक पंड्या को लेकर किया बड़ा सवाल

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने बुधवार को 2023-24 के लिए अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का ऐलान कर दिया। बीसीसीआई ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का एनुअल कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है।बीसीसीआई ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का कॉन्ट्रैक्ट छीने जाने की कोई वजह नहीं बताई गई है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद इन दोनों प्लेयर्स के सपोर्ट में पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान उतरे हैं।

इरफान पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। ईशान-श्रेयस का सपोर्ट करने के साथ इरफान पठान ने हार्दिक को कॉन्ट्रैक्ट में रखने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'श्रेयस और ईशान दोनों ही प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं। उम्मीद है कि वे वापसी करेंगे और मजबूती से वापसी करेंगे। यदि हार्दिक जैसे खिलाड़ी लाल गेंद क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं, तो क्या उन्हें और उनके जैसे अन्य प्लेयर्स को नेशनल ड्यूटी पर नहीं होने पर व्हाइट बॉल वाले घरेलू क्रिकेट में भाग लेना चाहिए? यदि यह सभी पर लागू नहीं होता है, तो भारतीय क्रिकेट वांछित परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएगा।'

बता दें कि बुधवार को बीसीसीआई ने नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया और उसमें 30 खिलाड़ियों को शामिल किया गया। हार्दिक पंड्या को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ग्रेड ए में रखा गया है। सालाना कॉन्ट्रैक्ट में ग्रेड ए वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये बोर्ड की तरफ से मिलते हैं। हालांकि, ईशान और अय्यर इस लिस्ट से गायब हैं, जबकि दोनों पिछले कुछ महीनों से टीम के अहम सदस्य थे। बताया जा रहा है कि सेलेक्टर्स इन दोनों से इसलिए नाराज हो गए क्योंकि इन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को तवज्जो नहीं दी। देखा जाए तो हार्दिक पंड्या से अधिक मैच इन दोनों ने खेले और रणजी ट्रॉफी खेलने से कतराने की वजह से बोर्ड ने एक्शन लिया। दूसरी ओर, हार्दिक पंड्या लंबे समय से डोमेस्टिक नहीं खेल रहे हैं, लेकिन उनपर एक्शन नहीं लिया गया।

बता दें कि इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को हर साल 12 महीने का कॉन्ट्रेक्ट देती है, जिसके तहत उन्हें एक तय रकम मिलती है, चाहे वो उस एक साल में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलें या नहीं। बीसीसीआई ने इन्हें 4 ग्रेड में बांटा है- A+, A, B, और C। सबसे ऊपर A+ है, जिसमें एक साल के 7 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि A में आने वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये सैलरी मिलती है। वहीं B में 3 करोड़ और C ग्रेड में आने वाले खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये मिलते हैं।