क्या एक और राज्य “हाथ” से गया? हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कई विधायकों के गायब होने की खबर
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क्या कांग्रेस के हाथ से एक और राज्य निकल जाएगा? ये सवाल हम नहीं हालात उठा रहे हैं।दरअसल हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा की एक सीट पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ सकता है। सूत्रों की मानें तो कि कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया है। इसी बीच बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं राज्यसभा चुनाव जीत गया तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी।
ऐसे में हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है। क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के 6 विधायक इंद्रजीत लखनपाल, चैतन्य शर्मा, सुधीर शर्मा,राजेंद्र राणा, देवेंद्र सिंह भुट्टो, रवि ठाकुर और तीन निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, के एल ठाकुर और होशियार सिंह हैं। सूत्रों के हवाले से यह खबर है कि ये 9 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।
बताया जा रहा है कि राज्यसभा के लिए वोटिंग के बाद सीएम सुक्खू सहित अन्य कांग्रेस विधायक बजट सत्र में पहुंचे थे। यहां पर वित्त विधेयक पास होना था। लेकिन इस बीच स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। क्योंकि कांग्रेस के कई विधायक कार्यवाही में नहीं पहुंचे थे। बड़ी बात है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सादौन सिंह बीते दो दिन से शिमला में डेरा डाले हुए थे।
कांग्रेस की आपसी कलह किसी से छिपी नहीं है। कांग्रेस के कई विधायक सीएम सुक्खू से नाराज है। वहीं हिमाचल के पूर्व सीएम और नेता विपक्ष जय राम ठाकुर ने भी कहा कि सरकार अल्पमत में हैं। उन्होंने कहा कि वित्त बिल को विधानसभा में वोटिंग के आधार पर नहीं पास किया गया। केवल वॉयस नोट के आधार पर इसे पास किया गया। इस तरह के हालात के बीच कांग्रेस में लगातार हो रही टूट के बाद इस तरह के कयाल लगने लाजमी है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 68 सीटें हैं। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40, बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी।वहीं तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को भी कामयाबी मिली थी।राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 35 विधायकों की जरूरत होती है। राज्यसभा चुनाव की तरह की अगर कांग्रेस के ये छह विधायक आगे भी बागी रुख अपनाते हैं तो सुक्खू की सरकार संकट में आ सकती है।सूत्रों के मुताबिक अगर 6 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से बगावत की है तो अब कांग्रेस के पास 34 विधायक ही बचेंगे। वहीं बागी विधायकों ने बीजेपी के साथ जाने का मन बनाया तो पार्टी के विधानसभा सदस्यों की संख्या 31 हो जाएगी। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिला तो यह संख्या 34 पहुंच जाएगी। इससे दोनों ही दलों के पास 34-34 का आंकड़ा हो जाएगा और कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ जाएगी। बीजेपी उन कांग्रेस विधायकों को भी टारगेट पर रखे हुए हैं, जो लंबे वक्त से अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे हैं। यहां पार्टी के कुछ विधायक टूटे तो फिर कांग्रेस की सरकार भी गिर सकती है। यही वजह है कि विधायकों के बगावत से कांग्रेस के पास सरकार बचाने की चुनौती सामने होगी।
Feb 27 2024, 20:00