*स्वामी दयानंद समाज सुधारक व राष्ट्रीय चिंतक, ज्ञान ज्योति शिविर का हुआ शुभारंभ*
फर्रुखाबाद। मेला राम नगरिया में रविवार को आर्य सामज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती के उपलक्ष्य में जिला आर्य प्रतिनिधि सभा फर्रुखाबाद के तत्वावधान में मेला रामनगरिया के वैदिक क्षेत्र में ज्ञान ज्योति महोत्सव का शुभारंभ किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक डॉ संजय सिंह व भारतीय सेना के पूर्व कैप्टन सर्वेश सिंह यादव ने ध्वजारोहण कर शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती महान समाज सुधारक व राष्ट्रीय चिंतक थे, उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के निवारण के साथ-साथ नारी शिक्षा पर विशेष जोर दिया।
स्त्रियों को पुरुषों के बराबर वेद और धार्मिक ग्रंथों को पढ़ने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि समाज में गुलामी की मानसिकता को छोड़कर क्रांति के लिए प्रेरित किया। क्योंकि इसी प्रेरणा से हजारों युवा स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए सभी क्रांतिकारियों के प्रेरणा स्त्रोत दयानंद व उनका अमर ग्रंथ सत्यार्थप्रकाश था।
शिविर के संयोजक डॉ शिवराम सिंह आर्य,डॉ हरिदत्त द्विवेदी व मुन्ना यादव ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्मृतिचिन्ह भेंट किया। इस दौरान दर्शन अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत पुरी जी महाराज व शिविर संचालक आचार्य चंद्रदेव शास्त्री भी साथ रहे। उन्होंने बताया कि 28 दिन तक चलने वाले इस आयोजन में देश के कोने-कोने से आर्य विद्वान व गुरुकुलों के आचार्य कल्पवासियों के बीच वैदिक धर्म का प्रचार-प्रसार करेंगे।
शिविर में संत सम्मेलन महिला सम्मेलन व राष्ट्र रक्षा आदि सामाजिक विषयों को लेकर विविध सम्मेलनों व गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा।
साथ ही विराट कवि सम्मेलन व शोभायात्रा के माध्यम से कल्पवासियों को राष्ट्र सेवा व आर्यसमाज के विचारों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
स्वामी दयानंद की 200 वीं जयंती को भारत सरकार के सांस्कृति मंत्रालय द्वारा ज्ञान ज्योति पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को आयोजित करना हमारा उद्देश्य जन-जन तक आर्य समाज व स्वामी दयानंद के विचारों को पहुंचाना है।
महंत ने सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि अपने जीवन को यज्ञमय बनाने का आवाहन किया। प्रातःकाल यज्ञ आचार्य ओमदेव शास्त्री व हरिओम शास्त्री ने सम्पन्न कराया। यजमान प्रमोद यादव के साथ सैकड़ों कल्पवासियों ने आहुतियां प्रदान कर परमात्मा से सुख संवृद्धि की कामना की।
दोपहर की सभा मे फरीदाबाद से पधारे प. प्रदीप शास्त्री ने मधुर भजनों के माध्यम से ऋषि दयानंद का गुणगान किया। धनीराम बेधड़क व उदिता आर्या ने ईश्ववर भक्ति के गीत सुनाए। कार्यक्रम में लालराम आर्य,मुन्नालाल राठौर आल्हा सम्राट, सुरेश चंद्र वर्मा,रामावतार वर्मा एडवोकेट, डॉ हरिनंदन सिंह,अमीचंद शास्त्री, आदित्य सिंह आर्य,सुरेंद्र आर्य,स्वामी श्यामानंद महंत लखन गिरी उदयराज आर्य,रेशमा दासी,मीरा शास्त्री,रत्नेश द्विवेदी, रेनू आर्या,शालिनी आर्या आदि उपस्थित रहे।
Jan 29 2024, 16:08