*आशा संगिनी ने निश्चित वेतन की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए*
फर्रुखाबाद ।जनपद में आशा एवं आशा संगीनियों ने विभाग द्वारा दिए गए। प्रत्येक काम को निष्ठा व ईमानदारी के साथ करती चली आ रही है। जिसकी सराहना प्रधानमंत्री ,मुख्यमंत्री एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई । उन्होंने कहा कि सराहना करने मात्र से आशाओं की गृहस्थी नहीं चल सकती। कार्य के सापेक्ष हम लोगों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है । वह सन 2006 में जितनी थी उतनी ही आज भी मिल रही है जबकि आज की महिलाएं को देखते हुए। बहुत से ऐसे कार्य आशाओं से कराए जाते हैं।
जिसकी मजदूरी ₹5 बाद ₹10 बढ़ रही है ।इसके अतिरिक्त इस समय आशाओं से इतना कार्य लिया जा रहा है। जैसे वेतन भोगियों से लिया जाता है। हमें प्रोत्साहन राशि पर रखा गया है। जिस प्रकार जिला प्रशासन द्वारा अधिक निर्देश दिया जाता है। कि आशा संगिनी सुबह 5:00 बजे से काम करना प्रारंभ कर देती है। रात्रि 8:00 बजे तक आयुष्मान कार्ड आभा आरडी का काम करवाया जा रहा है ।जिसकी हमें कोई राशि नहीं मिल रही है।
शासन व प्रशासन की गलत नीतियों से परेशान होकर प्रदेश की सभी आशा एवं आशा संगिनी संगठन द्वारा संयुक्त रूप से सरकार को चेतावनी स्वरूप जिस प्रकार आंगनबाड़ी को निश्चित मानदेय दिया जाता है उसी प्रकार आशा व संगिनियों को निश्चित मानदेय देकर दायरे में रखा जाए ।आशा व संगीनियों को कर के सापेक्ष में जो राशि दी जाती है वह बहुत कम है उसे बढ़ाया जाए। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष शिप्रा सक्सेना,अर्चना, रेखा पाल, गिरजा, उषा बाथम ,सोना ,गीता, किरण, बिनीता ,आशा देवी, अंजू ,मीरा, विनीता, शशि ,सोनिया ,मंजू देवी, अन्य सभी आशा व आशा संगिनी उपस्थित रही।
Jan 18 2024, 17:04