*नोडल अधिकारी ने बसेली गोवंश आश्रय किया निरीक्षण*
फर्रुखाबाद l नोडल अधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थल, वसेली का निरीक्षण करने पर निरीक्षण के समय मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।
निरीक्षण के समय 125 गोवंश पाये गये। समस्त गोवंश देखने पर स्वस्थ्य प्रतीत हो रहे थे। गोशाला में गोवंशों के लिए हरे चारे की व्यवस्था पायी गयी, गोशाला से सम्बद्ध चारागाह की 05 बीघा भूमि पर हरा चारा बोया गया है। निरीक्षण के समय गोशाला में 25 कुण्टल भूसा, 10 बोरी दाना, खड़िया, नमक व चूना पाया गया है।
गोशाला में गोवंश के सर्दी से बचाव के लिए तिरपाल लगाये गये हैं तथा जिला कारागार से बनकर आये काऊ कोट गोवंशों को पहनाए गये हैं।
साथ ही रात्रि के समय सर्दी से बचाव हेतु अलाव की व्यवस्था की गई है।
गोशाला में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से गोबर के द्वारा वर्मी कम्पोस्ट तैयार कराया जा रहा है तथा जीवामृत भी तैयार कराया जा रहा है। गोशाला में मृतक गोवंशों का रजिस्टर, गोपालक रजिस्टर, भूसा रजिस्टर व अन्य अभिलेख पाये गये। गोशाला की व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी है।
गोवंश आश्रय स्थल, सितवनपुर पिथू का निरीक्षण करने पर निरीक्षण के समय मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी,मोहम्मदाबाद एवं ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।
निरीक्षण के समय गोशाला में 646 गोवंश पाये गये, जिनकी देखरेख के लिए गोशाला में 14 गोपालक तैनात हैं, गोवंशों की संख्या को देखते हुए गोशाला मे गोपालकों की संख्या बढ़ाये जाने की आवश्यकता है, गोपालकों की संख्या बढ़ाने के लिए मौके पर उपस्थित खण्ड विकास अधिकारी, मोहम्मदाबाद को निर्देशित किया गया।गोशाला से सम्बद्ध 40 बीघा भूमि पर वरसीम व 20 वीघा भूमि पर नैपियर घास लगायी गयी है, गोवंशों को निर्धारित मात्रा में हरा चारा, भूसा व दाना दिया जा रहा है।
गोशाला से लगभग 500 बीघा चारागाह की भूमि सम्बद्ध है, किन्तु 60 बीघा भूमि पर ही हरा चारा बोया गया है, ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि चारागाह की भूमि बंजर है, बंजर भूमि को उपलाऊ बनाये जाने के लिए कार्यवाही की जा रही है। गोशाला में सर्दी से बचाव के लिए तिरपाल लगाये गये हैं तथा रात्रि के समय अलाव जलाने की व्यवस्था की गयी है।
Jan 13 2024, 18:11