*नौकरी के दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले चार शातिर ठग गिरफ्तार, एएसपी ने किया खुलासा*
फर्रुखाबाद । पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए ठगने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला शीशम बाग निवासी उज्जवल गुप्ता पुत्र सुरेश चंद, अरुण गुप्ता उर्फ चक्रेश गुप्ता पुत्र भैया लाल गुप्ता निवासी कलान निकट पुरानी होली टेह, थाना कलान, शाहजहांपुर हाल पता ग्राम व पोस्ट रजौली थाना गुडम्बा जनपद लखनऊ, अंशुल शुक्ला पुत्र स्व0 विमलेश शुक्ला निवासी ग्राम परौर थाना परौर जनपद शाहजहांपुर।
सुनील कुशवाहा पुत्र महिपाल निवासी ग्राम उल्फत नगर रफियाबाद कलान, शाहजहांपुर हाल पता बक्सी का तालाब अस्ती रोड थाना बक्सी का तालाब जनपद लखनऊ को गिरफ्तार किया। इस दौरान जनपद शाहजहांपुर थाना कलान के रफियाबाद निवासी प्रवीण मिश्रा पुत्र रामनारायण भाग जाने में सफल रहा।पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस लाइन के सभागार में पेश किया। अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह ने पत्रकारों को बताया कि सीओ सिटी के निर्देशन में कोतवाली सदर की टीम ने चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से चार पहिया वाहन बाइक दो लैपटॉप दो प्रिंटर 57 सिम कार्ड 12 एटीएम आदि काफी सामान बरामद हुआ है।
यह लोग वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करते थे इन लोगों पर वर्ष 2015 में जनपद हरदोई में मुकदमा कायम हुआ था यह लोग मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को ठगते थे। अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि हम लोग वन विभाग में फर्जी नौकरी दिलाने के लिए अंतर्जनपदीय व अन्तर्राष्टीय स्तर पर सोशल मीडिया जैसे फेसबुक तथा न्यूज पेपर पत्रिका के माध्यम से विभिन्न प्रांतों में इस्तहार लगाते है। जिसमें एक फर्जी नम्बर सम्पर्क के लिए लिख देते है।
जिसके झांसे में आकर लोग फोन व मैसेज करते है तो उन लोगों से झूठ बोलकर फर्जी विज्ञापन भेजकर नौकरी दिलाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर फर्जी खातों में धन ट्रान्सफर करवाते है। इसके बाद नियुक्ति तथा बीमा आदि की बातें बताकर हम लोग ठगी करते है। बरामद किया लैपटॉप में हमारे फर्जी दस्तावेज सुरक्षित करते हैं। प्रिंट निकाल करके सरकारी अधिकारी बनकर उनके फर्जी कूट रचित हस्ताक्षर करके नियुक्त प्रमाण पत्र तथा अन्य दस्तावेज तैयार कर ठगी करने के लिए झांसे में आये लोगों को भेजते हैं।
रजिस्ट्रेशन के नाम से 550 रूपये एक फर्जी एकाउंट में डलवाते है और सिक्योरिटी मनी के नाम पर 10 या 15 हजार रूपये उसी खाते में डलवाये जाते है। उसके बाद नियुक्ति के लिए उसके पते पर फर्जी नियुक्ति पत्र पीडीएफ के माध्यम से व पोस्ट ऑफिस से भेजते हैं। विभाग के द्वारा 7 लाख रूपये बीमा कराये जाने के नाम पर उससे 1% से लेकर 2% तक 7 से 14 हजार रूपये तक फाइल चार्ज के नाम पर पैसा लिया जाता है। पैसा जिस एकाउंट में डलवाया जाता है यह खाता दूसरे व्यक्ति के नाम पर फर्जी होता है। अभी तक इस प्रकार की जालसाजी व फर्जीवाड़ा करके सम्पत्ति अर्जित की है उस धन से हम लोग मंहगी गाडियां रखकर लग्जरी जीवन व्यतीत कर रहे हैं ।
Dec 25 2023, 18:45