/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png StreetBuzz भाजपा के मंडल अध्यक्ष समेत परिवार पर जानलेवा हमला Gorakhpur
भाजपा के मंडल अध्यक्ष समेत परिवार पर जानलेवा हमला

गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी गोरक्ष नगर मंडल के पूर्व मंडल अध्यक्ष रहे रोहित लाल शर्मा समेत उनके परिजनों पर मनबढ़ो ने प्राणघातक जानलेवा हमला किया। मनबढ़ो द्वारा की गई मारपीट में कई लोगों के सिर फट गए व हाथ टूट गए।

इसकी जानकारी पीड़ित ने स्थानीय थाने पर दी है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मनबढ़ो की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी कर रही है।

जानकारी के अनुसार गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रसूलपुर निकट कैलेंडर मशीन निवासी घनश्याम शर्मा पुत्र स्वर्गीय राम रतन लाल शर्मा की सुपुत्री श्वेता शर्मा की शादी 24 नवंबर को अंधियारी बाग स्थित शहनाई मैरिज लॉन में हो रही थी।

शादी में बिना बुलाए निखिल उर्फ़ नितिन चौहान पुत्र अज्ञात पहुंच गया था और भोजन के दौरान उससे घराती से कुछ कहासुनी हो गयी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कर दिया था।

उसी दिन से खुन्नस खाएं निखिल उर्फ़ नितिन चौहान और उसके दोस्तों में आनंद शर्मा पुत्र वीरेंद्र शर्मा, अशोक चौहान पुत्र नंदलाल चौहान, संदीप चौहान, रितिक चौहान पुत्रगण सुरेश चौहान, राजेश चौहान पुत्र स्वर्गीय सरयू, अभिषेक चौहान, विवेक चौहान पुत्रगण वीरेंद्र चौहान, हर्ष चौहान पुत्र सुरेंद्र चौहान, अजय पासवान, राजकुमार पासवान पुत्र भोला पासवान, अर्शलान पुत्र अफजाल निवासीगण रसूलपुर कैलेंडर मशीन, गोरखनाथ, गोरखपुर आदि अज्ञात दर्जन भर लोगों ने भाजपा नेता रोहित लाल शर्मा पुत्र स्वर्गीय रामरतन लाल शर्मा निवासी रसूलपुर कैलेंडर मशीन गोरखनाथ गोरखपुर, के घर पर चढ़कर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग एवं भद्दी भद्दी गालियां देने लगे।

विरोध एवं मना करने पर वह मारपीट करने लगे जिसमें भाजपा नेता समेत घनश्याम शर्मा पुत्र स्व राम रतन लाल शर्मा मालती शर्मा पत्नी रोहित लाल शर्मा रंजना शर्मा पत्नी रितेश शर्मा अंकित शर्मा पुत्र स्वर्गीय राजित निवासीगण रसूलपुर कैलेंडर मशीन गोरखनाथ गोरखपुर, के सिर फट गए व हाथ टूट गया।

इसके अलावा प्रियंका शर्मा पत्नी उपेंद्र शर्मा उपेंद्र शर्मा पत्नी ज्ञानेंद्र शर्मा निवासिनी मदरहवा सुबा बाजार खोराबार गोरखपुर के सिर भी फट गए।पीड़ितों की माने तो इसके बाद भी अभी अभिषेक चौहान पुत्र वीरेंद्र चौहान, रितिक चौहान पुत्र सुरेश चौहान निवासीगण रसूलपुर कैलेंडर मशीन गोरखनाथ गोरखपुर, जान मारने व घर जलाने की धमकी दे रहे हैं।

पीड़ितों का कहना है कि उक्त दबंग एवं मनबढ़ कभी भी उनके साथ कोई अप्रिय घटना कर सकते हैं। पीड़ितों ने न्याय एवं सुरक्षा की गुहार लगाई है। हालांकि पीड़ितों की तहरीर पर स्थानीय पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी हेतु दबीस दी जा रही है।

मुसलमानों के नाम पर धोखा है शहर का मुस्लिम मुसाफिरखाना

गोरखपुर । पुलिस लाइन के सामने गोरखपुर शहर का मुस्लिम मुसाफिरखाना । इस मुसाफिरखाने के बारे में भले ही शहर की मुस्लिम अवाम ये जानती हो कि ये मुस्लिम मुसाफिरों के ठहरने के लिए बनाया गया है और कोई भी मुस्लिम मुसाफिर यहां किफायती और वाजिब कीमत पर ठहर सकता है। लेकिन आपको बतादें की इस मुसाफिरखाने के बारे में अगर आप भी यही सोचते हैं तो आप की सोच गलत है।

उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के तहत कब्रिस्तान, मस्जिद और मुसाफिरखाना वक्फ नम्बर 140 के अंतर्गत दर्ज था । राजस्व अभिलेखों की बात करें तो मस्जिद और कब्रिस्तान आराज़ी नम्बर 52 और मुस्लिम मुसाफिरखाना आराज़ी नम्बर 54 पर स्थित है।

1987 में कुछ लोगों ने एक साजिश रच कर मुसाफिरखाने की आराज़ी वक्फ से मुक्त करा लिया और उसको 30 साल की लीज पर ले लिया।

इसके बाद से ही यह मुसाफिरखाना विवादों में आ गया लेकिन शहर की जनता इस खेल से बेखबर थी।

लाखों रुपये महीने की होती है आमदनी

वर्तमान समय में इस मुस्लिम मुसाफिरखाने में लगभग 50 कमरे और 3 डारमेट्री हाल के अलावा दर्जन भर दुकानें हैं। इससे लाखो रुपये की आमदनी मुसाफिरखाने को होती है।

नियम कानून ताक पर रख कर चलाया जा रहा मुसाफिरखाना

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मुसाफिरखाने की कोई सोसायटी वजूद में नही है और न ही वक्फ में यह मुसफिरखाना दर्ज है। इसके अलावा सराय एक्ट के तहत इसका कोई रजिस्ट्रेशन ही है।

साथ ही जीएसटी और सरकार के अन्य तमान टैक्स के बारे में भी कोई जानकारी नही है। जानकारों का कहना है कि नगर निगम का भी टैक्स बकाया है।

कुल मिलाकर नियम कानून ताक पर रख कर ये मुसाफिरखाना चलाया जा रहा है।

धार्मिक भूमाफिया और अन्य लोगों के कब्जे में है मुस्लिम मुसाफिरखाना

1987 में राजनैतिक प्रभाव के इस्तेमाल।करते हुए इस मुसाफिरखाने की आराज़ी को 30 वर्ष की लीज पर ले लिया गया जिसकी मियाद 2017 में खत्म हो गई।

वतर्मान समय में अब्दुल्लाह बाबू नाम के व्यक्ति खुद को इस मुसाफिरखाने का मालिक कहते हैं और यहां उन्हीं का हुक्म चलता है। आपको बता दें कि अब्दुल्लाह बाबू को अगर धार्मिक भूमाफिया कहा जाए तो गलत नही होगा।

शहर की जामा मस्जिद, अंजुमन इस्लामिया समेत दर्जनों वक्फ के।प्रमुख के पद पर इनका कब्ज़ा है। मुस्लिम समाज की भलाई के।लिए वक्फ की गई सैकड़ो एकड़ भूमि के मालिक बने हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार नगर मजिस्ट्रेट के न्यायालय से बेदखली हो जाने के बावजूद मुस्लिम मुसाफिरखाना अवैध रूप से संचालित हो रहा है। कुल मिलाकर मुस्लिम मुसाफिरखाना के नाम से यहां की कमाई एक खास व्यक्ति की जेब में जा रही है जिसका मुस्लिम समाज या मुस्लिम मुसाफिरों से कोई लेना देना नही है।

जिम्मेदार अधिकारी भी शायद इसीलिये सरकार बहादुर के नाम से नुजूल की इस जमीन पर बुलडोज़र चलवाना नही चाहते कि ये एक धर्म विशेष से जुड़ा है जबकि हकीकत बिल्कुल विपरीत है।

भूकंप से बचाव के लिए भूकंपरोधी निर्माण जरुरी- वेद

प्रकाश यादव

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जिलाधिकारी/नियंत्रक नागरिक सुरक्षा के आदेशानुसार एवं उपनियंत्रक सत्य प्रकाश सिंह एवं चीफ वार्डेन डॉ. संजीव गुलाटी के निर्देशन में कोतवाली प्रखण्ड के डिवीजनल वार्डेन विकास जालान के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन में नागरिक सुरक्षा विषयक गोष्ठी व प्रशिक्षण का आयोजन सरस्वती शिशु मन्दिर, पक्कीबाग में आयोजित किया गया।

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्यअतिथि वरिष्ठ उपनियंत्रक सहायक उपनियंत्रक वेद प्रकाश यादव ने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों से तत्काल निपटना, जनता की रक्षाकरना, आपदा से नष्ट या क्षतिग्रस्त हुए सेवाओं और सुविधाओं को बहाल करना नागरिक सुरक्षा का मुख्य कार्य है।

उन्होंने कहा कि आपदाओं की रोकथाम और शमन के लिए आवश्यक उपायों के नियोजन, आयोजन, समन्वय और कार्यान्वयन की सतत और एकीकृत प्रक्रिया आपदा प्रबंधन कहलाती है।

इसीक्रम में डिवीजनल वार्डेन कोतवाली विकास जालान ने कहा कि आपदाओं और उन पर संभावित सामुदायिक प्रतिक्रियाओं के बारे में जन जागरूकता फैलाने में अग्रणी भूमिका निभाना नागरिक सुरक्षा का मुख्य कार्य है।

इस दौरान छात्र-छात्राओं को नागरिक सुरक्षा प्राथमिक चिकित्सा, फायर फाइटिंग एवं भूकंप से बचाव का प्रशिक्षण हुआ। इस दौरान सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रधानाचार्य डॉ. राजेश सिंह, प्रथम सहायिका श्रीमती रुक्मिणी उपाध्याय, श्रीमती साधना श्रीवास्तव, आई.सी.ओ. कुमार आदर्श आनंद सहित छात्र -छात्राएं एवं विद्यालय के शिक्षक -शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व आभार ज्ञापन स्टाफ ऑफिसर श्रीमती साधना श्रीवास्तव ने किया।

टीबी से स्वस्थ हो चुके लोग नेटवर्क से जुड़ कर बन सकते हैं टीबी चैंपियन

गोरखपुर। टीबी से ठीक हो चुके लोग ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क से जुड़ कर टीबी चैंपियन बन समाज में पहचान बना सकते हैं । इन चैंपियन की टीबी उन्मूलन में काउंसिलिंग और जनजागरूकता के जरिये एक विशेष भूमिका है । इसी उद्देश्य से जिले में नेटवर्क बनाया गया है जिससे कोई भी ऐसा व्यक्ति स्वेच्छा से जुड़ सकता है जो टीबी से ठीक हो चुका हो ।ऐसे लोगों को टीबी सर्वाइवर कहते हैं । यह जानकारी जिला क्षय लोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने दी ।

डीटीओ ने बताया कि इस वर्ष ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क की तीन बैठकें हो चुकी हैं । बीते 25 नवम्बर को हुई तीसरी बैठक तक सात नये टीबी सर्वाइवर नेटवर्क से जुड़े हैं । यही सर्वाइवर जब प्रशिक्षण के बाद टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में योगदान देने लगते हैं तो इन्हें टीबी चैंपियन कहा जाता है ।

सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से इस समय बीस टीबी चैंपियन जिले में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें संस्था की मदद से कुछ प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है । जिले में नये टीबी चैंपियन भी ड्रिस्ट्रिक्ट नेटवर्क के जरिये चुने जाएंगे । गैर सरकारी सेवा वाले टीबी चैंपियन अगर नया टीबी मरीज खोजते हैं और जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो जाती है तो इन्फार्मेंट योजना के तहत 500 रुपये उनके खाते में देने का सरकारी प्रावधान भी है। टीबी चैंपियन को समुदाय में यह संदेश देना है कि नया टीबी मरीज मिलने पर जब उसका इलाज शुरू कर दिया जाता है तो वह तीन सप्ताह बाद किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित नहीं करता है।

मरीज को जानकारी के साथ दें संबल

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने टीबी चैंपियन और सर्वाइवर से कहा है कि वह लक्षणों के आधार पर लोगों को टीबी जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि दो सप्ताह तक खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, वजन घटने, भूख न लगने जैसे लक्षण दिखने पर टीबी जांच अवश्य कराएं । टीबी मरीज को अपना उदाहरण देकर समझाएं कि सम्पूर्ण इलाज से यह ठीक हो जाती है । उन्हें मानसिक संबल दें और मनोबल बढ़ाएं ।

नेटवर्क से जुड़ने के लिए करें सम्पर्क

डीटीओ ने बताया कि टीबी नेटवर्क से जुड़ने के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय के मोबाइल नंबर 9005159259 पर सम्पर्क कर सकते हैं । बीमारी की जांच व अन्य सुविधाओं की जानकारी के लिए पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र के मोबाइल नंबर 8299807923 पर सम्पर्क किया जा सकता है ।

गोरखपुर शहर में जिला क्षय रोग केंद्र पर कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक मिर्जा आफताब बेग से भी मदद ली जा सकती है ।

नेटवर्क से जुड़ कर नई जानकारी मिली

एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी (गैर संक्रामक) की दो बार मरीज रह चुकी 28 वर्षीय सुनिधि (काल्पनिक नाम) ने बताया कि संस्था द्वारा प्रेरित करने पर वह दो बार नेटवर्क की बैठक में आ चुकी हैं । उन्हें गले में गांठ वाली टीबी थी जो ठीक हो चुकी है। वह बैठकों से मिली जानकारी का प्रचार प्रसार कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें टीबी चैंपियन बनने का मौका मिलेगा।

जिले में टीबी की स्थिति (जनवरी से 23 नवम्बर तक)

उपचाराधीन ड्रग सेंसिटिव टीबी मरीज-8852

उपचाराधीन ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीज-367

गोद लिये जा चुके टीबी मरीज-2535

जिले में टीबी नोटिफिकेशन-107 फीसदी

गत वर्ष की उपचार सफलता दर-92 फीसदी

निक्षय पोषण योजना के लाभार्थी टीबी मरीज-8985

कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर गंगा स्नान एवं परिक्रमा के लिए अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु

खजनी गोरखपुर।देव माह कार्तिक के समापन और कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर क्षेत्र से बड़ी संख्या में आस्थावान श्रद्धालू गंगा स्नान के लिए विभिन्न तिर्थस्थलों पर गए। अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार अयोध्या, बडहलगंज,गोला,प्रयागराज आदि तिर्थस्थानों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा पर्व का बड़ा महत्व माना गया है।अयोध्या में 84 कोसीय परिक्रमा देव दीपावली और तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाता है।

इस अवसर पर लोग व्रत रहने के साथ ही गृहणियां अपने घरों में विधि विधान से चौके रंगोली आदि बना कर भगवान के आगमन की पारंपरिक रूप से पूजा करती हैं।आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने खाने और कार्तिक माह में तुलसी के वृक्ष को दीपक जलाने की परंपरा को शुभ एवं भाग्योदय तथा आरोग्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम कैंपस में सीसी रोड का किया लोकार्पण

गोरखपुर। जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम केंपस में पार्षद अजय राय द्वारा बनवाए गए सीसी रोड का हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला द्वारा लोकार्पण किया गया।

बता दे की अपने मूल निवास गोरखपुर में दो दिवसीय दौरे पर आए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से उनके आवास पर मिलने वालों का ताता लगा रहा।

वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी अपने सभी शुभचिंतको व स्थानीय लोगों से बारी बारी मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर नगर महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम कैंपस में सीसी रोड का किया लोकार्पण

गोरखपुर। जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम केंपस में पार्षद अजय राय द्वारा बनवाए गए सीसी रोड का हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला द्वारा लोकार्पण किया गया। बता दे की अपने मूल निवास गोरखपुर में दो दिवसीय दौरे पर आए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से उनके आवास पर मिलने वालों का ताता लगा रहा। वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी अपने सभी शुभचिंतको व स्थानीय लोगों से बारी बारी मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर नगर महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे

*कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर गंगा स्नान एवं परिक्रमा के लिए अयोध्या पहुंचे श्रद्धालू*

खजनी गोरखपुर।।

देव माह कार्तिक के समापन और कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर क्षेत्र से बड़ी संख्या में आस्थावान श्रद्धालू गंगा स्नान के लिए विभिन्न तिर्थस्थलों पर गए। अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार अयोध्या, बडहलगंज,गोला,प्रयागराज आदि तिर्थस्थानों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा पर्व का बड़ा महत्व माना गया है।अयोध्या में 84 कोसीय परिक्रमा देव दीपावली और तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाता है।

इस अवसर पर लोग व्रत रहने के साथ ही गृहणियां अपने घरों में विधि विधान से चौके रंगोली आदि बना कर भगवान के आगमन की पारंपरिक रूप से पूजा करती हैं।आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने खाने और कार्तिक माह में तुलसी के वृक्ष को दीपक जलाने की परंपरा को शुभ एवं भाग्योदय तथा आरोग्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।

*टीबी से स्वस्थ हो चुके लोग नेटवर्क से जुड़ कर बन सकते हैं टीबी चैंपियन*

जिला क्षय रोग अधिकारी ने ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क को मजबूत बनाने की अपील की

गोरखपुर, टीबी से ठीक हो चुके लोग ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क से जुड़ कर टीबी चैंपियन बन समाज में पहचान बना सकते हैं । इन चैंपियन की टीबी उन्मूलन में काउंसिलिंग और जनजागरूकता के जरिये एक विशेष भूमिका है । इसी उद्देश्य से जिले में नेटवर्क बनाया गया है जिससे कोई भी ऐसा व्यक्ति स्वेच्छा से जुड़ सकता है जो टीबी से ठीक हो चुका हो ।ऐसे लोगों को टीबी सर्वाइवर कहते हैं । यह जानकारी जिला क्षय लोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने दी ।

डीटीओ ने बताया कि इस वर्ष ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क की तीन बैठकें हो चुकी हैं । बीते 25 नवम्बर को हुई तीसरी बैठक तक सात नये टीबी सर्वाइवर नेटवर्क से जुड़े हैं । यही सर्वाइवर जब प्रशिक्षण के बाद टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में योगदान देने लगते हैं तो इन्हें टीबी चैंपियन कहा जाता है । सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से इस समय बीस टीबी चैंपियन जिले में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें संस्था की मदद से कुछ प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है । जिले में नये टीबी चैंपियन भी ड्रिस्ट्रिक्ट नेटवर्क के जरिये चुने जाएंगे । गैर सरकारी सेवा वाले टीबी चैंपियन अगर नया टीबी मरीज खोजते हैं और जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो जाती है तो इन्फार्मेंट योजना के तहत 500 रुपये उनके खाते में देने का सरकारी प्रावधान भी है। टीबी चैंपियन को समुदाय में यह संदेश देना है कि नया टीबी मरीज मिलने पर जब उसका इलाज शुरू कर दिया जाता है तो वह तीन सप्ताह बाद किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित नहीं करता है।

मरीज को जानकारी के साथ दें संबल

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने टीबी चैंपियन और सर्वाइवर से कहा है कि वह लक्षणों के आधार पर लोगों को टीबी जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि दो सप्ताह तक खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, वजन घटने, भूख न लगने जैसे लक्षण दिखने पर टीबी जांच अवश्य कराएं । टीबी मरीज को अपना उदाहरण देकर समझाएं कि सम्पूर्ण इलाज से यह ठीक हो जाती है । उन्हें मानसिक संबल दें और मनोबल बढ़ाएं ।

नेटवर्क से जुड़ने के लिए करें सम्पर्क

डीटीओ ने बताया कि टीबी नेटवर्क से जुड़ने के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय के मोबाइल नंबर 9005159259 पर सम्पर्क कर सकते हैं । बीमारी की जांच व अन्य सुविधाओं की जानकारी के लिए पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र के मोबाइल नंबर 8299807923 पर सम्पर्क किया जा सकता है । गोरखपुर शहर में जिला क्षय रोग केंद्र पर कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक मिर्जा आफताब बेग से भी मदद ली जा सकती है ।

नेटवर्क से जुड़ कर नई जानकारी मिली

एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी (गैर संक्रामक) की दो बार मरीज रह चुकी 28 वर्षीय सुनिधि (काल्पनिक नाम) ने बताया कि संस्था द्वारा प्रेरित करने पर वह दो बार नेटवर्क की बैठक में आ चुकी हैं । उन्हें गले में गांठ वाली टीबी थी जो ठीक हो चुकी है। वह बैठकों से मिली जानकारी का प्रचार प्रसार कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें टीबी चैंपियन बनने का मौका मिलेगा।

जिले में टीबी की स्थिति (जनवरी से 23 नवम्बर तक)

उपचाराधीन ड्रग सेंसिटिव टीबी मरीज-8852

उपचाराधीन ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीज-367

गोद लिये जा चुके टीबी मरीज-2535

जिले में टीबी नोटिफिकेशन-107 फीसदी

गत वर्ष की उपचार सफलता दर-92 फीसदी

निक्षय पोषण योजना के लाभार्थी टीबी मरीज-8985

*महालक्ष्मी आराधना से सर्वांगीण सुख- राघव ऋषि*

खजनी गोरखपुर।सम्पूर्ण भगवत में राधा शब्द का उल्लेख नहीं है क्योंकि वे शुकदेव जी की गुरु है। शुकदेव जी पूर्वजन्म में तोता थे भागवत में '' श्रीशुक उवाच ''लिखा है।

श्री का अर्थ है राधा। श्रीशुक में गुरु,शिष्य दोनों का नाम छिपा है केवल कृष्ण और शुकदेव का नाम के आगे ''श्री'' प्रयुक्त हुआ है जीव को सर्वांगीण सुख की प्राप्ति महालक्ष्मी आराधना से होती है।

ऋषि सेवा समिति,माल्हनपार के तत्वावधान में धोबौली गहरवार गांव में चल रही संगीतमयी भागवत कथा के छठवें दिन व्यास पीठ से राघव ऋषि ने कहा कि यह आराधना भगवान शिव द्वारा प्रणीत है। महालक्ष्मी के कुल आठ स्वरूप हैं। जिसमें एक स्वरूप इस मृत्युलोक के लिए निर्धारित है चार ग्रहों-बुध,बृहस्पति,शुक्र,व शनि का संचालन महालक्ष्मी करती हैं।

इसी आराधना को भगवान श्रीराम व कृष्ण ने किया। कथा प्रसंग बढ़ाते हुए ऋषि ने कहा कि रासलीला कामविजय लीला है। कथा आती है कि वेद की एक लाख ऋचाओं ने ब्रह्मा जी के पास जाकर मुक्त होने के लिए प्रार्थना की। ब्रह्मा जी ने अपने कमण्डल से जल निकालकर उनपर छिड़का तो सभी गोपी रूप में परिणित हो गईं। उन्हीं एक लाख ऋचा रूपी गोपियों ने भगवान से नृत्य सानिध्य प्राप्त किया। साधना से भगवान उनके वश में हैं अत: भगवान बीच से ही अन्तर्ध्यान हो गए।

प्रभु के विरह में गोपियों ने जो गीत गाया वह 'गोपीगीत' के रूप में है। जीव के विरह गीत ही गोपीगीत हैं। धर्मानुसार श्रमपूर्वक नीतिपूर्वक से प्राप्त धन महालक्ष्मी हैं। ऐसा धन हमेशा शुभ कार्यों में खर्च होगा। अलक्ष्मी-पापाचरण,अनीति से प्राप्त धन अलक्ष्मी हैं, और ऐसा धन विलासिता में ही बह जाएगा, और जीव को अशान्ति दे जाएगा।

हिरण्यकश्यपु,रावण,कंस,दुर्योधन, सिकन्दर,नौपोलियन,एडोल्फ हिटलर आदि इसके उदाहरण हैं। रुक्मिणी महालक्ष्मी ही हैं जो कि शिशुपाल को नहीं नारायण का वरण करती हैं। कथा के दौरान रुक्मिणी-विवाह में बड़ी धूमधाम से बारात आई और कन्यदान की परम्परा मुख्य यजमान नूरा देवी- नरेन्द् सिंह,धर्मेंद्र यादव,त्रिपुरारी सिंह,कन्हैया सिंह,सूर्यमणि तिवारी, दशरथ जायसवाल,उपेंद्र तिवारी,

सुरेंद्र जायसवाल, छांगुर गुप्ता, रामजीत सोनकर,घनश्याम सिंह सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य भक्तों ने प्रभु की भव्य आरती की।