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आयुष्मान भारत योजना के तहत मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बावजूद 600 लोगों की आँखे नही हुई ठीक,राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल


धनबाद : आयुष्मान भारत योजना के तहत मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बावजूद 600 लोगों के आंखों की रोशनी में सुधार नहीं हुआ. नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के निर्देश पर बीमा कंपनी ने मेडिकल ऑडिट करने के बाद झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी को इसकी जानकारी दी है.

फर्जी पैथोलॉजी रिपोर्ट के आधार पर ऑपरेशन के अलावा स्टेट सोसाइटी द्वारा फॉलो अप के प्रावधान को बदल दिया जाना मुख्य कारण माना जा रहा है.

नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के अनुसार, मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीजों का मेडिकल ऑडिट करने का प्रावधान है. 

इस प्रावधान के आलोक में बीमा कंपनी पर मरीजों का मेडिकल ऑडिट करने की बाध्यता है. बीमा कंपनियों द्वारा मेडिकल ऑडिट के लिए अस्पतालों द्वारा उपलब्ध कराये गये मरीजों के ब्योरे का इस्तेमाल किया जाता है. मेडिकल ऑडिट के दौरान बीमा कंपनियां मरीजों को फोन कर यह जानना चाहती हैं कि ऑपरेशन के बाद आंख की रोशनी बढ़ी है या नहीं.

ऑपरेशन के बाद कोई समस्या पैदा हुई है या नहीं. बीमा कंपनी द्वारा किये गये ऑडिट में 600 से अधिक लोगों ने ऑपरेशन के बावजूद आंख की रोशनी में सुधार नहीं होने की शिकायत की. कुछ मरीजों ने ऑपरेशन के बाद पहले के मुकाबले रोशनी कम होने के अलावा आंख में जलन होने की शिकायत की.

झारखंड में आयुष्मान भारत योजना तहत फर्जी मरीजों का किया जा रहा इलाज, जांच में हुआ खुलासा

गिरिडीह में 107 लोगों ने की शिकायत :

मेडिकल ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन के बाद इन मरीजों का इलाज रांची जिले के नयन सुख नेत्रालय, नयनदीप आइ हॉस्पिटल, एएसजी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, कौशल्या नेत्रालय, जेपी हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, श्रेष्ठ नेत्रालय सहित कुई अन्य अस्पतालों में हुआ है. ऑपरेशन के बावजूद रोशनी में सुधार नहीं होने की शिकायत के मामले में गिरिडीह जिला दूसरे नंबर पर है. इस जिले के 107 मरीजों ने आंख की रोशनी में सुधार नहीं होने की शिकायत की है.

 इन मरीजों का ऑपरेशन देवकी हॉस्पिटल, नेत्र धाम आइ हॉस्पिटल, श्री विश्वनाथ नर्सिंग होम, नवदीप नर्सिंग होम सहित आयुष्मान में सूचीबद्ध अन्य अस्पतालों मे हुआ है.

राजधानी रांची मे भी 22 मरीजों ने रोशनी में सुधार नहीं होने की शिकायत की है. इनका ऑपरेशन विजन हाउस आइ फाउंडेशन, श्रेष्ठ नेत्र चिकित्सालय प्राइवेट लिमिटेड सहित अन्य अस्पतालों में हुआ है. आयुष्मान भारत योजना में अस्पतालों को भुगतान के लिए निर्धारित प्रक्रिया में ऑपरेशन के बाद फॉलोअप का प्रावधान किया गया है. इसके तहत अस्पताल को ऑपरेशन करने के बाद भुगतान का दावा करने से पहले फॉलोअप की बाध्यता है. 

फॉलोअप में अस्पताल द्वारा मरीज की जांच कर यह देखा जाता है कि ऑपरेशन के बाद रौशनी में सुधार हुआ है या नहीं. या किसी तरह की दूसरी समस्या पैदा हुई है या नहीं.

 लेकिन झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी ने भुगतान के दावे के साथ अस्पताल द्वारा फॉलोअप करने से संबंधित रिपोर्ट की बाध्यता समाप्त कर दी है. इससे अब मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीज फॉलोअप नहीं हो रहा है.

जिला अनुसार मरीज

धनबाद 118

गिरिडीह 107

पाकुड़ 71

दुमका 40

जामताड़ा 38

बोकारो 33

देवघर 32

गोड्डा 30

चतरा 24

रांची 22

साहिबगंज 11

रामगढ़ 11

पू सिंहभूम 08

हजारीबाग 05

पलामू 03

लोहरदगा 02

प सिहभूम 01

सरायकेला 01

खूंटी 01

धनबाद के कतरास पास स्थित कांको का शंकर मठ है अध्यात्म का केंद्र ,यहां गीता और वेद भी पढ़ाया जाता है बच्चों को


धनबाद : कतरास के पास बना कांको शंकर मठ कई राज्यों के लोगों के लिए आस्था का प्रतीक है। यह धनबाद ही नहीं, दूसरे जिलों तथा राज्यों के लोगों के लिए भी पूजनीय स्थल। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।

पूजा करते हैं। मन्नत मांगते हैं। इस मठ की शाखा काशी, जबलपुर, दुर्गापुर और वीरभूम में है। मठ से देश-विदेश के हजारों लोग जुड़े हैं। इसके साथ ही कांको मठ शिक्षा का भी प्रमुख केंद्र है। यहां गुरुकुल परंपरा से संस्कृत की शिक्षा दी जाती है। रामायण, गीता, वेद-पुराण तथा अन्य पौराणिक ग्रंथें भी बच्चों को पढ़ाए जाते हैं। शिक्षा पूरी तरह निःशुल्क दी जाती है।

कांको शंकर मठ में झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल, यूपी, एमपी समेत अन्य राज्यों के लोग आते हैं। श्रद्धालुओं का आना सालोभर लगा रहता है। मठ में शिव, राधा-कृष्ण सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं। कांको मठ में आदि शंकराचार्य की मंदिर भी है। यह मंदिर भी लोगों के आस्था का केंद्र है।

1928 में हुई थी स्थापना :

37 एकड़ में फैले इस मठ की स्थापना 1928 में हुई थी। यह मठ राजगंज-कतरास फोर लेन पर स्थित है। मठ की स्थापना गुरु दंडी स्वामी जगन्नाथ ने की थी। वे लंबे समय तक मठ के प्रधान रहे। 1965 में उन्होंने समाधि ले ली। 1965 में स्वामी ऋषिकेश कांको मठ के प्रधान पद पर आसीन हुए। 48 वर्षों तक उन्होंने मठ की सेवा की। 2018 में उनके समाधि लेने के बाद दंडी स्वामी सुरेश्वर आश्रम कांको मठ के महंत बने। मठ के दोनों पूर्व महंतों को परिसर में ही समाधि दी गई है।

20 विद्यार्थी कर रहे पढ़ाई :

कांको मठ के महंत दंडी स्वामी सुरेश्वर जी महाराज ने बताया कि यहां हर वर्ग के लोग आते हैं। मठ में नि:शुल्क संस्कृत विद्यालय चल रहा है। जहां विशेष रूप वैदिक कर्मकांड का ज्ञान दिया जाता है। अन्य विषयों की जानकारी भी दी जाती है। इस विद्यालय में 20 विद्यार्थी हैं, जो यहां रहकर गुरु से शिक्षा ग्रहण करते हैं। इनके रहने-खाने और पढ़ने की निःशुल्क व्यवस्था मठ की ओर से की जाती है। श्रद्धालुओं द्वारा स्वेच्छा से दान किए गए पैसे से मठ को चलाया जाता है।

धनबाद पुलिस को मिली बड़ी सफलता, प्रिंस खान के चार गुर्गे गिरफ्तार


धनबाद : धनबाद पुलिस को मिली बड़ी सफलता मिली है। धनबाद के व्यावसायिक को रंगदारी के लिए गोलीबारी और बमबाजी कर धमकी देने वाला वाले 4 अपराधियों को धनबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास से आधा दर्जन आर्म्स के साथ 56 जिंदा कारतूस और 50 हजार रुपए नगद बरामद की गई है। 

यह जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने मंगलवार को प्रेस वार्ता आयोजन कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रिंस खान के नेक्सस को तोड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी। अनुसंधान के क्रम में पता चला कि मेजर खान के नाम पर चिट्ठी वायरल करने वाला प्रिंस खान का गुर्गा नसीम अंसारी पश्चिम बंगाल में रह रहा है और वहां से ही सारी घटना को अंजाम दे रहा था। 

वहीं विकास सिंह हथियार सप्लाई करता था। इसके अलावा राजू अंसारी व्यवसायों का नंबर इकट्ठा करता था। जिसे नसीम अंसारी को दिया जाता था और वह प्रिंस खान को भेज देता था। जहां से प्रिंस खान व्यवसाईयों को धमकी देता था। इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

एसएसपी ने बताया कि नसीम अंसारी खुद को मेजर खान बताकर व्यवसायों को धमकी देता था। इससे पहले वह जेल भी जा चुका है।8 साल से वह जेल में था फिलहाल पैरोल पर बाहर निकाला था। इसके बाद इस तरह का घटना को अंजाम दे रहा था।

उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में कुछ सफेदपोश लोग भी शामिल है। 

जिसे जांच चल रहा है। जिसमें कुछ फर्जी पत्रकार भी शामिल है। जो वायरल करने की धमकी देता था। ऐसे कई नाम सामने आ रहे हैं जिनकी अभी जांच की जा रही है। जिसके भी खिलाफ सबूत पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।

पकड़े गए अपराधियों में नसीम अंसारी नया मोहल्ला आसनसोल 

पश्चिम बंगाल में रहता था। लेकिन इसका स्थाई घर कतरास के छाताबाद का है।दूसरा अपराधी सद्दाम अंसारी जो नसीम का रिश्तेदार था और वह नसीम का सारा काम देखता था। यह गिरिडीह का रहने वाला है। वहीं तीसरा अपराधी राजू अंसारी धनबाद के जोगता का रहने वाला है। वहीं चौथा अपराधी विकास सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

धनबाद पुलिस को मिली बड़ी सफलता, प्रिंस खान के चार गुर्गे गिरफ्तार


धनबाद : धनबाद पुलिस को मिली बड़ी सफलता मिली है। धनबाद के व्यावसायिक को रंगदारी के लिए गोलीबारी और बमबाजी कर धमकी देने वाला वाले 4 अपराधियों को धनबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास से आधा दर्जन आर्म्स के साथ 56 जिंदा कारतूस और 50 हजार रुपए नगद बरामद की गई है। 

यह जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने मंगलवार को प्रेस वार्ता आयोजन कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रिंस खान के नेक्सस को तोड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी। अनुसंधान के क्रम में पता चला कि मेजर खान के नाम पर चिट्ठी वायरल करने वाला प्रिंस खान का गुर्गा नसीम अंसारी पश्चिम बंगाल में रह रहा है और वहां से ही सारी घटना को अंजाम दे रहा था। 

वहीं विकास सिंह हथियार सप्लाई करता था। इसके अलावा राजू अंसारी व्यवसायों का नंबर इकट्ठा करता था। जिसे नसीम अंसारी को दिया जाता था और वह प्रिंस खान को भेज देता था। जहां से प्रिंस खान व्यवसाईयों को धमकी देता था। इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

एसएसपी ने बताया कि नसीम अंसारी खुद को मेजर खान बताकर व्यवसायों को धमकी देता था। इससे पहले वह जेल भी जा चुका है।8 साल से वह जेल में था फिलहाल पैरोल पर बाहर निकाला था। इसके बाद इस तरह का घटना को अंजाम दे रहा था।

उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में कुछ सफेदपोश लोग भी शामिल है। 

जिसे जांच चल रहा है। जिसमें कुछ फर्जी पत्रकार भी शामिल है। जो वायरल करने की धमकी देता था। ऐसे कई नाम सामने आ रहे हैं जिनकी अभी जांच की जा रही है। जिसके भी खिलाफ सबूत पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।

पकड़े गए अपराधियों में नसीम अंसारी नया मोहल्ला आसनसोल 

पश्चिम बंगाल में रहता था। लेकिन इसका स्थाई घर कतरास के छाताबाद का है।दूसरा अपराधी सद्दाम अंसारी जो नसीम का रिश्तेदार था और वह नसीम का सारा काम देखता था। यह गिरिडीह का रहने वाला है। वहीं तीसरा अपराधी राजू अंसारी धनबाद के जोगता का रहने वाला है। वहीं चौथा अपराधी विकास सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

धनबाद: तेज बुखार से 3 लोगों की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने इस बुखार को मलेरिया या डेंगू मानने से किया इनकार

धनबाद : धनबाद में डेंगू के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। डेंगू की पहले मरीज की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने 9 सितंबर को की थी। 23 दिनों के अंदर अब तक 42 डेंगू के मरीजों की पुष्टि की गई है।

राहत की बात यह है कि इसमें 41 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं, जबकि एक संक्रमित मरीज निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है।

स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने जाकर मरीज की जांच की। मरीज की स्थिति फिलहाल ठीक है। इधर, उपायुक्त के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार विभिन्न इलाकों में कंटेनर सर्वे और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

800 मरीज की हुई मलेरिया जांच, नहीं मिले एक भी मरीज

बुखार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और टाइफाइड की जांच एक साथ की जा रही है। जिले में अब तक 23 दिनों के बीच 800 मरीजों की मलेरिया जांच की गई है। विभाग की माने तो इसमें एक भी मलेरिया का मरीज नहीं मिला है।

डेंगू मरीज मिलने के बाद सबसे ज्यादा संक्रामक वायरस फीवर को लेकर है। जिला वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार रमेश कुमार ने बताया कि मौसम में बदलाव और बरसात के कारण वायरस संक्रमण का असर सबसे ज्यादा रहा। लोग बुखार बदन दर्द से पीड़ित हुए। ऐसे में, लगातार बीमारियों की जांच की जा रही है।

तीन की हुई मौत, विभाग ने नहीं माना डेंगू का कारण

धनबाद में तीन लोगों की मौत तेज बुखार बदन दर्द समेत अन्य कर्म से हो गई, लेकिन तीनों मौत को स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू का कारण नहीं माना। महुदा के एक मरीज की मौत रिम्स रांची में हो गई। वहीं, झरिया में दो मरीजों की मौत हो गई।

स्वास्थ्य विभाग का कहना है इन मरीजों की मौत दूसरी बीमारियों की वजह से हुई है। हालांकि, अब बुखार से पीड़ित थे। विभाग का दावा है कि डेंगू के लक्षण नहीं मिले हैं।

जिले में डेंगू से मौत की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, जो भी मरीज मिल रहे हैं। वह स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं। इलाके में लगातार सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। -

शहर को स्वच्छ करने के लिए धनबाद के साहब ने झाड़ू तो उठा लिया ,लेकिन शहर में जलजमाव और उससे होने वाले वाले बीमारी का कब होगा इलाज़...?


धनबाद :(झा.डेस्क) पीएम मोदी के आह्वान पर 17 सितंबर से पुरे भारत में अधिकारी से लेकर भाजपा नेताओं ने शहर को स्वच्छ करने के लिए स्वछता अभियान चलाया। इस अभियान का समापन रविवार को हो गया।

 इस अभियान में इस मौके पर आम आदमी से लेकर खास तक ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए हाथों में झाड़ू थामकर सड़कों पर उतर पड़े।

जिस समय शहर के सांसद, विधायक, डीआरएम से लेकर नगर आयुक्त तक शहर में स्वच्छता अभियान चला रहे थे, ठीक उसी समय 500 मीटर की दूरी पर रानीबांध के समीप अधूरी सड़क पर भरे हुए बारिश के पानी लोग बाइक और स्कूटी से फिसल कर गिर रहे थे।

 इस सड़क से गुजरते हुए लोग कह रहे थे कि काश यहां भी कोई स्वच्छता अभियान चलाए।

पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश की वजह से रानीबांध के समीप सड़क पर तीन-चार फीट पानी भर गया है। 

आईआईटी की ओर वाली सड़क की स्थिति और खराब हो गई है। यहां हर दस मिनट में एक बाइक फंसकर गिर रही है। पथ निर्माण विभाग सड़क तो बना रहा है लेकिन आधी अधूरी सड़क में बारिश का पानी इसे खतरनाक बना दिया है। एक तरफ सड़क ऊंची की जा रही है। वह भी पूरी तरह से बनी नहीं है लेकिन लोग उसी से चढ़कर गाड़ी पार करने लगे।

कापासाड़ा आउट सोर्सिंग के बंगाल सीमा के निकट चाल धंसने की सूचना,गंभीर रूप से घायल को सहयोगी ले भागे ,ईसीएल अधिकारी बता रहे हैं अफवाह


धनबाद: कापासारा आउट सोर्सिंग क्षेत्र के बंगाल सीमा के क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन के दौरान चाल धंसी जिसमे तीन कोयला चोर गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें सहयोगियों द्वारा किसी गोपनीय स्थान पर इलाज कराने की सूचना है । घटना कल शाम सात बजे की बताई गई है । 

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज भी बुधवार को प्रतिदिन की भांति अवैध कोयला खनन करने वाले खदान में पंहुंचे , शाम सात बजे आवाज के साथ चाल धंस गई जिसमें तीन गंभीर रूप से घायल हो गए । घटनास्थल पर कोहराम मच गया। 

 सहयोगियों ने आनन फानन में युद्ध स्तर पर घायलों को निकाला और गोपनीय स्थान पर ले गए जंहा इलाज किया जा रहा है । चाल धसने से सड़क में दरारें पर गई है ,अभी तक ईसीएल के कोई अधिकारी घटनास्थल पर नही पंहुंचे हैं । जानकर सूत्र बताते हैं कि पिछले 30 जून से आउट सोर्सिंग प्रबन्धन कार्य बन्द कर दिया है ।

सूत्र के अनुसार अवैध खनन करने वाले स्थानीय लोंगों के साथ बंगाल से बुलाये गए लोग शामिल हैं । वैसे इस पूरे घटना की आधिकारिक पुष्टि नही की गई है।ईसीएल अधिकारी इसे अफवाह बता रहे है।

बोकारो सेक्टर -1 के सिटी सेंटर में मिलता है स्वादिष्ट समोसा चाट, स्‍वाद ऐसा कि चाटती रह जाएंगी आप की उंगलियां


बोकारो : बोकारो के सेक्टर 1 स्थित सिटी सेंटर में चटपटे चाट की दुकान लगती है. यहां की समोसा चाट लोगों के बीच खासा फेसम है. लोग इसे खाने बड़े चाव से आते हैं. चाट के शौकिन यहां जरूर पहुंचते हैं.चाट दुकान के संचालक सुमित ने कहा कि वह पिछले 6 सालों से यहां समोसा चाट के बिक्री कर रहे हैं और उनके दुकान पर खास सात आइटम के मिश्रण से जबरदस्त समोसा चाट तैयार की जाती है. जिसकी कीमत ₹40 रूपये है.

 वहीं, हाल्फ प्लेट समोसा चाट की कीमत 20 रुपये होती है। चाट एक ऐसा डिश है जिसका नाम सुनते मुंह में पानी आ जाता है. बोकारो के सेक्टर 1 स्थित सिटी सेंटर में चटपटे चाट की दुकान लगती है. यहां की समोसा चाट लोगों के बीच खासा फेसम है. लोग इसे खाने बड़े चाव से आते हैं. 

चाट के शौकिन यहां जरूर पहुंचते हैं.चाट दुकान के संचालक सुमित ने कहा कि वह पिछले 6 सालों से यहां समोसा चाट के बिक्री कर रहे हैं और उनके दुकान पर खास सात आइटम के मिश्रण से जबरदस्त समोसा चाट तैयार की जाती है. जिसकी कीमत ₹40 रूपये है. वहीं, हाल्फ प्लेट समोसा चाट की कीमत 20 रुपये है.

इस टेस्टी चाट को बनाने की विधि को लेकर सुमित ने कहा कि सबसे पहले खस्ता समोसा को तोड़कर गरमा गरम छोला डाला जाता फिर ऊपर से उबला आलू, मूंग दाल, टमाटर, प्याज, धनिया चटनी, पुदीना चटनी, मीठी चटनी, दही और पापड़ी डाला दिया जाता है.

 फिर ऊपर से विभिन्न मसाले डालकर समोसा चाट को तैयार करते हैं. अब इसे खाया या परोसा जा सकता है.

रोजाना 150 से 200 प्लेट की खपत

सुमित ने बताया कि उनके यहां रोजाना 150 से लेकर 200 प्लेट समोसा चाट की खपत होती है. दुकान रोजाना शाम 3:00 बजे से रात 10:00 बजे तक लगाते है. इस दौरान चाट खाने वालों के आने का सिलसिला जारी रहता है. लोग यहां खाने के साथ-साथ घर के लिए पैक भी कराते हैं.वहीं समोसा चाट खाने आए ग्राहक पिंटू ने कहा कि यहां की चटपटी समोसा चाट का स्वाद बेहद ही मजेदार होता है. वे 4 किमी की दूरी तय कर यहां इसका लुत्फ उठाने पहुंचते हैं. कई बाद रिश्तेदार व दोस्तों के साथ भी आते हैं.

बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार आईआईटी आईएसएम धनबाद के छात्रों से हुए रूबरू, संस्थान आने की जताई इच्छा

 धनबाद : अपनी अपकमिंग फिल्म मिशन रानीगंज को लेकर अभिनेता अक्षय कुमार ने आईआईटी आईएसएम धनबाद के छात्रों से ऑनलाइन बातचीत की. 

उन्होंने स्टूडेंट्स के सवाल का बखूबी जवाब भी दिया. बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार में संस्थान आने की इच्छा जताई है.

धनबाद: तीसरी लाइन निर्माण कार्य को लेकर12 ट्रेनें रहेंगी रद्द

धनबाद : रेल प्रशासन यात्री सुविधा बेहतर करने के लिए प्रयासरत है। इस दौरान विजयवाड़ा मंडल के बापटला रेलवे स्टेशन पर तीसरी लाइन निर्माण के लिए ब्लाक लिया जाएगा। इस दौरान दस स्पेशल ट्रेनें निरस्त रहेंगी।

इस दौरान केएसआर बेंगलूरु-दानापुर स्पेशल 02 व 09 अक्टूबर,

दानापुर -केएसआर बेंगलूरु स्पेशल - दानापुर से 04 एवं 11 अक्टूबर,

दानापुर-एसएमभीवी, बेंगलूरु स्पेशल - दानापुर से 03 अक्टूबर,

एसएमभीवी, बेंगलूरु-दानापुर स्पेशल - दानापुर से 05 अक्टूबर,

दानापुर-एसएमभीवी, बेंगलूरु स्पेशल - दानापुर से 28 सितम्बर एवं 05 अक्टूबर,

एसएमभीवी, बेंगलूरु-दानापुर स्पेशल - दानापुर से 30 सितम्बर एवं 07 अक्टूबर,

दानापुर-एसएमभीवी, बेंगलूरु स्पेशल - दानापुर से 04 अक्टूबर,

एसएमभीवी, बेंगलूरु-दानापुर स्पेशल - दानापुर से 29 सितम्बर एवं 06 अक्टूबर,

दानापुर-एसएमभीवी, बेंगलूरु स्पेशल - दानापुर से 29 सितम्बर व 06 अक्टूबर,

एसएमभीवी, बेंगलूरु-दानापुर स्पेशल - दानापुर से 01 एवं 08 अक्टूबर,

दानापुर-एसएमभीवी, बेंगलूरु स्पेशल - दानापुर से 01, 02, 08 एवं 09 अक्टूबर,

एसएमभीवी, बेंगलूरु-दानापुर स्पेशल - दानापुर से 03, 04, 10 एवं 11 अक्टूबर को रद्द रहेगी।

परिवर्तित मार्ग से चलाई जाने वाली ट्रेन : धनबाद से 02 से 10 अक्टूबर तक खुलने वाली धनबाद-एल्लेपी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग निडढ़वोलू-भीमवरम टाउन-गुडिवाडा-विजयवाड़ा के रास्ते चलाई जायेगी।