*जिले में 50 किमी के दायरे में बनेगा डबल सेफ्टी डिवाइडर*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में रेल खंड की पूर्वी-पश्चिमी सीमा में लगभग 50 किमी का दायरा शामिल होगा। वहीं वाराणसी से प्रयागराज तक कुल 120 किमी तक डबल सेफ्टी डिवाइडर बनाया जाएगा।
संयुक्त तकनीकी टीम ने एक सप्ताह पहले सर्वे पूरा कर वाराणसी रेल मंडल प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी है।
मुख्यालय गोरखपुर की स्वीकृति मिलने पर लगभग 50 करोड़ की लागत से डबल सेफ्टी डिवाइडर बनाया जाएगा।माधोसिंह-प्रयागराज रेल खंड दोहरीकरण-विद्युतीकरण परियोजना का लगभग 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इस रेलखंड पर हर दिन 25 जोड़ी के आसपास अप-डाउन ट्रेनें गुजरती हैं।
खास बात है कि इस रेलखंड से वंदेभारत जैसी महत्वपूर्ण ट्रेन भी रफ्तार भरती है। रेलखंड पर जिले की पूर्वी सीमा कटका से पश्चिमी सीमा अतरौरा हॉल्ट तक है। बीच में माधोसिंह, ज्ञानपुर रोड, अहिमनपुर, अलमऊ, सरायजगदीश, जंगीगंज हॉल्ट का क्षेत्र पूरी तरह से खुला है। जहां अक्सर दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ती रहती है।
कई बार ट्रैकों पर बेजुबान जानवरों के आने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। वहीं कई बार रेलखंड से गुजरने वाले वंदेभारत जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों पर पथराव इत्यादि की भी शिकायत मिलती है। ऐसे में रेलखंड पर डबल सेफ्टी डिवाइडर बनने से इस तरह की घटनाएं रुक सकेंगी।
वंदेभारत पर अक्सर होती है पथराव की घटना
माधोसिंह-प्रयागराज रेलखंड से होकर गुजरने वाले वंदेभारत एक्सप्रेस पर अक्सर पथराव का मामला सामने आता है। इसको लेकर रेलवे की ओर से एसआईबी व आरपीएफ की संयुक्त टीम का गठन हुआ है, जो वंदेभारत के अप-डाउन के दौरान सक्रिय रहती है।
लगभग चार माह पहले ऊंज मुंगरहा के पास रेलवे ट्रैक पर किसी अराजक तत्व ने लोहे की कुर्सी रख दी थी। इससे वंदेभारत दुर्घटनाग्रस्त होने से बची थी। इस मामले में आरपीएफ ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था।
Sep 05 2023, 15:23