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प्रदेश के पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी खबर : डयूटी के दौरान मौत होने पर परिजनों को मिलेगा अब इतने लाख अनुदान

राज्य के पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान मौत होने पर उनके परिजनों को तत्काल 25 लाख रुपये का आर्थिक अनुदान दिया जाएगा। इसके दायरे में बिहार पुलिस के सिपाही से लेकर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) स्तर के अधिकारी भी आएंगे। राशि चेक के माध्यम से या संबंधित व्यक्ति के बैंक खाता में सीधे भुगतान किया जाएगा।

बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजविंदर सिंह भट्टी की अध्यक्षता में संपन्न बिहार पुलिस केंद्रीय प्रशासी समिति की मंगलवार करे हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। 

पूर्व में ड्यूटी के दौरान मौत पर दो लाख रुपये का भुगतान किया जाता था। इस बात की जानकारी गुरुवार को सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कल्याण) विशाल शर्मा ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

समस्तीपुर के शहीद ओपी प्रभारी से राशि देने की शुरुआत

श्री शर्मा ने बताया कि प्रशासी समिति की बैठक में हुए निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। 25 लाख रुपये आर्थिक अनुदान देने की शुरुआत समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी थाना अध्यक्ष शहीद नंदकिशोर यादव के परिजनों को राशि देकर की जाएगी।

विश्वविद्यालय व कॉलेजों में छात्रों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य, राज्यपाल ने सभी कुलपतियों को भेजा निर्देश

डेस्क : विश्वविद्यालय व कॉलेजों में पठन-पाठन का बेहतर वातावरण निर्माण को लेकर शिक्षा विभाग और राजभवन की ओर से हाल के महीने में कई कदम उठाये गए हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर लगातार कॉलेजों और विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान सभी कॉलेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम मिल रही थी। पिछले दिनों उच्च शिक्षा की निदेशक रेखा कुमारी ने भी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया था। कॉलेजों में उपस्थिति की रिपोर्ट राजभवन को भी भेजी जा रही थी।

राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्रों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। राजभवन की ओर से इस बाबत बुधवार की रात सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को निर्देश जारी किए गए हैं। 75 प्रतिशत उपस्थिति नहीं होने पर विद्यार्थियों को परीक्षा फॉर्म भरने नहीं दिया जाएगा। उन्हें परीक्षा में किसी सूरत में शामिल होने का मौका नहीं मिलेगा।

छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालयों के स्तर से भी प्रयास शुरू किए गए हैं। फिर भी अधिकतर कॉलेजों में यह संतोषजनक नहीं है। इस बीच 75 फीसदी उपस्थिति नहीं होने के बावजूद विश्वविद्यालय और कॉलेजों में परीक्षा फॉर्म भराए जाने के मामले में सामने आ रहे थे। इसी वजह से राजभवन ने छात्रों की उपस्थिति को 75 प्रतिशत करने का निर्देश दिया गया है।

राजभवन ने 75 फीसदी उपस्थिति नहीं होने के बावजूद परीक्षा फॉर्म भरने की अनुमति देने पर नाराजगी जताई है। राजभवन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि ऐसी जानकारी मिल रही है कि कम उपस्थिति के बाद भी छात्र-छात्राओं का परीक्षा फॉर्म भरवा कर उन्हें परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। 

राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू की ओर से सभी कुलपतियों को लिखे गए पत्र में 75 प्रतिशत उपस्थिति को अनिवार्य करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा है कि उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम है तो परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म जमा नहीं कराएं। यदि कोई उचित कारण नहीं है तो ऐसे छात्रों को परीक्षा में शामिल होने की इजाजत न दें। राजभवन की ओर से विश्वविद्यालयों को इस आदेश का पालन हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा गया है।

प्रदेश के पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी खबर : डयूटी के दौरान मौत होने पर परिजनों को मिलेगा अब इतने लाख अनुदान

राज्य के पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान मौत होने पर उनके परिजनों को तत्काल 25 लाख रुपये का आर्थिक अनुदान दिया जाएगा। इसके दायरे में बिहार पुलिस के सिपाही से लेकर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) स्तर के अधिकारी भी आएंगे। राशि चेक के माध्यम से या संबंधित व्यक्ति के बैंक खाता में सीधे भुगतान किया जाएगा।

बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजविंदर सिंह भट्टी की अध्यक्षता में संपन्न बिहार पुलिस केंद्रीय प्रशासी समिति की मंगलवार करे हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। 

पूर्व में ड्यूटी के दौरान मौत पर दो लाख रुपये का भुगतान किया जाता था। इस बात की जानकारी गुरुवार को सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कल्याण) विशाल शर्मा ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

समस्तीपुर के शहीद ओपी प्रभारी से राशि देने की शुरुआत

श्री शर्मा ने बताया कि प्रशासी समिति की बैठक में हुए निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। 25 लाख रुपये आर्थिक अनुदान देने की शुरुआत समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी थाना अध्यक्ष शहीद नंदकिशोर यादव के परिजनों को राशि देकर की जाएगी।

शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में अभ्यर्थियों को रेलवे का तोहफा, उनकी सुविधा के लिए आज चला रहा 9 परीक्षा स्पेशल ट्रेन

डेस्क : बीपीएससी की ओर से आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के अभ्यर्थियों को रेलवे ने तोहफा दिया है। अभ्यर्थियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे ने नौ परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। 

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि अभ्यार्थियों को आवाजाही में दिक्कत न हो इसके लिए 25 अगस्त को पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 03221 पटना-आरा स्पेशल का परिचालन रद्द कर, इसे परीक्षा स्पेशल के रूप में पटना से बक्सर के लिए 1815 बजे चलाया जाएगा।

पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 03214 पटना-झाझा स्पेशल को रद्द कर, इसे परीक्षा स्पेशल के रूप में पटना से झाझा के लिए 1825 बजे चलाया जाएगा। वहीं 03280 पटना-मोकामा फास्ट पैसेंजर 18 बजे की जगह 1815 बजे खुलेगी। पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 13243 पटना-भभुआ रोड इंटरसिटी एक्सप्रेस 1745 बजे के बजाए 1815 बजे खुलेगी और गया तक सभी स्टेशनों पर रुकते हुए जाएगी। 

मुजफ्फरपुर से बेतिया के लिए 1830 बजे एक परीक्षा स्पेशल का परिचालन किया जायेगा। बेतिया से यह परीक्षा स्पेशल 2230 बजे मुजफ्फरपुर के लिए खुलेगी। सीतामढ़ी-बैरगनिया-रक्सौल-सिकटा के रास्ते दरभंगा से नरकटियागंज के लिए सुबह 8 बजे परीक्षा स्पेशल का परिचालन किया जाएगा, वहीं वापसी में यह नरकटियागंज से दरभंगा के लिए 18.00 बजे खुलेगी।

तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश से राजधानी पटना के कई इलाके जलमग्न, राज्य के इन 15 जिलों में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज और येलो

डेस्क : पिछले तीन दिनों से लगातर हो रही बारिश से राजधानी पटना पानी-पानी हो गया है। राजधानी पटना के वार्ड 47 और वार्ड 16 के कई मोहल्लों में जलजमाव हो गया है। यहां से पानी अभी तक नहीं निकल पाया है। महावीर कॉलोनी में पिछले दो दिनों से जलजमाव की समस्या है। यारपुर गर्दनीबाग रोड संख्या एक में भी पानी जमा है। जनता रोड, झुनझुन महल रोड में बारिश का पानी निकलने में समय लग रहा है।

वहीं पटना बाजार समिति में मूसलाधार बारिश के कारण जलजमाव हो गया। इस कारण फल मंडी के हिस्सों में पानी जमा होने से कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ा है। गुरुवार को केला मंडी में फलों की गाड़ियों की आवक 90 प्रतिशत तक प्रभावित हुई है।

इन जिलों में आज हो सकती है भारी बारिश

पटना सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में शुक्रवार को भी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 15 जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। लेकिन, पिछले तीन दिनों के मुकाबले शुक्रवार को कम बारिश की संभावना जताई गई है। वैसे, शनिवार से राज्य में फिर बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी।

गुरुवार को दरभंगा, किशनगंज व मुजफ्फरपुर में अत्यधिक बारिश हुई। पटना में भी गुरुवार को दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई। इस वजह से कई जगहों पर जलजमाव और भीषण जाम की स्थिति बनी रही। मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच पटना सहित 19 जिले के तापमान में वृद्धि और 11 में गिरावट दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 2.1 डिग्री की वृद्धि के साथ 31.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

दस वर्ष बाद अपने ससुराल पहुंचे लालू यादव अचानक रुठ गए, गाड़ी से उतरे भी नहीं, थोड़ी देर बाद साले ने हाथ जोड़ा तब गए घर के अंदर, पढ़िए,

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने विशेष अंदाज के लिए जाने जाते हैं। लालू यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ हाल ही में गोपालगंज जिले में स्थित अपने पैतृक गांव फुलवारिया गए। इस दौरान वे करीब 10 साल बाद सेलार कला गांव स्थित ससुराल भी पहुंचे। ससुराल आते ही लालू यादव ने तेवर भी दिखाना शुरू कर दिए। उन्हें गेट के बाहर कोई लेने नहीं आया तो रूठ गए। फिर जब घर के अंदर से साला आया और हाथ जोड़कर अंदर आने के लिए कहा, तब जाकर लालू ने गाड़ी से नीचे पैर रखा। 

दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप यादव मंगलवार को सेलार कला पहुंचे। करीब 10 साल बाद अपनी बेटी और दामाद को गांव में देखकर लोगों के चेहरे खिल उठे। उनके स्वागत के लिए ससुराल वाले घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जैसे ही लालू यादव वहां पहुंचे, घर के अंदर से महिलाएं आईं और राबड़ी देवी उनके साथ चली गईं। उनके साथ मंत्री तेजप्रताप यादव भी अंदर चले गए। मगर लालू प्रसाद यादव अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे।

तब पता चला कि लालू रूठे हैं क्योंकि उन्हें कोई लेने नहीं आया। फिर अंदर से लालू के चचेरे साले रमाकांत यादव आए और लालू से हाथ जोड़कर घर के अंदर आने के लिए कहा। इसके बाद आरजेडी सुप्रीमो गाड़ी से उतरे और अंदर गए। अपने चुटीले अंदाज को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले लालू प्रसाद यादव का ये तेवर भी लोगों को खूब पसंद आया।

जेडीयू ने 98 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का नाम नहीं

जेडीयू ने 98 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है। पूर्व में घोषित 32 पदाधिकारियों के अलावा कार्यकारिणी और पदेन सदस्यों को इसमें जगह दी गई है। कार्यकारिणी के पदाधिकारियों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के अलावा मगनी लाल मंडल को उपाध्यक्ष, केसी त्यागी को विशेष सलाहकार सह मुख्य प्रवक्ता और आलोक सुमन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। गौर करने वाली बात है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों की लिस्ट में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का नाम नहीं है।

जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 22 महासचिव और 7 सचिव शामिल हैं। मंत्री संजय झा महासचिव बनाए गए हैं। अन्य मंत्रियों में बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, लेसी सिंह, मदन सहनी, शीला मंडल, जयंत राज, सुनील कुमार, जमा खान और रत्नेश सदा को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। कुल 32 कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए हैं। इसमें वशिष्ठ नारायण सिंह, महेश्वर हजारी, रामबचन राय के अलावा मणिपुर के विधायक हाजी अब्दुल नासिर, नागालैंड के विधायक ज्वेंगा सेब भी शामिल हैं। कार्यकारिणी के पदेन सदस्यों में दस सांसदों के नाम हैं। 22 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश संयोजकों को भी कार्यकारिणी में जगह दी गई है। राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान के हस्ताक्षर से सूची जारी की गई है। 

पदाधिकारियों के नाम 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, विशेष सलाहकार केसी त्यागी, कोषाध्यक्ष आलोक कुमार सुमन। 

महासचिव

रामनाथ ठाकुर, अली अशरफ फातमी, संजय झा, गिरिधारी यादव, संतोष कुमार कुशवाहा, राम सेवक सिंह, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, दसई चौधरी, गुलाम रसूल बलियावी, आरपी मंडल, विजय कुमार मांझी, भगवान सिंह कुशवाहा, कहकशां परवीन, रामकुमार शर्मा, पूर्व विधायक राजीब रंजन, धनंजय सिंह, कमर आलम, कपिल हरिश्चंद्र पाटिल, आफाक अहमद खान, सुनील कुमार उर्फ इंजी० सुनील, हर्षवर्द्धन सिंह और राज सिंह मान।

सचिव

विद्या सागर निषाद, रवीन्द्र प्रसाद सिंह, राजीव रंजन प्रसाद, संजय वर्मा, अनूप पटेल, दयानंद राय, और संजय कुमार। 

कार्यकारिणी सदस्य

बशिष्ठ नारायण सिंह, बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, लेसी सिंह, मदन सहनी, शीला मंडल, जयन्त राज, सुनील कुमार, ज़मा खान, रत्नेश सदा, राम बचन राय, नरेंद्र नारायण यादव, महेश्वर हजारी, हारूण रशीद, हरपाल कौर, ललन कुमार सर्राफ, संजय कुमार सिंह 'गांधी, रणवीर नंदन, वीरेंद्र सिंह, गुलाम नबी डार, राम बिहारी सिंह, विनोद यादव, सुधा चौधरी, भगवत सिंह राजपूत, कृष्णनंदन वर्मा, शैलेश कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, सचू शेट्टी, अब्दुल नासिर और ज्वेंगा सेब।

पदेन सदस्य 

सुनील कुमार, सुनील कुमार पिंटू, दिलेश्वर कामत, दुलाल चंद गोस्वामी, दिनेश चन्द्र यादव, कविता सिंह, अजय कुमार मंडल, कौशलेन्द्र कुमार, महाबली सिंह, अनिल हेगड़े, रूही तागुंग, परेश नाथ, उमेश सिंह कुशवाहा, मातामणि तिवारी, शैलेन्द्र कुमार, जीएम शाह (शाहीन), खीरू महतो, सुधीरजी कोल्लारा, महिमा पटेल, केपी मोहम्मद सद्दीक, सूरज जायसवाल, बीरेन सिंह, शशांक राव, रॉबिनस टी. संगमा, सेनचुमो (एनएसएन) लोथा, चित्तरंजन मोहंती, आर. अरुमुगम, मालविन्द्र सिंह टेडी, नेयली मणि, पुरुषोत्तम रेड्डी, सत्येन्द्र पटेल और अमिताभ दत्ता।

सबसे बड़े परीक्षा केन्द्र बापू परिसर का सीएम नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन, एक साथ 16 हजार से अधिक परीक्षार्थी दे सकेंगे परीक्षा

डेस्क : आज बुधवार को पटना में बिहार के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र बापू परीक्षा परिसर का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया। वहीं उन्होंने परिसर में पौधारोपण भी किया। इस परीक्षा भवन में एक साथ 16 हजार से अधिक परीक्षार्थी ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे। 

सीएम नीतीश ने कहा कि बापू के नाम पर बने इस परीक्षा केंद्र में हर प्रकार की परीक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं हैं। यह देश में अपनी किस्म का एक विशेष परीक्षा केंद्र है। 

पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा परिसर पांच एकड़ में फैला है। वर्ष 2019 में परीक्षा भवन निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इसमें दो ब्लॉक बनाए गए हैं। दोनों ब्लॉक के टावर पांच मंजिला हैं। 

परीक्षा परिसर में मैट्रिक, इंटर के अलावा प्रतियोगी परीक्षाएं ली जाएंगी। यहां तीन ब्लॉक बनने थे लेकिन जमीन से जुड़े क़ानूनी विवाद के कारण अभी यहां सिर्फ दो ब्लॉक ही बना है।

परीक्षा भवन को अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया गया है। यहां सेंसर लाइट लगाई गई है। हॉल में या फिर किसी कमरे में जैसे ही कोई आएगा लाइट ऑन हो जाएगी। किसी के नहीं रहने पर लाइट खुद से ऑफ हो जाएंगी। यह एक प्रकार से बिजली की बचत में बड़ा सहयोग देगा। 

यहां कर्मचारियों के लिए 12 फ्लैट भी बनाए गए हैं। वहीं भविष्य में इसकी क्षमता बढ़ाकर 20 हजार कर दी जाएगी। इस दौरान शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद रहे।

पटना वासियों के लिए सावधान होने वाली खबर : शहर में बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप

डेस्क : राजधानी पटना वासियों के लिए एक सावधान हो जाने वाली खबर है। शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। पटना शहर में बीते मंगलवार को आठ नए डेंगू पीड़ित मिले। इनमें से तीन बाजार समिति, दो पाटलिपुत्रा कॉलोनी जबकि एक कंकड़बाग, एक फुलवारीशरीफ और एक दानापुर अंचल के आरपीएस मोड़ के पास आर्य समाज रोड के रहनेवाले हैं। 

इनमें से तीन मरीज पारस जबकि दो मेदांता में भर्ती हैं। ये पांचों दिल्ली, कोटा और कोलकाता से पटना आए थे। बाजार समिति इस बार भी डेंगू का हॉट स्पॉट बना हुआ है। पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में डेंगू मरीजों के लिए कुल 45 आरक्षित हैं। इनमें से किसी में अभी कोई मरीज भर्ती नहीं है।

इस बार दो निजी अस्पतालों में 17 मरीज भर्ती होकर इलाज करा चुके हैं। इनमें से पांच अभी भी भर्ती हैं। पारस तथा जयप्रभा मेदांता के वरीय डॉक्टर ने बताया कि इस बार भर्ती होनेवाले सभी मरीज बहुत तेज बुखार वाले लक्षण के साथ भर्ती हुए हैं। 

वहीं, पटना नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनूप शर्मा ने बताया कि पीड़ित के घर के आसपास सघन फॉगिंग हो रही है।

जातीय गणना के मामले पर जदयू 1 सितंबर से शुरू करेगा पोल खोल अभियान

डेस्क : जातीय गणना के मामले पर जदयू 1 सितंबर से पोल खोल अभियान शुरू करेगा। इस अभियान के तहत 1 से 5 सितंबर तक संध्या काल में बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस एवं कैंडल मार्च का आयोजन होगा। वहीं, 7 से 12 दिसंबर तक यह अभियान सभी प्रखंड मुख्यालयों में चलेगा। इस बात का एलान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर किया।

उन्होंने यह भी बताया कि 15 से 20 सितंबर तक जदयू के सभी स्तर के पदाधिकारी एवं सक्रिय साथी अपने-अपने घरों पर काला झंडा लगाकर भाजपा का विरोध करेंगे और उसके संविधान विरोधी चरित्र को उजागर करेंगे। 

ललन सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना को लेकर भाजपा का चेहरा अब खुलकर सामने आ गया है। जातीय गणना को रोकने के लिए सोमवार को जब भारत सरकार के सोलिसिटर जनरल सुप्रीम कोर्ट में खुलकर पक्ष रखने खड़े हो गए तो यह साबित हो गया कि भाजपा गरीब विरोधी, अतिपिछड़ा विरोधी, पिछड़ा विरोधी, दलित विरोधी और जन विरोधी पार्टी है। वोट लेने के समय प्रधानमंत्री मोदी जी अतिपिछड़ा बन जाते हैं लेकिन इस बार उनका चेहरा बेनकाब हो गया है। 

भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि 1 सितम्बर से भाजपा का पोल-खोल अभियान जदयू पार्टी का फैसला है। इसको समर्थन देने के लिए महागठबंधन के घटक दलों से भी बात होगी। 

वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मध्य प्रदेश में सरकार आने पर जाति आधारित गणना कराने के वादे पर ललन सिंह ने कहा कि बिहार में कराया जा रहा यह गणना पूरे देश की मांग हो गई है लेकिन केन्द्र की सरकार पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है।