*काल करने के बाद भी नहीं पहुंची एम्बुलेंस, लखनऊ के राजभवन के गेट के बाहर गर्भवती महिला का गर्भपात, नवजात की मौत*
लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अंदर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। राजधानी में राजभवन के गेट के बाहर एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा होने पर एम्बुलेंस को फोन किया गया लेकिन एंबुलेंस के न पहुंचने पर और गर्भवती की तबियत बिगड़ने पर महिलाओं ने चादर से घेरकर सड़क पर ही डिलीवरी कराई। इसमें नवजात की मौके पर ही मौत हो गई है। मामला सोशल मीडिया पर हाईलाइट होने पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मौके पर पहुंच गए। डिप्टी सीएम ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
बताया जा रहा है कि एक घंटे बाद पुलिस कर्मी एम्बुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद आनन-फानन में महिला और बच्चे को लेकर झलकारी बाई हजरतगंज हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया।वहीं मामले की सूचना पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक अपनी पत्नी नम्रता के साथ अस्पताल पहुंचे। उन्होंने ओटी रूम में पीड़ित महिला से मुलाकात की। उन्होंने कहा, साढ़े चार माह का गर्भ था, प्रीमैच्योर डिलीवरी हुई है। एम्बुलेंस आने में देरी होने पर जांच के आदेश दिए गए हैं। जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।इसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अपनी पत्नी के साथ पीड़ित पिता ब्रजेश को लेकर बैकुंठ धाम गए। यहां भ्रूण शव को दफनाया गया।
इस मामले को लेकर सपा नेता शिवपाल यादव ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था अपने लाख विज्ञापनों व दावों के बावजूद वेंटिलेटर पर है। एम्बुलेंस न मिलने पर रिक्शे से अस्पताल जा रही गर्भवती महिला को राज भवन के पास सड़क पर प्रसव के लिए मजबूर होना पड़े, तो यह पूरी व्यवस्था के लिए शर्मनाक व सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था की असल हकीकत है।कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा, उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है।
मुख्यमंत्री आवास के क्षेत्र में महिला को जब इलाज नहीं मिल पाया। 4 दिन से एडमिट होने का प्रयास कर रही थी, मजबूरन सड़क पर निकल रहे लोगों ने सड़क पर प्रसव करवाया। इससे शर्मनाक क्या होगा, लेकिन सरकार के लोग एसी में बैठकर झूठ पर झूठ बोले जा रहे कि सब ठीक है। पूरा विभाग भ्रष्टाचार में डूबा है।झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर मेडिकल टीम ने चादर से घेरकर महिला की डिलीवरी कराई। महिला पति के साथ हजरत निजामुद्दीन से दमोह जा रही थी। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर दोनों झांसी में उतर गए। महिला को दर्द से कराहता देखकर वेंडर तनवीर ने ट्वीट कर रेल मंत्रालय से मदद मांगी। ट्वीट करने के महज 20 मिनट बाद मेडिकल टीम मौके पर पहुंच गई।
Aug 13 2023, 16:55