पुलिसिया लाठीचार्ज और भाजपा नेता की मौत को लेकर राज्यपाल से मिले एनडीए के नेता, ज्ञापन सौंप पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की
डेस्क : बीते गुरुवार को राजधानी पटना में भाजपा नेताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज एनडीए के नेताओं ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेंकर को ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से प्रिंस राज शामिल थे।
ज्ञापन के माध्यम से नेताओं ने कहा है की हम आपका ध्यान दिनांक 13.07.2023 को भाजपा द्वारा बिहार विधानसभा मार्च के दौरान शांतिपूर्ण जुलूस पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की ओर आकृष्ट करना चाहते है, जिसमें भाजपा के जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मृत्यु भी हो गई।
कहा गया है की गाँधी मैदान से निकले बिहार विधानसभा मार्च जुलूस में भाजपा के सांसद, विधायक, विधान पार्षद सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष भी शामिल थे। ये सभी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्ण ढंग से मार्च कर रहे थे। डाकबंगला चौराहा पहुंचने से पहले पुलिस ने एकाएक शांतिपूर्ण जुलूस पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया। इसके फलस्वरूप सैकड़ों कार्यकर्ताओं, सांसदों एवं विधायकों को गंभीर चोट आई और वे पटना के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है। इसी क्रम भाजपा के जहानाबाद जिला के महामंत्री विजय कुमार सिंह की मृत्यु भी हो गई। कई कार्यकर्ताओं की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
भारतीय जनता पार्टी ने चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का इस्तीफा, सरकार के द्वारा 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा और शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने हेतु कई दिन पूर्व विधान सभा मार्च का निर्णय लिया था। इसी क्रम में 13.07.2023 को जुलूस निकाला गया था। सरकार ने शांतिपूर्ण जुलूस पर बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज कराकर लोकतंत्र की हत्या की है और संविधान का अपमान किया है।
ज्ञापन में कहा गया है की आप अवगत है कि राज्य में प्रशासनिक अराजकता चरम पर है। हत्या लूट, अपहरण की घटनायें रोज हो रही है। सरकार के संरक्षण में शराबबंदी के बावजूद शराब खुलेआम बेचा जा रहा है। अवैध बालू का खनन कर सत्ता पक्ष अपना चुनावी धन इकटठा कर रहा है। सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार से आम जन परेशान है। सरकार की सभी नितियाँ असफल हो गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी है। उनके गठबंधन के साथी उपमुख्यमंत्री चार्जशीटेड हैं, उन्हीं को हटाने के लिए मार्च आयोजित था । इन्हीं दोनों के इशारे पर पुलिस एवं प्रशासन द्वारा बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बेहद निराशाजनक एवं दुखद है। हमारी मांग है कि पुलिस की बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज एवं विजय कुमार सिंह की हत्या की जिम्मेदारी तय करने के बजाय राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन इस हत्याकांड की लीपापोती करने में लगी है। अतः इस काण्ड की जांच पटना उच्च न्यायालय के सीटिंग जज या सी०बी०आई० द्वारा करवाने का आदेश देने की कृपा की जाय।
Jul 18 2023, 09:44