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*सीएम योगी बोले, वर्तमान में सेफ सिटी परियोजना महिलाओं की सुरक्षा पर केन्द्रित, हमें इसे विस्तार देते हुए बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजन की सुर


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर सेफ सिटी परियोजना के कार्यां की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में क्रियान्वित सेफ सिटी परियोजना के विस्तार की कार्ययोजना का अवलोकन किया। उन्होंने नगर निगम मुख्यालय वाले सभी शहरों तथा जनपद गौतमबुद्धनगर मुख्यालय को सेफ सिटी के रूप में अपडेट करने के सम्बन्ध में निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा और उनके विकास के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। इस दिशा में विगत 06 वर्षां में किए गए प्रयासों के आशातीत परिणाम मिले हैं।

आज प्रदेश में हर महिला, हर व्यापारी सुरक्षित है। लोगों में अपनी सुरक्षा के प्रति एक विश्वास है। यह विश्वास सतत बना रहे, इसके लिए हमें अलर्ट मोड में रहना होगा।

सीएम ने कहा कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन सुनिश्चित करने के संकल्प की पूर्ति में ‘सेफ सिटी परियोजना’ अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। प्रदेश में इस परियोजना के माध्यम से लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अन्तर्गत मॉडर्न कण्ट्रोल रूम, पिंक पुलिस बूथ, आशा ज्योति केन्द्र, सीसीटीवी कैमरे, महिला थानों में परामर्शदाताओं के लिए हेल्प डेस्क, बसों में पैनिक बटन व अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने में सहायता मिली है। अब हमें इसे और विस्तार देना होगा।

सीएम ने निर्देशित किया कि अन्तर्विभागीय समन्वय और कन्वर्जेंस के माध्यम से वित्तीय प्रबन्धन करते हुए प्रथम चरण में सभी 17 नगर निगमों और गौतमबुद्धनगर को सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जाए। दूसरे चरण में 57 जनपद मुख्यालयों की नगर पालिका परिषदों और फिर तीसरे चरण में 143 नगर पालिका परिषदों को सेफ सिटी परियोजना से जोड़ा जाए। ऐसे सभी नगरों के प्रवेश द्वार पर सेफ सिटी का बोर्ड लगा कर इसकी विशिष्ट ब्राण्डिंग भी की जाए। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश सर्वाधिक सेफ सिटीज़ वाला देश पहला राज्य हो सकेगा। सेफ सिटी परियोजना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हमें आगामी ती माह की अवधि में प्रथम चरण का कार्य पूरा करना होगा। सम्बन्धित विभाग को दी गई जिम्मेदारी तय समय-सीमा में पूरी की जाएं। मुख्य सचिव द्वारा सेफ सिटी के कार्यां की प्रगति की पाक्षिक समीक्षा की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में सेफ सिटी परियोजना महिलाओं की सुरक्षा पर केन्द्रित है। हमें इसे विस्तार देते हुए बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजन की सुरक्षा से भी जोड़ना चाहिए। सेफ सिटी के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगजन के लिए एक सुरक्षित, संरक्षित एवं सशक्त वातावरण बनाने की मुहिम को आवश्यक तेजी मिलेगी। स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत स्थापित इण्टीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम से शहरों की सुरक्षा व्यवस्था स्मार्ट हुई है। व्यापारियों का सहयोग लेकर शहर में अधिकाधिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि प्रदेश के सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इसके सम्बन्ध में एक स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार करें। यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के साथ कराया जाए। थानों में जहां जनसुनवाई होती हो, वहां कैमरे जरूर लगें। सभी कैमरों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। प्रत्येक माह में एक बार जनपद स्तर पर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगजन के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करें। उनकी समस्याएं सुनें, यथोचित समाधान करें। सफल महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगजन की पहचान कर उन्हें रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें। यह प्रयास अन्य लोगों के लिए प्रेरक होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी/एनएसएस स्वयंसेविकाओं को सेफ सिटी स्वयंसेवी के रूप में दायित्व सौंपा जाना चाहिए। इन स्वयंसेविकाओं को निकटतम पिंक बूथ के सम्पर्क में रखा जाना चाहिए। विशेष परिस्थितियों में इन स्वयंसेविकाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। दिव्यांगजन के लिए साइनेज आदि पर ब्रेल लिपि में सूचनाएं लिखी जानी चाहिए। मेट्रो रेल में दिव्यांगजन के लिए अनेक सुविधाजनक प्रबन्ध हैं। ऐसे ही प्रयास सभी सार्वजनिक स्थानों पर किए जाने चाहिए। विक्षिप्त व्यक्तियों अथवा भिक्षावृत्ति कर रहे लोगों के व्यवस्थित पुनर्वास के लिए समाज कल्याण विभाग और नगर विकास विभाग मिलकर कार्य करें। अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही हैं, उन्हें जोड़ें और उनका आवश्यक सहयोग करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सेफ सिटी की परिकल्पना को साकार करने के लिए सार्वजनिक परिवहन वाले वाहन चालकों का सत्यापन आवश्यक है। ऐसे में, टैक्सी, ई-रिक्शा, ऑटो, टेम्पो आदि वाहन चालकों का विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए। नगर विकास विभाग और परिवहन विभाग मिलकर सभी नगरों में ई-रिक्शा के लिए रूट तय करें। यह सुनिश्चित करें कि तय सीमा से अधिक सवारी न बैठायी जाए। नगरों में निवासरत किरायेदारों के बारे में भी निकटतम थाने के पास पूरी जानकारी जरूर हो।

सेफ सिटी पोर्टल का भी विकास करें। इससे ऐसे सभी विभागों को जोड़ा जाए, जिनके द्वारा महिला, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के हित में कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सड़क किनारे प्रचार-प्रसार के लिए लगे होर्डिंग स्टैण्ड/यूनिपोल आदि को ‘स्मार्ट सिटी’ की तर्ज पर व्यवस्थित किया जाए। एक प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर सभी नगरों में डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएं। अवैध होर्डिंग स्टैण्ड कतई न हों, इन्हें तत्काल हटाया जाए। यह आधुनिक डिस्प्ले स्थानीय निकायों के लिए राजस्व संग्रह का साधन भी बनेंगे।

*डॉक्टरों के एक शिष्टमंडल ने किया विधानसभा का दौरा, बोले- यहां आने के बाद यूपी विधानसभा के प्रति हम सबकी पूरी तरह से धारणा बदल गयी*


लखनऊ। देश में अपनी अनूठी पहचान बना रही उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज डाक्टरों के एक शिष्टमंडल ने अपने भ्रमण के दौरान इसकी बनावट और इसके बदलते स्वरूप की जमकर सराहना की। इस मौके पर डाक्टरों ने कहा, यहां आने के बाद यूपी विधानसभा के प्रति हम सबकी पूरी तरह से धारणा बदल गयी है। अब हम गर्व से कह सकते हैं कि यूपी विधानसभा अन्य राज्यों से बेहतर है।

कार्यक्रम के संयोजक डा ऋषि शुक्ला ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने जब इस बात की जानकारी उन्हें दी कि उनकी विधानसभा में एक से बढ़कर एक शिक्षित विधायक है। जिनमें डाक्टर, इंजीनियर, एमबीए, पीएचडी, विधि स्नातकों के अलावा प्रशासनिक सेवा से जुडे़ रहे विधायक भी हैं। तो हम लोगों को बड़ा अचरज हुआ। इसके बाद राजनीति के प्रति जो अब तक मन में भाव था, वह यहां आने के बाद पूरी तरह बदल गया। उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा को अब तक टेलीविजन पर ही देखा था पर यहां आने के बाद जब इसके गौरवशाली इतिहास और इसके आधुनिक स्वरूप को देखा तो हम सब को बेहद गर्व का अनुभव हुआ है कि विधानसभा में ऐतिहासिकता के साथ तकनीक का भी सम्मिश्रण है।

डा शुक्ला ने कहा कि व्यावसायिक व्यस्तता के कारण हम लोग अब तक यह समझते थे कि विधानसभा अध्यक्ष एक दल विशेष का होता है लेकिन यहां देखा कि सतीश महाना के हर एक दल के विधायक से आत्मीय सम्बन्ध हैं। श्री महाना ने उन्हें बताया कि यह विधानसभा प्रदेश के 25 करोड़ नागरिकों की विधानसभा है और सभी 403 विधायक हमारे अपने विधायक हैं।

इस मौके पर डा बृजमोहन ने कहा कि उत्तर प्रदेश रिसर्च सोसाइटी फार स्टडी आफ डायबटीज ने एक रिसर्च किया है। जिसके आधार पर डायबटीज के बढते असर को रोका जा सकता है। इसमें सरकार के सहयोग की आवश्यकता है। विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने इस रिपोर्ट के आधार पर उन्हें राज्य सरकार की तरफ से सोसाइटी को सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया है। इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष ने उनसे एक प्रपोजल की मांग की है।

इस अवसर पर कानपुर से आई डा. संगीता शुक्ला ने कहा कि उन्होंने यहां पर हेलीकाप्टर राइडिंग करने के साथ ही लाइट एंड साउंड सिस्टम देखा। साथ ही सेल्फी प्वाइंट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सेल्फी फोटो भी खिचवाई।डाक्टरों के इस दल में सोसाइटी के अध्यक्ष डा मनोज श्रीवास्तव, सचिव डा. अनुज महेश्वरी, डा एके तिवारी, पूर्व सचिव डा नरसिंह वर्मा वाराणसी से आए पदमश्री डा. कमलाकर त्रिपाठी, डा. अनुभा वर्मा, डा. साजिद अंसारी, गोरखपुर के डा. आलोक गुप्ता,नोएडा के डा. सौरभ श्रीवास्तव व डा. अमित गुप्ता डा. रत्ना भाटिया और डा. शरद वर्मा शामिल थे।

डाक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार जताते हुए कहा कि आपकी प्रेरणा से आज हम लोगों को उत्तर प्रदेश विधानसभा का भ्रमण करने का सुअवसर मिला। इसके लिए हम सब आपके आभारी हैं।आये हुए प्रतिनिधिमंडल के भ्रमण के दौरान विधान सभा के प्रमुख सचिव, प्रदीप कुमार दुबे सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे ।

*उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली सांस्कृतिक दल को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर 51 हजार, 21 हजार तथा 11 हजार की धनराशि दी जायेगी*


लखनऊ। प्रदेश की ग्राम पंचायतों को वादयंत्र उपलब्ध कराये जाने हेतु तैयार की गई कार्ययोजना के तहत एक सेट वाद्ययंत्र के क्रय हेतु 30 हजार रूपये की धनराशि दी जायेगी।

इन वाद्ययंत्रों का उपयोग प्रदेश के सांस्कृतिक उन्नयन, सांस्कृतिक विरासत का रक्षण, पर्यटन संवर्द्धन, स्वच्छ भारत मिशन, सर्वशिक्षा अभियान, महिला सशक्तिकरण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ तथा ग्रामीण संस्कृति को अच्छुण रखने एवं सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए उपयोग किया जायेगा।

यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण करने वाले दल को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान धारक को पुरस्कृत किया जायेगा। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दल को 51 हजार, द्वितीय को 21 हजार तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले दल को 11 हजार रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जायेगी।

इन टीमों के चयन हेतु एक प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी तथा पुरस्कारों के चयन हेतु एक समिति का गठन किया जायेगा जो पुरस्कारों के लिए समस्त कार्यवाही पूर्ण करेगी।

जयवीर सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी/जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद उप्र की संस्तुति के क्रम में सराहनीय प्रस्तुतीकरण देने वाले टीम को यह पुरस्कार दिया जायेगा।

पुरस्कार के लिए गठित समिति में निदेशक संस्कृति निदेशालय उप्र अध्यक्ष, वित्त नियंत्रक संस्कृति निदेशालय उप्र सदस्य, जिला सूचना अधिकारी लखनऊ सदस्य तथा निदेशक संस्कृति द्वारा नामित सहायक निदेशक संस्कृति सदस्य/सचिव होंगे। उन्होंने बताया कि लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग से जोड़ने से लोक कलाओं का संवर्द्धन एवं लोक विरासत का संरक्षण भी होगा और कलाकारो को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी प्राप्त होगा।

*किसानों के जीवन में खुशहाली की राह खोलेगा डिजिटल क्रॉप सर्वे : कृषि मंत्री*


लखनऊ। एग्री स्टेक (डिजिटल एग्रीकल्चर पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के अंतर्गत डिजिटल क्रॉप सर्वे की पड़ताल के कार्य को संपादित कराने हेतु जनपद एवं तहसील स्तर के चयनित मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि एवं राजस्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कृषि भवन के सभागार में आयोजित किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में माननीय कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सूर्य प्रताप शाही बतौर मुख्य अतिथि तथा कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह ओलख विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि डिजिटल क्रॉप सर्वे में मास्टर ट्रेनर्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रॉप सर्वे किसानों के जीवन में खुशहाली की नई राह खोलेगा। डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से फसलों के जो आंकडे़ प्राप्त होंगे, उससे प्रदेश के कृषकों के लिए योजना बनाने में बहुत सुविधा प्राप्त होगी।

इन आंकड़ों के आधार पर किसानों के लिए आवश्यक और उपयोगी योजनाओं को तैयार किया जा सकेगा, जो कृषकों के लिए लाभकारी होगा।

इसके अतिरिक्त डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से प्राप्त होने वाले आंकड़ों से जहां एक और कृषकों को लाभ प्राप्त होगा, वहीं सरकार और उपभोक्ता सभी इससे लाभान्वित होंगे। डिजिटल क्रॉप सर्वे के इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री महोदय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तर प्रदेश के विकास पर विशेष ध्यान है। देश के 12 राज्य, जहां डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य पायलट बेस पर किया जा रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश को भी चुना गया है।

कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कार्यक्रम में आए प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उन्हें निर्देशित किया कि यहां बताई गई बातों को ठीक प्रकार से समझकर जनपद में सभी सर्वेयर, सुपरवाईजर एवं वैरीफायर्स को ठीक प्रकार से प्रशिक्षण प्रदान करें, जिससे डिजिटल क्रॉप सर्वे का यह अभियान अपनी सफलता प्राप्त कर सके।

अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने एग्री स्टेक के महत्व को समझाते हुए इससे होने वाले लाभ विस्तार से बताए। उन्होंने कहा कि एग्री स्टेक एक डिजिटल फाउंडेशन है जो भारत में कृषि में सुधार के लिए विभिन्न हितधारकों को आसानी से एक साथ लाने और डेटा और डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके किसानों के लिए बेहतर योजनाओं का नियोजन, सेवाओं तक कृषकों की सुगम पहुँच सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा स्थापित किया जा रहा। एग्री स्टेक का निर्माण कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राज्य के साथ मिलकर किया जा रहा है।

एग्री स्टेक का उद्देश्य किसानों के लिए सस्ता ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट स्थानीयकृत और विशिष्ट लक्षित सलाह और बाजारों तक सुविधाजनक पहुंच प्राप्त करना आसान बनाना है। विभिन्न हितधारकों द्वारा विभिन्न किसान और कृषि केंद्रित लाभदायी योजनाओं की योजना बनाना और उन्हें लागू करने की प्रक्रिया को आसान बनाना है। एबी स्टेक की स्थापना के प्रारंभिक चरण में तीन बुनियादी रजिस्ट्री अभिलेखों के डायनेमिक लिंकिंग के साथ किसानों का डेटाबेस (फार्मर रजिस्ट्री), भू संदर्भित ग्राम मानचित्र (जिओ रेफरेन्स विलेज मैप), जीआईएस बेस रियल टाइम क्रॉप सर्वे क्रॉप सोन रजिस्ट्री शामिल हैं।

इस अवसर पर कृषकों को मिलने वाले लाभ के बारे में बताया गया कि कृषकों को उनके खेत में बोई गई। वास्तविक फसल के उत्पाद बिक्री हेतु अपने अभिलेख का सत्यापन कराने के मुक्ति मिल जाएगी, जिससे कृषक के फसल उत्पाद की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पादन का खरीद में सरलीकरण हो जायेगा। फसल नुकसान की स्थिति में कृषक को वास्तविक क्षति का मुआवजा प्राप्ति में सरलीकरण हो जाएगा। समय-समय पर किसानों को उनके फसल विशेष के लिए लक्षित फसल सलाह प्रदान की जा सकेगी। बोई गई फसल के वास्तविक उपज के आंकलन हेतु मोबाइल एप के माध्यम से क्रॉप कटाई एक्सपेरिमेंट (सीसीई) का प्रभावी क्रियान्वयन संभव हो सकेगा।

आपदा के दौरान फसल नुकसान होने पर राहत / अनुदान का समयबद्ध सर्वेक्षण तथा राहत वितरण संभव हो सकेगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश मनीषा त्रिघाटिया के द्वारा बताया गया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश को सम्मिलित करते हुए देश के 12 राज्यों में डिजिटल क्रॉप सर्वे (एग्री स्टेक) अर्थात मोबाइल एप के माध्यम से खसरा पड़ताल (ई-पड़तालों का कार्य पायलट आधार पर कराया जा रहा है। डिजिटल क्रॉप सर्वे हेतु भारत सरकार द्वारा तैयार किये गए एग्री स्टेक मोबाइल एप के प्रूफ ऑफ कांसेप्ट का सफल परीक्षण कृषि एवं राजस्व विभाग के सयुंक्त नेतृत्व में अमेठी जनपद की तिलोई तहसील के सराय माथी ग्राम में जून 2023 को किया गया था।

कर्नाटक सरकार से हाय प्रोजेक्ट डायरेक्टर शकील अहमद द्वारा इस प्रशिक्षण को संपादित करने की तकनीकी पहलुओं को रेखांकित करते हुए सर्वेक्षण कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सचिव कृषि राजशेखर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त टीकेसींबू, कृषि निदेशक विवेक कुमार सिंह, आईटी कंसलटेंट सरिता तिरुमला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

*ओवरा में डीके नाम से आठ सौ मेगावाट के लगेंगे दो पावर प्लांट, योगी कैबिनेट ने दी मंजूरी, आने वाले दिनों में यूपी के लोगों को मिलेगी सस्ती बिजली*


लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लखनऊ के लोकभवन में हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में सोनभद्र में ओबरा डी नाम से 800 मेगावाट के दो पावर प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है जिसमें यूपी सरकार और एनटीपीसी की 50-50 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। इस परियोजना का पहला यूनिट पांच महीने और दूसरी यूनिट 6 महीने में बनकर तैयार हो जाएगी।इसमें सत्तर प्रतिशत बैंक से लोन लेकर तैयार किया जाएगा। जिसमें कुल 17985 करोड़ रुपये की लागत आएगी। बताया जा रहा है कि प्लांट लगने के बाद एक रुपये प्रति यूनिट सस्ती बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी। इस प्रकार से योगी कैबिनेट में कुल 17 प्रस्ताव पास हुए हैं।

इन बड़े कार्यों के लिए कैबिनेट की मिली मंजूरी

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि बैठक में रामपुर में रामपुर-शाहबाद-बाजपुर मार्ग पर कुल 57. 592 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण और सुंदरीकरण का प्रस्ताव मंजूर किया गया है। मां विध्यवासिनी कॉरिडोर में विस्तारीकरण, सुंदरीकरण योजना के तहत पार्सल 1, 2, 2A 3, 3ए, 4, 5 में जनसुविधा के निर्माण के लिए अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण एवं निर्मित भवनों के ध्वस्तीकरण, मलबा निस्तारण का प्रस्ताव मंजूर किया गया है। रानीपुर टाइगर रिजर्व चित्रकूट के निकट पर्यटन विकास के लिए भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव मंजूर किया गया है। भारत सरकार द्वारा ०मिशन वात्सल्य योजना (पूर्व नाम बाल संरक्षण योजना) की नवीन गाइडलाइन को अंगीकार करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है।

*गाजियाबाद में स्कूल बस और कार में भिड़ंत, छह की मौत, सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। मंगलवार की सुबह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर स्कूल बस और कार में टक्कर हो गई। जिसमें छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबिक दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख प्रकट किया है।

मृतकों की शिनाख्त नरेंद्र यादव(45), अनिता (42) पत्नी नरेंद्र, धर्मेंद्र की पत्नी बबिता(38), नरेंद्र का बेटा हिमांशु (12), नरेंद्र का बेटा कर्कित (15), धर्मेंद्र की बेटी वंशिका (7), नरेंद्र का भाई धर्मेंद्र यादव(42) और उसका बेटा आर्यन (8) गंभीर रूप से घायल हैं। यह परिवार मेरठ के इंचौली के गांव धनपुर के रहने वाला था। बताया जा रहा है कि कार सवार परिवार मेरठ से दिल्ली की तरफ खाटू श्याम के दर्शन के लिए जा रहा था। बस हाईवे पर गलत साइड से आ रहा था। जिसकी वजह से हादसा हो गया।

पुलिस की माने तो हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए थे। शव को निकालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। चूंकि बस की टक्कर होने के बाद कार में बैठे लोगों का शव चिपिक गया था। पुलिस गैस का कटर मंगाकर कार काटनी पड़ी तब जाकर कहीं शव को निकाले जा सके। हादसे का मंजर जो भी अपनी आंखों से देखा उसका कलेजा दहल गया। हादसे की सूचना पुलिस ने परिजनों को दे दी है। वहीं सीएम योगी दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित इलाज कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

*यूपी में आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड के खिलाफ चलाये जा रहे जागरूकता अभियान का फिल्मस्टार राजकुमार ने किया समर्थन*


लखनऊ । यूपी पुलिस द्वारा आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड के विरुद्ध चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का बॉलीवुड के फिल्मस्टार राजकुमार राव ने भी किया समर्थन। आमजन को आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से सतर्क रहने एवं जागरूक किए जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने ट्विटर पर नौ जुलाई को ट्वीट किया गया। उक्त ट्वीट में बॉलीवुड फिल्म स्टार राजकुमार राव ने आॅनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए यूपी पुलिस के साइबर क्राइम जागरूकता अभियान की सराहना की गई है। यूपी पुलिस के इस ट्वीट को अभी तक लगभग 22 हजार लोगों द्वारा देखा जा चुका है तथा लगभग 425 से अधिक लोगों द्वारा ट्वीट और 560 से अधिक लोगों द्वारा लाइक किया जा चुका है।

पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक के सम्मेलन में क्षेत्रीय भाषाओं में साइबर क्राइम एवं हेल्प लाइन के बारे में आमजन को जागरूक किये जाने की अपेक्षा की गयी थी। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फिल्म अभिनेता राजकुमार राव के माध्यम से आमजन को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किये जाने का प्रयास किया गया है। भविष्य में अन्य फिल्मी सितारों, खिलाड़ियां को भी साइबर क्राइम के जागरूकता अभियान से जोड़े जाने का कार्य यूपी पुलिस द्वारा किया जायेगा। वर्तमान में 18 परिक्षेत्रीय मुख्यालय पर साइबर थाने क्रियाशील हैं जिनमें 91 निरीक्षक, 93 उनि, 51 मुख्य आरक्षी एवं 176 आरक्षी के पद तथा इनके प्रभावी पर्यवेक्षण हेतु मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस महानिदेशक के अधीन 17 पुलिस उपाधीक्षक, चार अपर पुलिस अधीक्षक, दो पुलिस अधीक्षक एवं एक पुलिस महानिरीक्षक के पद स्वीकृत किये गये हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक जनपद में साइबर थाना खोले जाने की घोषणा की गयी थी, जिसके अनुपालन में प्रदेश के 57 जनपदों में साइबर थाना स्थापित करने की कार्रवाई प्रचलित है। साइबर धोखाधड़ी पर त्वरित कार्यवाही के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 13-05-2021 से 247 क्रियाशील है। इस हेल्पलाइन की मदद से अभी तक प्रदेश में रुपए लगभग 52.50 करोड़ की राशि सम्बन्धित बैंकों में फ्रीज/होल्ड करायी गयी है। साइबर अपराधों में प्रदेश के थानों द्वारा कुल 5,432 साइबर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया एवं 89.46 करोड़ रुपए की धनराशि बरामद की गयी है। साइबर अपराध से सम्बन्धित अभियोगों में त्वरित रूप से गुणवत्तापूर्ण विवेचनात्मक कार्रवाई की जा रही है एवं साइबर क्राइम अपराध सम्बन्धित अभियोगों में अभी तक 5,477 आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किये जा चुके है।

*ट्रेन के एसी कोच में गिरोह बनाकर चोरी करने वाले तीन गिरफ्तार इनके कब्जे से चोरी की नौ मोबाइल, एक लैपटाप बरामद*


लखनऊ। ट्रेन के अंदर गिरोह बनाकर चोरी करने वाले गिरोह का जीआरपी पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। जीआरपी ने तीन चोरों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से चोरी की नौ मोबाइल, एक लैपटाप , पैन कार्ड, आधार कार्ड, एडीएम कार्ड व लेडीज पर्स जिसकी कीमत लगभग 247000 रुपये बरामद किया है।

पुलिस अधीक्षक रेलवे द्वारा ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर चोरी, लूट, जहरखुरानी की घटनाओं की रोकथाम व इनामिया, वांछित, वारंटी की गिरफ्तारी के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस उपाधीक्षक रेलवे प्रथम संजीव कुमार सिन्हा के कुशल निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद सिंह जीआरपी चारबाग के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा दस जुलाई को जीआरपी चारबाग से तीन अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मो. युसुफ पुत्र उस्मान अहमद निवासी पंजाबी कालोनी शास्त्रीनगर थाना कोतवाली जनपद सुल्तानपुर, विजय उर्फ पुल्लू पुत्र रवि सोनी निवासी चौक काली मंदिर थाना चौक, अर्जुन पुत्र हरिओम विश्वकर्मा निवासी गोला थाना जनपद खीरी है। इनको प्लेट फार्म आठ व नौ का अंतिम छोर बाराबंकी साइड जीआरपी चारबाग से गिरफ्तार किया गया है।

*राजधानी लखनऊ में पुलिस महिला आरक्षी समेत ने तीन ने फांसी लगाकर दी जान*


लखनऊ । राजधानी के विभिन्न थानाक्षेत्र में पुलिस महिला आरक्षी समेत तीन ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दिया। गुडम्बा में युवक, बंथरा में युवती, गोसाईगंज में किशोर और मड़ियाव में पुलिस महिला आरक्षी ने खुदकुशी की है। इन सभी चारों मामले में आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। कहीं पर भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हालांकि पुलिस ने चारों का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

पुलिस ने बताया कि बताया गया कि महिला आरक्षी साक्षी वर्मा पुत्री रामसजीवन वर्मा निवासी ग्राम मोहम्मदपुर पोस्ट गोपालपुर थाना सदर कोतवाली जनपद लखीमपुर खीरी हाल पता हनुमंत पुरम नियर मीना बेकरी है। यहां पर अपने पति और दो बच्चों के साथ रह रही थी। साक्षी वर्मा वर्तमान में थाना चौक में आरक्षी पद पर तैनात थी और नौ महीन ेसे चाइल्ड केयर लीव पर चली गई थी। नौ जुलाई को रात्रि छत पर लगी टीन के एंगल से दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। जिसे उपचार के लिए केजीएमयू ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने साक्षी को मृत घोषित कर दिया। मृतका के पति रजनीश वर्मा एसएसबी में नौकरी करता है। जो घटना के समय घर पर मौजूद थे। सूचना पर पहुंची पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। ऐसे में पुलिस ने महिला आरक्षी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।

दूसरी घटना थाना गुडम्बा की है। इंटीग्रल अस्पताल लखनऊ से थाना स्थानीय पर एक मेमो इस आशय से भेजा गया कि बीती रात को समय करीब 1.10 बजे राम गौतम उम्र करीब 25 वर्ष पुत्र पुत्तीलाल निवासी मिश्रपुर थाना गुडंबा को इस चिकित्सालय में मृत अवस्था में लाया गया। इस सूचना पर एसआई मुन्ना कुमार सिंह द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक राम गौतम उपरोक्त ने अपने घर में कमरे में छत के कुण्डे से दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया। मृतक विवाहित था एवं मजदूरी करता था ।

तीसरी घटना थाना बंथरा की है। दयाराम पुत्र सूरजबली निवासी साहपुर मझिगंवा थाना बिजनौर ने पुलिस को बताया कि नौ जुलाई को उसकी पुत्री आंचल उम्र करीब 18 वर्ष सुबह करीब 8.30 बजे घर में गांव के सियाराम के यहां धान लगाने जाने हेतु कह रही थी। जिस पर उसने कहा कि कल चली जाना। थोडी देर बाद उसकी पुत्री आंचल उपरोक्त घर से बिना किसी को बताए कहीं चली गई। उसने सोचा कि उसकी पुत्री सियाराम के खेत में धान लगाने गई होगी। जब शाम तक उसकी पुत्री घर वापस नही आई थी तो उनके द्वारा सियाराम से पूछा गया तो सियाराम द्वारा बताया गया कि आंचल उसके यहां धान लगाने नहीं आई थी। रात भर उसके व परिजनों द्वारा अपनी पुत्री आंचल को खोजा गया पर उसका कोई पता नहीं लगा। दस जुलाई को उन्हें जानकारी मिली कि गुलाब खेड़ा में भट्ठे के पास किसी लड़की ने फांसी लगा ली है। इस सूचना पर वह थाना बंथरा आए और फोटो देखकर अपनी पुत्री को पहचान लिया। सूचना पर एसआई विक्रम सिंह ने शव को कब्जे में लिया। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतका के पिता मजदूरी करते हैं।

चौथी घटना थाना गोसाईगंज की है। शिवलाल रावत पुत्र टेढ़े निवासी रसूलपुर टिकनियामऊ थाना गोसांईगंज पुलिस को सूचना दिया कि नौ जुलाई को शाम को उनका पुत्र ओमप्रकाश उम्र करीब 10 वर्ष साइकिल लेकर घर से आम के बाग गया था किन्तु रात में जब घर वापस नही लौटा तो उनके द्वारा काफी खोजा गया पर नहीं मिला। दस जुलाई को उनका बड़ा पुत्र कैलाश अपने आम के बाग गया तो देखा कि आम के पेड़ से उनके पुत्र का शव दुपट्टे से लटका है। उसके पुत्र कैलाश उपरोक्त अपने छोटे भाई का शव उतार कर घर लेकर चला आया। इस सूचना पर एसआइ अनिरूद्ध यादव द्वारा पंचायतनामा की कार्रवाई की जा रही है। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक ओमप्रकाश उपरोक्त 5वीं की परीक्षा उत्तीर्ण किया था। मृतक के पिता आॅटो चलाते है। इस मामले में परिजनों ने हत्या करने का आरोप लगाया है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

*गर्लफ्रैंड का शौक पूरा करने के लिए करते थे बाइक चोरी, तीन गिरफ्तार,बाइक बेचने के बाद जो पैसा मिलता था उससे मंहगा गिफ्ट खरीदकर देते थे*


लखनऊ । थाना कृष्णानगर पुलिस टीम द्वारा वाहन चोरी करने वाले गिरोह का पदार्फाश करते हुए गिरोह के तीन शातिर सदस्य व अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार करने के साथ ही उनके पास से चोरी के 17 दोपहिया वाहन व मास्टर की बरामद किया है। इनके द्वारा लखनऊ के विभिन्न इलाकों में घूम-घूमकर अधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों से बाइक चोरी की जाती थी। इससे अधिक बाइक चारी इनके द्वारा लोकबंधु अस्पताल से की गई है। यहां पर आने वाले मरीज के तीमारदारों की बाइक चोरी करने का काम इनके द्वारा किया जा रहा था। गिरफ्तार किये गये सभी अभियुक्त युवा है और इनका कोई अभी तक अपराधिक इतिहास पता नहीं चल पाया है। यह बाइक चुराने के बाद अपने परिचितों को मजबूरी बताकर सस्ते दामों पर बेच देते थे। इसमें एक अभियुक्त ने बताया कि वह अपनी गर्लफ्रैंड का शौक पूरा करने के लिए बाइक चोरी करता था।

डीसीपी दक्षिणी विनीत जायसवाल ने प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस टीम द्वारा अलग जगहों से वाहन चोरी करने तथा कूट रचित नम्बर प्लेट बदलने वाले गैंग का पदार्फाश करते हुए तीप शातिर वाहन चोर दीपक शर्मा पुत्र नरेन्द्र शर्मा निवासी जयप्रकाशनगर बाला चक्की के पास नटखेडा थाना कृष्णानगर उम्र 22 वर्ष, अंश सिंह पुत्र विनोद सिंह निवासी मूल रूप से नेपाल देश हाल पता मेंहदीखेडा स्थित किराये का मकान थाना मानकनगर उम्र करीब 18 वर्ष, प्रियांशू कश्यप पुत्र बसन्त कश्यप निवासी कांशीराम कालोनी थाना पारा उम्र करीब 21 वर्ष को पुलिस सूचना तन्त्र के माध्यम से शकुन्तला प्लाजा के पास से गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर चोरी के विभिन्न कम्पनी के 17 दोपहिया वाहन बरामद कर महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गयी है।

थाना क्षेत्र के लोकबन्धु अस्पताल व कोचिंग सेन्टरों के आसपास हो रही दो पहिया वाहन चोरी की रोकथाम के लिए एक टीम गठित की गयी थी। उक्त टीम सोमवार को लोकबन्धु चौराहे के पास मौजूद रहकर चेकिंग कर रही थी कि मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की तीन लड़के चोरी की गयी स्कूटी को लेकर शकुन्तला प्लाजा के पीछे स्कूटी को बेचने की फिराक में खड़े हैं। तीनों लड़कों को चोरी की स्कूटी के साथ पकड़ लिया गया। स्कूटी चला रहे लड़के ने अपना नाम दीपक शर्मा बताया। पकड़े हुये स्कूटी सवार दूसरे लड़के ने अपना नाम अंश सिंह और तीसरे लड़के ने अपना नाम प्रियांशू कश्यप बताया।

पूछताछ करने पर तीनों लड़कों ने बताया कि यह स्कूटी करीब 3-4 दिन पहले हम तीनों लोगों ने मिलकर रात मे लोक बन्धु अस्पताल की इमरजेन्सी के पास चुराया था। पकडेÞ गये तीनों लड़कों से पूर्व में लोक बंधू अस्पताल व आस-पास हुई दो पहिया वाहनों की चोरी के सम्बन्ध पूछताछ की गई तो दीपक उपरोक्त ने बताया कि साहब हम तीनों लोगों ने मिलकर काफी बडी संख्या में दोपहिया वाहन चोरी किये हैं। जिनकी संख्या हम लोगों को याद नहीं है। चोरी किये गये कुछ वाहनों को हम लोगों ने बेचने के उद्देश्य से कांशीराम कालोनी के पीछे झाडियों में छिपा रखा है जो अभी बेच नहीं पाये हैं।

कडाई से पूछताछ पर अभियुक्त दीपक ने बताया कि में अपनी गर्लफ्रैण्ड के शौक पूरा करने के लिये अपनी गर्लफ्रैण्ड के छोटे भाई व उसके दोस्त को साथ लेकर दोपहिया वाहन चोरी करता था। चोरी के वाहन बेचने के बाद जो पैसा मिलता था उसके लिये महंगे गिफ्ट खरीदकर देता था। अभियुक्त अंश सिंह मूलत: नेपाल का रहने वाला है परिवार के साथ मानकनगर में रह रहा है। इसके आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में नेपाल से भी जानकारी की जा रही है। अभियुक्तों के पास से गाडियों के लाक खोलने के लिये मास्टर की भी मिली है।

अभियुक्तगणों के द्वारा धोखाधड़ी व कूटरचना करने के उद्देश्य से नम्बर प्लेट बदला गया है व हटा दी गयी है। अभियुक्तों द्वारा गैंग बनाकर वाहन चोरी करना तथा फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर चलना तथा चेकिंग के दौरान पकड़े जाने के डर से मौके पर वाहन छोड़कर भाग जाना। खास तौर पर लोकबन्धु अस्पताल के इमरजेन्सी वार्ड के पास मरीज को लेकर आये तीमारदारों के मोटरसाइकिल को चुराना जो गलती से गाड़ी खुला छोड जाते हैं या बेतरतीब खड़ी करते हैं को स्टैण्ड पर ले जाने के बहाने से चुरा ले जाते है।