*बरसात में अंडरपास में पानी भर जाने के कारण यहां के लोगों को उठानी पड़ रही काफी परेशानी*
नवाबगंज /गोंडा।टिकरी जंगल के पास रेल लाइन के नीचे बनाए गए अंडरपास ने राहगीरों की समस्या हल करने के बजाय उसे और बढ़ा दिया है। बरसात में अंडरपास में पानी भर जाने के कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। चंद कदम की दूरी तय करने के लिए कई किमी घूमकर जाना पड़ रहा है। रेलवे की तकनीकी अदूरदर्शिता का खामियाजा यहां के कई गांव के लोग भुगत रहे हैं।
मनकापुर से नवाबगंज रेलवे लाइन पर करीब 7अंडरपास बने दो जगहों पर अंडरपास में पैदल यात्रा के लिए स्ट्रीट वाक बना है पर ज्यादातर स्थानों पर नहीं बना है।
रेल लाइन को पार करने के दौरान होने वाले खतरे से निजात दिलाने के लिए रेलवे ने टिकरी जंगल के पास से गुजरने वाली रेल लाइन पर समपार फाटक को बंद कर अंडरपास का निर्माण कराया है।
अंडरपास बन जाने से लोगों को सहूलियत मिलने की उम्मीद जगी थी। इसको लेकर लोग उत्साहित भी थे लेकिन बरसात आते ही इस अंडरपास में पानी भर गया और लोगों का आवागमन ठप हो गया है। जलभराव के कारण यह अंडरपास तालाब में तब्दील हो गया है।
अब लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए कई किमी दूर तक चक्कर लगाना पड़ रहा है। इस चक्कर से बचने के लिए कई लोग अपनी साइकिल व बाइक रेल लाइन के ऊपर से निकालने लगे हैं। इससे जो खतरा कम होना था वह अब और बढ़ गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे विभाग ने अंडरपास तो बना दिया लेकिन जलनिकासी की व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया।
यह लापरवाही अब इस रास्ते से गुजरने वाले 10 हजार ग्रामीणों के लिए मुसीबत बना गयी है। स्थानीय गांव के ग्राम प्रधान कई बार इसकी शिकायत रेलवे के आला अफसरों से कर चुके है पर कुछ अंडरपास में व्यवस्था हुआ पर अभी भी ज्यादातर जगहों पर जलजमाव समस्या बनती जा रही है। फिलहाल अंडरपास बनने से लोगों की समस्या बढ़ती नजर आ रही है।
Jul 08 2023, 17:07