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असम में बाढ़ से हाहाकार, 16 जिले में 5 लाख लोग प्रभावित

#assam-floodsfivelakhpeopleaffected

असम में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से राज्यों के कई जिलों में बाढ़ की वजह से हालात गंभीर होते जा रहे है। मौसम विभाग ने इस बीच कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी है। इस बीच कई नदियां उफान पर हैं।बाढ़ का पानी कई गांवों में घुस गया है। अब तक बाढ़ से 16 जिलों के करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम में बाढ़ की वजह से अबतक दो लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में नलबाड़ी जिले में एक व्यक्ति की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। 

बीते दो दिनों से स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ी

रिपोर्ट की मानें तो बक्सा, बारपेटा, चिरांग, दरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 4,95,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बारपेटा में लगभग 3,25,600 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं, नलबाड़ी में 77,700 लोग और लखीमपुर में करीब 25,700 लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं। बुधवार तक 10 जिलों के करीब 1.2 लाख लोग बाढ़ की चपेट में थे। गुरुवार को ये संख्या बढ़ कर करीब पांच लाख पहुंच गई है। असम के करीब 16 जिले बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं। बीते दो दिनों से स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है, जिसके चलते लोग अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।

1,366 गांव जलमग्न

एएसडीएमए ने बताया कि मौजूदा समय में 1,366 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में 14,091,90 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों का रेस्क्यू जारी है। सेना, अर्द्धसैनिक बल, एनडीआरएफ राज्य आपदा बल अग्निशमन और आपातकालीन सेवा, नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों यानी एनजीओ और स्थानीय लोगों ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे है।विभिन्न स्थानों से 561 लोगों को बचाया है। वहीं, प्रशासन सात जिलों में 83 राहत शिविर चला रहा है, जहां 14,035 लोगों ने शरण ली है।

अभी राहत की उम्मीद नहीं

असम में जारी ये आसमानी आफत अबी कम होने वाली नहीं है। असम के लिए मौसम विज्ञान विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। इस बीच लोगों को घरों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।विभाग ने भारी बारिश और तूफान के खतरों से निपटने के लिए तैयार रहने कहा है।

खतरे के स्तर से ऊपर बह रही ब्रह्मपुत्र नदी

इधर, केंद्रीय जल आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी अपने खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। कामरूप और नलबाड़ी जिलों में बहने वाली पुथिमारी और पगलाडिया नदियां अपने लाल निशान को पार कर चुकी है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने शनिवार को येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी भी दी गई।

वैगनर के विद्रोह पर बोले पुतिन- उन्होंने रूस को धोखा दिया, सेना की पीठ में छुरा भोंका, धोखेबाज को बख्शा नहीं जाएगा

#putin_begins_aputin_begins_address_as_wagner_fighters

रूस की प्राइवेट सेना राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ हो गई है। वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने देश के नेतृत्व को खत्म करने की धमकी दी है। वैगनर समूह के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा है कि वे रूसी सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकेंगे। उनके 25000 हजार लड़ाके मरने के लिए तैयार है। उसके बाद 25 हजार फिर आएंगे। वैगनर लड़ाकों की बगावत पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, वैगनर ने रूस को धोखा दिया। उन्होंने सेना की पीठ में छुरा भोंका। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने संबोधन में कहा, सेना के खिलाफ हथियार उठाने वाला हर कोई देशद्रोही है। सेना को इससे निपटने के सभी जरूरी आदेश दे दिए हैं।

हमारा जवाब और भी कठोर होगा-पुतिन

वैगनर समूह के सशस्त्र विद्रोह के बीच व्लादिमीर पुतिन ने टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि वैगनर ने बुरे वक्त में रूस के साथ विश्वासघात किया है। उसने निजी हितों के कारण पीठ में छुरा घोंपा है। उन्होंने कहा कि रूस अपने भविष्य के लिए पूरी ताकत से लड़ रहा है। हमारा जवाब और भी कठोर होगा। रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि जिसने भी देश की सेना के खिलाफ हथियार उठाया है, उसे सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि रूस की रक्षा के लिए सब कुछ करेंगे और रोस्तोव-ऑन-डॉन में स्थिति को स्थिर करने के लिए निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। 

ये बगावत 1917 जैसा-पुतिन

पुतिन ने कहा, पश्चिम के खिलाफ हमारे लोगों की लड़ाई में एकता की आवश्यकता है। ये बगावत हमारे भाइयों के साथ विश्वासघात हैं। हमारे लोगों की पीठ पर हमला है, जैसा 1917 में हुआ था। जब हमारा देश बंटा था। हम ऐसा नहीं होने देंगे।यह एक आंतरिक विश्वासघात है।पुतिन ने कहा, वैगनर प्रमुख ने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के चलते रूस के साथ विश्वासघात किया। वैगनर विद्रोह रूस के लिए घातक है।

क्या है मामला?

बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में जिस प्राइवेट आर्मी ‘वैगनर ग्रुप’ की मदद ले रहे थे, उसने उनके खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। पश्चिमी मीडिया में चल रहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक वैगनर ग्रुप ने रोस्तोव में रूस के सैन्य मुख्यालय के सामने डेरा जमा दिया है।यूक्रेन में वैगनर ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल हमले के लिए प्रिगोझिन ने क्रेमलिन को दोषी ठहराया है। इस हमलें में दर्जनों वैगनर लड़ाके मारे गए थे। अब समूह के सरगना ने बदला लेने की ठान ली है। एक वीडियो में 62 वर्षीय येवगेनी प्रिगोझिन ने देश के नेतृत्व को उखाड़ फेंकने के लिए बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात करने की कसम खाई।

India

3 दिन के अमेरिकी दौरे के अंतिम दिन भारतीय प्रधानमंत्री ने अप्रवासी भारतीयों के समुदाय को संबोधित किया।रोनाल्ड रीगन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम के समापन में हॉलीवुड सिंगर मैरी मिलबेन ने मंच से भारतीय

अमेरिकी सिंगर मैरी मिलिबेन ने गाया भारत का राष्ट्रगान, फिर छुए पीएम मोदी के पैर
3 दिन के अमेरिकी दौरे के अंतिम दिन भारतीय प्रधानमंत्री ने अप्रवासी भारतीयों के समुदाय को संबोधित किया।रोनाल्ड रीगन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम के समापन में हॉलीवुड सिंगर मैरी मिलबेन ने मंच से भारतीय राष्ट्रगान जन-गण-मन गाया। राष्ट्रगान के बाद उन्होंने मंच पर उपस्थित पीएम मोदी के पैर छुए। अब इसका एक वीडियो सामने आया है, जोकि वायरल हो गया है।मैरी का ये अंदाज हर भारतीय के दिल में बस गया है। अमेरिकी हॉलीवुड एक्ट्रेस और सिंगर मैरी मिलबेन ने भारतीय राष्ट्रगान 'जन गण मन' की मनमोहक प्रस्तुत दी।पीएम मोदी मैरी मिलबेन की शानदार प्रस्तुति पर तालियां बजा रहे थे। तभी मैरी मिलबेन ने आकर पीएम मोदी के पैर छू लिए। मैरी मिलबेन को पैर छूते देख पीएम मोदी ने उन्हें रोका और उनसे गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया। इसके बाद पीएम मोदी मैरी मिलबेन को भारतीय अंदाज में दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते किया।जवाब में मैरी मिलबेन भी दोनों हाथ जोड़कर पीएम का अभिवादन स्वीकार किया। मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी के समापन समारोह का हिस्सा बनने पर खुशी जाहिर की और कहा कि वो यहां आकर बहुत ही सम्मानित महसूस कर रही हैं।मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि ‘पीएम मोदी बहुत अद्भुत और दयालु व्यक्ति हैं।’ आपको बता दें इससे पहले 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भी मैरी मिलबेन पीएम मोदी के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। बता दें कि मैरी मिलबेन अपने गानों की वजह से भारत में काफी फेमस हैं। इससे पहले मैरी विष्णु भगवान की आरती ‘ओम जय जगदीश हरे’ भी गा चुकी हैं।वहीं भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी मैरी ने राष्ट्रगान गाकर सुर्खियां बटोरी थीं।
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3 दिन के अमेरिकी दौरे के अंतिम दिन भारतीय प्रधानमंत्री ने अप्रवासी भारतीयों के समुदाय को संबोधित किया।रोनाल्ड रीगन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम के समापन में हॉलीवुड सिंगर मैरी मिलबेन ने मंच से भारतीय

अमेरिकी सिंगर मैरी मिलिबेन ने गाया भारत का राष्ट्रगान, फिर छुए पीएम मोदी के पैर
3 दिन के अमेरिकी दौरे के अंतिम दिन भारतीय प्रधानमंत्री ने अप्रवासी भारतीयों के समुदाय को संबोधित किया।रोनाल्ड रीगन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम के समापन में हॉलीवुड सिंगर मैरी मिलबेन ने मंच से भारतीय राष्ट्रगान जन-गण-मन गाया। राष्ट्रगान के बाद उन्होंने मंच पर उपस्थित पीएम मोदी के पैर छुए। अब इसका एक वीडियो सामने आया है, जोकि वायरल हो गया है।मैरी का ये अंदाज हर भारतीय के दिल में बस गया है। अमेरिकी हॉलीवुड एक्ट्रेस और सिंगर मैरी मिलबेन ने भारतीय राष्ट्रगान 'जन गण मन' की मनमोहक प्रस्तुत दी।पीएम मोदी मैरी मिलबेन की शानदार प्रस्तुति पर तालियां बजा रहे थे। तभी मैरी मिलबेन ने आकर पीएम मोदी के पैर छू लिए। मैरी मिलबेन को पैर छूते देख पीएम मोदी ने उन्हें रोका और उनसे गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया। इसके बाद पीएम मोदी मैरी मिलबेन को भारतीय अंदाज में दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते किया।जवाब में मैरी मिलबेन भी दोनों हाथ जोड़कर पीएम का अभिवादन स्वीकार किया। मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी के समापन समारोह का हिस्सा बनने पर खुशी जाहिर की और कहा कि वो यहां आकर बहुत ही सम्मानित महसूस कर रही हैं।मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि ‘पीएम मोदी बहुत अद्भुत और दयालु व्यक्ति हैं।’ आपको बता दें इससे पहले 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भी मैरी मिलबेन पीएम मोदी के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। बता दें कि मैरी मिलबेन अपने गानों की वजह से भारत में काफी फेमस हैं। इससे पहले मैरी विष्णु भगवान की आरती ‘ओम जय जगदीश हरे’ भी गा चुकी हैं।वहीं भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी मैरी ने राष्ट्रगान गाकर सुर्खियां बटोरी थीं।
मणिपुर के हालात पर गृहमंत्री अमित शाह आज करेंगे सर्वदलीय बैठक, क्या निकलेंगे हिंसा का हल?

#manipur_violence_home_minister_amit_shah_called_all_party_meeting

मणिपुर के हालात पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई। यह बैठक आज शाम 3 बजे दिल्ली में होगी। मणिपुर में हिंसा का दौर शुरू होने के बाद सरकार की ओर से यह पहली आधिकारिक सर्वदलीय बैठक है।दरअसल, मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा के चलते राज्य में तनावपूर्ण स्थिति है। आए दिन हो रही है आगजनी की घटनाएं और सुरक्षाबलों पर भी हो रहे हमले आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से चुनौती बन गए हैं। राज्य सरकार ने अशांति को रोकने के प्रयास में इंटरनेट पर प्रतिबंध को 25 जून तक बढ़ा दिया है।

शरद पवार बैठक में नहीं होंगे शामिल

मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होनें बीते दिन अमित शाह की सर्वदलीय बैठक में शामिल होने में असमर्थता व्यक्त की।शरद पवार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ‘मुझे मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए 24 जून, 2023 को विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री की बैठक के संबंध में 22 जून 2023 का पत्र प्राप्त हुआ। हालाँकि कुछ महत्वपूर्ण पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण मैं इस बैठक में शामिल नहीं हो पाऊंगा। उन्होनें एनसीपी की ओर से बैठक में भाग लेने के लिए अपनी पार्टी के दो नेताओं को नामित किया है। पवार ने कहा श्री नरेंद्र वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव, राकांपा और श्री सोरन लबोयिमा सिंह, अध्यक्ष, मणिपुर राज्य राकांपा, एनसीपी की ओर से गृह मंत्री की सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे।

3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़की थी

मणिपुर में हिंसा की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को एक बार फिर अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग की। इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इंफाल पूर्व में उरंगपत/येंगांगपोकपी (वाईकेपीआई) और कांगपोकपी के इलाकों में सशस्त्र बदमाशों ने दोपहर में गोलीबारी की। हथियारबंद बदमाशों का एक समूह वाईकेपीआई से पहाड़ी की ओर इलाके में घुसा। उन्होंने उरंगपत और ग्वालताबी गांवों की ओर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की। बता दें किमेइती को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल्स स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़क उठी थी जो कि अभी तक जारी है। 

अब तक 115 से ज्यादा लोगों की मौत

इस हिंसा में अब तक करीब 115 लोग मारे गए हैं और 50 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। हालात सुधारने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने मणिपुर का दौरा कर सभी प्रभावित समुदायों के लोगों से मुलाकात कर शांति स्थापित करने की अपील की थी। हिंसा रोकने के लिए राज्य में आर्मी, असम राइफल्स समेत केंद्रीय पुलिस बलों की कई कंपनियां भी तैनात की गई हैं। इसके बावजूद हिंसा का चक्र अब भी जारी है।

पुतिन की बढ़ी परेशानी, वैगनर ग्रुप ने किया विद्रोह, मॉस्को पर कब्जा करने के लिए बढ़ रहे हैं 30 हजार लड़ाके

#russia_private_army_wagner_group_revolts_against_russia

लंबे समय से चल रहे यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। रूस के अंदर ही बड़ा विद्रोह छिड़ गया है।वैगनर ग्रुप और रूस की सेना के बीच तनाव पैदा हो गया है। रूसी सेना पर वैगनर ग्रुप हमले कर रहा है।रूस में वैगनर समूह के चीफ ने रूसी सेना को खत्म करने की कसम खाई है।वैगनर समूह के 62 वर्षीय चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने एक ऑडियो संदेश में कहा कि हम आगे बढ़ रहे हैं और हम आखिर तक जाएंगे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि हम हमारे रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर देंगे।

रूसी रक्षा मुख्यालय की बढ़ाई गई सुरक्षा

येवगेनी प्रिगोझिन के इस वीडियो के बाद रूस में तख्तापलट की आशंकाएं बढ़ रही हैं। डेली मेल की खबर के मुताबिक वैगनर सेना ने शुक्रवार रात रोस्तोव में प्रवेश किया। वहीं रूसी सैन्य वाहनों (टैंक और बख्तरबंद) को मॉस्को और रोस्तोव-ऑन-डॉन की सड़कों पर देखा गया, जहां सरकारी अधिकारियों ने निवासियों को अपने घरों में रहने के लिए कहा है। रूस की TASS समाचार एजेंसी ने सुरक्षा सेवा के एक सूत्र के हवाले से बताया कि मॉस्को में सरकारी इमारतों, परिवहन सुविधाओं और अन्य प्रमुख स्थानों पर शुक्रवार रात सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

प्रिगोझिन को गिरफ्तार करने के आदेश

TASS न्यूज एजेंसी ने कहा कि जैसे ही येवगेनी प्रिगोझिन और सैन्य शीर्ष अधिकारियों के बीच लंबे समय से चल रहा गतिरोध चरम पर पहुंच गया, रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने उसके खिलाफ एक आपराधिक मामला खोल दिया है। सुरक्षा सेवा ने वैगनर निजी सैन्य कंपनी बलों से येवगेनी प्रिगोझिन के आदेशों की अनदेखी करने और उसे गिरफ्तार करने का आह्वान किया है। क्रेमलिन द्वारा प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आह्वान करने का आरोप लगाने के कुछ ही समय बाद यह कदम उठाया गया।

पहले भी मतभेद जाहिर कर चुके हैं प्रिगोझिन

प्रिगोझिन पहले भी सैन्य नेताओं को लेकर मतभेद जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव की कड़ी निंदा की थी। एक बार तो उन्होंने यह आरोप तक लगा दिया था कि सेना ने उस रास्ते पर बारूदी सुरंग बिछा दी थीं जिससे होकर उसके जवानों ने आगे बढ़ने की योजना बनाई थी।

यूएस में रह रहे भारतीयों के लिए खुशखबबरी, अब अमेरिका में ही रिन्यू हो जाएगा H1B वीजा

#h_1b_visa_renewal_now_possible_in_us_itself 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान वो पल भी आया जिसका वहां बसे लाखों भारतवंशी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।अमेरिकी दौरे के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन के रोनाल्ड रीगन सेंटर में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने चार दिवसीय दौरे से जुड़ी कई बातें बताईं।पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका ने बैंगलुरु और अहमदाबाद में दो कंसुलेट खोलने का ऐलान किया है।इसके साथ ही पीएम मोदी ने घोषणा की कि H-1B वीजा अमेरिका में ही रिन्यू होगा। इसके लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

पीएम मोदी के ऐलान के बाद देर तक बजती रही तालियां

पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी धन्यवाद दिया और कहा भारत-अमेरिका पार्टनरशिप को एक नई ऊंचाई तक ले जाने में उनका अहम योगदान रहा है। बाइडेन एक सुलझे हुए और अनुभवी राजनेता हैं। इन तीन दिनों की यात्रा में भारत और अमेरिका के परस्पर संबंध की गौरवशाली यात्रा का आरंभ हुआ है। संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि भारत इस साल सिएटर में एक नया कॉन्सुलेट खोलने जा रहा है। इसके अलावा अमेरिका के दो और शहरों में भी भारतीय कॉन्सुलेट खोले जाएंगे. वहीं, अहमदाबाद और बेंगलुरु में अमेरिका के नए कॉन्सुलेट खुलने जा रहे हैं।पीएम मोदी ने एच1-बी वीजा पर बड़ा अपडेट देते हुए कहा, अब ये फैसला हुआ है कि एच1-बी वीजा को रिन्यू कराने के लिए भारतीयों को अमेरिका से बाहर नहीं जाना होगा। अमेरिका में रहते हुए ही अब ये वीजा रिन्यू हो जाएगा। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद हॉल में देर तक तालियां बजीं और मोदी-मोदी के नारे लगे।

2022 में सबसे ज्यादा H-1B वीजा भारतीयों को

पीएम मोदी ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट को आने वाले समय बड़ी संख्या में विस्तारित किया जा सकता है. वित्तीय वर्ष 2022 में अमेरिका ने कुल जितने अमेरिकी एच-1बी वीजा जारी किए थे, उनमें से 73 फीसदी करीब 4,42,000 वीजा इंडियन को ही जारी किए गए थे. नई दिल्ली में यूएस एंबेसी दुनिया के सबसे बड़े यूएस डिप्लोमैटिक मिशनों में से एक है. अमेरिकी दूतावास चार कंसुलेट्स (मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद) से वीजा से संबंधित कार्यों को कोऑर्डिनेट करता है. इससे यह सुनिश्चित होता है कि अमेरिका-भारत के संबंध मजबूत हैं।

बता दें कि पीएम मोदी चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका गए थे। यह उनका राजकीय दौरा था। 22 जून को पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में जोरदार स्वागत किया गया। जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने पीएम मोदी के लिए स्टेट डिनर का आयोजन किया था। पीएम मोदी ने बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। व्हाइट हाउस में अपने संबोधन के बाद उन्होंने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया।

अमेरिका का दौरा खत्म कर पीएम मोदी मिस्र के लिए रवाना, पहली बार जा रहे इस देश का दौरा कितना अहम

#pm_modi_leaves_for_egypt_after_finishing_us_tour

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पूरी होने के बाद मिस्र के लिए रवाना हो गए। वह आज से दो दिनों तक मिस्र के दौरे पर रहेंगे।पीएम मोदी की यह मिस्र की पहली यात्रा है। पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर काहिरा जा रहे हैं। मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को राजकीय यात्रा के लिए तब आमंत्रित किया था जब वह जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे।

अमेरिका दौरा खत्म करने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘एक बहुत ही विशेष यूएसए यात्रा का समापन, जहां मुझे भारत यूएसए की मित्रता को गति देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों और बातचीत में भाग लेने का मौका मिला। हमारे देश और पृथ्वी को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर स्थान बनाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।’

पीएम मोदी मिस्र की राजधानी काहिरा में 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद का दौरा भी करेंगे। जिसे दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी हेलियोपोलिस शहीद स्मारक भी जाएंगे जहां प्रथम विश्व युद्ध में के शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे।यह उन करीब 4000 भारतीय सैनिकों का स्मारक है, जो प्रथम विश्व युद्ध में मिस्र और फलस्तीन में शहीद हुए थे।

बता दें कि मिस्र की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ‘इंडिया यूनिट’ के साथ भी संवाद करेंगे, जिसका गठन मिस्र के राष्ट्रपति ने भारत यात्रा से लौटने के बाद मार्च में किया था। इस यूनिट में कई उच्चस्तरीय मंत्री शामिल हैं।इस समूह का गठन भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी, मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे । दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने तथा कारोबार एवं आर्थिक सहयोग के नये क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। इस दौरान कुछ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किये जायेंगे।

इस दौरान दोनों पक्षों में सुरक्षा से लेकर व्यापार और निवेश तक के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनने की उम्मीद है। साल 2014 में सत्ता में आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की यह पहली मिस्र यात्रा होगी। वहीं साल 1997 के बाद किसी भारतीय नेता की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है।

मिस्र के राजदूत वेल मोहम्मद अवद हमीद ने कहा है- दोनों देशों की बैठक में सैन्य उपकरणों के सह-उत्पादन के अलावा, स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र के भीतर भारत के लिए एक समर्पित स्लॉट पर भी चर्चा होगाी। इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन और पर्यटन में भारतीय निवेश की संभावना है। जानकारी के मुताबिक इस यात्रा के दौरान दोनों गेशों के बीच कृषि, छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों, सूचना प्रौद्योगिकी, व्यापार संवर्धन और संस्कृति पर चार या पांच समझौते हो सकते हैं।पीएम मोदी की इस यात्रा को लेकर कहा जा रहा है कि भारत और मिस्र अपने संबंधों के सभी पहलुओं को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने सितंबर में नई दिल्ली में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी और पीएम मोदी के विरुद्ध मजबूत मोर्चेबंदी को 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान, सीएम नीतीश के आवास में पिछले तीन घंटे से बैठक जारी


लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान चल रहा है। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर तीन घंटे से ज्यादा समय से विपक्ष की बैठक चल रही है।

 नीतीश को गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई है। बैठक की शुरुआत में ही ममता बनर्जी ने नेताओं से महत्वाकांक्षा का त्याग करने की बात करके मीटिंग का टोन सेट कर दिया कि सबको कुर्बानी देनी होगी तभी विपक्ष एकजुट हो सकेगा। ममता ने कल लालू यादव से मुलाकात के बाद भी कहा था कि एक के खिलाफ एक लड़ेगा जो नीतीश के वन अगेंस्ट वन के फॉर्मूला को टीएमसी का समर्थन माना जा रहा है। शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के अध्यादेश को लेकर अरविंद केजरीवाल की आप को समर्थन देने की बात उठाई वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने केजरीवाल से धारा 370 पर आप का रुख साफ करने को कहा। केजरीवाल ने अपने भाषण में दिल्ली सरकार के अधिकार को लेकर केंद्र के अध्यादेश की चर्चा की और राज्यसभा में सबका समर्थन मांगा। 

ये हैं बैठक में मौजूद

जेडीयू से नीतीश कुमार, ललन सिंह, संजय झा के अलावा कांग्रेस पार्टी से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, आरजेडी से लालू यादव, तेजस्वी यादव, मनोज झा, एनसीपी से शरद पवार, सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल, सीपीएम से सीताराम येचुरी, सपा से अखिलेश यादव, शिवसेना यूबीटी से उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राउत, जेएमएम से हेमंत सोरेन, टीएमसी से ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ ब्रायन, डीएमके से एमके स्टालिन, टीआर बालू, AAP से अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह, राघव चड्ढ़ा, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती, सीपीआई से डी राजा, सीपीआई एमएल से दीपांकर भट्टाचार्य समेत अन्य नेता मौजूद हैं।

अत्याधुनिक फाइटर जेट इंजन, सेमीकंडक्टर प्लांट के साथ काफी कुछ! डिटेल में जानिए पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से भारत को क्या मिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका के पहले राजकीय दौरे पर कई महत्वपूर्ण करारों पर मुहर लगी है। इस बीच अपने गृह राज्य गुजरात को भी पीएम मोदी ने अमेरिका से ही बड़ा उपहार दिया है। दरअसल, अमेरिकी कंप्यूटर चिप मेकर कंपनी माइक्रॉन ने गुजरात में 2.7 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया है। कंपनी की तरफ से गुजरात में असेम्बलिंग और टेस्टिंग प्लांट खोला जाएगा। पीएम मोदी के साथ कंपनी के CEO संजय मेहरोत्रा की बैठक के बाद इस फैसले के बारे में जानकरी दी गई है। मेहरोत्रा ने कहा कि हम भारत सरकार द्वारा सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम के लिए उठाए कदमों से रोमांचित हैं और साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं। 

बता दें कि, भारत सरकार की ATMP स्कीम के तहत इस प्लांट को हरी झंडी दी गई है। ATMP स्कीम में असेम्बलिंग, टेस्टिंग, मार्किंग तथा पैकेजिंग शामिल है। इसके साथ ही भारत और अमेरिका के बीच अर्टेमिस एकॉर्ड्स पर भी मुहर लगी है। इसके तहत दोनों देश अंतरिक्ष खोज पर एक साथ कार्य करेंगे। इस करार में NASA और ISRO ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 2024 में एक साथ काम करने का निर्णय लिया है। इस अनुबंध के साथ ही भारत उन देशों में शामिल हो गया है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान में US के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। 

इसके अलावा एक अहम अनुबंध फाइटर जेट के इंजनों को लेकर किया गया है। अमेरिकी कंपनी GE एयरोस्पेस ने भारत में जेट इंजनों की मैन्युफैक्चरिंग का प्लांट लगाने का ऐलान किया है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ मिलकर अमेरिकी कंपनी भारत में काम करेगी। इससे भारत में ही फाइटर जेट्स के इंजन बनाए जा सकेंगे। इस प्लांट में तेजस फाइटर जेट के लिए इंजन बनेंगे। भारत और अमेरिका में इंडस एक्स समझौता भी हुआ है। इसके तहत दोनों देश डिफेंस स्टार्टअप्स सेक्टर में साथ आएंगे। यही नहीं तकनीकी जानकारी भी एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे। 

रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच iCET अनुबंध भी हुआ है। इसके तहत दोनों देश टेक रिसर्च, सिविलियन स्पेस, क्वांटम टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन के मामले में एक साथ आएंगे। दोनों देश जटिल तकनीक एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका की दोस्ती में आकाश से भी अधिक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमारी दोस्ती का आधार पीपल टू पीपल कनेक्ट है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 40 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग अमेरिका के विकास में योगदान दे रहे हैं।