मानकी-मुंडा संघ कोल्हान-पोड़ाहाट केन्द्रीय समिति ने पूर्व सांसद सालखन मुर्मू द्वारा सेंगेल मानकी एवं मुंडा को नियुक्त करने का किया विरोध
चाईबासा : मानकी-मुंडा संघ कोल्हान-पोड़ाहाट केन्द्रीय समिति सिंहभूम ने सेंगेल अभियान नामक समूह के पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के नेतृत्व में सेंगेल मानकी एवं मुंडा को नियुक्त करने के विरोध में खुल कर आ गये हैं।
इसको लेकर सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह कोल्हान अधीक्षक शशीन्द्र बड़ाईक को ज्ञापन सौंपकर समानांतर मानकी-मुंडा स्वशासन व्यवस्था चलाने के विरुद्ध जांच एवं कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए संघ के अध्यक्ष गणेश पाट पिंगुवा ने कहा कि पिछले लगभग एक माह से पश्चिमी सिंहभूम जिला के जिला परिषद सभागार चाईबासा, वन विश्रामागार चक्रधरपुर समेत अन्य प्रखंडों में सेंगेल अभियान नामक समूह लागतार असामाजिक गतिविधि करते हुए मानकी-मुंडा के विरुद्ध पियक्कड़, अनपढ़ बातें भोले-भाले ग्रामीणों को बोलकर लोगों को उकसा रहा है।
जिससे समस्त मानकी-मुंडा का मान-सम्मान को ठेस पहुंच रही है। साथ ही सालखान मुर्मू अपने समूह के कार्यकर्ताओं को अवैध रुप से अवैध सरकारी लाभ एवं लगान उगाही के लिए सेंगेल मानकी-मुंडा की नियुक्ति भी किया गया है। पिंगुवा ने कहा कि इससे पूर्व भी समानातंर मानकी-मुंडा स्वशासन व्यवस्था चलाने की कोशिश स्व. रामो बिरुवा एवं आनंद चातार ने भी कर चुका है। जिसमें फर्जी मानकी-मुंडा एवं पुलिस की नियुक्ति करने के गैर कानूनी कार्य किया गया था। दोनों पर मंझारी समेत अन्य थानों में मामला दर्ज कर कार्रवाई भी की गई थी। जबकि मानकी-मुंडा की विधिवत नियुक्ति उपायुक्त के आदेश से कोल्हान अधीक्षक के द्वारा किया जाता है।
इसलिए सेंगेल अभियान समूह के अध्यक्ष सालखन मुर्मू तथा उनके द्वारा नियुक्त फर्जी मानकी-मुंडा के विरुद्ध जांच करते हुए कानूनी कार्रवाई किया जाये।
जांच के बाद दोषियों पर होगी कानूनी कार्रवाई : कोल्हान अधीक्षक
- कोल्हान में मानकी-मुंडा के समानातंर सेंगेल मानकी-मुंडा निुयक्ति मामले में सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह कोल्हान अधीक्षक शशीन्द्र बड़ाईक ने भी गंभीरता से लिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कोल्हान अधीक्षक बड़ाईक ने कहा कि पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के नेतृत्व में कोल्हान एवं पोड़ाहाट क्षेत्र में सेंगेल मानकी-मुंडा की अवैध नियुक्ति किये जाने के मामला संज्ञान में आया है। साथ ही उनके द्वारा पारंपारिक वंशानुगत मानकी-मुंडा व्यवस्था के जगह समानांतर सेंगेल मानकी-मुंडा की नियुक्ति की गई है।
वहीं वंशानुगत एवं हकूकनामा के आधार पर नियुक्ति मानकी-मुंडा व्यवस्था को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया है। सालखन मुर्मूके द्वारा सेंगेल मानकी-मुंडा की नियुक्ति जिला में किये जाने के कारण हकूकनामा के आधार पर विधिवत रुप से नियुक्त मानकी-मुंडाओं में आक्रोश है। इसमें दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति भी बन सकती है। इससे आम जन दिग्भ्रमित होंगे और समाज में आपसी दुश्मनी और रंजिश पैदा होगी। कोल्हान अधीक्षक ने कहा कि हकूमनामा, कोल्हान गजट, सीएनटी एक्ट समेत अन्य में मानकी-मुंडा व्यवस्था को पूरी मान्यता दी गई है। जबकि मानकी-मुंडा के मरने अथवा इस्तीफा देने पर उपायुक्त के आदेश पर कोल्हान अधीक्षक पूर्व मुंडा के नजदीकी वारिश को मुंडा के पद पर बहाल किया जाता है। यह पद वंशानुगत है।
विधिवत नियुक्त मानकी एवं मुंडा के द्वारा भू-राजस्व की वसूली भी की जाती है। गांव की छोटी मोटी झगड़ों को विल्किंसन रुल के तहत सुनवाई भी करते हैं। इन मामले में जांच की जा रही है। इसमें दोषी पाये जाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध निश्चित रुप से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
Jun 03 2023, 10:36