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*नदियों के तटीय क्षेत्र के गांवों में डूबने से बचाव और बाढ़ बचाव का दिया जा रहा है प्रशिक्षण*


गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में नदियों का संजाल है जिसमें मुख्य रुप से गंगा, घाघरा, राप्ती इत्यादि नदियां विद्यमान है। इन नदियों के तटीय क्षेत्र में बहुत सारे गांव बसा हुआ है, नदियों के समीप बसे हुए गांव के बच्चे ग्रीष्मकालीन में नदियों में नहाने के लिए जाते हैं और खेल-खेल में अपनी जान गवां बैठते हैं।

उपर्युक्त तराई बेल्ट में प्रत्येक वर्ष लगभग सैकड़ों लोगों का नदी में डूबने के कारण मौत हो जाती है।

उपर्युक्त घटनाओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने प्रत्येक जिले में सक्रिय आपदा सलाहकारों से डुबने की घटनाओं का आंकड़ा इकट्ठा किया गया और जहां पर सबसे ज्यादा डुबने की घटना घटित हुई है उन स्थानों को रेड जोन में रखा गया है।

इन क्षेत्रों में कम से कम ऐसी घटना घटित हो इसके लिए 11वीं एनडीआरएफ के मनोज कुमार शर्मा , डीआईजी के दिशा-निर्देशन में एनडीआरएफ के द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है।

जिसके अंतर्गत आज जनपद गोरखपुर के तहसील सहजनवा के कोलिया ग्राम सभा के लोगों को जागरूक करने के लिए ग्राम प्रधान राजेंद्र निषाद के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस अभियान के अंतर्गत निरीक्षक सुधीर कुमार एवं प्रशिक्षक टीम ने गांव वालों को बताया की घरेलू सामान से तैरने वाली वस्तु , स्ट्रेचर को कैसे तैयार किया जाता है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है, सर्प दंश के दौरान क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए, आकाशीय बिजली से बचाव का तरीका, डूबते हुए व्यक्ति को बचाने का तरीका एवं पानी निकालने का तरीका, सी.पी.आर पद्धति के बारे में प्रदर्शन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया एवं गांव के लोगों द्वारा उपयुक्त प्रशिक्षण का अभ्यास कराया गया तथा बाढ़ से पहले बाढ़ के दौरान एवं बाढ़ के उपरांत के क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए।

इसके बारे में विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दिया गया।डीडीएमए से अंकित कुमार एवं राणा प्रताप सिंह मौजूद रहे

*बच्चे का अपहरण कर बेरहमी से हत्या, हाथ-पैर बांधने के बाद मुंह में कपड़ा ठूंसकर दबाया गला*


गोरखपुर। हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। पड़ोसी ने छात्र का अपहरण करने के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हाथ, पैर बांधने के बाद मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला दबाया गया था।

देर रात पुलिया के नीचे अचेतावस्था में मिले छात्र को हरपुर-बुदहट थाना पुलिस ने बीआरडी में भर्ती कराया था। अपहरण के आरोपित पड़ोसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

हरपुर-बुदहट क्षेत्र के गोरेडीह निवासी सत्यनारायण सिंह गीडा की फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। पांच भाई बहनों में चौथे नंबर का उनका 11 वर्षीय पुत्र आयुष सिंह गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन का छात्र था।

बुधवार की सुबह 11.30 बजे स्कूल से लौटते समय पड़ोसी रामसिंह अपनी बाइक से लेकर चला गया। देर शाम तक आयुष के घर न पहुंचने पर बहनों ने खोजबीन शुरू की। पता न चलने पर सत्यनारायण को बताया। साथ में पढ़ने वाले गांव के बच्चों से पूछने पर पता चला कि आयुष को रामसिंह अपनी बाइक से ले गया था।सत्यनारायण के पूछने पर उसने जानकारी होने से इंकार कर दिया जिसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी हरपुर-बुदहट थाना पुलिस को देने के साथ ही अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।

आरोपित को हिरासत में लेकर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। रामसिंह की निशानदेही पर रात एक बजे कटाई टीकर के पास पुलिया के नीचे आयुष को बरामद किया। उसके दोनों हाथ-पैर बंधे होने के साथ ही मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था।

अचेतावस्था में पुलिस बीआरडी मेडिकल कालेज ले गई जहां गुरुवार की सुबह आयुष की मृत्यु हो गई। रामसिंह ने आयुष की हत्या क्यों की पुलिस इसकी जांच कर रही है।

आयुष के मां की मृत्यु पांच वर्ष पहले हो गई थी। उसकी देखभाल बड़ी बहन अंबिका, अंकिता, अनामिका करती थीं। सात वर्ष की राखी सबसे छोटी है। एकलौते भाई की हत्या के बाद बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।रामसिंह ने सात वर्ष पहले खोराबार क्षेत्र में ट्रक लूटने के लिए मालिक की हत्या कर दी थी।

ट्रक सिखाने के बहाने उन्हें अपने साथ ले गया था। खोराबार थाना पुलिस ने आरोपित को जेल भेजा था, इस मामले में वह चार वर्ष बाद जेल से छूटा था।

*महायोगी गोरखनाथ विवि में मनाया गया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस*


गोरखपुर । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के तत्वावधान में गुरुवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया गया। अधिष्ठाता संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय प्रो. सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने नई दिल्ली से प्रसारित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को लाइव देखा और सुना।

संबोधन के दौरान पीएम मोदी द्वारा साझा किए गए परमाणु परीक्षण, वैश्वीकरण की नई ऊंचाई, रेडियोलॉजी, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी में नवीनीकरण को प्रोत्साहन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को सुनकर विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे भी शोध, नवाचार आदि के जरिये भारत की प्रगति में अपनी भूमिका को सुदृढ़ करेंगे।

प्रधानमंत्री ने अपनी बात रखते हुए अटल टिंकरिग लैब, अटल इनोवेशन सेंटर एवं अटल इनक्यूबेशन सेंटर के संचालन एवम महत्ता के बारे में विस्तार से बताया। उन्हें इस बात को भी साझा किया आज भारत का वैश्वीकरण व प्रौद्योगिकी में विश्व में 81वें स्थान से 40वें स्थान और स्टार्टअप में तीसरे स्थान पर आना भारतीयों के सामर्थ्य एवम बुद्धिमता को प्रदर्शित करता है।

उन्होंने विभिन्न ऑनलाइन डिजिटल ऐप जैसे ऑनलाइन बर्थ सर्टिफिकेट, ई-पाठशाला, दीक्षा, ई-संजीवनी, एम-पासपोर्ट एवं डीजी लॉकर के बढ़ते उपयोग को भारत के विकास से जोड़ा।

इस अवसर पर संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय की सहायक आचार्य डॉ. अनुपमा ओझा, सहायक आचार्य डॉ. पवन कुमार कन्नौजिया, सहायक आचार्य डॉ. अमित कुमार दुबे, डॉ अखिलेश कुमार दुबे, धनंजय पांडेय,सुश्री प्रभा शर्मा, सुश्री प्रियांशी, सुश्री अपूर्वा आनंद सिंह, सुश्री सृष्टि प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।

*प्रसव और गर्भपात पश्चात आईयूसीडी या नसबंदी का चुनाव श्रेयस्कर*


गोरखपुर। प्रसव व गर्भपात के लिए जो भी लाभार्थी आती हैं उन्हें पीपीआईयूसीडी व पीएआईयूसीडी लगवाने और परिवार पूरा होने पर नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए । दोनों स्थितियों में इन दोनों साधनों का चुनाव श्रेयस्कर होता है ।

जब लाभार्थी अस्पताल में आएं तो उसी समय उन्हें इन साधनों की महत्ता और प्रसव एवं गर्भपात की स्थिति में इनके चुनाव की महत्ता से अवगत करा दिया जाना चाहिए । इस कार्य में परिवार नियोजन काउंसलर के अलावा विशेषज्ञ महिला चिकित्सक, नर्स मेंटर, लेबर रुम इंचार्ज व एएनएम की भूमिका अहम है ।

यह बातें जिला महिला अस्पताल के कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार ने कहीं । वह जिला महिला अस्पताल में परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक का आयोजन स्वयंसेवी संस्था पीएसआई इंडिया के सहयोग से किया गया ।

बैठक के दौरान संस्था के प्रतिनिधियों ने जिला महिला अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक को अवगत कराया गया कि अस्पताल में औसतन 600-700 संस्थागत प्रसव प्रति माह होता है ।

इनमें से औसतन 50 से 80 महिलाएं पीपीआईयूसीडी की सेवा लेती हैं, जबकि एक दो महिलाएं ही नसबंदी करवा रही हैं। अगर इनको प्रसव कक्ष में आने के साथ ही दोनों साधनों का महत्व समझा दिया जाए तो अधिकाधिक महिलाएं इसका लाभ ले सकती हैं। इसी प्रकार प्रति माह के औसतन 20 गर्भपात के सापेक्ष एक से दो महिला नसबंदी या पीएआईयूसीडी की सेवाएं अपनाई जा रही हैं।

कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जिला महिला अस्पताल के प्रतिभागियों से कहा कि वह लाभार्थियों को बताएं कि प्रसव के लगभग डेढ़ माह बाद महिला के पुनः गर्भधारण की आशंका बढ़ जाती है । ऐसे में प्रसव के 48 घंटे के भीतर या प्रसव के छह सप्ताह बाद तक पीपीआईयूसीडी अपना कर दो बच्चों में अंतराल रखा जा सकता है । गर्भपात होने के बाद तुरंत या बारह दिन के अंदर पीएआईयूसीडी लगवाई जा सकती है, बशर्ते आयूसीडी का संक्रमण या चोट न लगा हो । दोनों साधन 10 साल तक गर्भनिरोधन के लिए भी अपनाए जा सकते हैं । जिनका परिवार पूरा हो चुका है, वह भी इन साधनों का इस्तेमाल कर सकते हैं । इन दोनों साधनों का इस्तेमाल चिकित्सकीय स्क्रिनिंग व परामर्श के आधार पर ही किया जाना चाहिए। अगर लाभार्थी दोनों साधनों के लिए पात्र नहीं है और परिवार पूरा हो गया हो तो महिला नसबंदी के लिए प्रेरित करना है ।

बैठक में शहरी स्वास्थ्य मिशन की मंडलीय समन्वयक डॉ प्रीति सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद, हॉस्पिटल के क्वालिटी मैनेजर डॉ कमलेश, हेल्प डेस्क मैनेजर अमरनाथ जायसवाल, परिवार नियोजन काउंसलर ज्योति, पीएसआई इंडिया संस्था की प्रतिनिधि कृति पाठक व प्रियंका सिंह ने प्रमुख तौर पर प्रतिभाग किया ।

तो अपनाएं महिला नसबंदी

डॉ कुमार ने बताया कि परिवार पूरा हो जाने पर महिला नसबंदी सर्जिकल गर्भपात के तुरंत बाद या सात दिन के भीतर, जबकि चिकित्सकीय गर्भपात अगले माहवारी आने के एक से सात दिन के भीतर परिवार पूरा होने की स्थिति में अपनाई जा सकती है । सामान्य प्रसव की स्थिति में प्रसव के 72 घंटे के भीतर और सर्जरी से प्रसव की स्थिति में सर्जरी के साथ ही नसबंदी करानी चाहिए। दोनों नसबंदी की सफलता की संभावना अपेक्षाकृत ज्यादा होती है।

*पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव के नवनिर्मित वेबसाइट को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने किया लांच*


गोरखपुर। हिमाचल प्रदेश के

महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने गुरुकृपा संस्थान एवं अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में विगत एक दशक से भी ज्यादा समय से पखवारे भर विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा आयोजित होने वाले पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव का नवनिर्मित अधिकृत वेबसाईट

www.bismilbalidanimela.com लांच किया।

राज्यपाल श्री शुक्ल ने वेबसाइट लांचिंग के मौके पर अपनी शुभकामनाए दी और कहा कि संपूर्ण गतिविधियों को डिजिटल प्लेट फार्म द्वारा ऑनलाइन के माध्यम से इतिहास को पढ़ने और समझने में सुविधा होगी।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए बृजेश राम त्रिपाठी ने बताया कि काकोरी एक्शन प्लान की विस्तृत जानकारी बलिदानी मेले के 2010 से अब तक हुए आयोजन से जुड़े स्मृतियों को संजोया गया है। उन्होंने कहा कि

वेबसाईट में देश के स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिवीरों, बलिदानियों के इतिहास और गौरव को भावी पीढ़ी तक संदेश पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।

इस अवसर पर पूर्व विधान परिषद सदस्य विनोद पांडेय,

वेबसाईट बनाने वाले राहुल मिश्रा, विशाल मिश्रा, मदन किशोर त्रिपाठी, सत्येंद्र राम त्रिपाठी, प्रदीप त्रिपाठी, हरी गोविंद सिंह, अश्वनी पांडेय महेश चंद्र दूबे, सुनील शुक्ला सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध किए जाने की बात को लेकर हनुमान चालीसा पाठ कर जताया विरोध

गोरखपुर। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल गोरखपुर महानगर द्वारा कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस द्वारा अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना आतंकवादी संगठन पी एफ आई से करने व सरकार बनने के बाद धार्मिक संगठन बजरंग दल को बैन करने की घोषणा करने की विरोध में आज दाऊदपुर स्थित मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ बजरंग दल ने अपना विरोध जताया।

कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान हनुमान की 11 बार हनुमान चालीसा पाठ मंत्र भगवान हनुमान की आरती के साथ हुआ।कार्यक्रम में प्रांत उपाध्यक्ष डॉ आर पी शुक्ला ने कहा कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपना मेनिफेस्टो जारी करते समय जिस प्रकार एक प्रखर राष्ट्रभक्त संगठन बजरंग दल की तुलना कुख्यात राष्ट्र विरोधी, आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन के साथ की है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। 

विश्व हिन्दू परिषद  प्रांत प्रचार प्रमुख दुर्गेश त्रिपाठी और प्रांत सुरक्षा प्रमुख गोपाल ने कहा कि बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता देश के लिए समर्पित है। वहीं, PFI की गतिविधियों से पूरी दुनिया परिचित है। जहां जहां भी पीएफआई के लोग सर तन से जुदा गैंग के रूप में खड़े हुए और कांग्रेस की सरकारों ने उनका समर्थन किया वहां, बजरंग दल के कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके का प्रयोग करके उसके आतंक को समाप्त करने में लगे। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और पी एफ आई का जिस प्रकार गठबंधन रहा है यह स्वाभाविक है। इन सब बातों के कारण से बजरंग दल कांग्रेस की आंखों की किरकिरी बना है। उन्होंने ललकारते हुए कहा कि तुम देश की जनता को धोखा नहीं दे सकती सोनिया गांधी!! जिस प्रकार से तुमने कोशिश की है बजरंग दल को एक गलत तरीके से बदनाम करने की, देश की जनता इसको स्वीकार नहीं करेगी। बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता इसको चुनौती के रूप में ले रहा है।

उपस्थित बजरंगीयों ने चेताया कि हम राजनीति में नहीं पड़ा करते लेकिन, आप हम को राजनीति में घसीटना चाहती हैं तो हम उस क्षेत्र में भी आपको जवाब देना चाहेंगे। किसी प्रकार से आपके गलत मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे। आप बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात करती है। वहीं, आप भूल गईं की आप ही ने संसद के अंदर सिमी पर प्रतिबंध का विरोध किया था।

आप ही के लोगों ने सिमी जैसे देशद्रोही संगठन के प्रतिबन्ध का विरोध करते समय सड़कों पर प्रदर्शन किए थे।आप बजरंग दल की बात करती हैं तो आपका छुपा हिन्दू द्रोही एजेंडा खुलकर सामने आ गया है। बजरंग दल और देश की जनता इस चुनौती को स्वीकार करते हैं और इसका हर लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रांत विधि प्रमुख अभय प्रताप शाही प्रांत दुर्गा वाहिनी संयोजिका रानी साहनी गोपाल निषाद प्रान्त प्रसार प्रमुख मनोज गौड़ प्रचार प्रमुख राहुल गुप्ता पूर्व महानगर संयोजक देवी लाल गुप्ता , मुकेश दुआ बाबूलाल विनय कुमार पांडे राजेश पाल ,बलराम त्रिपाठी पंडित श्याम नारायण शुक्ल ,दम्पति कुमार सिंह, महानगर कार्याध्यक्ष सूर्यनाथ सिंह रीता शर्मा संजय श्रीवास्तव ,स्वीटी माही,सीमा गुप्ता,निधि मिश्रा, रागनी तिवारी,निशा नायक,सुप्रिया आदि बजरंग दल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

*पूर्वांचल रत्न से सम्मानित हुए विभूतियां*

गोरखपुर। गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब की ओर से बुधवार को शिप्रा लॉन में पूर्वांचल रत्न सम्मान समारोह आयोजित कर समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, पद्मश्री प्रो विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, प्रो रामदेव शुक्ल, प्रो आनंत मिश्र और महाकाल के प्रतिनिधि रमन त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला का गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब की कार्यकारिणी ने संस्थापक सदस्य डॉ एसपी त्रिपाठी के नेतृत्व में स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे।

मंच से अपने उद्बोधन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के पत्रकारों ने समाज के सागर से कुछ मोतियों को निकालकर समाज के सामने प्रदर्शित कर सम्मानित किया है।

उन्होंने पद्मश्री से सम्मानित विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की बात कहते हुए कहा कि इस देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को चुन-चुन कर सम्मानित किया जा रहा है। आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को जब राज्यपाल ने पद्मश्री से सम्मानित किया तो गोरखपुर झूम उठा।

 प्रधानमंत्री की मन की बात की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब अपने मन की बात कहते हैं। उसमें राजनीति नहीं होती है। उन्होंने एक श्रृंखला जोड़ी है। जिसके तहत प्रतिभाशाली लोगों को पद्मश्री और पद्म विभूषण जैसे देश के बड़े पुरस्कार दिए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जो सामाजिक कार्य दूसरे वर्ग के लोगों को करना चाहिए वह आज पत्रकार कर रहे हैं। मेरी इच्छा है की ऐसे पत्रकारों को प्रशस्ति पत्र दिया जाए। कहा कि सूत्रों के माध्यम से सागर में नीर और क्षीरकरने की महारत पत्रकारों को हासिल है। साहित्यकारों को सम्मान देने का कार्य जो गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब ने किया है। वह दिल्ली और अन्य जगहों के पत्रकार नहीं कर पाए। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पद्मश्री प्रोफेसर विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने कहा कि इस कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले को बधाई देता हूं। सम्मान एक सामाजिक स्वीकृति है। यदि समाज में और असम्मानित व्यक्ति को सम्मान मिलता है तो वह समाज जंग लगे लोहे की तरह टूट जाता है। यह सम्मान धन से अर्जित नहीं किया जा सकता है।

जब कोई व्यक्ति अपने कौशल और हुनर से कर्म करता है तो नहीं सोचता है कि उसे इस कार्य के लिए सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजाओं के दरबार में ऋषियों और दार्शनिकों को सम्मानित किया जाता था। यह परंपरा आज भी मौजूद है। उन्होंने कहा कि साहित्य को समाज का इंजीनियर और पत्रकारों को समाज की आंख कहा जाता है।

कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा का सवाल जब भी होता है तो उसकी आवाज मैं सदन में जरूर उठता हूँ। किसी जज को न्याय देने के लिए 10 साल लग जाते हैं, लेकिन पत्रकार अपने खबर के माध्यम से प्रतिदिन पीड़ित लोगों के लिए न्याय करते हैं। मैं पत्रकारों की निर्भीकता से भी सीखता हूं।

प्रोफेसर रामदेव शुक्ल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के बारे में कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है की गोरखपुर विश्वविद्यालय का कोई छात्र राज्यपाल बना है। प्रोफेसर अनंत मिश्र ने कहा कि मनुष्य की यात्रा विष से अमृत की है। इस धरा पर पत्रकार और साहित्यकार इस विष का रसपान करते हैं। यह परंपरा हमारे देश में हजारों वर्षों से है। देश के प्रतिभाशाली लोगों ने हमेशा ही समाज से विष को समाप्त करने का बीड़ा उठाया है।

गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के अध्यक्ष मारकंडेय मणि त्रिपाठी ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी पत्रकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हैं। आज इस कार्यक्रम में उन लोगों को सम्मानित किया जा रहा है। जो अभाव में बिना किसी लालसा के समाज में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं।

स्वस्तिवाचन से हुआ शुभारम्भ

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर महर्षि सावर्ण देव विद्यापीठ के आचार्य गणों ने स्वस्तिवाचन किया। उसके बाद प्रेस क्लब की कार्यकारिणी ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण किया। इस अवसर पर युवक अनमोल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल का स्केच बनाकर भेंट किया।अतिथियों के लिए स्वागत भाषण गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के अध्यक्ष मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी ने दिया। कार्यक्रम का संचालन संजय तिवारी और आभार प्रकट महामंत्री मनोज यादव ने किया। कार्यक्रम का राष्ट्रगान से समापन हुआ।

पूर्वांचल रत्न से हुए सम्मानित

शिक्षा के क्षेत्र में इतिहासकार प्रो शिवाजी सिंह, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ आरएन सिंह, धर्मार्थ कार्य के लिए गीता प्रेस के प्रबंधक लालमणि तिवारी, रंगमंच के क्षेत्र में केसी सेन, शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में डॉ शरद मणि त्रिपाठी, खेल (कुश्ती) के क्षेत्र में चंद्र विजय सिंह, चित्रकला के क्षेत्र में ममता केतन, समाज सेवा के क्षेत्र में बृजेश राम त्रिपाठी, संगीत के क्षेत्र में अमित अंजन, मूर्तिकला के क्षेत्र में सुशील गुप्ता, टेराकोटा (लोक कला) के क्षेत्र में रामचंद्र प्रजापति, खेल (बैडमिंटन) के क्षेत्र में डेफ ओलंपिक पदक विजेता आदित्या यादव, खेल (निशानेबाजी) के क्षेत्र में इलहान, मूर्तिकला के क्षेत्र में भास्कर विश्वकर्मा, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष सर्वेश दुबे, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत सरोद वादक आर्यन चटर्जी, और तबला वादक अमेय शंकर गंगानी को सम्मानित किया गया।

साहित्यकारों का हुआ सम्मान

साहित्यकार पद्मश्री प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी, साहित्यकार प्रोफेसर रामदेव शुक्ल, साहित्यकार प्रोफेसर आनंद मिश्र का हुआ सम्मान।

*खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मशाल रैली का गोरखपुर में जोरदार स्वागत*


गोरखपुर । उत्तर प्रदेश की मेजबानी में होने जा रही खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मशाल रैली (टॉर्च रिले) मंगलवार अपराह्न गोरखपुर पहुंची। टॉर्च रिले के यहां पहुंचने पर जिला प्रशासन व खेल विभाग की तरफ से सीहापार व रीजनल स्टेडियम में जोरदार स्वागत किया गया। टॉर्च रिले के स्वागत में बुधवार सुबह छह बजे भी रीजनल स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन होगा।

टॉर्च रिले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 5 मई को लखनऊ से रवाना किया था। मंगलवार को यह गोरखपुर पहुंची। जनपद की सीमा पर सीहापार में इसकी अगवानी की गई और वहां से इसे रीजनल स्टेडियम लाया गया। रीजनल स्टेडियम में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर के नेतृत्व में कई खिलाड़ी संघों के पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में मौजूद खिलाड़ियों ने टॉर्च रिले का स्वागत किया।

स्वागत का यह क्रम बुधवार सुबह भी जारी रहेगा। इस अवसर पर हॉकी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरज सिंह हरीश, दिनेश सिंह, माया शंकर शुक्ल, जय यदुवंशी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करने वाले शहरों में गोरखपुर भी शामिल है। सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर के रामगढ़ताल में 27 से 31 मई तक पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर रोइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता को लेकर जन जागरूकता का भी व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत बुधवार को सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक शिक्षण संस्थानों में कई कार्यक्रमों व सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।

होटलों में ठहराए जाएंगे प्रतिभागी

रोइंग प्रतियोगिता के प्रतिभागी खिलाड़ियों व अन्य स्टाफ को अच्छे होटलों में ठहराया जाएगा। महिला व पुरुष खिलाड़ी अलग अलग होटलों में रुकेंगे। प्रारंभिक तौर पर इसके लिए होटल प्रगति इन, होटल प्रदीप, होटल पार्क एवेन्यू, होटल कृष्णा व होटल पोर्टिको का चयन किया गया है।

खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए यहां महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन होटलों पर 24 घंटे एम्बुलेंस चिकित्सा दल को मुस्तैद रखा जाएगा।

*जिसे गोद में खिलाया उसकी मूर्ति अनावरण करने आया: शिव प्रताप शुक्ल*


खजनी/ गोरखपुर। मल्ल कला के उदिप्त सितारे के रूप अपनी आभा और स्वर्णिम छटा से क्षेत्र एवं राष्ट्र को आलोकित करने निकले भारत केसरी स्व.चंद्रप्रकाश मिश्र गामा पहलवान आज भले ही हमारे बीच नहीं किंतु उनकी स्मृतियां सदैव जीवंत रहेंगी।

उक्त विचार मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने अपने पैतृक गांव रूद्रपुर में चंद्रप्रकाश मिश्र उर्फ गामा पहलवान की मूर्ति अनावरण एवं स्मारिका विमोचन के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज जिसकी मूर्ति का अनावरण करने आया हूं उसे गोद में खिलाया था।

विशिष्ट अतिथि गोवर्धन पुरी पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि मल्लकला एक अनादि विद्या और ऋषियों की परंपरा है इसका उल्लेख धनुर्वेद में मिलता है। अध्यक्षता कर रहे देवरिया के सांसद डॉ.रमापति राम त्रिपाठी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मिश्र परिवार ने विगत 135 वर्षों से मल्लकला (कुश्ती) को जीवित रखा है। इसे जीवित रखना हम सभी का सामूहिक दायित्व है।

कार्यक्रम का संचालन सत्यवीर राम त्रिपाठी व अभिजीत मिश्रा ने किया। इससे पूर्व गामा पहलवान जन कल्याण ट्रस्ट के तत्वावधान में प्रातः 9.30 बजे खजनी कस्बे में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुख्य अतिथि एवं शंकराचार्य के द्वारा गामा पहलवान की प्रतिमा का अनावरण किया गया। तथा दीप प्रज्वलन अतिथियों के माल्यार्पण स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र भेंट दे कर आयोजन का शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर खजनी विधायक श्रीराम चौहान,ब्लाॅक प्रमुख अंशु सिंह,देवी पाटन के ब्लाॅक प्रमुख शक्ति सिंह, डॉक्टर संजयन त्रिपाठी, पूर्व विधायक संत प्रसाद बेलदार,माया शंकर शुक्ल ब्लाक प्रमुख उरूवां कृपा शंकर उर्फ जुगुनू दूबे,जिला पंचायत सदस्य राष्ट्रीय पहलवान अरविन्द राय भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी, भाजपा किसान मोर्चा के महामंत्री रत्नेश पांडेय, पूर्व जिला पंचायत सदस्य हरिशंकर उर्फ हरी सिंह,हियुवा के महासचिव रामपाल सिंह, मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी,अंशुमाली धर द्विवेदी भक्ति दूबे,प्राथमिक शिक्षक संघ जिला उपाध्यक्ष राजेश पांडेय,संगम उर्फ राहुल तिवारी, रूद्र प्रताप सिंह,अर्जुन जायसवाल,दिनेश पांडेय,सतीश उपाध्याय,रामअशीष बेल्दार,सोनू सिंह एवं परिजनों में प्रेमशंकर मिश्रा,डॉक्टर उदय प्रकाश मिश्रा,गणेश शंकर मिश्रा, उमाशंकर मिश्रा,संजय मिश्रा,शुभम, आदित्य, आकाश,अमर,अनुज, ओमप्रकाश मिश्रा,अश्वनी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

*हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने सीएम योगी से की शिष्टाचार भेंट*


गोरखपुर। गोरखपुर प्रवास पर आए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मंगलवार सुबह गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। गुरु गोरखनाथ का विधिवत दर्शन पूजन करने के बाद उन्होंने यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने श्री शुक्ल का अभिनंदन करते हुए उनका कुशलक्षेम पूछा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उन्हें शॉल व हिमाचली टोपी भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान श्री योगी एवं श्री शुक्ल ने सांस्कृतिक विकास व अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। शिष्टाचार भेंट के संबंध में राजभवन हिमाचल प्रदेश के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया गया कि आस्था और विश्वास के केंद्र विख्यात धार्मिक स्थल गोरखनाथ मंदिर में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने माथा टेका और पूजा-अर्चना की। राज्यपाल ने गोरक्षनाथ जी से सबकी सुख-समृद्धि व रक्षा के लिये प्रार्थना की।

सीएम योगी ने की गोसेवा, बतखों को दिया दाना

सोमवार शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान मंगलवार सुबह गोसेवा की। मंदिर की गोशाला में जाकर उन्होंने गोवंश को दुलारा और उन्हें गुड़ खिलाया। मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए वह भीम सरोवर पहुंचे और यहां विचरण कर रहे बतखों को भी दाना दिया।

इसके पूर्व उन्होंने गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया और अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधिस्थली पर जाकर उन्हें नमन किया।