डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में शिक्षकों ने किया धरना प्रदर्शन
लखनऊ । राजधानी स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ में आज सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक सभी शिक्षकों ने लोहिया चौक पर धरना प्रदर्शन किया। उनकी प्रमुख मांगे में उन्होने शिक्षकों के प्रमोशन का लिफाफा एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग बुलाकर तुरंत खोलने की बात रखी। दूसरे प्रमुख बिंदु में शिक्षकों के स्थायीकरण का पत्र शिक्षकों को तुरंत सुलभ कराना था।
शिक्षकों का कहना है कि जब तक यह दोनों मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक कोई भी शिक्षक अब कल से ना तो कोई प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन लेगा ना कोई वाइवा इत्यादि होगा। ना ही परीक्षा का प्रश्न पत्र बना कर देगा ,ना परीक्षा के संचालन में किसी भी प्रकार का सहयोग करेगा ।
शिक्षकों का कहना है कि कार्य परिषद् की बैठक हो या २०१३ के शासनादेश के तहत पदों के स्थाईकरण, दोनो ही प्रक्रियाएं किसी भी विश्व विद्यालय प्रशासन के आमतौर पर होने वाली प्रक्रिया है, जिसे लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय ने तिल का ताड़ बना दिया है। अतः मांगे पूरी हो जाने के बाद ही विश्वविद्यालय सुचारू रूप से चल पाएगा। आए दिन अपने शिक्षकों को मानसिक प्रताड़ना दे लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ शिक्षकों की सेवाओं को नजरंदाज कर, उनकी भावनाओं से खिलवाड़ कर रहा है।
शिक्षकों का मनोबल गिराना ही विश्व विद्यालय प्रशासन का लक्ष्य बन गया है। शिक्षकों का कहना है, जब तक ये मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे अपने कार्यालय में अपना शोध इत्यादि करते रहेंगे और विश्वविद्यालय आते रहेंगे । बताते चलें कि विश्व विद्यालय के वित्त अधिकार ने शिक्षकों को मार्च माह का वेतन भी अभी तक निर्गत नहीं किया है।
विश्व विद्यालय में अशांति और अरजकता को देखते हुए कुछ छात्र गुटों ने भी अपनी समस्याएं रखते हुए शिक्षकों के मुद्दों से सरोकार दिखाया और सामने आने वाली चारों तरफ अराजकता के माहौल पर चर्चा की। कुछ छात्रों ने शोध और अनुसंधान समक्ष आ रही "प्लेजरिजम्म सॉफ्टवेयर" और पुस्तकालय संबंधी भी समस्याएं उठाई।
प्रदर्शन कर रहे विधि विश्वविद्यालय के शिक्षकों के समक्ष कुलसचिव प्रस्तुत हुए जहां शिक्षकों ने उनसे प्रश्नोत्तरी श्रृंखला संवाद किया। प्रर्दशन के दौरान राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने निम्न प्रश्न पूछे, जिसका ऑडियो वीडियो रिकॉर्ड तैयार किया गया।
इस मामले में बड़ी ही संक्षिप्त टिप्पणी करते हुए कुलसचिव अनिल मिश्र ने कहा कि उन्हे कुलपति प्रो सुबीर भटनागर द्वारा स्थाईकरण और एक्जीक्यूटिव कौंसिल की बैठक कराने हेतु शासन से संवाद करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं और अब इस धरना प्रदर्शन के बाद इससे संबंधित शासन से संवाद में तेजी लाई गई है। विश्वविद्यालय जल्द ही इन दोनों प्रक्रिया को पूरी कर लेगा।हालांकि शिक्षकों ने कहा कि जब तक उनकी प्रमुख मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। शिक्षक विश्व विद्यालय में अप्रैल में होने वाली वार्षिक परीक्षाओं में सहयोग नहीं करेगें।
Apr 07 2023, 18:50