लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, सत्र के आखिरी दिन भी नहीं हो सका कामकाज
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लोकसभा की बैठक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।बजट सत्र का दूसरा हिस्सा हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने अदाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग को हंगामा किया तो सरकार की तरफ से लोकतंत्र को लेकर लंदन में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर माफी की मांग पर हंगामा किया।
सत्र के दौरान 25 बैठकें हुई
बृहस्पतिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर काले कपड़े पहले कांग्रेस सदस्यों सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसद आसन के समीप आकर जेपीसी की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बजट सत्र के दौरान हुए कामकाज का ब्यौरा प्रस्तुत किया। बिरला ने कहा कि 17वीं लोकसभा के 11वें सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को हुई जिस दिन राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण दिया। इस पर 13 घंटे 44 मिनट तक चर्चा चली, इस चर्चा में 143 सदस्यों ने भाग लिया और प्रधानमंत्री ने इसका जवाब दिया। सभा ने सर्वसम्मति से अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित किया। उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान 25 बैठकें हुई जो लगभग 45 घंटे 55 मिनट तक चली। लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि वित्त मंत्री ने एक फरवरी को वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया। सदन में इस पर 14 घंटे और 45 मिनट तक चर्चा हुई और वित्त मंत्री (निर्मला सीतारमण) ने इसका जवाब दिया। उन्होंने बताया कि सदन ने अनुदान की मांगों और संबंधित विनियोग विधेयक को मंजूरी दी। सत्र के दौरान आठ विधेयक पुन: स्थापित किए गए और छह विधेयक पारित हुए।
लोकसभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि आपका जिस प्रकार का आचरण है, वह सदन की उच्च परंपरा के अनुरूप नहीं है। इस तरह से सदन की गरिमा को गिराना कतई उचित नहीं है। मैं सदन में चर्चा कराना चाहता हूं, मैंने हमेशा चर्चा के लिए समय दिया है। बिरला ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि आप सदन में चर्चा नहीं करना चाहते और कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं।
विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक निकाला ‘तिरंगा मार्च’
इधर, लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद दिल्ली में संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकाला। कांग्रेस के अलावा द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसे समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों और वाम दलों के सांसदों ने पूर्वाह्न करीब 11.30 बजे मार्च शुरू किया। हाथों में तिरंगा में ले रखे ये सांसद ‘लोकतंत्र की हत्या बंद करो’ के नारे लगा रहे थे।विपक्षी दलों ने संसद के बजट सत्र के दौरान समन्वय दिखाया है और 13 मार्च को इसके दूसरे चरण के शुरू होने के बाद से उन्होंने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किए।
स्पीकर की ‘शाम की चाय’ बैठक में शामिल नहीं होंगे 13 दल
सूत्रों की मानें तो लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक स्थगित हो जाने के बाद आज लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘शाम की चाय’ बैठक में कांग्रेस सहित 13 राजनीतिक दलों ने शामिल नहीं होने का फैसला किया है।
सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हुआ
संसद के बजट सत्र की शुरूआज 31 जनवरी को हुई और पहला चरण 13 फरवरी तक चला। सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हुआ। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा हालांकि विपक्ष की अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग और लोकतंत्र को लेकर लंदन में राहुल गांधी द्वारा की गई एक टिप्पणी पर सत्ता पक्ष द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से माफी मांगने पर जोर देने के कारण हुए हंगामे की भेंट चढ़ गया
Apr 06 2023, 15:14