Meta के इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप ने फरवरी 2023 में इंडिया में 45 लाख अकाउंट्स को किया बैन, कंपनी ने मंथली रिपोर्ट में दी जानकारी
इंडिया में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp ने बड़ी कार्रवाई की है। फरवरी में कंपनी ने 45 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया है। ये संख्या हाल के महीनों में बैन किए गए अकाउंट्स की संख्या से काफी ज्यादा है। Meta के मालिकाना हक वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने मंथली रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इन अकाउंट्स से वॉट्सऐप को गलत तरीके से चलाया जा रहा था। यूजर्स द्वारा शिकायत मिलने पर ये एक्शन लिया गया। बता दें कि ये कार्रवाई नए इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी नियम 2021 के तहत हुई है।
वॉट्सऐप ने जनवरी में 29 लाख, दिसंबर में 36 लाख और नवंबर में 37 लाख खातों पर प्रतिबंध लगाया था। यूजर्स सुरक्षा संबंधी इस रिपोर्ट में यूजर्सओं से मिली शिकायतों और उनपर वॉट्सऐप की ओर से की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया गया है। साथ ही ऐप के दुरुपयोग को रोकने के लिए वॉट्सऐप की तरफ की गई एहतियाती कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी गई है।
वॉट्सऐप के एक प्रवक्ता के मुताबिक लेटेस्ट मंथली रिपोर्ट के अनुसार वॉट्सऐप ने फरवरी के महीने में 45 लाख से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगाया है। +91 फोन नंबर के जरिए पता चलता है कि ये इंडियन अकाउंट है।
एहतियातन बैन किए अकाउंट
शनिवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है, ‘एक फरवरी, 2023 से 28 फरवरी, 2023 के बीच 45,97,400 वॉट्सऐप खातों पर प्रतिबंध लगाया गया। इनमें से 12,98,000 खातों को यूजर्स की ओर से कोई शिकायत मिलने से पहले ही एहतियात के तौर पर प्रतिबंधित किया गया। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी के दौरान 2,804 शिकायत रिपोर्ट प्राप्त हुईं और 504 खातों पर ‘कार्रवाई’ की गई।
प्राप्त हुई कुल रिपोर्टों में से 2,548 में ‘प्रतिबंध की अपील’ की गई थी, जबकि अन्य शिकायतें अकाउंट सपोर्ट, प्रोडक्ट सपोर्ट, सुरक्षा और अन्य मुद्दों से संबंधित थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हम प्राप्त हुई सभी शिकायतों का जवाब देते हैं। केवल उन शिकायतों का जवाब नहीं दिया जाता जो हूबहू पिछली शिकायत जैसी होती हैं।
IT Rules के तहत हुई कार्रवाई
इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) नियम के तहत (50 लाख से अधिक यूजर्ल वाले) बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करना अनिवार्य होता है। इस रिपोर्ट में प्राप्त शिकायतों और उनपर की गई कार्रवाई की डिटेल्स होती है। काफी समय से नफरत भरे भाषणों, गलत सूचना और फर्जी खबरों को लेकर सोशल मीडिया कंपनियों की आलोचना होती रही है।
Apr 02 2023, 16:31