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अरविंद केजरीवाल पर गुजरात हाई कोर्ट ने लगाया 25 हजार रुपये का जुर्माना, पीएम के स्नातक और स्नातकोत्तर का विवरण मांगने का मामला


 आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गुजरात हाई कोर्ट ने 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार (31 मार्च, 2023) को फैसला सुनाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है।

फैसला सुनाते हुए गुजरात हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव ने मुख्य सूचना आयोग (CIC) के उस आदेश को भी रद्द कर दिया, जिसमें पीएमओ के जन सूचना अधिकारी (पीआईओ) और गुजरात विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के पीआईओ को पीएम नरेंद्र मोदी के स्नातक और स्नातकोत्तर का विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था। पीठ गुजरात विश्वविद्यालय द्वारा सीआईसी के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, गुजरात हाई कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। उन्होंने पीएम मोदी के डिग्री सर्टिफिकेट की डिटेल मांगी थी। सीएम केजरीवाल को यह राशि गुजरात राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के पास जमा करानी होगी।

केजरीवाल बोले- ये क्या हो रहा है?

इस खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘अनपढ़ या कम पढ़े-लिखे पीएम देश के लिए बेहद खतरनाक हैं…” माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर केजरीवाल ने लिखा, “क्या देश को ये जानने का भी अधिकार नहीं है कि उनके पीएम कितना पढ़े हैं? कोर्ट में इन्होंने डिग्री दिखाए जाने का जबरदस्त विरोध किया। क्यों? और उनकी डिग्री देखने की मांग करने वालों पर जुर्माना लगा दिया जायेगा? ये क्या हो रहा है?”

मोदी के अनुसार, उन्होंने 1978 में गुजरात विश्वविद्यालय से स्नातक और 1983 में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। पिछले महीने हुई सुनवाई के दौरान विश्वविद्यालय की ओर से सॉलिसिटर जनरल (एसजी) तुषार मेहता ने तर्क दिया था कि छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए सूचना का खुलासा करने के लिए विविधता को मजबूर नहीं किया जा सकता है।

मांगी गई जानकारी से पीएम की भूमिका का कोई लेनादेना नहीं: तुषार मेहता

सीआईसी के निर्देश का विरोध करते हुए एसजी ने तर्क दिया, “लोकतंत्र में, इस पद पर आसीन व्यक्ति के डॉक्टरेट या अनपढ़ होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। साथ ही इस मुद्दे से कोई जनहित जुड़ा नहीं है। यहां तक कि उसकी निजता भी प्रभावित होती है।” एसजी मेहता ने आगे तर्क दिया था कि मांगी गई जानकारी का सार्वजनिक शख्सियत के रूप में पीएम की भूमिका से कोई लेना-देना नहीं है। एसजी मेहता ने आगे कहा था कि मांगी गई जानकारी का सार्वजनिक शख्सियत के रूप में पीएम की भूमिका से कोई लेना-देना नहीं है।

उन्होंने कहा, “हमें किसी की बचकानी और गैर-जिम्मेदाराना जिज्ञासा को संतुष्ट करने के लिए जानकारी देने के लिए नहीं कहा जा सकता है। साथ ही, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मांगी गई जानकारी का सार्वजनिक शख्सियत के रूप में उनकी (नरेंद्र मोदी की) भूमिका से कोई लेना-देना नहीं है।” एसजी ने रेखांकित किया आरटीआई अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, मांगी गई जानकारी सार्वजनिक गतिविधि से संबंधित होनी चाहिए।

कोई बचकानी और गैरजिम्मेदाराना जिज्ञासा नहीं थी: केजरीवाल के वकील

एसजी मेहता की दलीलों का विरोध वरिष्ठ अधिवक्ता पर्सी कविना ने किया, जो अरविंद केजरीवाल की ओर से पेश हुए। उन्होंने कहा कि ‘कोई बचकानी और गैरजिम्मेदाराना जिज्ञासा नहीं थी।’ कविना ने कहा, “यदि आप नामांकन पत्र (चुनाव के दौरान दाखिल) देखते हैं, तो इसमें उनकी शैक्षणिक योग्यता का उल्लेख होता है। इसलिए, हम डिग्री प्रमाणपत्र मांग रहे हैं, न कि उनकी मार्कशीट।” उन्होंने स्पष्ट किया कि डिग्री इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं थी जैसा कि एसजी ने तर्क दिया था। कविना ने कहा, “उनका (मोदी का) एक राजीव शुक्ला के साथ साक्षात्कार नेट पर उपलब्ध है, न कि डिग्री। इसलिए, हमने डिग्री की कॉपी मांगी।”

*मुफ्त राशन लेने के दौरान पाकिस्तान में मची भगदड़, महिलाओं और बच्चों सहित 12 लोगों की मौत*

#12_killed_in_stampede_during_free_ration_distribution_in_pak

पाकिस्तान में खाद्य संकट गहराता जा रहा है। महंगाई पाकिस्तानी जनता को मारने लगी है। लोगों की अपनी भूख मिटाने के लिए जान तक गवांनी पड़ रही है। कराची स्थित एक खाद्यान्न वितरण केंद्र पर मची भगदड़ में बच्चों और महिलाओं सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। लोग यहां फ्री आटा लेने के पहुंचे थे।

यह घटना कराची के सिंध औद्योगिक ट्रेडिंग एस्टेट इलाके में हुई। शुक्रवार की शाम को यहां मुफ्त राशन बांटा जा रहा था, जिसके कारण लोगों की भीड़ जुट गई थी। हर रमजान के दौरान यहां लोग राशन बांटते हैं।आटे की बोरियां कम थी वहीं उसे लेने वाले बड़ी संख्या में थे। हर व्यक्ति अपने लिए एक बोरी चाहता था, जिसके कारण भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे जमीन पर गिर गए। लोग बिना देखे इनके ऊपर से गुजरते रहे, जिस वजह से 3 बच्चे और 8 महिलाओं की मौत हुई है।

पीटीआई भाषा के अनुसार, एसएसपी अमीरुल्लाह ने बताया कि दो व्यक्तियों ने बिजली के तार पर पैर रख दिया था। इससे उनकी मौत हो गई। इस हादसे के बाद भगदड़ मच गई थी। इस दौरान एक दीवार गिर गई, जिसके नीचे कई लोग दब गए। वहीं कुछ लोग पास के नाले में गिर गए।अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं और बच्चों सहित 12 लोग भगदड़ में मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।

जियो न्यूज के मुताबिक इस घटना के बाद पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मुफ्त राशन बांटने से पहले जानकारी नहीं दी गई थी। अगर जानकारी दी गई होती तो पुलिस लोगों को व्यवस्थित करने के लिए तैनात रहती। कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस का कहना है कि भगदड़ के दौरान पानी की पाइपलाइन फट गई, जिससे स्थिति और खराब हो गई। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

रामनवमी के बाद हावड़ा में हिंसा, सड़कों पर पत्थरबाजी और आगजनी के बाद शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर

#ramanavamiviolanceinhowrah 

रामनवमी के मौके पर देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़क गई. बंगाल के हावड़ा, गुजरात के बड़ोदरा, बिहार के सासाराम, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हिंसा हुई। इन जगहों पर रामनवमी जुलूस पर पथराव किया गया, जिसके बाद आगजनी भी हुई। हालात सबसे ज्यादा हावड़ा में बिगड़ गए।दो समुदाय आमने सामने आ गए थे और जमकर पत्थरबाजी और आगजनी हुई थी। अब आज फिर हावड़ा में हिंसा की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई और हावड़ा के शिवपुर में पथराव हुआ।मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान आया है। उन्होंने हिंसा को दंगा बताते हुए भाजपा पर हमला किया है।

रामजान के कारण मुस्लिम इलाकों में शोभायात्रा निकालने की थी मनाही-ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें पहले की चेताया था कि रमजान चल रहा है, ऐसे में मुस्लिम इलाकों में रामनवमी शोभायात्रा निकालने से परहेज करें। लेकिन मार्ग क्यों बदल दिया? एक समुदाय को टारगेट करने के लिए क्यों अनाधिकृत रुप से मार्ग बदला गया? यदि वे मानते हैं कि वे दूसरों पर हमला करेंगे और कानूनी कार्रवाईसे राहत प्राप्त कर लेंगे तो बता दूं कि ऐसे लोगों को जनता अस्वीकार कर देगी।

भाजपा, बंगाल को अशांत करना चाहती है-ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ने बताया कि हावड़ा हिंसा मामले में अभी तक 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने हिंसा भड़काई वह लोग हिंदू नहीं थे, उन्हें बाहर से लाया गया था। भाजपा, बंगाल को अशांत करना चाहती है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हिंसा में शामिल नहीं हैं क्योंकि वह रमजान में व्यस्त हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि रमजान का महीना चल रहा है और इस महीने मुसलमान कोई गलत काम नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी आखें, कान खुले हैं। मैं सब कुछ सूंघ सकती हूं।

भाजपा बाहर से बुलाती हैं गुंडे

ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। हावड़ा में ऐसा करने का दुस्साहस कैसे हो गया? हम सख्त एक्शन लेंगे।

अनुराग ठाकुर ने कहा- पथराव, आगजनी, बम फेंकना ये आम बात

वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इन घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बंगाल में चुनाव हो या उसके बाद हजारों लोगों के ऊपर पथराव, आगजनी, बम फेंकना ये आम बात बन गई है। ममता बनर्जी के राज में जिस तरह से पत्रकारों पर हमले हुए, रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव हुआ है, इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा। जो लोग प्रेस की स्वतंत्रता की बात करते हैं वो आज चुप क्यों हैं?

कानपुर में आठ घंटे से 600 दुकानों में धधक रही आग, सेना और पुल‍िस ने संभाला मोर्चा, 7 ज‍िलों की दमकल गाड़‍ियां आग बुझाने में जुटी

कानपुर के अनवरगंज के बांसमंडी में कपड़े की रेडीमेट मार्केट में रात दो बजे लगी आग ने हमराज कंपलेक्स, एआर टावर में रेडीमेड मार्केट सह‍ित करीब 600 से अध‍िक दुकानों को अपनी जद में ले ल‍िया। आठ घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। कमिश्नरेट पुलिस ने आग बुझाने के लिए लखनऊ, उन्नाव, कानपुर देहात, सेना की दमकल गाड़ियों को भी बुलवा लिया है। सेना के जवानों के साथ पुल‍िस और दमकल कर्मी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। 

गुरुवार देर रात करीब दो बजे अचानक शॉर्ट सर्किट से आग लग गई जो भड़कते हुए ऊपर की मंज़िलों की दुकानों तक जा पहुंची। धीरे-धीरे आग ने आसपास की भी इमारतों को चपेट में ले ल‍िया। करीब आठ घंटे से आग धधक रही है। लखनऊ से हाइड्रोल‍िक फायर ब्रिगेड मशीन मंगाने के साथ ही सेना ने मोर्चा संभाला है।

बता दें क‍ि देर रात एआर टावर में रेडीमेड मार्केट आग की लपटें उठती देख कर राहगीरों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर अनवरगंज पुलिस के साथ मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा व लाटूश रोड मीरपुर फजलगंज और जाजमऊ आदि फायर स्टेशनों से करीब छह गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया।

बांसमंडी स्थित हमराज कंपलेक्स के बगल में चार मंजिला एआर टावर स्थित है जिसमें दो दर्जन से अधिक रेडीमेड कपड़ों की दुकानें हैं। गुरुवार रात करीब दो बजे अचानक पहली मंजिल की दुकान में शार्ट सर्किट से आग लग गई जो धीरे-धीरे भड़कते हुए ऊपर की मंज़िल स्थित दुकानों तक जा पहुंची।

मार्केट के छज्जे से आग की लपटें और धुआं उठता देख कर राहगीरों ने अनवरगंज पुलिस के साथ ही कंट्रोल रूम पर फायर ब्रिगेड को जानकारी दी। सूचना मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा लाटूश रोड अग्निशमन अधिकारी कैलाश चंद्रा और फजलगंज अग्निशमन अधिकारी विनोद कुमार पांडेय के साथ मौके पर पहुंचे।

मार्केट में आकर सूचना मिलते ही दुकानदार भी मौके पर पहुंचे और ईद पर बिक्री करने के लिए लाया गया करोड़ों का माल जलता देख कर दुकानदार अपने आंसू ना रोक सके। देर रात खबर लिखे जाने तक दमकल के जवान आग बुझाने में जुटे रहे। तेज हवा चलने की वजह से आग बुझाने में काफी परेशानी हो रही थी। शहर में भीषण आग लगने की सूचना पर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड भी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया क‍ि प्रथम दृष्टया मार्केट में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है जो बढ़ते हुए ऊपर की दुकानों तक जा पहुंची हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। बिल्डिंग में अग्नि सुरक्षा मानकों की भी जांच कराई जायेगी।

रामनवमी के जुलूस के दौरान कई राज्यों में हिंसक झड़प की घटनाएं सामने अाई, 22 लोग घायल; 54 लोग अब तक किए गए हैं गिरफ्तार

 गुरुवार को रामनवमी की जुलूस के दौरान कुछ राज्यों में हिंसा और झड़प की घटनाएं देखने को मिली, जिसमें 22 लोग घायल हो गए और 54 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन राज्यों में पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात शामिल हैं। 

संभाजीनगर, वडोदरा और हावड़ा में पथराव

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में भीड़ ने एक मंदिर पर पत्थर और पेट्रोल से भरी बोतलें फेंकी, जिससे हिंसा भड़क गई और 10 पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए। मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा, गुजरात के वड़ोदरा और पश्चिम बंगाल के हावड़ा से भी पथराव की दो अलग-अलग घटनाएं सामने आईं।

जहांगीरपुरी में तनाव

दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में रामनवमी के जुलूस को लेकर तनाव देखने को मिला। हालांकि, पुलिस ने भारी सुरक्षा के बीच रैली की अनुमति दी। अन्य जगहों पर रामनवमी बिना किसी बड़े संघर्ष के शांतिपूर्वक संपन्न हुई।

संभाजीनगर में दो समूहों के बीच झड़प

मिली जानकारी के मुताबिक, संभाजीनगर के किरादपुर इलाके में राम मंदिर के पास गुरुवार तड़के पांच-पांच लोगों के दो समूह आपस में भिड़ गए। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ देर बाद एक गुट वहां से चला गया। एक घंटे के बाद वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और पुलिसकर्मियों पर पत्थर-पेट्रोल से भरी बोतलें फेंकनी शुरू कर दी। इससे इलाके की स्ट्रीट लाइटें भी खराब हो गईं, जिससे अंधेरा छा गया। इस दौरान 10 पुलिसकर्मी और दो अन्य घायल हो गए। पुलिस के 13 वाहनों को भी जला दिया गया। मामले में करीब 400-500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 

पुलिस ने बताया कि मलाड के मालवानी इलाके में 'राम नवमी' शोभा यात्रा के दौरान गुरुवार को दो समूहों के बीच हुई हाथापाई के बाद 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण थी, लेकिन अब नियंत्रण में है। इलाके में माहौल खराब करने के आरोप में 300 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण- फडणवीस

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने इस घटना को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया। उन्होंने कहा कि सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए। अगर कोई इस घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहा है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

भाजपा-एआईएमआईएम पर आरोप

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया और आरोप लगाया कि इसका उद्देश्य महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की आगामी रैली को परेशान करना था। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा, “क्या यह दो समुदायों के बीच नफरत पैदा करने का प्रयास है? पुलिस को पूछताछ करनी चाहिए और मास्टरमाइंड का पता लगाना चाहिए। पुलिस को बिना किसी राजनीतिक दबाव के काम करना चाहिए।''

हावड़ा में 10 लोग घायल

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के काजीपाड़ा इलाके में रामनवमी के जुलूस के दौरान मुस्लिम बहुत बस्ती में छतों से पथराव किया गया, जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई। इस दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगा दी, जबकि कई दुकानों में तोड़फोड़ की। बदमाशों ने ईंट-पत्थर से हमला कर दो पुलिसकर्मियों समेत करीब दस लोगों को घायल कर दिया। मामले में रात करीब 10 बजे तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी चल रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। शोभायात्रा का आयोजन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने किया था।

वडोदरा में रामनवमी के जुलूस पर फेंके गए पत्थर

गुजरात के वडोदरा शहर में फतेहपुरा और कुंभरवाड़ा इलाकों में रामनवमी के जुलूस पर पत्थर फेंके गए। यह घटना उस समय हुई, जब जुलूस एक मस्जिद के पास पहुंचा और लोग मौके पर जमा होने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया, जिससे जुलूस अपने मार्ग पर आगे बढ़ा। शहर में ऐसे सभी जुलूसों को पहले से ही पुलिस सुरक्षा दी गई थी। पुलिस ने कहा कि दोनों घटनाओं में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

20 लोगों को हिरासत में लिया गया

कुंभरवाड़ा में एक जुलूस पर पथराव किया गया। शहर के पुलिस आयुक्त शमशेर सिंह ने कुंभरवाड़ा का दौरा किया और कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुंभरवाड़ा में पथराव की दूसरी घटना इलाके में झड़पों की अफवाह फैलने के बाद हुई। दोनों घटनाओं में 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। आगे की जांच जारी है। अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

हैदराबाद में शोभायात्रा के दौरान गोडसे की तस्वीर दिखाई गई

हैदराबाद में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की एक तस्वीर दिखाई गई। शोभायात्रा का नेतृत्व भाजपा के निलंबित विधायक टी. राजा सिंह कर रहे थे। यात्रा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया, जो सीतारामबाग के एक मंदिर से शुरू हुई और गोशामहल में विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरी।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के समर्थकों ने नारेबाजी कर रहे लोगों को पीटा

बिहार के आरा जिले में शीश महल चौक एवं घंटाघर के बीच शोभायात्रा के दौरान सात-आठ युवक साथ चल रहे स्थानीय सांसद सह केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के विरोध में अचानक नारे लगाने लगे। इस पर मंत्री समर्थकों ने नारेबाजी कर रहे लोगों की पिटाई कर दी।

धनबाद में रामनवमी शोभायात्रा को चिरकुंडा जाने से रोका

धनबाद में पुलिस ने गुरुवार शाम रामनवमी शोभायात्रा को चिरकुंडा जाने से रोक दिया। इससे शोभायात्रा में शामिल लोगों व पुलिस के बीच झड़प हो गई। खबर पाकर चिरकुंडा थाने की पुलिस पहुंची और लोगों को समझाने की कोशिश की।

आंध्र प्रदेश के मंदिर में लगी आग

आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले में रामनवमी उत्सव के दौरान गुरुवार को एक मंदिर में आग लग गई। अधिकारी ने बताया कि दुव्वा गांव में उत्सव के दौरान जुलूस में वेणुगोपाल स्वामी मंदिर परिसर से भक्त पहले ही बाहर जा चुके थे, इसलिए कोई घायल नहीं हुआ।

नेपाल में 17 करोड़ की कोकीन के साथ मिजोरम की दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया, भारत लाने की थी पूरी तैयारी, भारत को सूचित किया गया

नेपाल से भारत लायी जा रही कोकिन की बड़ी खेप का खुलासा हुआ है। कोकिन की तस्करी में शामिल दो मिजोरम की दो महिलाओं को नेपाल में हिरासत में लिया गया है। बरामद कोकिन की अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमत 17 करोड़ के करीब आंकी गयी है। नेपाल ने पूरे मामले से भारतीय दूतावास को भी अवगत करा दिया है। कोकिन की खेप को नेपाल के त्रिभुवन अन्तर्राष्ट्रीय विमान स्थल से भारत लाने की पूरी तैयारी की गयी थी। 

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नेपाल के प्रवक्ता सह पुलिस उपरीक्षक चक्रराज जोशी ने बताया कि कोकिन की खेप के साथ त्रिभुवन अंतराष्ट्रीय विमानस्थल के प्रस्थान कक्ष से नई दिल्ली जा रही एक भारतीय महिला को पहले हिरासत में लिया गया। उसकी निशानदेही पर एक होटल से दूसरी भारतीय महिला को गिरफ्तार किया गया। इन महिलाओं के इंडिगो एयरलाइन्स के विमान से भारत जाने की तैयारी थी। 

उन्होंने बताया कि गुरुवार को 11:15 बजे के इंडिगो एयरलाइन्स के विमान से नई दिल्ली जा रही मिजोरम निवासी शेरछिप (पासपोर्ट नंबर वी7238679) के साथ रहे लगेज को शंका के आधार पर जांच की गयी। जांच में चार लेडिज बेग में फॉल्स बट्म बने थे। जिसमें 2.89 किलोग्राम कोकिन को छिपाकर रखा गया था। 

जब नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने ठमेल स्थित एक होटल से भारत के मिजोरम निवासी इसथेर लल्हलिमपु (पासपोर्ट नंबर 3728779) के सूटकेस को जांच की गयी तो 5 किलो कोकीन बरामद की गयी। गिरफ्तार दोनों आरोपियों के बिरुद्ध नारकोटिक्स एक्ट में मामला दर्ज कर अनुसन्धान के लिए पुलिस हिरासत मे रखा गया है।

गुजरात हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर लगाया जुर्माना, पीएम मोदी की डिग्री मांगने का मामला

#pmmodicollegedegreenotneededsaysgujaratcourt

गुजरात हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री दिखाने से जुड़े एक आदेश को खारिज कर दिया है।हाई कोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के उस आदेश को खारिज कर दिया, जिसमें गुजरात यूनिवर्सिटी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी देने का निर्देश दिया गया था।

गुजरात हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री दिखाने की कोई जरुरत नहीं है। सिंगल जज जस्टिस बिरेन वैष्णव ने यह आदेश सुनाया।गुजरात हाईकोर्ट ने आम आदमी पार्टी के संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जानकारी मांगने को लेकर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। यह रकम अरविंद केजरीवाल को गुजरात राज्य विधि सेवा प्राधिकरण के पास जम़ा करवानी होगी। बता दें कि केंद्रीय सूचना आयोग ने वर्ष 2016 में गुजरात यूनिवर्सिटी को निर्देश दिया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री की जानकारी उपलब्ध करवाए।

कोर्ट के फैसले के बाद सीएम केजरीवल की तीखी प्रतिक्रिया

हाई कोर्ट के फैसले के बाद सीएम अरविंद केजरीवल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, क्या देश को ये जानने का भी अधिकार नहीं है कि उनके पीएम कितना पढ़े हैं? कोर्ट में इन्होंने डिग्री दिखाए जाने का ज़बरदस्त विरोध किया। क्यों? और उनकी डिग्री देखने की माँग करने वालों पर जुर्माना लगा दिया जायेगा? ये क्या हो रहा है? अनपढ़ या कम पढ़े लिखे पीएम देश के लिए बेहद ख़तरनाक हैं।

*लोकसभा सांसद सिमरजीत सिंह ने दी भगोड़े अमृतपाल सिंह को पाकिस्तान भाग जाने की सलाह, कहा- नहीं करना चाहिए सरेंडर*

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खालिस्तान प्रचारक और 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस लगातार 14 दिन से ढूंढ रही है।अमृतपाल के कभी दिल्ली में होने, कभी हरियाणा तो कभी उत्तराखंड में होने की खबर आ रही है। लेकिन उसके सटीक लोकेशन को लेकर पुलिस को अभी कोई इनपुट नहीं मिला है।इस बीच लोकसभा सांसद और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के मुखिया सिमरजीत सिंह मान ने भगोड़े अमृतपाल सिंह को पाकिस्तान जाने की सलाह दी है।एक इंटरव्यू के दौरान मान ने कहा कि अमृतपाल का सरेंडर भी नहीं करना चाहिए।

नेपाल की जगह पाकिस्तान जाने की सलाह

सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि अमृतपाल को सरेंडर नहीं करना चाहिए। उसे रावी नदी पार करके पाकिस्तान चले जाना चाहिए।मान ने एक मीडिया संस्थान से इंटरव्यू में ये बातें कहीं. कहा कि अमृतपाल को नेपाल जाने की क्या जरूरत है। उन्हें पड़ोसी मुल्क (पाकिस्तान) चले जाना चाहिए।मान ने ये भी कहा कि उनकी जिंदगी खतरे में है।

जब भगत सिंह को बताया था'आतंकवादी'

सिमरनजीत सिंह मान पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को मान ने एक 'आतंकवादी' बताया था। सिमरनजीत सिंह मान ने कहा था, भगत सिंह ने एक युवा अंग्रेज अधिकारी की हत्या कर दी थी, एक अमृतधारी सिख कांस्टेबल चन्नण सिंह की हत्या कर दी थी। उन्होंने उस समय नेशनल असेंबली में बम फेंका था। अब आप ही बताइए कि भगत सिंह आतंकवादी थे या भगत। मान ने कहा कहा, लोगों को मार देना और पार्लियामेंट में बम फेंकना शराफत की बात है? जब उनसे कहा गया कि वे आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़े थे तो उन्होंने कहा कि यह आपकी सोच है। उन्होंने कहा, कुछ भी हों वे आतंकवादी तो हैं।

*दिग्विजय सिंह के जर्मनी को धन्यवाद देने पर भड़के कपिल सिब्बल, कहा-बाहरी लोगों की जरूरत नहीं, यह हमारे घर की लड़ाई*

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के बाद बीजेपी पहले ही अपना विरोध जता चुकी है। अब पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी दिग्गविजय सिंह पर इस मामले को लेकर निशाना साधा है।

क्या कहा कपिल सिब्बल ने

राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के एक दिन बाद राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि हमें विदेश से समर्थन की आवश्यकता नहीं है।क्योंकि हमारी लड़ाई हमारी अपनी है। दिग्विजय से असहमति जताते हुए सिब्बल ने यह भी कहा, हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है।सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह : ‘भारत में लोकतंत्र से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका संज्ञान लेने के लिए बर्लिन का शुक्रिया।' मेरी राय : हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और उसमें हम एक साथ हैं।

बीजेपी ने भी जताया था विरोध

इससे पहले भाजपा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी को धन्यवाद दिए जाने के बाद भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करने का आरोप लगाया था। अनुराग ठाकुर ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये देश का अपमान है। कांग्रेस और राहुल गांधी देश के भीतर भारत की लोकतांत्रिक, राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ने में विश्वास नहीं करते हैं, इसलिए वो विदेशी ताकतों को हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने का न्योता देते हैं।

जर्मनी ने क्या कहा था? 

बता दें कि जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि हमने भारत में विपक्षी नेता राहुल गाधी के खिलाफ फैसले और उनकी संसदीय सदस्यता निलंबित किए जाने का संज्ञान लिया है। प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि हमारी जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी फैसले को चुनौती दे सकते हैं। तब ये स्पष्ट होगा कि क्या यह फैसला टिक पाएगा और क्या निलंबन का कोई आधार है? प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी को उम्मीद है कि न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत समान रूप से राहुल गांधी के खिलाफ कार्यवाही पर लागू होंगे। 

दिग्विजय सिंह ने क्या कहा था?

जर्मनी के बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी को परेशान करके भारत में लोकतंत्र से समझौता किया जा रहा है। इसका संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय और डॉयचे वैले के मुख्य अंतरराष्ट्रीय संपादक रिचर्ड वाकर का शुक्रिया।

*कल रिहा हो सकते हैं नवजोत सिंह सिद्धू, रोड रेज केस में 10 महीने से पटियाला जेल में हैं बंद*

#navjot_singh_sidhu_will_come_out_of_jail_tomorrow

नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार कल पटियाला जेल से नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई होने जा रही है। सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल से इस बारे जानकारी दी है। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू रोड रेज मामले में पिछले 10 महीने से पटियाला जेल में बंद हैं। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 1988 के रोड रेज केस में 1 साल की सजा सुनाई थी।

रोडरेज के 34 वर्ष पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को सिद्धू को एक वर्ष की बामुशक्कत सजा का फैसला सुनाया था और 20 मई को सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था।इससे पहले 26 जनवरी 2023 को भी सिद्धू के रिहा होने की चर्चा थी लेकिन गणतंत्र दिवस से पहले पंजाब कैबिनेट में रिहा होने वाले कैदियों का प्रस्ताव ही नहीं रखा गया था। सिद्धू की रिहाई न होने से उनके समर्थकों को मायूस होना पड़ा था। यहां तक की सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने ट्वीट करके पंजाब सरकार पर हमला बोला था।

बता दें कि, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी कैंसर से जूझ रही हैं। उन्होंने हाल ही में ट्वीट कर यह जानकारी दी थी। सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर स्टेज-2 कैंसर से पीड़ित हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, वह (नवजोत सिंह सिद्धू) ऐसे अपराध के लिए जेल में बंद हैं, जो उन्होंने किया ही नहीं। इस मामले में शामिल सभी लोगों को माफ कर दिया है। हर दिन बाहर आपका इंतजार करना शायद आपसे ज्यादा कष्टदायक है।