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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में क्या होगा जातीय समीकरण, जानें हार-जीत में इन दो समुदायों की क्या है भूमिका?

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कर्नाटक में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को नतीजों का ऐलान होगा। ऐसे में राजनीतिक दल मजबूत उम्मीदवार की तलाश में जुट गए हैं। सभी पार्टियां जातीय समीकरण को साधते हुए उम्मीदवारों को उतारने की रणनीति पर काम कर रही है। कांग्रेस पहले ही 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर चुकी है।

लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय ही तय करते हैं परिणाम

देश के तमाम उत्तरी राज्यों की तरह यहां भी जातिगत और धार्मिक समीकरण चुनावों में बहुत बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय ही तय करते हैं कि कर्नाटक की सत्ता किसके हाथ रहने वाली है। कर्नाटक में हुए चुनावों का इतिहास देखें तो राज्य को मुख्यमंत्री देने वाले यही दो समुदाय थे।सिद्धारमैया एक मात्र ऐसे सीएम रहे हैं जो कुरुबा समुदाय से आते हैं। कर्नाटक में लिंगायत और वोक्कालिगा के अलावा एससी और मुस्लिम समुदाय भी यहां राजनीति को खूब प्रभावित करते हैं।

किसकी कितनी हिस्सेदारी

राज्य के मतदाताओं में लिंगायत की 17 फीसदी, वोक्कालिगा 11 फीसदी, दलित 19.5, ओबीसी 20, मुस्लिम 16, अगड़े 5, इसाई, बौद्ध और जैन की सात फीसदी भागदारी है। इनमें लिंगायत, अगड़ों, बौद्ध-जैन में भाजपा का प्रभाव ज्यादा है। ओबीसी, दलित और मुस्लिम में कांग्रेस का प्रभाव माना जाता है, जबकि वोक्कालिगा समुदाय में जदएस की पकड़ मानी जाती है। हालांकि, बीते चुनावा में भाजपा और कांग्रेस वोक्कालिगा समुदाय में सेंध लगाने में कामयाब हुई थी।

लिंगायतों पर सर्वाधिक पकड़ भाजपा की

कर्नाटक की राजनीति की दिशा तय करने में लिंगायत मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं। लिंगायतों पर सर्वाधिक पकड़ भाजपा की रही है, कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम येदियुरप्पा भी लिंगायत समुदाय से ही ताल्लुक रखते हैं, ऐसे में भाजपा को कभी लिंगायत वोटों के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ी। हालांकि इस बार लिंगायत समाज कुछ नाराज है, लेकिन भाजपा को भरोसा है कि लिंगायत समाज का सर्वाधिक साथ उसे ही मिलेगा। कांग्रेस की भी लिंगायतों पर नजर है और इस समुदाय को वोट बैंक बनाने के लिए पार्टी लगातार भाजपा पर हमले बोल रही है।

वोक्कालिगा समुदाय पर किसकी पकड़  

लिंगायत की तरह कर्नाटक की राजनीति में जिस दूसरे समुदाय का रसूख है वह है वोक्कालिगा। राज्य में वोक्कालिगा समुदाय की आबादी 11% है, लेकिन इस समुदाय पर सबसे ज्यादा पकड़ जेडीएस की मानी जाती है। चुनावी आंकड़ों के मुताबिक जेडीएस को सर्वाधिक वोट वोक्कालिगा समुदाय का ही मिलता है, हालांकि अब भाजपा इस वोट बैंक की तरफ कदम बढ़ा रही है। टीपू सुल्तान पर दिए जा रहे बयान भाजपा की इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

जिधर दलित मतदाताओं का हुआ झुकाव, चमक सकती है किस्मत

प्रदेश के कास्ट फैक्टर में दलित समाज का भी बहुत बड़ा रोल माना जा सकता है। राज्य में इनकी जनसंख्या 19.5% है। मतलब, जिस भी दल की तरफ दलित मतदाताओं का ज्यादा रुझान हुआ, उसकी किस्मत चमक सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस की राजनीति के दिग्गज चेहरा हैं और इसी समाज से सियासत में आगे बढ़कर देश की सबसे पुरानी पार्टी की सबसे ऊंची कुर्सी पर विराजमान हुए हैं।

ओबीसी का वोट बैंक बहुत भी महत्वपूर्ण

इसी तरह कर्नाटक में ओबीसी या अन्य पिछड़ी जातियों का वोट बैंक बहुत ही महत्वपूर्ण है। ओबीसी में अकेले कुरुबा जाति की जनसंख्या 7% है। बाकी ओबीसी की कुल आबादी भी 16% है। कुरुबा जाति पारंपरिक तौर पर भेड़ पालन से जुड़ी रही है। कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया इसी समाज से हैं। इसके अलावा बीजेपी और कांग्रेस के कई दिग्गज भी ओबीसी समाज से हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी अन्य पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखते हैं।

इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा, हवन करते वक्त धंसी बावड़ी की छत, 25 से ज्यादा लोग अंदर गिरे

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मध्य प्रदेश के इंदौर में जूनी थाना क्षेत्र के बेलेश्वर मंदिर में गुरुवार की दोपहर में बड़ा हादसा हो गया। हवन और पूजा के दौरान अचानक मंदिर की बावड़ी पर छत धंस गई।बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से 25 से अधिक लोग उसमें गिर गए।बावड़ी में गिरे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस व एसडीआईआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुट गई है।

बता दें कि मंदिर में गुरुवार की सुबह हवन पूजन का कार्यक्रम चल रहा था। इसमें शामिल होने के लिए आसपास के काफी लोग मौजूद थे। अचानक हादसा होने की वजह से इनमें से किसी को भी बचकर निकलने का मौका तक नहीं मिला। जानकारी के मुताबिक मंदिर में हर साल राम नवमी के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होता है। इस बार भी इस मौके पर यज्ञ हो रहा था। बताया जा रहा है कि इसमें शामिल होने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। ऐसे में मंदिर की इमारत इतने लोगों के वजन को झेल नहीं पायी।

दरअसल, मंदिर में ही एक बाउड़ी है, जिसकी छत धंस गई। बताया जा रहा है कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ सहन नहीं कर सकी और ढह गई।श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। बावड़ी से अब तक 7 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं 13 लोग और सुरक्षित हैं, जिन्हें बावड़ी से निकाला जा रहा है। बाकि लोगों को रेस्क्यू करने के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं।

वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे के बाद डीएम और कमिश्नर से फोन पर बात की और जल्द से जल्द फंसे हुए श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के निर्देश दिए। डीएम इंदौर ने मुख्यमंत्री को मौके पर चल रहे राहत कार्य की जानकारी दी। बताया कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद हैं।

अब राहुल गांधी के खिलाफ ललित मोदी ने दी कोर्ट जाने की धमकी, कहा- आपके पास विदेशी संपत्ति, कहो तो सबूत भेजूं

#lalitmodiispreparingtosuerahulgandhiinukoverbhagodacomment

मोदी सरनेम को लेकर राहुल गांधी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले ही ओबीसी के अपमान को लेकर कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है, उसके बाद राहुल गांदी की सांसदी भी जा चुकी है। जिसके बाद कांग्रेस नेता से माफी की मांग की जा रही है। इस बीच आईपीएल के संस्थापक रहे ललित मोदी ने राहुल गांधी पर आज जमकर हमला बोला है। ललित मोदी ने घोषणा की है कि वह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर उनकी उन टिप्पणियों के लिए यूनाइटेड किंगडम की अदालत में मुकदमा दायर करेंगे, जिनमें राहुल ने उनका नाम भ्रष्टाचार और मनी लॉन्डरिंग से जोड़ा था।

ललित मोदी ने खुद को भगोड़ा कहने पर आपत्ति जताई

ललित मोदी पर राहुल गांधी और कांग्रेस लगातार हमले कर रही है। अब ललित मोदी ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्हें ब्रिटेन की कोर्ट में ले जाने की धमकी दी है। एक के बाद एक कई ट्वीट में ललित मोदी ने खुद को भगोड़ा कहने पर आपत्ति जताई और कहा कि उन्हें दोषी करार नहीं दिया गया है।

राहुल को उन्होंने “पप्पू” बताया

राहुल को उन्होंने “पप्पू” बताया और पूछा कि आखिर वह कब दोषी करार दिए गए? उन्होंने कहा कि एक और अन्य विपक्षी नेताओं के पास करने के लिए और कुछ नहीं है, या तो उनके पास जानकारी गलत है या वे बदले की भावना से बोलते हैं।

कांग्रेस के इन नेताओं के विदेशों में संपत्ति होने का दावा किया

अपने ट्वीट में ललित मोदी ने हैशटैग के साथ कांग्रेस नेताओं आरके धवन, सीताराम केसरी, मोतीलाल वोहरा और सतीश चरण का नाम लेते हुए उनपर विदेशों में संपत्ति होने का दावा किया। ललित मोदी ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी को भी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने पूछा कि आखिर ‘आप सभी के पास विदेश में संपत्ति कैसे है? कमलनाथ से पूछिए… मैं तो सबूत के लिए एड्रेस ओर फोटोज भी भेज सकता हूं। 

गांधी परिवार पर बोला हमला

ललित मोदी ने अन्य ट्वीट में कहा कि भारत की जनता को बेवकूफ मत बनाओ… गांधी परिवार को लगता है कि वह ही देश में शासन के असली हकदार हैं। भगोड़े ने यह भी कहा कि वह स्वेदश वापस आ जाएंगे, लेकिन इसके लिए कड़े कानून पारित करने होंगे। ललित मोदी ने कहा कि 15 सालों में मैंने एक भी पैसा लिया हो ये साबित नहीं हुआ। ये जरूर साबित हुआ है कि मैंने दुनिया का सबसे बड़ा खेल इवेंट बनाया जिसने करीब 100 अरब डॉलर की कमाई की है।

कोरोना संक्रमण के मामलों में बड़ा उछाल, 1 दिन में नए केस का आंकड़ा 3 हजार के पार

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कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा उछाल आया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के नए मामलों का आंकड़ा सीधे 3 हजार के पार पहुंच गया।स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी डेली रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की है।जान लें कि पिछले 6 महीने में एक दिन में सामने आए ये सर्वाधिक नए मामले हैं।इससे पहले पिछले साल 2 अक्टूबर को एक दिन में 3,375 नए मामले सामने आए थे।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश भर में कोविड के कुल 3016 मामले रजिस्टर किए गए हैं। वहीं, कोविड-19 के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 13,509 हो गई है। इस दौरान कोरोना की वजह 6 संक्रमित मरीजों की मौत भी हो गई। महाराष्ट्र में 3, दिल्ली 2 और हिमाचल प्रदेश में 1 की बीते 24 घंटे में वायरस के कारण मौत हुई। 

कोविड के बढ़ते मामलों के बीच कोविड के बढ़ते मामले की वजह से डेली पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 2.73% हो गया है। वीकली पॉजिटिविटी रेट 1.71 प्रतिशत है। वहीं, मरीजों के ठीक होने का यानी रिकवरी रेट 98.78 प्रतिशत हो गया है। तो वहीं कोविड से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर कुल 4,41,68,321 हो गई है।भारत में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।

भारत में 7 अगस्त 2020 को कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और 5 सितंबर को 40 लाख से ज्यादा हो गई थी। फिर अगले साल 2021 के जून महीने में कोरोना के मामलों का ये आंकड़ा 3 करोड़ के पार पहुंच गया था। फिर 25 जनवरी 2022 को संक्रमण के कुल केस 4 करोड़ से ज्यादा हो गए थे।

राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने पर जर्मनी की प्रतिक्रिया, कही ये बात

#rahul_gandhi_case_germany_foreihn_ministry_statement 

राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने पर जर्मनी की सरकार ने बयान जारी किया है। जर्मनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, उन्हें भरोसा है कि राहुल के खिलाफ की गई कोई भी कार्रवाई न्यायिक स्वतंत्रता के दायरे में और उनके मौलिक अधिकारों को ध्यान में रखकर की गई होगी।

जर्मन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, ‘हमने भारत में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ फैसले के साथ-साथ उन्हें मिले संसदीय जनादेश के निलंबन पर भी ध्यान दिया है। हमारी जानकारी के अनुसार राहुल गांधी इस फैसले के खिलाफ अपील करने की स्थिति में हैं।उसके बाद साफ होगा कि फैसला किस आधार पर दिया गया और क्या उन्हें संसद सदस्यता से बर्खास्त करने का कोई आधार था या नहीं।

उन्होंने कहा, जर्मनी उम्मीद करता है कि इस मामले में 'न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत' लागू किए जाएंगे। जर्मनी के विदेश मंत्रालय के बयान के बाद अभी तक भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस बात पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

इससे पहले अमेरिका की इस मामले में प्रतिक्रिया आई थी। इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा था कि अमेरिका भारतीय अदालतों में राहुल गांधी के मामले को देख रहा है। वाशिंगटन में एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा, कानून के शासन और न्यायिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान किसी भी लोकतंत्र की आधारशिला है और हम गांधी (राहुल गांधी) के मामले को भारतीय अदालतों में देख रहे हैं।

बता दें कि मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हो गई है। साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर एक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया था। बीते दिनों सूरत की कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी मानते हुए दो साल की सजा सुनाई। दो साल की सजा होने के बाद कानून के मुताबिक राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हो गई।

अमृतपाल सिंह का नया वीडियो आया सामने, पंजाब पुलिस के सामने रखी ये शर्तें

#amritpal_singh_releases_video 

खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह गिरफ्तारी से बचने के लिए भागा-भागा फिर रहा है। पुलिस उसके पीछे 18 मार्च से लगी हुई है, लेकिन वो हर बार पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रहा है। अमृतपाल एक बार फिर पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गया। इस बीच अमृतपाल सिंह ने एक वीडियो बयान जारी किया है।

अमृतपाल सिंह ने पुलिस से फरार होने के दौरान ही अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है। वीडियो में उसने कई बातें कही हैं। उसने पंजाब सरकार और पुलिस की आलोचना की है, साथ ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से एक अपील भी की है।

18 मार्च से फरार अमृतपाल का ये पहला वीडियो है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो सिख चैनल नाम के एक फेसबुक पेज पर लाइव हुआ था। इस वीडियो में अमृतपाल अपने साथियों से संगत में इकट्ठा होने को कह रहा है। पंजाब के युवाओं को अपने साथ आने के लिए कह रहा है और ये भी कह रहा है कि वो इतने दिनों से घूम रहा है और कोई उसका बाल भी बांका नहीं कर पाया।

सोशल मीडिया पर आए वीडियो में अमृतपाल ने कहा है, ''अगर पंजाब सरकार का इरादा मुझे गिरफ्तार करने का होता तो पुलिस मेरे घर आती और मैं इसके लिए मान जाता। अमृतपाल सिंह का यह वीडियो बुधवार शाम अचानक विभिन्न डिजिटल और सैटेलाइट चैनलों पर दिखने लगा। हालांकि पंजाब पुलिस ने इसके समय और स्थान की पुष्टि नहीं की है।

देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है रामनवमी, राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं

#ram_navami_celebrated_across_country 

देशभर में आज रामनवमी धूमधाम से मनाई जा रही है। चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का महाउत्सव मनाया जाता है। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम का जन्म हुआ था। उस दिन राम नवमी मनाई जाती है। हिंदू धर्म में राम नवमी के पर्व का बेहद खास महत्व है। इस दिन जो भी भक्त पूरे भक्ति भाव और विधि विधान से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पूजा करते हैं, उनके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।

अयोध्या में रामनवमी के मौके पर भव्य कार्यक्रम और मेले आयोजित किए जाते हैं। मान्यता है कि रामनवमी के दिन मां भगवती और श्रीराम की पूजा पूरे विधि विधान से करने वाले भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही उनके जीवन से कष्टों का नाश होता है। रामनवमी के साथ नवरात्रि का समापन भी किया जाता है। यही वजह है कि इस दिन कई लोग कन्या पूजन कर माता रानी की आराधना करते हैं।

इस मौके राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर कहा कि राम नवमी पर सभी देशवासियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के चरित से त्याग व सेवा का अमूल्य संदेश मिलता है। सभी देशवासी, प्रभु राम के उच्च आदर्शों को आचरण में ढालें और एक गौरवशाली भारत के निर्माण के लिए स्वयं को समर्पित करें, ऐसी मेरी मंगलकामना है।

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भगवान राम का जीवन हर युग में मानवता के लिए प्रेरणा बना रहेगा। मोदी ने ट्वीट किया कि रामनवमी के पावन-पुनीत अवसर पर समस्त देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएं। त्याग, तपस्या, संयम और संकल्प पर आधारित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र का जीवन हर युग में मानवता की प्रेरणाशक्ति बना रहेगा।

सहारा निवेशकों के लिए राहत की खबर, सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला,निवेशकों को मिलेंगे 5000 करोड़

#supremecourtacceptspiltodisbursedepositsofsahara 

सहारा निवेशकों के लिए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत की खबर आई। सुप्रीम कोर्ट आम निवेशकों को फंसे पैसे को वापस करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत सेबी के पास जब्त 24 हजार करोड़ रुपये में से 5000 करोड़ रुपये निवेशकों को लौटाए जाएंगे। इस संबंध में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है।

दरअसल केंद्र ने एक जनहित याचिका में यह आवेदन दिया था। जनहित याचिका पिनाकी पाणि मोहंती नाम के व्यक्ति ने दायर की थी और इसमें विभिन्न चिट फंड कंपनियों तथा सहारा क्रेडिट कंपनियों में निवेश करने वाले जमाकर्ताओं को इस राशि से भुगतान करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था।सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी मिलने के बाद इन निवेशकों की उम्मीद जग गई है। उम्मीद है कि सहारा के निवेशकों को जल्द ही उनका पैसा वापस मिल जाएगा।

सहारा के 1.1 करोड़ निवेशकों को राहत मिलेगी

बता दें कि निवेशकों से धोखाधड़ी के एक दूसरे मामले में साल 2012 में बने सहारा-सेबी फंड में लगभग 24 हज़ार करोड़ रुपए जमा हैं।सहारा सेबी विवाद के कारण खाते में जमा 24 हजार करोड़ रुपये का फंड फंसा हुआ है। दूसरीओर निवेशक परेशान है। निवेशकों की परेशानी को देखते हुए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसमें 5 हजार रुपये तुरंत जारी करने की अपील की थी। कोर्ट ने इस याचिका को मंजूरी देते हुए 5 हजार करोड़ रुपये अलॉट करने का आदेश दिया है। इस फैसले से सहारा के 1.1 करोड़ निवेशकों को राहत मिलेगी।

जज की निगरानी में वापस होगा पैसा

अपने आदेश में न्यायमूर्ति एमआर शाह और न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार की पीठ ने कहा कि सहारा समूह की सहकारी समितियों द्वारा ठगे गए जमाकर्ताओं के बीच इस राशि का वितरण किया जाना चाहिए। इसमें कहा गया कि इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी शीर्ष अदालत के न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी करेंगे

उत्तराखंड के रुड़की की एक महिला में एच3एन2 वायरस की पुष्टि, पिछले कई दिन से थी बीमार, हायर सेंटर की गई रेफर, हालत गंभीर

एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस ने उत्तराखंड के रुड़की में भी दस्तक दे दी है। रुड़की निवासी एक महिला में इस वायरस की पुष्टि हुई है। महिला का उपचार हायर सेंटर में चल रहा है। महिला की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।

रुड़की निवासी एक महिला का कुछ दिन से स्वास्थ्य ठीक नहीं था। चार दिन पहले अचानक ही महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इस पर परिजन उसे एक निजी अस्पताल में लेकर गए। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

परिजन महिला को हायर सेंटर लेकर पहुंचे। वहां करवाई गई विभिन्न जांच के बाद चिकित्सकों ने बताया कि महिला में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद चिकित्सकों ने एन3एन2 इन्फ्लूएंजा का उपचार शुरू दिया है।

 उपचार के लिए अस्पताल तैयार

सिविल अस्पताल रुड़की एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीज के उपचार के लिए तैयार है। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल में एच3एन2 का यदि कोई संदिग्ध मरीज उपचार के लिए आता है तो उसे पूरा उपचार दिया जाएगा। इसके लिए अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है जहां मरीजों को रखा जाएगा।

मास्क लगाकर रखने की सलाह

स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले ही एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। सीएमओ हरिद्वार डॉ. मनीष दत्त ने बताया कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन इसको लेकर सावधानी व एहतियात बरतने की जरूरत है। भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते समय अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं। हाथों को साबुन से धोएं या फिर सैनिटाइजर से साफ करें। हाथ मिलाने के बजाय हाथ जोड़कर अभिवादन करें। खांसी, जुकाम या फिर बुखार को अनदेखा न करें। सरकारी अस्पताल या फिर किसी अच्छे विशेषज्ञ चिकित्सक से उपचार कराएं।

संदिग्ध मरीजों की होगी जांच

एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस का यदि कोई संदिग्ध मरीज आता है तो अस्पताल में उसका सैंपल लिया जाएगा। उसे जांच के लिए दिल्ली या फिर देहरादून भेजा जाएगा। सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने अस्पताल के प्रबंधक अंकित राणा को इसका नोडल अधिकारी बनाया है।

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दिल्ली विधानसभा में आप का विश्वास मत प्रस्ताव, केजरीवाल का दावा-बीजेपी लाना चाहती थी अविश्वास प्रस्ताव, डराने-धमकाने के बाद भी नहीं जुटी विधायकों की संख्या


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव रखा।इस दौरान केजरीवाल ने दावा किया कि विपक्षी सदस्य अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहते थे लेकिन पर्याप्त विधायकों का समर्थन हासिल नहीं कर सके। 

सीएम केजरीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, हमें पता चला कि विपक्षी सदस्य हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहते हैं। अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए सदन के 20 प्रतिशत सदस्यों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है। दिल्ली विधानसभा में 70 सदस्य हैं यानी 14 सदस्यों के हस्ताक्षर की जरूरत है।मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दावा किया कि विपक्षी सदस्य 14 विधायकों का समर्थन हासिल नहीं कर पाए। उन्होंने कहा, उन्होंने, उन्हें धमकाया, प्रलोभन दिया, लेकिन कुछ काम नहीं आया। फिर उन्होंने यह विचार छोड़ दिया। केजरीवाल ने कहा, इसके जवाब में, मैं विश्वास प्रस्ताव पेश कर रहा हूं।

बीजेपी का आरोप है कि सरकार के पास संख्या बल नहीं-केजरीवाल

सदन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर वह विश्वास प्रस्ताव खो देते हैं तो उन्हें सरकार में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। वह तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। इसी के साथ उन्होंने बीजेपी के विधायकों को भी सदन में आने की अपील की। कहा कि वो भी आएं और अपनी बात रखें। केजरीवाल ने कहा कि ये सदन मंत्री परिषद में विश्वास व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का आरोप है कि सरकार के पास संख्या बल नहीं है।

ऑपरेशन लोटस फिर से फेल- सौरभ भारद्वाज

वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने पर प्रस्ताव रखा, मीडिया बुला कर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नियम अनुसार क्या बीजेपी के पास विधानसभा का 1/5 यानी 14 MLA थे? बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व बताए- विधायक खरीद रहे थे क्या? आप विधायकों को डरा रहे थे? ऑपरेशन लोटस फिर से फेल।

आप का आरोप-विधायकों को सीबीआई व ईडी का डर दिखाया जा रहा

आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी, मगर आज अविश्वास प्रस्ताव लाने से भाजपा पीछे हट गई है. बजट सत्र की शुरुआत में ही दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामबीर बिधूड़ी ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्पीकर को दिया था. तब स्पीकर ने कहा था कि बजट के बाद नियमों के तहत इस पर विचार करेंगे. रामबीर बिधूड़ी के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा था कि भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए हमारे विधायकों को लालच दिया जा रहा है और सीबीआई व ईडी का डर दिखाया जा रहा है।