तेजस्वी यादव ने कहा, वर्ष 2024 के बाद नोटों पर दिखेगी मोदी की तस्वीर, ये डरने का नहीं लड़ने का वक्त है, पूरा विपक्ष राहुल गांधी के समर्थन में
गुजरात के सूरत की सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में 2 साल जेल की सजा सुनाई। हालांकि राहुल को अदालत से जमानत भी मिल गई है। लेकिन विपक्षी दल राहुल गांधी के समर्थन में आ गए हैं। इस मुद्दे पर राहुल गांधी को अब बिहार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का समर्थन मिल गया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी अब पूरी तरह से नर्वस हो चुके हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी हार की बात सोचकर डरे हुए हैं। विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। अब समय आ गया है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के विरोध में सभी दलों को बिना देरी के एक साथ आना चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि राजद दो दशकों से कांग्रेस की सहयोगी रही है। ये डरने का नहीं, लड़ने का वक्त है। उन्होंने कहा कि वह अदालत के आदेश पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे लेकिन देश के लोग राहुल गांधी के साथ किए जा रहे व्यवहार के पीछे की वजह को समझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पिता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव 2014 से कह रहे हैं कि देश एक अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है। सीबीआइ और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के राडार पर रहे तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव का सामना करने से घबरा रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि ये लोग महात्मा गांधी और बाबासाहेब भीम राव अंबेडकर की विरासत को नष्ट करने पर तुले हुए हैं। नोटबंदी एक बड़ा घोटाला था और अगर वह सत्ता में फिर से लौटते हैं तो लोकतंत्र और संविधान खत्म हो जाएगा और हम महात्मा गांधी की जगह नोटों पर उनकी तस्वीर देखेंगे।
यादव ने कहा कि अब हम राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ उस पैमाने पर प्रतिशोध देख रहे हैं जो कभी नहीं देखा गया है। इसी तरह की चिंता हाल ही में अखिलेश यादव ने व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था का विरोध करने वाली सभी पार्टियों को वैचारिक रूप से अविलंब एक हो जाना चाहिए।
आज वह तारीख है जब भगत सिंह ने शहादत प्राप्त की थी। मैं महान क्रांतिकारी को श्रद्धांजलि देने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शामिल हुआ था। आज जो कुछ हो रहा है, उसके सामने संघर्ष करना समय की मांग है।
बता दें कि गुजरात के सूरत की एक अदालत ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2019 में उनके खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि के मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई, जिसमें उनकी "सभी चोरों का मोदी उपनाम क्यों है" टिप्पणी की थी। अदालत ने उन्हें जमानत भी दे दी और 30 दिनों के लिए सजा को निलंबित कर दिया ताकि उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने की अनुमति मिल सके।
Mar 24 2023, 13:04