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सिसोदिया को तिहाड़ में मिल रहा VVIP ट्रीटमेंट?, सुकेश चंद्रशेखर ने एलजी को खत लिखकर की जांच कराने की मांग

#sukesh_chandrasekhar-write_letter_to_lg 

ठगी के मामले में तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने जेल से एलजी दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के सक्सेना को पत्र लिखा है। अपने इस पत्र में सुकेश ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी के नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जेल में खूंखार अपराधियों के साथ रखने के बारे में झूठी खबर फैलाई जा रही है। सुकेश का है कि मनीष सिसोदिया को जेल में भी वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। बता दें कि द‍िल्‍ली की आबकारी नीत‍ि में घोटाले को लेकर पूर्व ड‍िप्‍टी सीएम मनीष स‍िसोद‍िया त‍िहाड़ जेल में बंद हैं। इसी जेल में ठग सुकेश चंद्रशेखर भी बंद हैं।

चंद्रशेखर ने तीन पेज का खत दिल्ली के उप-राज्यपाल को लिखा है। जिसमें कहा गया है कि सीएम मनीष सिसोदिया को तिहाड़ जेल में वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। जेल में उन्हें उस जगह रखा गया है, जहां पर सहारा समूह के सुब्रत रॉय, दिवंगत नेता अमर सिंह और टू जी घोटाले को लेकर सुर्खियों में आए ए राजा जैसे लोगों को रखा गया था। जेल प्रशासन पूरी तरह से आम आदमी पार्टी (आप) के हाथ में कठपुतलियों के समान है।

चंद्रशेखर की चिट्ठी के मुताबिक, सिसोदिया जेल नंबर एक के वार्ड नंबर नौ में रखे गए हैं। यह तिहाड़ का अब तक का सबसे वीवीआईपी वॉर्ड है।जो कि 20 हजार स्क्वायर का है। इसमें केवल पांच ही सेल हैं।वुडन फ्लोरिंग की गई है।घूमने के लिए अलग से गार्डन के साथ ही बैडमिंटन कोर्ट, डाइनिंग एरिया समेत तमाम खास सुविधाएं दी जाती हैं।सुकेश का दावा है कि फिलहाल मनीष सिसोदिया के अलावा वहां कुछ पुराने कैदी और मनीष सिसोदिया के आराम के लिए सेवादारों को रखा गया है। साथ ही सुकेश ने इस मामले में एलजी से मांग की है क‍ि वह इस पूरे मामले की जांच करवाएं।

सुकेश ने द‍िल्‍ली के सीएम अरव‍िंद केजरीवाल पर भी गंभीर आरोप लगाया है। उसने कहा है क‍ि उसका कहना है कि अरविंद केजरीवाल दरअसल मनीष सिसोदिया की असुरक्षा की झूठी खबर फैला रहे हैं।सुकेश ने कहा कि जेल-प्रशासन पूरी तरह आम आदमी पार्टी के हाथ में कठपुतलियों के समान है। सत्येंद्र जैन जेल के कर्मचारियों पर नियंत्रण रखते हैं।बता दें कि इससे पहले भी सुकेश चंद्रशेखर ने पांच पन्ने की चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री अरविंद केजीरवाल और मनीष सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगाए थे।

बता दें कि ये चिट्ठी सुकेश चंद्रशेखर ने शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान अपने वकीलों को दी थी। पेशी के बाद कोर्ट से निकलते वक्त सुकेश चंद्रशेखर ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर आरोप लगाते हुए कहा था कि शराब नीति में अगली गिरफ्तारी अरविंद केजरीवाल की होगी। केजरीवाल ‘वजीर’ हैं। एक-एक का पर्दाफाश करूंगा।

जयराम रमेश ने तानाशाह हिटल और स्टालिन से की पीएम मोदी की तुलना, नरेंद्र मोदी स्टेडियम को लेकर साधा निशाना

#congress_compared_pm_modi_to_hitler_and_stalin 

कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर किए जा रहे अपशब्दों के प्रयोग का सिलसिला नहीं थम रहा है।कभी भस्मासुर, तो कभी रावण, कभी कुत्ते की मौत मारने की धमकी। अब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना तानाशाह हिटल और स्टालिन से की है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने 'नरेंद्र मोदी स्टेडियम' के नाम को लेकर प्रधानमंत्री पर विवादित टिप्पणी की है। जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी तुलना हिटलर और स्टालिन से की है। 

अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम का जिक्र करते हुए जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा कि पीएम को अपने नाम के स्टेडियम के चारों और घूमते देख ऐसे नेताओं की लिस्ट याद आती है, जिन्होंने अपने जीवनकाल के दौरान स्टेडियमों के नाम अपने ऊपर रखे थे। जयराम रमेश ने ट्विटर पर 8 नामों का जिक्र किया है। इनमें जोसेफ स्टालिन, हिटलर, बेनिटो मुसोलिनी, किम सुंग, मुअम्मर गद्दाफी,सद्दाम हुसैन, रेसेप तैयप एर्दोगन के नाम हैं। इस लिस्ट में सबसे अंतिम नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का है। 

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज ने गुरुवार को अहमदाबाद के 'नरेंद्र मोदी स्टेडियम' में भारत और ऑस्ट्रेलिया का चौथा टेस्ट मैच देखने पहुंचे थे। दोनों प्रधानमंत्रियों ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम के 'हॉल ऑफ फेम संग्रहालय' का उद्घाटन किया। पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज एक अलग डिजाइन की गई गोल्फ कार पर पूरे मैदान में घूमें और उन्हें लैप ऑफ ऑनर दिया गया।भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ अपने-अपने प्रधानमंत्रियों के साथ मैदान में उतरे और उन्हें अन्य खिलाड़ियों से मिलवाया। जिसके बाद से कांग्रेस हमलावर है।

बता दें कि कांग्रेस नेताओं द्वारा पीएम मोदी की ऐसी तुलना पहली बार नहीं की गई है। कर्नाटक में कांग्रेस से पूर्व सांसद वीएस उग्रप्पा पीएम मोदी की तुलना भस्मासुर से कर चुके हैं। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए रावण तक का जिक्र किया था। झारखंड के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहायन ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में मंच से पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की थी।कांग्रेस नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवालाने पीएम मोदी की तुलना बंदर से करते हुए कहा कि अबकी बार-बंदर के हाथ में उस्तरा सरकार।कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्तागौरव वल्लभ ने एक टीवी डिबेट के दौरान भाषा की सार मर्यादाएं तोड़ दी। उन्होंने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तुलना कुख्यात अपराधी रंगा-बिल्ला से की।

बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस वे का पीएम मोदी कल करेंगे उद्घाटन, सिर्फ 75 मिनट में तय होगी एक शहर से दूसरे शहर की दूरी*

#bengalurumysuruexpressway 

कर्नाटक में आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री 12 मार्च यानी रविवार को बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे।पीएम मोदी का यह पिछले 1 महीने में चौथा दौरा होगा।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ये एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी परियोजना है, जो कर्नाटक के विकास में योगदान देगी। ध्यान देने वाली बात है कि यह हाईवे बेंगलुरू और मैसूर के बीच सफर के समय को कम कर देगा। मौजूदा समय में बेंगलुरू से मैसूर तक का सफर तय करने में लगभग तीन घंटे का वक्त लगता है, पर इस एक्सप्रेस-वे के इस्तेमाल के चलते लोग 75 मिनट में एक शहर से दूसरे शहर पहुंच सकेंगे ।

बता दें कि इस एक्सप्रेसवे की निर्माण में 8 हजार 480 करोड़ रुपये की लागत आई है। एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में किया गया है। इसमें से 52 किमी का खंड एक ग्रीन फील्ड है जिसमें पांच बाईपास हैं- 7 किमी लंबा श्रीरंगपटना बाईपास, 10 किमी लंबा मंड्या बाईपास, 7 किमी लंबा बिदादी बाईपास, 22 किमी लंबा बाईपास जो रामनगरम और चन्नापटना से जाता है और 7 किमी लंबा मद्दुर बाईपास है

लगभग 118 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे

कुछ दिन पहले मिनिस्टर ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे नितिन गडकरी ने भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत डेवलप्ड बेंगलुरु- मैसूर एक्सप्रेस वे की तस्वीरें शेयर की थी। मंत्री के ट्वीट करके बताया था कि एक्सप्रेसवे का निर्माण कुल 8,478 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।इसके अलावा, एक्सप्रेस वे को 6-लेन कैरिज वे मिलता है और दोनों तरफ 2-लेन सर्विस रोड हैं। 10-लेन एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेस वे लगभग 118 किलोमीटर लंबा है।

पीएम के दौरे को लेकर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी

पीएम मोदी के दौरे को ध्यान में रखते हुए मांड्या पुलिस ने गुरुवार को आदेश दिया कि एक्सप्रेस वे पर वाहनों की आवाजाही पर 12 घंटे के लिए रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि सभी वाहनों के लिए सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक रूट डाइवर्ट कर दिया गया है।

पीएम का 1 महीने में चौथा दौरा

बता दें कि कर्नाटक में मार्च के अंत तक विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है। चुनावों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री लगातार कर्नाटक का दौरा कर रहे हैं। पीएम मोदी का यह पिछले 1 महीने में चौथा दौरा होगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक करीब 50000 हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर चुके हैं। इनमें एचएएल की हेलिकॉप्टर फैक्ट्री निर्माण फैक्ट्री या फिर शिवमोगा में हाल ही में नए एयरपोर्ट का उद्घाटन हो। इन सबके अलावा पीएम ने कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। एचएएल की फैक्ट्री में हेलिकॉप्टर्स का निर्माण होगा। इससे 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

बिहारी श्रमिकों पर कथित हमले के मामले में तमिलनाडु से बिहार लौटी हिंसा की जांच करने गई टीम, कहा- वायरल हो रहे सारे वीडियो फर्जी, शिकायतें भी कम होने लगी


 बिहारी श्रमिकों पर कथित हमले की जांच कर तमिलनाडु से लौटी जांच टीम ने इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो और खबरों को फर्जी बताया है।

बिहार के अफसरों की चार सदस्यीय टीम में शामिल ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरुगन डी, सीआइडी के आइजी पी कन्नन, श्रम आयुक्त आलोक कुमार और एसटीएफ के एसपी संतोष कुमार ने शुक्रवार को सूचना भवन में संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि तमिलनाडु में स्थिति सामान्य है।

टीम का नेतृत्व कर रहे बाला मुरुगन ने बताया कि जांच दल ने चार से सात मार्च तक चेन्नई, कोयंबटूर और त्रिपुर जिलों का दौरा किया।

इस दौरान जिलों के कलेक्टर, एसपी, राजस्व पदाधिकारी के साथ औद्योगिक संघ, श्रमिक यूनियन और किसान संगठन से जुड़े लोगों से भी बातचीत की गई।

तमिलनाडु में काम करने गए श्रमिकों के साथ-साथ बिहारी उद्यमियों से भी संवाद कर स्थिति की जानकारी ली गई।

बिहार के अफसरों की टीम ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की। सभी ने बातचीत में स्थिति को सामान्य बताया है।

फर्जी वीडियो प्रसारित करने का उद्देश्य क्या था, इस बाबत पूछे जाने पर आइएएस अधिकारी बाला मुरुगन ने कहा कि इसको लेकर अनुसंधान जारी है।

हेल्पलाइन नंबर पर कम होने लगीं शिकायतें

जांच टीम ने बताया कि जब भ्रामक और फर्जी वीडियो प्रसारित किए गए तो अफवाहों को रोकने और सही जानकारी देने के लिए तमिलनाडु पुलिस के द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था।

चार मार्च को इन हेल्पलाइन नंबरों पर करीब 740 कॉल आईं। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस के द्वारा वीडियो संदेश जारी किया गया, जिसके बाद धीरे-धीरे कॉल की संख्या घटने लगी।

पांच मार्च को 632 कॉल आईं तो छह मार्च को 364 कॉल की गईं। 10 मार्च को महज 13 कॉल ही आए। इससे स्पष्ट है कि अब पैनिक कम हो गया है और स्थिति सामान्य हो चुकी है।

टीम ने मुख्यमंत्री को सौंपी रिपोर्ट

बिहारी कामगारों पर कथित हमले की जांच के लिए तमिलनाडु गई टीम ने पटना लौटकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी।

ग्रामीण विभाग के सचिव बाला मुरुगन डी के नेतृत्व में टीम तमिलनाडु गई थी। विशेष दल ने मुख्यमंत्री को यह जानकारी दी कि इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित घटना इस संदर्भ में नहीं घटी।

सभी प्रसारित वीडियो गलत पाए गए। विशेष दल ने यह भी बताया कि चार मार्च को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के स्तर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अतिथि श्रमिकों को उनकी सुरक्षा का भी आश्वासन दिया गया।

अब लोग यह समझ रहे हैं कि प्रसारित वीडियो भ्रामक है। गलत और भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए तमिलनाडु सरकार के अधिकारी कड़े कदम उठा रहे हैं।

गुरुग्राम सेक्टर-53 में ओयो रूम्स के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल की मौत मामले की जांच शुरू, पढ़िए, क्या बोले, वीरेंद्र विज, पुलिस उपायुक्त (पूर्व)

दिल्ली-एनसीआर

गुरुग्राम सेक्टर-53 में ओयो रूम्स के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल की मौत मामले की जांच शुरू हो गई है।

 एसएचओ के साथ एक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

रमेश अग्रवाल डीएलएफ फेज-4 स्थित द क्रेस्ट कंडोमिनियम में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) वीरेंद्र विज ने बताया कि पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली कि एक व्यक्ति की 20वीं मंजिल से गिरने से मौत हो गई है। मृतक की पहचान ओयो रूम्स के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल के रूप में हुई। हादसे के वक्त रितेश अग्रवाल, उनकी मां और उनकी नव विवाहित पत्नी गीतांशा फ्लैट में ही मौजूद थे। 

बताया गया है कि रितेश अग्रवाल अपने पिता के साथ इस अपार्टमेंट में नहीं रहते थे। रितेश अग्रवाल का परिवार मूल रूप से ओडिशा के रयागदा का रहने वाला है। यहां पर उनके पिता रमेश अग्रवाल सिम कार्ड बेचने की छोटी सी दुकान चलाया करते थे। बीती सात मार्च को रितेश अग्रवाल की शादी में देश-दुनिया की दिग्गज हस्तियां शामिल हुई थीं। इसमें जापानी कंपनी सॉफ्ट बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मासायोशी सोन भी पहुंचे थे। जिनसे रितेश और उनकी पत्नी ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। इसके अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे थे।

रितेश अग्रवाल ने जारी किया बयान

रितेश अग्रवाल ने बयान जारी कर कहा है कि इस वक्त उनके परिवार की निजता का सम्मान किया जाए। उन्होंने कहा है कि भारी मन के साथ मैं यह साझा करना चाहता हूं कि हमारे मार्गदर्शक मेरे पिता रमेश अग्रवाल का 10 मार्च को निधन हो गया है। उन्होंने पूरा जीवन जिया और मुझे व हम सभी को प्रेरित किया। उनका निधन हमारे परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरे पिता ने हमें हमारे सबसे कठिन समय में आगे बढ़ाया। उनके शब्द हमारे दिलों में गूंजते रहेंगे।  

 बोले, वीरेंद्र विज, पुलिस उपायुक्त (पूर्व)

पुलिस की प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। बीसवीं मंजिल के जिस अपार्टमेंट की बालकनी से रमेश अग्रवाल गिरे हैं, उसकी रेलिंग साढे़ तीन फीट ऊंची है। ऐसे में यहां से गिरना हादसा नहीं हो सकता। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिवार की ओर से भी किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गई है।

उलटफेर, जो कांग्रेस ने 34 साल में नहीं किया, वो भाजपा करेगी ! ज्योतिरादित्य सिंधिया पर चल सकती है बड़ा दांव


मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले क्या भाजपा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को CM की कुर्सी सौंप कर उनके स्वर्गीय पिता माधवराव सिंधिया का सपना पूरा कर सकती है? यह सवाल इन दिनों सूबे के सियासी गलियारों में जमकर चल रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्य में सीएम की कुर्सी सौंपकर भाजपा एक तीर से दो शिकार कर सकती है। वहीं, भाजपा के इस फैसले से कांग्रेस भी बड़ी मुश्किल में पड़ जाएगी।

दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 10 मार्च को स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती के मौके पर ग्वालियर में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने वाले हैं। इस दौरान राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के कई बड़े नेता भी ग्वालियर पहुंचेंगे। इसी दिन यानी 10 मार्च को सबसे पहले खेल मैदान से मैराथन दौड़ का आगाज़ होगा, जिसे केंद्रीय मंत्री सिंधिया हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वहीं, आज शुक्रवार की दोपहर में शिवपुरी में माधव नेशनल पार्क में टाइगर भी छोड़े जाएंगे। इसके अलावा 10 मार्च को ही सिंधिया छत्री पर भजन संध्या आयोजित की गई है। इसमें भी भाजपा के कई बड़े नेता पहुंचेंगे, यहाँ तक कि, खुद सीएम शिवराज भी शामिल हो सकते हैं। ये सारी बातें इन अटकलों को हवा दे रही है कि, भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश में लॉन्च करने का फैसला कर लिया है। 

बता दें कि, पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया और पूर्व पीएम राजीव गांधी में गहरी मित्रता थी। मध्य प्रदेश में जब पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की कुर्सी पर 1989 में चुरहट मामला सामने आने के बाद संकट आया था, उस वक़्त भी सीएम पद के लिए माधवराव सिंधिया का ही नाम सबसे आगे था। तत्कालीन पीएम राजीव गांधी चाहते थे कि सिंधिया को एमपी का CM बना दिया जाए, लेकिन अर्जुन सिंह ने मोतीलाल वोरा का नाम आगे बढ़ाते हुए विधायक दल से फैसला करा दिया। इसके बाद वर्ष 1993 में भी एमपी में सीएम के लिए माधवराव सिंधिया रेस में सबसे आगे थे, मगर उस समय भी केंद्रीय सियासत में सक्रिय अर्जुन सिंह ने दिग्विजय सिंह के नाम पर मुहर लगवा दी। इस तरह दो बार माधवराव सिंधिया CM बनते-बनते रह गए। हालाँकि, माधवराव सिंधिया का नाम राजीव गांधी के असमय निधन के बाद पीएम पद के लिए भी आगे आया था, लेकिन तब कुर्सी नरसिम्हा राव को मिली, हालाँकि सिंधिया को केंद्रीय कैबिनेट में पद जरूर मिला। वहीं, मनमोहन सिंह से पहले भी माधवराव पीएम पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, किन्तु 2001 में एक प्लेन क्रैश में उनका निधन हो गया।  

अब सियासी गलियारों में ये सवाल 

 क्या माधवराव सिंधिया का CM बनने का सपना ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरा करेंगे और भाजपा इसमें उनका साथ देगी ? यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को एमपी की बागडौर सौंपी जाती है, तो ये कांग्रेस के लिए मुश्किल हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टक्कर देने के लिए कांग्रेस में फिलहाल कोई भी ऐसा चेहरा नज़र नहीं आ रहा है। कांग्रेस अभी भी शिवराज सिंह चौहान से अधिक सिंधिया पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

 वहीं, खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की हर रणनीति और चाल से भली-भांति परिचित हैं। इसके साथ ही, यदि भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाती है तो कांग्रेस में बगावत और बढ़ने की आशंका है। कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा का रुख कर सकते हैं। इसके साथ ही, मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान को केंद्र की सियासत में ले जाने का महत्वपूर्ण फैसला भी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी की लालू यादव के परिवार और करीबियों पर कार्रवाई में मिले 70 लाख कैश, दो किलो सोना और 1900 डॉलर, विपक्ष हुआ हमलाव


जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी के द्वारा शुक्रवार को लालू यादव के परिवार और करीबियों पर बड़ी कार्रवाई की गयी। राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना के अलावा तेजस्वी प्रसाद यादव, रागिनी यादव, हेमा यादव, चंदा यादव, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना, प्रवीण जैन और अजय कुमार के यहां छापेमारी की गयी। जांच एजेंसी ने पटना, दिल्ली, रांची, मुंबई, यूपी व हरियाणा में ईडी ने एक साथ करीब 25 ठिकानों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में लालू यादव की बेटियों और तेजस्वी यादव के घर पर 70 लाख कैश, दो किलो सोना और 1900 डॉलर मिले। बरामद सोने में डेढ़ किलो जेवर और 540 ग्राम सोने का सिक्का है।

छापेमारी से हमलावर हुई विपक्ष

लालू यादव के परिवार समेत करीबियों की ठिकानों पर छापेमारी से विपक्ष एकजुट होकर भाजपा पर हमलावर हो गयी है। अबू दोजाना ने कहा कि भाजपा की तरफ से मुझे पार्टी में शामिल होने का ऑफर मिला था। जब मैं शामिल नहीं हुआ तो मुझपर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव एवं एजाज अहमद ने अपने संयुक्त वक्तव्य में सीबीआइ, इडी और आइटी का दुरुपयोग लोकतंत्र के लिए घातक बताया।

ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम की आपराधिक धाराओं में दर्ज किया है केस

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन का मामला उस वक्त का है जब लालू प्रसाद यूपीएएक सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि 2004-2009 के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह डी में विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित की थी। सीबीआइ ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है और सभी आरोपितों को 15 मार्च को तलब किया गया है। इडी के पास यह मामला सीबीआइ ने भेजा था। इडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में सीबीआइ ने हाल ही में राजद के नेता लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी।

ली किआंग होंगे चीन के नए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हैं करीबी

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चीन के नया प्रधानमंत्री मिल गया है। ली किआंग चीन के नए प्रधानमंत्री बनाए गए हैं। चीन की संसद ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी सहयोगी ली किआंग की देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति की शनिवार को पुष्टि की है। अक्टूबर 2022 में हुई चीनी संसद नेशनल पीपुल्स पार्टी की बैठक में उनको नए पीएम के तौर पर नामित किया गया था। चीन में जारी टू-सेशन के दौरान ली छियांग के नाम पर मुहर लगने के साथ ही 10 साल से नंबर 2 की कुर्सी संभाल रहे ली कछ्यांग के कार्यालय पर विराम लग गया।

शी जिनपिंग के करीबी ली कियांग की छवि कारोबारी समर्थक नेता के तौर पर है। 63 साल के ली किआंग सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) और सरकार में दूसरे नंबर के अधिकारी होंगे। इससे पहले राष्ट्रपति के तौर पर शी के अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल पर शुक्रवार को मुहर लगी थी। 

बता दें कि 10 मार्च को चीन की संसद ने शी चिनफिंग के अभूतपूर्व तीसरे पांच साल के कार्यकाल का समर्थन कर दिया है। वह आधिकारिक तौर पर लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने गए हैं। शी चिनफिंग, पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पहले चीनी नेता बन गये हैं, जिन्हें राष्ट्रपति का तीसरा कार्यकाल मिला है।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर फर्जी डिग्री लेने का आरोप, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष से मांगा जवाब, पूछा-क्या खत्म होगी सदस्यता ?

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तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी सांसद निसिकांत दुबे पर फर्जी एमबीए और पीएचडी की डिग्री रखने का आरोप लगाया है। यही नहीं, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पूछा कि क्या इस आधार पर निशिकांत दुबे की लोकसभा सदस्यता खत्म होगी?

तृणमूल सांसद ने ट्विटर पर लिखा, "ओह, क्या एफिडेविट पर झूठ बोलना और फर्जी तरीके से डीयू के एफएमएस (फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज) से एमबीए की नकली डिग्री लेना और फिर फर्जी पीएचडी करना भी लोकसभा सदस्यता खत्म करने का आधार नहीं हो सकता है? विशेषाधिकार समिति, क्या आप सुन रहे हैं?" इसके साथ ही महुआ मोइत्रा ने स्पीकर ओम बिड़ला को टैग भी किया है।

निशिकांत दुबे की इस मांग के बाद महुआ का पलटवार

महुआ ने निशिकांत दुबे पर ये आरोप ऐसे वक्त लगाए जब बीजेपी सांसद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की है। दरअसल, निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस को लेकर एक संसदीय समिति के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया और उनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त करने की मांग की। शुक्रवार को बजट भाषण के दौरान सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार समिति के सामने अपना पक्ष रखते हुए राहुल की सदस्यता खत्म करने की मांग की थी। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष द्वारा राहुल की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाए जाने के बावजूद अब भी उनके और कांग्रेस के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनलों पर उपलब्ध हैं। 

दुबे पर क्या हैं आरोप

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ साल 2020 में झारखंड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। इसमें सांसद पर अपने चुनाव नामांकन पत्र में कथित तौर पर फर्जी डिग्री जमा करने का आरोप लगाया गया था और सांसद के खिलाफ सीबीआई और चुनाव आयोग से उच्च स्तरीत जांच के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी।याचिका में कहा गया था कि निशिकांत दुबे ने साल 2009, 2014 और 2019 के आम चुनावों में अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी दी है कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से एमबीए पास किया है।

दिल्ली शराब घोटाला मामले में आज ईडी के सामने के कविता की पेशी, केसीआर बोले-हो सकती है बेटी की गिरफ्तारी

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दिल्ली शराब घोटाला केस में तेलंगाना सीएम केसीआर की एमएलसी बेटी के कविता आज केंद्रीय एजेंसी ईडी के सामने पेश होने जा रही हैं। कविता की ईडी के समाने पेशी से पहले दिल्ली में बीआरएस के कार्यकर्ता और समर्थक मुख्यमंत्री केसीआर के घर के बाहर जमा हो गए हैं और अपना विरोध जता रहे हैं।

ईडी दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कविता और हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने सोमवार को पिल्लई को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिल्लई ने ही पूछताछ में कविता का नाम लिया था।

इधर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को केंद्र पर अपने नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। केसीआर ने कहा कि दिल्ली शराब नीति मामले में उनकी बेटी और विधायक के कविता को जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है।बीआरएस की एक विस्तारित आम बैठक को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि ईडी के अधिकारी मामले में पूछताछ के बाद कविता को गिरफ्तार कर सकते हैं। हम देखेंगे कि वे क्या करते हैं। उन्हें कविता को गिरफ्तार करने दीजिए, लेकिन इससे हमारा मनोबल नहीं गिरेगा।

इससे पहले शुक्रवार को कविता ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल शुरू की। शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली अपनी भूख हड़ताल का हवाला देते हुए उन्होंने जांच एजेंसी से शनिवार तक अपनी पूछताछ स्थगित करने को कहा था।