राम चंद्र पौडेल बने नेपाल के नए राष्ट्रपति, विपक्षी सुभाष चंद्र को 18 हजार वोटों से हराया
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नेपाली कांग्रेस के राम चंद्र पौडेल गुरुवार को नेपाल के तीसरे राष्ट्रपति चुने गए।राष्ट्रपति चुनाव में वह प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' के नेतृत्व वाले आठ-दलीय गठबंधन के समर्थित उम्मीदवार थे। उन्होंने मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी सुभाष चंद्र नेम्बवांग को बड़े अंतर से हराया।रामचंद्र पौडेल को 33,802 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी सुभाष चंद्र नेम्बवांग को महज 15,518 वोट हासिल हुए।नेपाल में 2008 में गणतंत्र बनने के बाद से यह तीसरा राष्ट्रपति चुनाव है।
राम चंद्र पौडेल को नेपाली कांग्रेस और सीपीएन (माओवादी सेंटर) सहित आठ दलों के गठबंधन के 214 सांसदों और 352 प्रांतीय विधानसभा सदस्यों के वोट मिले। इस चुनाव में शुरू से ही पौडेल का पलड़ा भारी माना जा रहा था, क्योंकि उन्हें सत्ता समर्थित 8 दलों का समर्थन हासिल था।जिनमें प्रधानमंत्री प्रचंड की पार्टी भी शामिल थी। वहीं, सीपीएन-यूएमएल के उम्मीदवार सुभाष चंद्र नेमबांग को अपनी पार्टी के अलावा सिर्फ निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन की ही उम्मीद थी।
राष्ट्रपति चुनाव में कुल 882 मतदाता हैं, जिनमें 332 सदस्य संसद के हैं जबकि 550 सदस्य सात प्रांतीय विधानसभाओं के हैं। निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता शालीग्राम ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव में प्रांतीय विधानसभाओं के 518 सदस्यों और संसद के 313 सदस्यों ने हिस्सा लिया।
पौडेल ऐसे समय राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं जब राजनीतिक अस्थिरता बढ़ रही है और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व में कमजोर गठबंधन सरकार शासन कर रही है। पौडेल को राष्ट्रपति पद के चुनाव में समर्थन देने को लेकर पनपे राजनीतिक विवाद के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने मौजूदा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
नेपाल के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि निर्वाचन की तारीख से पांच वर्ष होगी और एक व्यक्ति को इस पद पर केवल दो कार्यकाल के लिए ही चुना जा सकता है. नेपाल की मौजूदा राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी का कार्यकाल 12 मार्च को समाप्त होगा
Mar 10 2023, 09:57