शरद पवार की पार्टी NCP का नागालैंड में भाजपा गठबंधन को समर्थन, यहां डिटेल में पढ़िए, इस निर्णय से महाराष्ट्र की सियासत पर क्या पड़ेगा असर
शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने महाराष्ट्र में नेफ्यू रियो की एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है। एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने सुप्रिया सुले और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मंथन करने के बाद यह फैसला किया है। एनसीपी महासचिव और पार्टी के पूर्वोत्तर प्रभारी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि नागालैंड के व्यापक के हित में पार्टी के मुखिया शरद पवार ने रियो सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है।
हालांकि घोषणा में भाजपा का कोई जिक्र नहीं है जो नागालैंड में एनडीपीपी की प्रमुख सहयोगी पार्टी है। शरद पवार की ओर से उठाए गए इस कदम ने महाराष्ट्र की सियासत में भी नई कयासबाजी को जन्म दे दिया है क्योंकि महाराष्ट्र में एनसीपी का कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के साथ गठबंधन है।
रियो सरकार को समर्थन देने का फैसला
नागालैंड के विधानसभा चुनाव में इस बार एनसीपी के सात विधायक चुने गए हैं। ऐसे में एनसीपी के कदम पर सबकी निगाहें लगी हुई थीं। एनसीपी नेता नरेंद्र वर्मा ने बताया कि मैंने पार्टी के मुखिया शरद पवार से रियो सरकार को समर्थन देने की अनुमति मांगी थी और पार्टी प्रमुख ने इस संबंध में अपनी अनुमति दे दी है। उन्होंने बताया कि नागालैंड में अन्य सभी दलों में नेफ्यू रियो को अपना समर्थन दिया है और ऐसे में एनसीपी के सात विधायक अलग-थलग नहीं रह सकते।
सूत्रों का कहना है कि एनसीपी मुखिया शरद पवार ने बुधवार को नागालैंड की सियासी स्थितियों के संबंध में सुप्रिया सुले और अन्य नेताओं के साथ चर्चा की। इस चर्चा के दौरान नागालैंड की रियो सरकार को समर्थन देने का फैसला किया गया। एनसीपी नेता नरेंद्र वर्मा ने बताया कि पूर्वोत्तर प्रभारी की बातें सुनने के बाद शरद पवार ने यह फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि नागालैंड के व्यापक हितों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के व्यापक हितों और नेफ्यू रियो के साथ पार्टी विधायकों पर अच्छे संबंधों को देखते हुए स्थानीय इकाई का मानना है कि पार्टी को सरकार का हिस्सा होना चाहिए।
पिक्टो शोहे होंगे विधायक दल के नेता
नागालैंड में पिक्टो शोहे को एनसीपी विधायक दल का नया नेता बनाया गया है। शोहे ने 2018 में नंबर पीपुल्स फ्रंट के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता था। बाद में वे नेफ्यू रियो की अगुवाई वाली एनडीपीपी में शामिल हो गए थे। एनडीपीपी की ओर से इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया था जिसके बाद उन्होंने एनसीपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल की है। शरद पवार ने उन्हें एनसीपी विधायक दल का नेता बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। नागालैंड में मंगलवार को नेफ्यू रियो ने पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी।
महाराष्ट्र की सियासत को लेकर कयासबाजी
एनसीपी मुखिया शरद पवार की ओर से उठाए गए इस कदम के पीछे नागालैंड के पार्टी विधायकों के दबाव को प्रमुख कारण माना जा रहा है। पहले पार्टी की ओर से विपक्ष में बैठने की चर्चा हो रही थी मगर फिर पार्टी ने अलग रुख अपनाते हुए सरकार को समर्थन देने का फैसला किया। दरअसल पार्टी विधायक रियो की सरकार को समर्थन देने के इच्छुक थे और सियासी जानकारों का मानना है कि इसी कारण पवार ने यह फैसला किया है।
हालांकि उनके फ़ैसले के बाद महाराष्ट्र की सियासत को लेकर भी कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में एनसीपी का कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के साथ गठबंधन है। पवार की ओर से उठाए गए इस कदम की महाराष्ट्र की सियासत में भी खूब चर्चा हो रही है। यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में पवार की ओर से उठाए गए इस कदम का महाराष्ट्र की सियासत पर क्या असर पड़ता है।
Mar 09 2023, 16:16