स्पेस में सऊदी का बड़ा कदम, पहली बार महिला एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष भेजने की तैयारी
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सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अपने देश की रूढ़ीवादी छवि को बदलने में लगे हैं। जिसके लिए क्राउन प्रिंस ने कई लिबरल फैसले लिए है।अब धार्मिक रूप से कट्टर माने जाने वाले मुस्लिम देश सऊदी अरब ने महिलाओं के हित में बड़ा कदम उठाया है। दरअसल सऊदी अरब ने पहली बार महिला अंतरिक्षयात्री को स्पेस मिशन पर भेजने का फैसला किया है। इस महिला के साथ एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री भी साथ होंगे। दोनों इसी साल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे।
सऊदी अरब ने जिस महिला एस्ट्रोनॉट को स्पेस मिशन पर भेजने का फैसला लिया है, उनका नाम रेयाना बरनावी है। वो सऊदी अरब की पहली महिला अंतिरक्ष यात्री होने वाली हैं। रेयाना इसी साल अमेरिका से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगी। रेयाना बरनावी के साथ सऊदी अरब के अंतरिक्ष यात्री अली अल कर्नी भी स्पेस मिशन पर जाएंगे।
साउदी अरब ने रविवार को घोषणा की कि वह 2023 की दूसरी तिमाही के दौरान अपनी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री रेयना बरनावी और एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री अली अलकर्नी को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजेगा। दोनों अंतरिक्ष यात्री AX-2 के चालक दल में शामिल होंगे। दोनों अंतरिक्ष यात्री अमेरिका से लॉन्च होने वाले AX-2 स्पेस मिशन में शामिल होंगे। इस मिशन का उद्देश्य मानव अंतरिक्ष यान में देश की क्षमता को बढ़ाना है। इसके साथ ही सऊदी का लक्ष्य है कि अंतरिक्ष को एक उद्योग की तरह इस्तेमाल किया जाए।
कहा जा रहा है कि सऊदी नेता क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान कई सुधारों पर जोर देते हुए अपने देश की कट्टर छवि को हटाने की कोशिश में जुटे हैं। पहले के किए गए सुधारों में 2017 में उनके सत्ता में आने के बाद से महिलाओं को बिना पुरुष साथी के अकेले वाहन चलाने और विदेश यात्रा करने की अनुमति दी गई है। देश में महिला कर्मचारियों की भी भागीदारी बढ़ी है। 2016 के मुकाबले अब महिलाओं की भागीदारी दोगुना से अधिक यानी 17 प्रतिशत से 37 प्रतिशत हो गया है।
Feb 14 2023, 15:38