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CII Brings Global Mobility Future to Pune: NexGen Mobility Show 2025 Kicks Off on 9 October

Pune 7 October 2025: The Confederation of Indian Industry (CII) Western Region is set to host its flagship International Exhibition and Conference for the automobile industry - the 3rd Edition of the CII NexGen Mobility Show 2025, scheduled from October 9 to 11, 2025 at Pune International Exhibition Centre, Moshi.

Under the theme "Innovate. Integrate. Impact: The Future of Mobility," the event will bring together the entire automotive value chain said Mr Arvind Goel, Chairman, CII WR Taskforce on Future Mobility & Vice Chairman, Tata Auto Comp Systems Ltd. The show will cover a comprehensive range of topics, including Commercial Vehicles, Passenger Vehicles, Policy and Regulatory Guidelines, EV Business Ecosystem Development, Sustainable Charging Infrastructure, Battery Technology, Automotive Aftermarket, Automotive Materials, Automotive Logistics, EV Manufacturing Innovations and Investments, Rapid Metro, High-speed Trains, Urban Air Mobility, and Infrastructure development.

Mr Akash Passey, Chairman, CII WR Taskforce on R&D, Innovation & Digitalisation & Co-Chairman, CII WR Taskforce on Future Mobility and President, ZF Group India added, "This platform will enable Punekars and participants from across Western India to explore the latest automotive technologies and engage with industry leaders who are shaping the next generation of mobility solutions."

Mr Rajnikant Behera, Chairman, CII Pune Zonal Council & Executive Director, RSB Transmissions (1) Ltd stated that "The Indian automotive industry is currently at a very exciting stage, driven by several mega trends that are set to define and shape the future of mobility. This makes the 'Next Gen Mobility Show' especially significant and timely.

The show will be featuring world-class automobile brands and industry stakeholders, showcasing Internal Combustion Engine (ICE), Electric, Hybrid, Hydrogen, CNG/LNG, and Ethanol/Biofuel Powertrains, alongside traditional and new-age auto components, Electrical and electronic subsystems, Mechanical subsystems, and the latest automobile technology trends driving the future of mobility.

Mr MS Shankar, Co-Chairman, CII WR Taskforce on R&D, Innovation & Digitalisation & Sr Advisor and Head Group Innovation & Technology, ANAND Automotive Pvt Ltd said that through a series of expert-led discussions, the event aims to foster collaboration, innovation, and sustainable growth within India's rapidly evolving mobility ecosystem.

Key highlights include: 9th October 2025-CII Automotive Research & Development Conclave 2025: "Navigating the New Era of Automotive Research Excellence"

10th October 2025-Cll Software Led Mobility Conclave 2025: "Driving India's Software-led Mobility Revolution"

ARAI-AMTIF: 'Navigyaan' - Startup & Innovation Conclave 2025

The CII NexGen Mobility Show 2025 promises to be a dynamic platform for policymakers, industry leaders, innovators, and researchers to exchange ideas, explore business opportunities, and shape the future of sustainable mobility in India and beyond.

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पीएम मोदी ने 'गाजा पीस प्लान' पर ट्रंप को सराहा, बोले-भारत शांति के साथ है

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हमास और इजरायल के बीच जारी जंग अब खत्म होने को है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में गाजा के लिए पीस प्लान चलाया जा रहा है। इसके तहत हमास सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान के लिए हमास के राजी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी सराहना की है।पीएम मोदी ने गाजा में शांति प्रयासों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जताया और कहा कि बंधकों की रिहाई शांति की दिशा में अहम कदम है।

पीएम मोदी ने किया समर्थन

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने समर्थन का इजहार किया है। पीएम मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के बीच हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं। भारत स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा।

ट्रंप का 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच दो वर्ष से जारी युद्ध को समाप्त कराने की एक शांति योजना पेश की थी। ट्रंप ने गाजा में संघर्षविराम के लिए एक 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव तैयार किया। जिसे इस्राइल ने स्वीकार कर लिया। हमास ने भी बंधकों की रिहाई और गाजा की सत्ता अन्य फलस्तीनियों को सौंपने की बात मान ली है। हालांकि शांति प्रस्ताव के कई अन्य बिंदुओं पर अभी हमास ने चर्चा के बाद फैसला लेने की बात कही है।

ट्रंप की धमकी के आगे झुका हमास

बता दें कि ट्रंप ने हमास को शांति प्रस्ताव पर फैसला लेने के लिए रविवार शाम छह बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। ट्रंप की धमकी के बाद ही हमास को बंधकों की रिहाई के लिए सहमति देने पर मजबूर होना पड़ा। ट्रंप ने अपनी धमकी में कहा है कि अगर हमास ने रविवार शाम 6 बजे तक इजरायल के साथ शांति समझौता नहीं किया तो सब कुछ बिगड़ जाएगा। ट्रंप ने आगे कहा कि हमास को शांति योजना स्वीकार करने का यह आखिरी मौका दिया जा रहा है। ट्रंप की सीधी धमकी के बाद हमास ने ऐलान कर दिया कि वह शांति समझौते के लिए तैयार है। हमास ने कहा कि वह सभी इजरायली बंधकों अपने पास से रिहा कर देगा, चाहे वह जीवित हों या फिर मर चुके हों।

बीसीसीआई के नए अध्यक्ष चुने गए मिथुन मन्हास, विराट कोहली से है खास कनेक्शन

#mithunmanhaselectedbccipresident

पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए है। वे 37वें बीसीसीआई अध्यक्ष बने हैं। इसका ऐलान रविवार को मुंबई में बीसीसीआई ऑफिस में हुई एनुअल जरनल मीटिंग के बाद हुआ। मन्हास इस पद पर निर्विरोध चुने गए। मन्हास इस अहम पद पर चुने जाने वाले लगातार तीसरे क्रिकेटर बने हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर मिथुन मन्हास को बधाई दी है। जितेंद्र सिंह ने लिखा, 'मिथुन मनहास को आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष घोषित किया गया है। जम्मू और कश्मीर के सबसे दूरदराज़ जिलों में से एक, डोडा के लिए यह दिन कितनी बड़ी उपलब्धि है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है

कौन हैं मिथुन मन्हास?

जम्मू और कश्मीर में जन्मे मिथुन मन्हास ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया, भले ही उन्होंने कभी अंतरराष्ट्रईय क्रिकेट नहीं खेला। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने जाने वाले मन्हास दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर भी। जब कई सीनियर खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी पर रहने के कारण मौजूद नहीं होते थे, तब मन्हास ने अक्सर दिल्ली की कप्तानी की, जिससे टीम को महत्वपूर्ण सत्रों में मार्गदर्शन मिला। विशेष रूप से, उन्होंने दिल्ली का नेतृत्व तब किया जब युवा विराट कोहली ने पदार्पण किया, जिससे भविष्य के स्टार के साथ एक मजबूत बंधन बना।

मन्हास का खेल सफर

18 साल के प्रथम श्रेणी करियर में, मन्हास ने 157 मैच खेले, जिसमें 9,714 रन बनाए। उन्होंने 49 अर्धशतक और 27 शतक लगाए, जिसमें उनका सबसे शानदार सत्र 2007-08 में आया। उस वर्ष, उन्होंने दिल्ली को लंबे समय से प्रतीक्षित रणजी ट्रॉफी में जीत दिलाई, व्यक्तिगत रूप से 57.56 के प्रभावशाली औसत से 921 रन बनाए, जिससे भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनकी पकड़ अच्छी बनी। रणजी में अच्छा परफॉरमेंस देने के चलते मन्हास का सिलेक्शन आईपीएल के पहले सीजन में हो गया। उन्होंने 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स से आईपीएल डेब्यू किया। फिर साल 2011 में आईपीएल में पुणे वॉरियर्स इंडिया से जुड़े। 2015 में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा बने।

75 के हुए पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई, ट्रंप ने भी किया फोन

#pmmodibirthdaywishespresidentdroupadimurmu

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 साल के हो गए। 17 सितंबर यानी आज पीएम मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्हें जन्मदिन के मौके पर देश और दुनिया के तमाम दिग्गजों से बधाई संदेश मिल रहे हैं। भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित देश-दुनिया से बधाइयों का तांता लगा है। पीएम मोदी 75वें जन्मदिन पर देशभर में उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई हैं। वहीं केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी और बीजेपी नीत राज्य सरकारें मिलकर इस खास मौके पर कई बड़ी योजनाओं का शुभारंभ करेंगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुभकामनाएं दीं

पीएम मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने असाधारण नेतृत्व से आपने देश में बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की संस्कृति का संचार किया है। आज विश्व समुदाय भी आपके मार्गदर्शन में अपना विश्वास प्रकट कर रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा अपने अद्वितीय नेतृत्व से राष्ट्र को प्रगति के नए शिखरों पर पहुंचाएं।'

राजनाथ सिंह ने गिनाए पीएम मोदी के गुण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, कुछ अनुभव ऐसे होते हैं जो इतिहास की दिशा तय कर देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ा मेरा पहला अनुभव भी ऐसा ही था। झाँसी में उनके भाषण में मैंने भविष्य के नेतृत्व की चमक देखी थी। अनुशासन, संगठन के प्रति समर्पण, गहन ज्ञान और हर चुनौती को स्वीकार करने का साहस, यही गुण हैं जिन्होंने उन्हें भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला नेता बनाया।

अपने जन्मदिन पर पीएम करेंगे एमपी के धार ज़िले का दौरा

वहीं, पीएम मोदी आज अपने 75वें जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश के धार ज़िले का दौरा करेंगे। यहां वह ‘स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार’ और ‘8वां राष्ट्रीय पोषण माह’ अभियान की शुरुआत करेंगे। ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ के तहत पीएम मोदी 75,000 हेल्थ कैंप्स की शुरुआत करेंगे, जो 2 अक्टूबर तक चलेंगे और महिलाओं-बच्चों के पोषण, जागरूकता और स्वास्थ्य पर फोकस करेंगे। मध्य प्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का भूमि पूजन भी होगा, जो 2,158 एकड़ में फैला होगा और इसे विश्वस्तरीय कपड़ा निर्माण केंद्र बनाया जाएगा।

बीजेपी मनाएगी सेवा पखवाड़ा

इधर प्रधानमंत्री के जन्मदिन को बीजेपी सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाएगी। इस दौरान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में रक्तदान, स्वच्छता अभियान और ‘नमो युवा रन’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसके अलावा ‘सुमन सखी’ चैटबॉट और ‘एक बग़ीचा मां के नाम’ पौधारोपण अभियान की शुरुआत भी होगी। इसके साथ ही एक करोड़ सिकल सेल कार्ड वितरित किए जाएंगे और ‘स्वदेशी पखवाड़ा’ में देशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। राज्य स्तर पर भी खास कार्यक्रम होंगे, जैसे ओडिशा में 75 लाख पौधे लगेंगे और महाराष्ट्र में 75,000 युवाओं को रोबोटिक्स और AI जैसी स्किल्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।

*Sourav Ganguly filing his nomination for the post of CAB President*

 Khabar kolkata sports Desk: India cricket legend and former BCCI President Sourav Ganguly after filing his nomination for the post of CAB President unopposed today said taking Bengal cricket to new heights will be the primary goal. 

“I would like to thank everyone for their support. At CAB, there is no opposition, everyone is a part of this Association. We will all work together to take CAB & Bengal cricket ahead. There are important events coming up- Eden Gardens India’s Test match against South Africa, T20 World Cup, Bengal Pro T20 League. I will try and do my best,” Ganguly said.  

The unopposed panel that filed nominations today were Sourav Ganguly (President), Nitish Ranjan Dutta (Vice President), Bablu Koley (Secretary), Madan Mohan Ghosh (Joint Secretary), Sanjay Das (Treasurer). 

Speaking about his team, Ganguly said, “Bablu Koley is very experienced. It’s important to have someone with his experience and knowledge. Nitish Ranjan Dutta, Madan Mohan Ghosh and Sanjay Das are also experienced and are in this field for a long time. All their experience will be immensely helpful for Bengal cricket.”

 Pic : Sanjay Hazra

देश के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, राष्ट्रपति मुर्मु ने दिलाई शपथ

#cpradhakrishnantookoathasvicepresidentofindia

देश को 15वें उपराष्ट्रपति मिल चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीपी राधाकृष्णन को 15वें उपराष्ट्रपति का शपथ दिलायी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीत था। 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ था।

जगदीप धनखड़ भी समारोह में नजर आए

शुक्रवार को हुए शपथग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कैबिनेट के कई बड़े मंत्री मौजूद रहे। खास बात ये रही कि समारोह के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। वह पहली कतार में दो अन्य पूर्व उपराष्ट्रपतियों वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के साथ बैठे थे। उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका था जब जगदीप धनखड़ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

सीपी राधाकृष्णन ने 152 मतो से जीता था चुनाव

एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया। मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को 152 प्रथम वरीयता के मतों से हरा कर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता था। सुदर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता के मत मिले, जबकि सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट पड़े।

जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हुए चुनाव

जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दे दिया था। संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। उनके इस्तीफे के कारण मध्यावधि चुनाव कराया गया।

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, पीएम मोदी ने डाला वोट, जानें क्या कहता है वोटों का गणित?

#indiavicepresidentelectiontoday

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने संसद भवन पहुंचे। इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी से है। मतगणना शाम में होगी।

इस चुनाव में सत्तापक्ष यानी एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन हैं तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी हैं। इन दोनों के बीच में ही टक्कर है और जो जीतेगा उसे उपराष्ट्रपति की गद्दी पर बैठाया जाएगा। चुनाव से पहले जानते हैं वोटों का गणित।

जीत के लिए कुल 386 वोटों की जरूरत

लोकसभा में सांसदों की संख्या 542 है जबकि राज्यसभा में 239 सांसद हैं। दोनों सदनों को मिलाकर कुल वोट करने वाले सांसदों की संख्या 781 होती है। कुल सांसदों के हिसाब से जीत के लिए किसी भी प्रत्याशी को कुल 391 वोटों की जरूरत पड़ेगी। इसी बीच नवीन पटनायक की बीजेडी, चंद्रशेखर राव की बीआरएस और शिरोमणि अकाली दल ने मतदान से अलग रहने की घोषणा कर दी है, जिससे अब जीत के आंकड़ें में थोड़ा फेरबदल होगा। नवीन पटनायक की बीजेडी, शिरोमणि अकाली दल और तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बीआरएस को हटा दें तो वोट करने वाले बचे कुल सांसदों की संख्या 770 पर आ जाती है। इन दोनों ने खुद को चुनाव से बाहर रखने का फैसला किया है। इस हिसाब से एक उम्मीदवार को जीत के लिए 386 वोट चाहिए।

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425 है। इसके अलावा जगन रेड्डी के दल का समर्थन (11 सांसद) भी जोड़ लेते हैं तो यह संख्या 436 पहुंच जाती है। दूसरी ओर इंडिया ब्लॉक के पास सांसदों की संख्या 324 है। यानी दोनों के बीच कुल 112 वोटों का अंतर है। यहां यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि फिलहाल निर्दलीय और स्वाति मालीवाल, गिरधारी लाल यादव जैसे अपने दल से अलग थलग सांसदों को मिलाकर 10 ऐसे हैं जिनका वोट किस तरफ जाएगा या वो वोट करेंगे या नहीं करेंगे ये साफ नहीं है। कुल मिलाकर आकंड़ों के लिहाज से एनडीए उम्मीदवार की जीत महज औपचारिकता ही दिखती है।

क्या नागरिकता मिलने से पहले वोटर लिस्ट में जुड़ गया था सोनिया गांधी का नाम? कोर्ट से एफआईआर की मांग

#wasformercongresspresidentsoniagandhivoterbeforeshewascitizen

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में एक आपराधिक शिकायत दायर की गई है, जिसमें उनके भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले मतदाता सूची में नाम शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 10 सितंबर को इस मामले में सुनवाई की तारीख तय की है।

नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में नाम शामिल

वकील विकास त्रिपाठी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। वकील विकास त्रिपाठी का कहना है कि सोनिया गांधी का नाम 1980 में नई दिल्ली की मतदाता सूची में था। जबकि उन्हें भारतीय नागरिकता 30 अप्रैल 1983 को मिली थी। त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि गांधी का नाम 1980 में मतदाता सूची में शामिल किया गया था, 1982 में हटाया गया और फिर 1983 में फिर से जोड़ा गया। त्रिपाठी के वकील ने कहा कि उनका भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी अप्रैल 1983 का है। 1980 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उनका नाम कैसे शामिल हुआ, जिसे फिर 1982 में हटाया गया और 1983 में फिर से दर्ज किया गया।

जाली दस्तावेज के इस्तेमाल का गंभीर आरोप

वकील ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले यानी 1980 में मतदाता सूची में सोनिया गांधी का नाम शामिल होने का मतलब है कि उनके द्वारा कुछ जाली डॉक्यूमेंट दिए गए होंगे। वकील ने कहा कि इस तरह से जाली डॉक्यूमेंट बनवाकर मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाना एक संज्ञेय अपराध के बराबर है।

230 पेज की शिकायत, सुनवाई की तारीख तय

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 230 पेज की शिकायत देखने के बाद सुनवाई की तारीख तय की। शिकायत में सोनिया गांधी और आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन के एसएचओ को भी शामिल किया गया है। त्रिपाठी की तरफ से वकील ने दलीलें पूरी करने के बाद अदालत ने कहा कि मामले पर अगले सप्ताह फिर से विचार किया जाएगा। हालांकि, गांधी या दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई औपचारिक नोटिस जारी नहीं किया गया है।

चीन में पीएम मोदी और पुतिन की खास मुलाकात, एक दूसरे को लगाया गले, देखते रह गए शहबाज शरीफ

#chinascosummit202russianpresidentvladimirputinhugspmmodi

चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। तियानजिन से पीएम नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास तस्वीर सामने आई है। राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी ने एक-दूसरे का गले लगाकर गर्मजोशी से अभिवादन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एससीसो मंच पर एक साथ नजर आए। इसकी तस्वीर सामने आई है। तीनों नेता आपस में बातचीत करते दिखे। इस दौरान तीनों देशों की ट्रायो डिप्लोमेसी देखने को मिली, यानी ये देश आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।

पुतिन और मोदी की द्विपक्षीय बैठक से पहले हुई मुलाकात

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दो तस्वीरें शेयर की। एक तस्वीर में मोदी पुतिन को गले लगाते नजर आ रहे हैं। दूसरी तस्वीर में दोनों नेता हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं। तस्वीर शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि राष्ट्रपति पुतिन से मिलना हमेशा खुशी की बात होती है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच यह मुलाकात उनकी द्विपक्षीय बैठक से पहले हुई, जो पूर्ण सत्र के बाद होने वाली है।

मोदी-पुतिन-जिनपिंग कि तिकड़ी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र से पहले कुछ समय साथ बिताया। इस दौरान तीनों ही नेता एक-दूसरे से हल्के फुल्के अंदाज में हंसी मजाक करते नजर आए। इस दौरान तीनों नेता हंसी ठहाके लगाते दिखाई दिए। इसके बाद पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन एक साथ मंच की ओर चले गए। इस दौरान दोनों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने से निकले, जो पहले से ही मंच पर फोटो सेशन के लिए खड़े थे। इस दौरान शहबाज की नजरें पीएम मोदी और पुतिन पर ही टिकी हुई थीं। उनके चेहरे से बेबसी के भाव साफ जाहिर हो रहे थे।

एससीओ का अब तक का सबसे बड़ा समिट

एससीओ समिट चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी में हो रही है। यह एससीओ का अब तक का सबसे बड़ा समिट है, जिसमें 20 से अधिक देशों के नेता और 10 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख शामिल हैं। सदस्य देशों में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, ईरान, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं, जबकि पर्यवेक्षक और संवाद साझेदार देशों में तुर्की, मालदीव, नेपाल, म्यांमार, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस जैसे नाम हैं।

समिट का फोकस क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, आतंकवाद विरोधी प्रयासों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर है। चीनी विदेश मंत्रालय के सहायक मंत्री लिउ बिन ने कहा कि शी जिनपिंग तियानजिन घोषणा जारी करेंगे, जो एससीओ के अगले 10 वर्षों की विकास रणनीति को रेखांकित करेगी।

पीएम मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता, 7 साल बाद कितना अहम है प्रधानमंत्री का चीन दौरा

#meetingwithchinesepresidentxijinpingpmnarendramodi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन के दौरे पर हैं। मोदी शनिवार को चीन के तियानजिन पहुंचे हैं, जहां वे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट में भाग लेंगे। चीन के तियानजिन में 31 अगस्त से 1 सितंबर तक होने वाले एससीओ समिट में कई देशों के नेता भाग ले रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी रविवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। चीनी राष्ट्रपति और पीएम मोदी की मुलाकात 7 सालों बाद हुई।

10 महीनों में पहली मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को तियानजिन में अहम मुलाकात की। अमेरिकी टैरिफ से जूझ रही दुनिया की नजर इस बैठक पर रही। पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच करीब 10 महीनों में यह पहली मुलाकात है। दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात अक्तूबर 2024 में रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर हुई थी।

सीमा पर शांति और स्थिरता का माहौल बना-पीएम मोदी

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, पिछले साल कजान में हमारी बहुत ही उपयोगी चर्चा हुई थी, जिससे हमारे संबंधों को सकारात्मक दिशा मिली। सीमा पर सैनिकों की वापसी के बाद शांति और स्थिरता का माहौल बना है। हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर समझौता हो गया है।

हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा, कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू कर दी गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी बहाल की जा रही हैं। हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े हुए हैं। इससे पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

7 साल चीन पहुंचे पीएम मोदी

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे 7 सालों के बाद चीन दौरे पर गए हैं। जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद भारत और चीन के बीच संबंध काफी खराब हो गए थे। हालांकि हाल के दिनों में चीन और भारत के संबंध एक बार फिर ठीक करने की कवायद की जा रही है। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को कम करना भी है।

CII Brings Global Mobility Future to Pune: NexGen Mobility Show 2025 Kicks Off on 9 October

Pune 7 October 2025: The Confederation of Indian Industry (CII) Western Region is set to host its flagship International Exhibition and Conference for the automobile industry - the 3rd Edition of the CII NexGen Mobility Show 2025, scheduled from October 9 to 11, 2025 at Pune International Exhibition Centre, Moshi.

Under the theme "Innovate. Integrate. Impact: The Future of Mobility," the event will bring together the entire automotive value chain said Mr Arvind Goel, Chairman, CII WR Taskforce on Future Mobility & Vice Chairman, Tata Auto Comp Systems Ltd. The show will cover a comprehensive range of topics, including Commercial Vehicles, Passenger Vehicles, Policy and Regulatory Guidelines, EV Business Ecosystem Development, Sustainable Charging Infrastructure, Battery Technology, Automotive Aftermarket, Automotive Materials, Automotive Logistics, EV Manufacturing Innovations and Investments, Rapid Metro, High-speed Trains, Urban Air Mobility, and Infrastructure development.

Mr Akash Passey, Chairman, CII WR Taskforce on R&D, Innovation & Digitalisation & Co-Chairman, CII WR Taskforce on Future Mobility and President, ZF Group India added, "This platform will enable Punekars and participants from across Western India to explore the latest automotive technologies and engage with industry leaders who are shaping the next generation of mobility solutions."

Mr Rajnikant Behera, Chairman, CII Pune Zonal Council & Executive Director, RSB Transmissions (1) Ltd stated that "The Indian automotive industry is currently at a very exciting stage, driven by several mega trends that are set to define and shape the future of mobility. This makes the 'Next Gen Mobility Show' especially significant and timely.

The show will be featuring world-class automobile brands and industry stakeholders, showcasing Internal Combustion Engine (ICE), Electric, Hybrid, Hydrogen, CNG/LNG, and Ethanol/Biofuel Powertrains, alongside traditional and new-age auto components, Electrical and electronic subsystems, Mechanical subsystems, and the latest automobile technology trends driving the future of mobility.

Mr MS Shankar, Co-Chairman, CII WR Taskforce on R&D, Innovation & Digitalisation & Sr Advisor and Head Group Innovation & Technology, ANAND Automotive Pvt Ltd said that through a series of expert-led discussions, the event aims to foster collaboration, innovation, and sustainable growth within India's rapidly evolving mobility ecosystem.

Key highlights include: 9th October 2025-CII Automotive Research & Development Conclave 2025: "Navigating the New Era of Automotive Research Excellence"

10th October 2025-Cll Software Led Mobility Conclave 2025: "Driving India's Software-led Mobility Revolution"

ARAI-AMTIF: 'Navigyaan' - Startup & Innovation Conclave 2025

The CII NexGen Mobility Show 2025 promises to be a dynamic platform for policymakers, industry leaders, innovators, and researchers to exchange ideas, explore business opportunities, and shape the future of sustainable mobility in India and beyond.

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पीएम मोदी ने 'गाजा पीस प्लान' पर ट्रंप को सराहा, बोले-भारत शांति के साथ है

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हमास और इजरायल के बीच जारी जंग अब खत्म होने को है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में गाजा के लिए पीस प्लान चलाया जा रहा है। इसके तहत हमास सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान के लिए हमास के राजी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी सराहना की है।पीएम मोदी ने गाजा में शांति प्रयासों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जताया और कहा कि बंधकों की रिहाई शांति की दिशा में अहम कदम है।

पीएम मोदी ने किया समर्थन

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने समर्थन का इजहार किया है। पीएम मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के बीच हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं। भारत स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा।

ट्रंप का 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच दो वर्ष से जारी युद्ध को समाप्त कराने की एक शांति योजना पेश की थी। ट्रंप ने गाजा में संघर्षविराम के लिए एक 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव तैयार किया। जिसे इस्राइल ने स्वीकार कर लिया। हमास ने भी बंधकों की रिहाई और गाजा की सत्ता अन्य फलस्तीनियों को सौंपने की बात मान ली है। हालांकि शांति प्रस्ताव के कई अन्य बिंदुओं पर अभी हमास ने चर्चा के बाद फैसला लेने की बात कही है।

ट्रंप की धमकी के आगे झुका हमास

बता दें कि ट्रंप ने हमास को शांति प्रस्ताव पर फैसला लेने के लिए रविवार शाम छह बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। ट्रंप की धमकी के बाद ही हमास को बंधकों की रिहाई के लिए सहमति देने पर मजबूर होना पड़ा। ट्रंप ने अपनी धमकी में कहा है कि अगर हमास ने रविवार शाम 6 बजे तक इजरायल के साथ शांति समझौता नहीं किया तो सब कुछ बिगड़ जाएगा। ट्रंप ने आगे कहा कि हमास को शांति योजना स्वीकार करने का यह आखिरी मौका दिया जा रहा है। ट्रंप की सीधी धमकी के बाद हमास ने ऐलान कर दिया कि वह शांति समझौते के लिए तैयार है। हमास ने कहा कि वह सभी इजरायली बंधकों अपने पास से रिहा कर देगा, चाहे वह जीवित हों या फिर मर चुके हों।

बीसीसीआई के नए अध्यक्ष चुने गए मिथुन मन्हास, विराट कोहली से है खास कनेक्शन

#mithunmanhaselectedbccipresident

पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए है। वे 37वें बीसीसीआई अध्यक्ष बने हैं। इसका ऐलान रविवार को मुंबई में बीसीसीआई ऑफिस में हुई एनुअल जरनल मीटिंग के बाद हुआ। मन्हास इस पद पर निर्विरोध चुने गए। मन्हास इस अहम पद पर चुने जाने वाले लगातार तीसरे क्रिकेटर बने हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर मिथुन मन्हास को बधाई दी है। जितेंद्र सिंह ने लिखा, 'मिथुन मनहास को आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष घोषित किया गया है। जम्मू और कश्मीर के सबसे दूरदराज़ जिलों में से एक, डोडा के लिए यह दिन कितनी बड़ी उपलब्धि है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है

कौन हैं मिथुन मन्हास?

जम्मू और कश्मीर में जन्मे मिथुन मन्हास ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया, भले ही उन्होंने कभी अंतरराष्ट्रईय क्रिकेट नहीं खेला। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने जाने वाले मन्हास दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर भी। जब कई सीनियर खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी पर रहने के कारण मौजूद नहीं होते थे, तब मन्हास ने अक्सर दिल्ली की कप्तानी की, जिससे टीम को महत्वपूर्ण सत्रों में मार्गदर्शन मिला। विशेष रूप से, उन्होंने दिल्ली का नेतृत्व तब किया जब युवा विराट कोहली ने पदार्पण किया, जिससे भविष्य के स्टार के साथ एक मजबूत बंधन बना।

मन्हास का खेल सफर

18 साल के प्रथम श्रेणी करियर में, मन्हास ने 157 मैच खेले, जिसमें 9,714 रन बनाए। उन्होंने 49 अर्धशतक और 27 शतक लगाए, जिसमें उनका सबसे शानदार सत्र 2007-08 में आया। उस वर्ष, उन्होंने दिल्ली को लंबे समय से प्रतीक्षित रणजी ट्रॉफी में जीत दिलाई, व्यक्तिगत रूप से 57.56 के प्रभावशाली औसत से 921 रन बनाए, जिससे भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनकी पकड़ अच्छी बनी। रणजी में अच्छा परफॉरमेंस देने के चलते मन्हास का सिलेक्शन आईपीएल के पहले सीजन में हो गया। उन्होंने 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स से आईपीएल डेब्यू किया। फिर साल 2011 में आईपीएल में पुणे वॉरियर्स इंडिया से जुड़े। 2015 में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा बने।

75 के हुए पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई, ट्रंप ने भी किया फोन

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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 साल के हो गए। 17 सितंबर यानी आज पीएम मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्हें जन्मदिन के मौके पर देश और दुनिया के तमाम दिग्गजों से बधाई संदेश मिल रहे हैं। भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित देश-दुनिया से बधाइयों का तांता लगा है। पीएम मोदी 75वें जन्मदिन पर देशभर में उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई हैं। वहीं केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी और बीजेपी नीत राज्य सरकारें मिलकर इस खास मौके पर कई बड़ी योजनाओं का शुभारंभ करेंगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुभकामनाएं दीं

पीएम मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने असाधारण नेतृत्व से आपने देश में बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की संस्कृति का संचार किया है। आज विश्व समुदाय भी आपके मार्गदर्शन में अपना विश्वास प्रकट कर रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा अपने अद्वितीय नेतृत्व से राष्ट्र को प्रगति के नए शिखरों पर पहुंचाएं।'

राजनाथ सिंह ने गिनाए पीएम मोदी के गुण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, कुछ अनुभव ऐसे होते हैं जो इतिहास की दिशा तय कर देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ा मेरा पहला अनुभव भी ऐसा ही था। झाँसी में उनके भाषण में मैंने भविष्य के नेतृत्व की चमक देखी थी। अनुशासन, संगठन के प्रति समर्पण, गहन ज्ञान और हर चुनौती को स्वीकार करने का साहस, यही गुण हैं जिन्होंने उन्हें भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला नेता बनाया।

अपने जन्मदिन पर पीएम करेंगे एमपी के धार ज़िले का दौरा

वहीं, पीएम मोदी आज अपने 75वें जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश के धार ज़िले का दौरा करेंगे। यहां वह ‘स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार’ और ‘8वां राष्ट्रीय पोषण माह’ अभियान की शुरुआत करेंगे। ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ के तहत पीएम मोदी 75,000 हेल्थ कैंप्स की शुरुआत करेंगे, जो 2 अक्टूबर तक चलेंगे और महिलाओं-बच्चों के पोषण, जागरूकता और स्वास्थ्य पर फोकस करेंगे। मध्य प्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का भूमि पूजन भी होगा, जो 2,158 एकड़ में फैला होगा और इसे विश्वस्तरीय कपड़ा निर्माण केंद्र बनाया जाएगा।

बीजेपी मनाएगी सेवा पखवाड़ा

इधर प्रधानमंत्री के जन्मदिन को बीजेपी सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाएगी। इस दौरान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में रक्तदान, स्वच्छता अभियान और ‘नमो युवा रन’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसके अलावा ‘सुमन सखी’ चैटबॉट और ‘एक बग़ीचा मां के नाम’ पौधारोपण अभियान की शुरुआत भी होगी। इसके साथ ही एक करोड़ सिकल सेल कार्ड वितरित किए जाएंगे और ‘स्वदेशी पखवाड़ा’ में देशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। राज्य स्तर पर भी खास कार्यक्रम होंगे, जैसे ओडिशा में 75 लाख पौधे लगेंगे और महाराष्ट्र में 75,000 युवाओं को रोबोटिक्स और AI जैसी स्किल्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।

*Sourav Ganguly filing his nomination for the post of CAB President*

 Khabar kolkata sports Desk: India cricket legend and former BCCI President Sourav Ganguly after filing his nomination for the post of CAB President unopposed today said taking Bengal cricket to new heights will be the primary goal. 

“I would like to thank everyone for their support. At CAB, there is no opposition, everyone is a part of this Association. We will all work together to take CAB & Bengal cricket ahead. There are important events coming up- Eden Gardens India’s Test match against South Africa, T20 World Cup, Bengal Pro T20 League. I will try and do my best,” Ganguly said.  

The unopposed panel that filed nominations today were Sourav Ganguly (President), Nitish Ranjan Dutta (Vice President), Bablu Koley (Secretary), Madan Mohan Ghosh (Joint Secretary), Sanjay Das (Treasurer). 

Speaking about his team, Ganguly said, “Bablu Koley is very experienced. It’s important to have someone with his experience and knowledge. Nitish Ranjan Dutta, Madan Mohan Ghosh and Sanjay Das are also experienced and are in this field for a long time. All their experience will be immensely helpful for Bengal cricket.”

 Pic : Sanjay Hazra

देश के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, राष्ट्रपति मुर्मु ने दिलाई शपथ

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देश को 15वें उपराष्ट्रपति मिल चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीपी राधाकृष्णन को 15वें उपराष्ट्रपति का शपथ दिलायी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीत था। 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ था।

जगदीप धनखड़ भी समारोह में नजर आए

शुक्रवार को हुए शपथग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कैबिनेट के कई बड़े मंत्री मौजूद रहे। खास बात ये रही कि समारोह के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। वह पहली कतार में दो अन्य पूर्व उपराष्ट्रपतियों वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के साथ बैठे थे। उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका था जब जगदीप धनखड़ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

सीपी राधाकृष्णन ने 152 मतो से जीता था चुनाव

एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया। मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को 152 प्रथम वरीयता के मतों से हरा कर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता था। सुदर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता के मत मिले, जबकि सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट पड़े।

जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हुए चुनाव

जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दे दिया था। संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। उनके इस्तीफे के कारण मध्यावधि चुनाव कराया गया।

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, पीएम मोदी ने डाला वोट, जानें क्या कहता है वोटों का गणित?

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उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने संसद भवन पहुंचे। इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी से है। मतगणना शाम में होगी।

इस चुनाव में सत्तापक्ष यानी एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन हैं तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी हैं। इन दोनों के बीच में ही टक्कर है और जो जीतेगा उसे उपराष्ट्रपति की गद्दी पर बैठाया जाएगा। चुनाव से पहले जानते हैं वोटों का गणित।

जीत के लिए कुल 386 वोटों की जरूरत

लोकसभा में सांसदों की संख्या 542 है जबकि राज्यसभा में 239 सांसद हैं। दोनों सदनों को मिलाकर कुल वोट करने वाले सांसदों की संख्या 781 होती है। कुल सांसदों के हिसाब से जीत के लिए किसी भी प्रत्याशी को कुल 391 वोटों की जरूरत पड़ेगी। इसी बीच नवीन पटनायक की बीजेडी, चंद्रशेखर राव की बीआरएस और शिरोमणि अकाली दल ने मतदान से अलग रहने की घोषणा कर दी है, जिससे अब जीत के आंकड़ें में थोड़ा फेरबदल होगा। नवीन पटनायक की बीजेडी, शिरोमणि अकाली दल और तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बीआरएस को हटा दें तो वोट करने वाले बचे कुल सांसदों की संख्या 770 पर आ जाती है। इन दोनों ने खुद को चुनाव से बाहर रखने का फैसला किया है। इस हिसाब से एक उम्मीदवार को जीत के लिए 386 वोट चाहिए।

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425 है। इसके अलावा जगन रेड्डी के दल का समर्थन (11 सांसद) भी जोड़ लेते हैं तो यह संख्या 436 पहुंच जाती है। दूसरी ओर इंडिया ब्लॉक के पास सांसदों की संख्या 324 है। यानी दोनों के बीच कुल 112 वोटों का अंतर है। यहां यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि फिलहाल निर्दलीय और स्वाति मालीवाल, गिरधारी लाल यादव जैसे अपने दल से अलग थलग सांसदों को मिलाकर 10 ऐसे हैं जिनका वोट किस तरफ जाएगा या वो वोट करेंगे या नहीं करेंगे ये साफ नहीं है। कुल मिलाकर आकंड़ों के लिहाज से एनडीए उम्मीदवार की जीत महज औपचारिकता ही दिखती है।

क्या नागरिकता मिलने से पहले वोटर लिस्ट में जुड़ गया था सोनिया गांधी का नाम? कोर्ट से एफआईआर की मांग

#wasformercongresspresidentsoniagandhivoterbeforeshewascitizen

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में एक आपराधिक शिकायत दायर की गई है, जिसमें उनके भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले मतदाता सूची में नाम शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 10 सितंबर को इस मामले में सुनवाई की तारीख तय की है।

नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में नाम शामिल

वकील विकास त्रिपाठी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। वकील विकास त्रिपाठी का कहना है कि सोनिया गांधी का नाम 1980 में नई दिल्ली की मतदाता सूची में था। जबकि उन्हें भारतीय नागरिकता 30 अप्रैल 1983 को मिली थी। त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि गांधी का नाम 1980 में मतदाता सूची में शामिल किया गया था, 1982 में हटाया गया और फिर 1983 में फिर से जोड़ा गया। त्रिपाठी के वकील ने कहा कि उनका भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी अप्रैल 1983 का है। 1980 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उनका नाम कैसे शामिल हुआ, जिसे फिर 1982 में हटाया गया और 1983 में फिर से दर्ज किया गया।

जाली दस्तावेज के इस्तेमाल का गंभीर आरोप

वकील ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले यानी 1980 में मतदाता सूची में सोनिया गांधी का नाम शामिल होने का मतलब है कि उनके द्वारा कुछ जाली डॉक्यूमेंट दिए गए होंगे। वकील ने कहा कि इस तरह से जाली डॉक्यूमेंट बनवाकर मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाना एक संज्ञेय अपराध के बराबर है।

230 पेज की शिकायत, सुनवाई की तारीख तय

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 230 पेज की शिकायत देखने के बाद सुनवाई की तारीख तय की। शिकायत में सोनिया गांधी और आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन के एसएचओ को भी शामिल किया गया है। त्रिपाठी की तरफ से वकील ने दलीलें पूरी करने के बाद अदालत ने कहा कि मामले पर अगले सप्ताह फिर से विचार किया जाएगा। हालांकि, गांधी या दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई औपचारिक नोटिस जारी नहीं किया गया है।

चीन में पीएम मोदी और पुतिन की खास मुलाकात, एक दूसरे को लगाया गले, देखते रह गए शहबाज शरीफ

#chinascosummit202russianpresidentvladimirputinhugspmmodi

चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। तियानजिन से पीएम नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास तस्वीर सामने आई है। राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी ने एक-दूसरे का गले लगाकर गर्मजोशी से अभिवादन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एससीसो मंच पर एक साथ नजर आए। इसकी तस्वीर सामने आई है। तीनों नेता आपस में बातचीत करते दिखे। इस दौरान तीनों देशों की ट्रायो डिप्लोमेसी देखने को मिली, यानी ये देश आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।

पुतिन और मोदी की द्विपक्षीय बैठक से पहले हुई मुलाकात

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दो तस्वीरें शेयर की। एक तस्वीर में मोदी पुतिन को गले लगाते नजर आ रहे हैं। दूसरी तस्वीर में दोनों नेता हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं। तस्वीर शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि राष्ट्रपति पुतिन से मिलना हमेशा खुशी की बात होती है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच यह मुलाकात उनकी द्विपक्षीय बैठक से पहले हुई, जो पूर्ण सत्र के बाद होने वाली है।

मोदी-पुतिन-जिनपिंग कि तिकड़ी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र से पहले कुछ समय साथ बिताया। इस दौरान तीनों ही नेता एक-दूसरे से हल्के फुल्के अंदाज में हंसी मजाक करते नजर आए। इस दौरान तीनों नेता हंसी ठहाके लगाते दिखाई दिए। इसके बाद पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन एक साथ मंच की ओर चले गए। इस दौरान दोनों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने से निकले, जो पहले से ही मंच पर फोटो सेशन के लिए खड़े थे। इस दौरान शहबाज की नजरें पीएम मोदी और पुतिन पर ही टिकी हुई थीं। उनके चेहरे से बेबसी के भाव साफ जाहिर हो रहे थे।

एससीओ का अब तक का सबसे बड़ा समिट

एससीओ समिट चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी में हो रही है। यह एससीओ का अब तक का सबसे बड़ा समिट है, जिसमें 20 से अधिक देशों के नेता और 10 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख शामिल हैं। सदस्य देशों में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, ईरान, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं, जबकि पर्यवेक्षक और संवाद साझेदार देशों में तुर्की, मालदीव, नेपाल, म्यांमार, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस जैसे नाम हैं।

समिट का फोकस क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, आतंकवाद विरोधी प्रयासों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर है। चीनी विदेश मंत्रालय के सहायक मंत्री लिउ बिन ने कहा कि शी जिनपिंग तियानजिन घोषणा जारी करेंगे, जो एससीओ के अगले 10 वर्षों की विकास रणनीति को रेखांकित करेगी।

पीएम मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता, 7 साल बाद कितना अहम है प्रधानमंत्री का चीन दौरा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन के दौरे पर हैं। मोदी शनिवार को चीन के तियानजिन पहुंचे हैं, जहां वे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट में भाग लेंगे। चीन के तियानजिन में 31 अगस्त से 1 सितंबर तक होने वाले एससीओ समिट में कई देशों के नेता भाग ले रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी रविवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। चीनी राष्ट्रपति और पीएम मोदी की मुलाकात 7 सालों बाद हुई।

10 महीनों में पहली मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को तियानजिन में अहम मुलाकात की। अमेरिकी टैरिफ से जूझ रही दुनिया की नजर इस बैठक पर रही। पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच करीब 10 महीनों में यह पहली मुलाकात है। दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात अक्तूबर 2024 में रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर हुई थी।

सीमा पर शांति और स्थिरता का माहौल बना-पीएम मोदी

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, पिछले साल कजान में हमारी बहुत ही उपयोगी चर्चा हुई थी, जिससे हमारे संबंधों को सकारात्मक दिशा मिली। सीमा पर सैनिकों की वापसी के बाद शांति और स्थिरता का माहौल बना है। हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर समझौता हो गया है।

हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा, कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू कर दी गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी बहाल की जा रही हैं। हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े हुए हैं। इससे पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

7 साल चीन पहुंचे पीएम मोदी

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे 7 सालों के बाद चीन दौरे पर गए हैं। जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद भारत और चीन के बीच संबंध काफी खराब हो गए थे। हालांकि हाल के दिनों में चीन और भारत के संबंध एक बार फिर ठीक करने की कवायद की जा रही है। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को कम करना भी है।