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प्रोफेसर विनोद शर्मा मारपीट मामला : हाईकोर्ट में चैतन्य बघेल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने रखा पक्ष
बिलासपुर-    भिलाई के प्रोफेसर विनोद शर्मा से मारपीट मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे याचिकाकर्ता चैतन्य बघेल की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने अपना पक्ष रखा और इस मामले में गूगल आईडी और पासवर्ड को लेकर बहस की. इस दौरान कपिल सिब्बल ने पुलिस द्वारा चैतन्य बघेल से उसकी गूगल आईडी और पासवर्ड मांगे जाने का विरोध किया है. वहीं मुख्य न्यायाधीश ने भी उनकी इस पर सहमति जताते हुए इसे निजता के अधिकार का उल्लंघन माना है.

बता दें कि इस मामले में बीते सितंबर महीने में चैतन्य बघेल से भी पूछताछ की गई थी. इस मामले में 9 लोग आरोपी हैं. इनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है. इस मामले की आगामी सुनवाई 2 सप्ताह बाद होगी.

प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुआ था जानलेवा हमला

19 जुलाई को प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने एक महीने की जांच के बाद रीवा से तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. ऑनर किलिंग कराने वाले प्रवीर शर्मा, धीरज वस्त्रकार, शिवम मिश्रा के अलावा घटना को अंजाम देने वाले 3 अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है. इस हाईप्रोफाइल मामले में प्रोफेसर शर्मा को प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली एम्स में एयर एंबुलेंस से शिफ्ट किया गया था. पुलिस ने प्रोफेसर की गम्भीर हालत को देखते हुए उनका मरणासन्न बयान भी दर्ज किया था. हालांकि 12 दिनों तक आईसीयू में इलाज के बाद प्रोफेसर की जान बच गई. उन्हें 20 फ्रैक्चर आए थे और अब उनका इलाज दिल्ली के वेदांता अस्पताल में चल रहा है. जल्द ही उन्हें छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी की जा रही है और पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली में सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों को भी तैनात किया गया है.

हाईप्रोफाइल मामला और कॉलेज के अन्य प्रोफेसरों और छात्रों के बयान के बाद पुलिस ने अब इस मामले में उच्च स्तर की जांच भी शुरू कर दी है. पुलिस बहुत जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करने का दावा कर रही है. पुलिस विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सभी आरोपियों के भारत के ही अन्य राज्यों में छिपे होने की आशंका जताते हुए तीन राज्यों में पुलिस टीम भेजी गई है. ये टीमें कांग्रेस शासित राज्यों में भेजी गई है.

वहीं प्रदेश भर में चर्चा है की यह मामला प्रदेश की बड़े राजनीतिक दल के प्रमुख नेता के परिवार से जुड़ा है. क्योंकि प्रवीर शर्मा उस परिवार के भिलाई 3 स्थित बिल्डिंग, रियल स्टेट का काम संभालता है. इन तीनों आरोपियों के पकड़े जाने के बाद बड़े खुलासे होने की संभावना है.

मांगा किराया तो किरायेदार ने की मकान मालिक की हत्या, मालकिन को अधमरा छोड़ा… ऐसे हुआ खुलासा
रायपुर-  राजधानी के अवंती विहार स्थित माकन में कुछ दिन पहले बुजुर्ग दंपति पर जानलेवा हमला और हत्या मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी और उनकी पत्नी माया बैनर्जी के घर में किराए पर रहने वाला किरायेदार ही निकला. पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार को चंड़ीगढ़ से गिरफ्तार किया है. यह पूरा मामला खम्हारडीह थाना क्षेत्र का है

यह है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, घटना 30 अक्टूबर की रात की है. घटना वाली रात रवि बनर्जी ने अपने माता-पिता को बार बार फ़ोन किया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया उसके बाद बेटे ने अपने सहयोगी प्रखर शर्मा को अवंति विहार सेक्टर- 02 अपने घर जाकर देखने बोला. उसने पहुंचकर देखा कि घर का मेन दरवाजा बंद था, दरवाजा खोलकर अंदर जाकर खिड़की से देखा तो बैठक रूम में रवि बनर्जी के पिता जमीन में पेट के बल खून से लथपथ था और दूसरे कमरे में उसकी मां माया बनर्जी डायनिंग टेबल के पास पड़ी थी. दरवाजा बाहर से लगा हुआ था. आवाज देने पर भी उन दोनों के द्वारा कोई जवाब न देने पर डायल 112 और 108 एम्बुलेंस को प्रखर शर्मा फोन बुलाया. जिनके आने पर प्रखर ने अंदर जाकर देखा तो रतनेश्वर बनर्जी और माया बनर्जी को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिर पर गम्भीर चोट पहुंचाया गया था जिससे रत्नेश्वर बैनर्जी की मृत्यु हो गई थी और माया बैनर्जी आहत थी जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं मामले पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 103, 109 बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई.

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि घटना के बाद से बुजुर्ग दंपति के मकान में किराये से रहने वाला किरायेदार मुकेश कुमार लगातार फरार चल रहा था. जसिके बाद उसपर संदेह हुआ और उसकी पतासाजी शुरू की गई. मुखबीर और तकनीकी माध्यमों से भी उसकी पतासाजी की जा रही थी, इसी दौरान पुलिस को उसकी उपस्थिति दुर्ग में होने की प्राप्त हुई.

आरोपी मुकेश कुमार, जो कि उनके घर में किरायेदार के तौर पर रहता था, घटना के बाद से फरार है. पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से मुकेश कुमार का पीछा किया. आरोपी लगातार दुर्ग, नागपुर, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, और चंडीगढ़ में अपनी लोकेशन बदल रहा था. अंततः उसे चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया.

आरोपी ने इस वजह से दिया खौफनाक वारदात को अंजाम

पुलिस ने गिरफ्तार कर उससे पूछताछ किया, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया. उसने बताया कि वह रत्नेश्वर बैनर्जी और माया बैनर्जी के घर में किरायेदार के रूप में रह रहा था, लेकिन काफी समय से किराया नहीं दे पाया था. साथ ही आरोपी पर अन्य लोगों का 20 से 25 लाख का उधार भी था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान था. घटना के दिन मकान मालिकों ने किराया मांगा, जिस पर विवाद हो गया. इस दौरान गुस्से में आकर मुकेश ने घर में रखी नटराज मूर्ति से हमला कर दिया, जिससे रत्नेश्वर की मौके पर ही मौत हो गई और माया गंभीर रूप से घायल हो गईं. इसके बाद आरोपी ने मृतक के शरीर से सोने की अंगूठी और चेन चुराई और फरार हो गया.

पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार के कब्जे से सोने की अंगूठी, चेन, घटना में प्रयुक्त नटराज की मूर्ति और एक मोबाइल फोन बरामद किया है. मुकेश कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

370 का मुद्दा महाराष्ट्र-झारखंड के चुनाव को कितना करेगा प्रभावित? एनसी का प्रस्ताव बनेगी कांग्रेस की परेशानी

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एक बार फिर अनुच्छेद 370 का मुद्दा गर्मा गया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अंदर हाल ही में उमर अब्दुल्ला की सरकार ने धारा 370 बहाल करने से जुड़ा एक प्रस्ताव पास करवा लिया है। जिसको लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पिछले दिनों जमकर हंगामा हुआ। हालांकि, अब ये मुद्दा जम्मू-कश्मीर से आगे बढ़कर महाराष्ट्र और झारखंड तक पहुंच गया है। दरअसल, महाराष्ट्र और झारखंड में इसी महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी ने इस मुद्दे को लपक लिया है। भाजपा के दिग्गज नेताओं ने चुनावी प्रचार के दौरान इस मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया है। अपनी चुनावी रैलियों में पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक जम्मू-कश्मीर विधानसभा से विशेष दर्जे की बहाली के प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर निशाना साध रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 की वापसी के प्रस्ताव को मुद्दे को उठाया और उसे कांग्रेस की साजिश करार दिया। प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता को जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की साजिशों को समझना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि देश की जनता कभी भी अनुच्छेद 370 पर इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा। जब तक मोदी है, कांग्रेस कश्मीर में कुछ नहीं कर पाएगी। जम्मू-कश्मीर में केवल भीम राव अंबेडकर का संविधान चलेगा, कोई भी ताकत 370 को फिर से वापस नहीं ला सकती है।

गृह मंत्री अमित शाह ने भी महाराष्ट्र के सांगली और कराड की रैली में 370 के बहाने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने भी चुनौती दी कि चाहे कुछ भी हो जाए जम्मू-कश्मीर में 370 वापस नहीं हो सकता। अमित शाह ने कहा कि न तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी और न ही उनकी आने वाली पीढ़ियां जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को वापस ला पाएंगी।

कुल मिलाकर कहें तो 370 के मुद्दे पर बीजेपी पूरी तरह से आक्रामक है। 370 पर विधानसभा के प्रस्ताव के ज़रिए वो महाराष्ट्र और यूपी में INDIA गठबंधन को घेर रही है। ऐसे में सवाल ये कि क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पास करके उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस को फंसा दिया है? क्या ग़लत समय पर ये प्रस्ताव विधानसभा में लाया गया? इससे भी अहम सवाल क्या 370 का मुद्दा बीजेपी को चुनाव में फायदा पहुंचाएगा और कांग्रेस को नुकसान?

बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति का प्रदर्शन बहुत आशाजनक नहीं रहा था, ऐसे में बीजेपी और महायुति की पार्टियां फिर से महाराष्ट्र में सत्ता में वापस पाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। इसी तरह से झारखंड में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा सत्ता में बीजेपी उसे सत्ता से हाटने के लिए उस पर लगातार हमला बोल रही है। दोनों ही राज्यों में मुकाबला सीधे-सीधे बीजेपी बनाम कांग्रेस का है। एक राज्य में अगर महा विकास अघाड़ी है तो दूसरे में जेएमएम गठबंधन चुनौती दे रहा है। इन दोनों ही राज्यों में बीजेपी के लिए स्थानीय मुद्दों के साथ राष्ट्रवाद का मुद्दा भी जरूरी रहने वाला है।

बीजेपी के लिए तो जम्मू-कश्मीर का मुद्दा भी भावनाओं वाला ही रहा है, उसकी विचारधारा एक देश एक विधान और एक निशान वाली रही है। समाज का एक बड़ा वर्ग भी इसी सिद्धांत से सहमत नजर आता है। ये बात कांग्रेस भी बखूबी जानती है। शायद यही वजह है कि इस प्रस्ताव के बाद कांग्रेस का ना कोई स्टैंड देखने को मिला, ना कोई स्पष्ट बयान आया है।

उसे इस बात का भी अहसास है कि 370 का मुद्दा सिर्फ राष्ट्रवाद का ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। अगर बीजेपी को मौका लगा वो तुरंत कांग्रेस को देश विरोधी बता देगी जिसका सीधा नुकसान महाराष्ट्र और झारखंड में उठाना पड़ सकता है। ऐसे में कांग्रेस ने ना अभी 370 पर कुछ बोलेगी और शायद आगे भी ऐसी ही सियासी चुप्पी साधे रखेगी।

केशकाल घाट पर आवागमन प्रतिबंधित : 25 नवंबर तक चलेगा सड़क मरम्मत का काम, इन वैकल्पिक मार्गों से कर सकेंगे आवाजाही….
कोंडागांव-    जिले के केशकाल घाट पर 10 नवंबर से 25 नवंबर तक सड़क नवीनीकरण और मरम्मत कार्य किया जा रहा है. इसके चलते घाट पर वाहनों के आवागमन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस संबंध में केशकाल एसडीएम ने आदेश जारी कर इस अवधि में यात्रियों और मालवाहकों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए हैं.

शनिवार को कोंडागांव कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में अपर कलेक्टर चित्रकांत चार्ली ठाकुर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश डांडे ने प्रेसवार्ता के दौरान केशकाल घाट उन्नयन के दौरान रूट डायवर्सन प्लान की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के किमी 162.600 से किमी 167.000 के हिस्से पर कांक्रीटिंग और डामरीकरण कार्य किया जाएगा. इस कार्य को लेकर यात्रियों की सुविधा और सुचारु यातायात के लिए विस्तृत योजना बनाई गई है.

ये हैं निर्धारित वैकल्पिक मार्ग

यात्री बसों के लिए: रायपुर और जगदलपुर दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहनों के लिए जगदलपुर-कोण्डागांव-केशकाल (विश्रामपुरीचौक) – विश्रामपुरी (मचली) गोविन्दपुर-दुधावा-कांकेर-धमतरी-रायपुर मार्ग निर्धारित की गई है।

दो पहिया, चार पहिया सवारी वाहन एवं इमरजेंसी वाहन : रायपुर की ओर से आने वाले वाहन रायपुर-धमतरी-कांकेर-केशकाल घाट होते हुए कोण्डागांव-जगदलपुर जा सकेंगी। इसी प्रकार जगदलपुर से आने वाले वाहन जगदलपुर-कोण्डागांव-केशकाल (बटराली)- रांधा-उपरमुरवेण्ड- मुरनार-NH-30-कांकेर धमतरी- रायपुर जा सकेंगी।

मालवाहक और भारी वाहन के लिए : जगदलपुर से रायपुर की ओर जाने वाले वाहन जगदलपुर-कोण्डागांव-केशकाल (विश्रामपुरी चौक) – विश्रामपुरी-मालगांव (कौंदकेरा नाका होते हुए) बोरई-नगरी-दुगली-कुरुद-रायपुर जा सकेंगी। इसी प्रकार रायपुर एवं राजनांदगांव की ओर से आने वाले वाहन रायपुर-धमतरी-कांकेर भानूप्रतापपुर-अंतागढ़-नारायणपुर-कोण्डागांव- जगदलपुर जाएंगी।

नारायणपुर/रावघाट से भारी वाहन : नारायणपुर-रावघाट-अंतागढ़-भानुप्रतापपुर-कांकेर-दल्लीराजहरा-राजनांदगांव-धमतरी-रायपुर जाएंगी।

जिला प्रशासन ने की वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील

जिला प्रशासन ने यात्रियों और वाहन चालकों से अपील की है कि वे घोषित वैकल्पिक मार्गों का पालन करें और यात्रा की योजना बनाते समय इनका उपयोग सुनिश्चित करें. कार्य की समाप्ति के बाद घाट पर यातायात पुनः सुचारु रूप से शुरू कर दिया जाएगा. इस दौरान 24 घंटे पुलिस की पेट्रोलिंग टीम तैनात रहेगी और चेक पोस्ट में चिकित्सक के टीम भी उपलब्ध रहेगी.

पुलिसकर्मियों पर देसी कट्टे से फायरिंग की कोशिश… पैरोल से फरार मर्डर के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 3 आरक्षक हुए जख्मी
रायपुर-   जेल से पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हुआ कुख्यात मर्डर आरोपी राजा बैझड़ उर्फ रशीद अली राजधानी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. टिकरापारा पुलिस की टीम ने सूझबूझ और साहस का परिचय देते हुए देर रात आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी राजा बैझड़ ने पुलिस पर देसी कट्टे से हमला करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उसे काबू में कर लिया.

घटना टिकरापारा थाना क्षेत्र के मोती नगर की है, जहां मर्डर का यह आरोपी पैरोल से फरार था. पुलिस को सूचना मिलने के बाद टिकरापारा थाने की टीम आरोपी को पकड़ने गई थी. इसी दौरान आरोपी ने पुलिस पर देसी कट्टे से फायर करने का प्रयास किया. पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से एक लोडेड कट्टा बरामद किया गया.

इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं. घायल पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक महेश नेताम, आरक्षक असवन साहू और सुनील पाठक शामिल हैं. टिकरापारा थाना प्रभारी मनोज साहू की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें विवेक यादव, आनंद शर्मा और रूप धुर्वेशी भी शामिल थे.

एडिशनल एसपी डी आर पोर्ते ने बताया कि कोविड के दौरान राजा बैझड़ पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन उसने नियत तिथि में जेल में आमद नहीं दी थी, जिसके बाद जेल प्रशासन की ओर से थाना टिकरापारा में इसकी सूचना मिली थी. लगातार आरोपी की पतासाजी की जा रही थी. इस दौरान सूचना मिली कि आरोपी मोती नगर इलाके में है. पेट्रोलिंग की टीम को मौके पर भेजा गया, जहां आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर देसी कट्टे से फायरिंग करने की कोशिश भी की, पुलिस ने साहसिक कदम उठाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस कार्रवाई के दौरान 3 आरक्षक को भी चोट आई है.

रायपुर दक्षिण उपचुनाव: प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री साय करेंगे जन आशीर्वाद यात्रा, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस समेत अन्य दिग्गज नेता होंगे शामिल
रायपुर-     रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव का प्रचार-प्रसार का शोरगुल सोमवार यानी कल थम जाएगा. प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस और भाजपा पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है. सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का जन आशीर्वाद यात्रा निकाला जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री साय, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, सांसद बृजमोहन अग्रवाल और भाजपा अध्यक्ष किरण सिंहदेव रैली का नेतृत्व करेंगे. इस जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सैकड़ों मोटरसाइकिल में रैली की अगुवाई महिला मोर्चा और युवा मोर्चा कार्यकर्ता करेंगे.

जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत दोपहर 2 बजे जय स्तम्भ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ होगी. यह यात्रा रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के 58 से अधिक स्थानों से होते हुए नेताजी चौक, कटोरा तालाब पर समाप्त होगी.

बता दें कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए कुल 30 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से भाजपा के सुनील सोनी और कांग्रेस से आकाश शर्मा प्रमुख उम्मीदवार हैं. उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा और इसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

छत्तीसगढ़ को ‘ख’ वर्ग श्रेणी में शामिल करने की मांग ने पकड़ा जोर, विधि मंत्री अरुण साव से छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात
रायपुर-     छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है. राज्य भर में उत्सव का माहौल है. और रजत जयंती वर्ष के इसी उत्सव के बीच छत्तीसगढ़ीभाषी राज का मुद्दा भी गर्म है. क्योंकि राज्य का निर्माण छत्तीसगढ़ी अस्मिता की पृष्ठभूमि पर हुआ था. लेकिन राज्य निर्माण के बाद से अस्मिता को दरकिनार कर दिया गया. क्योंकि राज्य निर्माण के साथ जब केंद्र सरकार की ओर से एक पत्र राज्य सरकार को लिखा गया था, जिसमें में पूछा किया गया था कि छत्तीसगढ़ को क वर्ग में रखा जाए या ख वर्ग में. लेकिन तब राज्य सरकार की ओर से इस पर किसी तरह का स्टैंड नहीं लिया गया. नतीजन छत्तीसगढ़ क वर्ग(हिंदीभाषी) राज्य में शामिल कर लिया गया. अब यह राज्य का एक बड़ा मुद्दा बनते जा रहा है. आज इसी मांग को छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधिमंडल ने विधि मंत्री अरुण साव से उनके निवास पर मुलाकात की.

प्रतिनिधिमंडल की ओर से साहित्यकार और प्राध्यापक डॉ. सुधीर शर्मा ने विधि मंत्री साव को दस्तावेजों के साथ मांग पत्र सौंपा. डॉ. शर्मा ने केंद्र और राज्य सरकार के बीच 2002 और 03 में हुए पत्राचार की विस्तार से जानकारी दी.

विधि मंत्री साव ने प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई चर्चा में आश्वस्त किया कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है. इस पर सरकार की ओर से पूर्ण प्रयास किया जाएगा. छत्तीसगढ़ी अस्मिता हमारी महतारी अस्मिता है. इस महत्वपूर्ण विषय की ओर आप सबने ध्यान आकृष्ट कराया है. यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ियों के साथ न्याय हो.

गौरतलब है कि इसे पूर्व रायपुर में छत्तीसगढ़ीभाषियों का एक बड़ा सम्मेलन अक्टूबर महीने में हुआ था. इस सम्मेलन में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ी राजभासा मंच के संरक्षक नंदकिशोर शुक्ल शामिल हुए थे.

छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी, मनोज सिंह बघेल, सत्यपाल सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी विजय मिश्रा, विकास शर्मा, छात्र संगठन के ऋतुराज साहू, संजीव साहू और मोर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी मंच के संयोजक डॉ. वैभव बेमेतरिहा मौजूद रहे.

‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ में IFS सातोविषा समाजदार ने हासिल किया पोडियम में स्थान, पुरुषों में रहे ये आगे
रायपुर-  स्वास्थ्य, सहनशक्ति, और एकता के अद्भुत उत्सव के तौर पर रविवार को ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ के 9वें संस्करण का आयोजन हुआ. 10 किमी की दौड़ में मनीष कुमार साहू, 21 किमी की दौड़ में मोहित बिसेन और 42 किमी की दौड़ में सुरेश कुमार साहू पहले स्थान पर रहे. वहीं महिलाओं में 42 किमी की दौड़ में IFS सातोविषा समाजदार ने पोडियम पर स्थान प्राप्त किया. 

eblu द्वारा प्रायोजित और लेट्स रन द्वारा आयोजित इस मैराथन में 5000 से अधिक लोगों ने जोश के साथ हिस्सा लिया. RFID टाइमर के साथ यह छत्तीसगढ़ की एकमात्र मैराथन की शुरुआत मुख्य अतिथि IAS अंकित आनंद और IAS डॉ. भारतीदासन ने ध्वज लहरा कर किया. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. सर्वेश्वर भुरे और विवेक ढांढ की भी उपस्थिति रही।

छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करते हुए इस साल की मैराथन का विशेष विषय ‘मिलेट्स’ था. इसमें मिलेट्स को हर पहलू में शामिल किया गया, ताकि प्रतिभागियों और दर्शकों को इस पौष्टिक अनाज की महत्ता का अनुभव हो सके.

मध्य भारत की पहली 42 किमी प्रमाणित रेस ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ भारतीय एथलेटिक्स में एक नई पहचान बना रहा है, जिसे इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक फेडरेशन्स (IAAF) और एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल मैराथन्स एंड डिस्टेंस रेसिज़ (AIMS) से मान्यता प्राप्त है. आयोजन को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में रेस के निदेशक डॉ. विनय तिवारी और सुनील अग्रवाल का विशेष योगदान है.

डॉ. तिवारी ने कहा कि द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन का आयोजन हर साल भव्य रूप ले रहा है. जो हमारे समुदाय की प्रतिबद्धता और उत्साह को दिखाती है. इस साल 6 किमी, 10 किमी, 21 किमी, और 42 किमी के चार वर्गों में विजेताओं को 3.51 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी गई. RFID टाइमर के साथ यह छत्तीसगढ़ की एकमात्र मैराथन है, जिसने नए और अनुभवी धावकों को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया.

आयोजन को सफल बनाने में SKY TMT, दंतेवाड़ा टूरिज्म, सागर TMT एंड पाइप्स, संभव स्टील पाइप्स एंड ट्यूब्स, ASA एडवरटाइजिंग, स्काई ऑटोमोबाइल्स, मारुति सेल्स कॉरपोरेशन, रायपुर ट्रायम्फ, होंडा बिग विंग्स, स्टेपमिंट, हेल्थ पोटली, शुभ BYD, F95, हीरा पाइप्स, भसीन मोटर्स, डेकाथलॉन, सैफ्रॉन कॉर्पोरेट पार्क, स्टार एलीट, रामकृष्णा केयर हॉस्पिटल, और NMDC जैसे प्रमुख ब्रांड्स और संस्थानों का समर्थन प्राप्त हुआ.

जानिए लेट्स रन के बारे में

लेट्स रन छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा फिटनेस समुदाय है, जो दौड़ और फिटनेस के प्रति जागरूक नागरिकों का समूह है. यह समुदाय स्वस्थ जीवनशैली और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है, जो हर साल ऐसे आयोजन करता है. ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ लेट्स रन का एक प्रमुख आयोजन है.

रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव : पूर्व सीएम बघेल और पीसीसी चीफ ने सरकार पर जमकर साधा निशाना
रायपुर-     रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आज अलग-अलग जगहों में जनसभा को संबोधित किया. भूपेश बघेल ने तीन जनसभाएं चंगोराभाठा, कुशालपुर और सिविल लाइन में की. वहीं पीसीसी चीफ बैज ने पुरानी बस्ती में जनसंपर्क किया और सिविल लाइन वार्ड श्याम नगर में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा के पक्ष में वोट की अपील की.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि दक्षिण उपचुनाव को लेकर 13 तारीख को वोटिंग होना है. 13 तारीख को जब वोट होगा तो दक्षिण विधानसभा को नया विधायक मिलेगा. क्योंकि 34 साल से एक विधायक ही जीतता रहा और कुछ काम नहीं हुआ. लेकिन जनता अब बदलाव चाहती है इस बार बदलाव का लहर चल चुका है और इस बदलाव के लहर को दुनिया की ताकत नहीं रोक सकती. आप सभी का आर्शीवाद कांग्रेस पार्टी के लिये है. 10 महीने हुये इस सरकार को लेकिन छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया है. बस्तर से लेकर सरगुजा तक और रायपुर अपराध का गढ़ बन गया है. रायपुर में दिन दहाड़े गोली चलती है और बलौदाबाजार में कलेक्टर और एसपी आफिस जला दिये गये. कलेक्टर और एसपी दरवाजे के पीछे से भाग जाते है. कवर्धा के लोहारीडीह में तीन साहू समाज के लोगों की हत्या हो जाती है. एक को फांसी में टांगकर मार दिया जाता है उनकी बेटी कहती है कि यह हत्या है और सरकार कहती आत्महत्या है. यह घटना सरकार की लापरवाही को उजागर करती है. सूरजपुर में जिला बदर व्यक्ति दिन दहाड़े हत्या करके चला जाता है बलरामपुर में पुलिस की पिटाई से एक व्यक्ति की मौत हो जाती है और कह रहे थे कि बाथरूम में फांसी लगा लिया ऐसी हो ही नहीं सकता. पुलिस प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है. सरगुजा में दिन दहाड़े लूट हो जाता है और मुख्यमंत्री के गृह जिला जशपुर में गोली चलता है और प्रदेश का सबसे बड़ा जेल रायपुर सेन्ट्रल जेल के पास गोली चलता है यह सरकार का हाल है. दीपावली के 5 दिन के अंदर 9 हत्या हो जाता है. बस्तर से पढ़ने आये छात्र की चाकू मारकर हत्या हो जाता है. रायपुर सुरक्षित नहीं है, रायपुर अपराध का गढ़ बन चुका है. सबसे जरूरी यह है कि अपराध को रोकना है और आपका एक-एक वोट अपराध के खिलाफ होगा. महतारी वंदन के नाम पर सरकार को सत्ता मिली. लेकिन चुनाव जीतने के बाद आधे लोगों को इस योजना का लाभ मिला और जिसको लाभ मिल रहा है उसको भाजपा के नेता धमकाने का काम कर रहे कि हमे वोट दो नही तो इस योजना का पैसा नही मिलेगा.

उन्होंने कहा, भाजपा के नेता चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किये थे लेकिन चुनाव जीते ही वादों को भूल गये. 500 रू में गैस सिलेंडर देने का वादा किये थे यह भी भूल गये. चार साल जब बीत जायेगा तब पांचवे साल गैस सिलेंडर देंगे और बोलेंगे हमने वादा पूरा किया लेकिन जनता समझदार यह भाजपा के बातों में आने वाली नही है. भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के युवाओें को धोखा देने का काम किया, युवा मंत्रियो के बंगले के बाहर नौकरी के लिये आंदोलन कर रहे तो मंत्री लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे है. इसलिये दक्षिण की जनता परिवर्तन करेगी, दो प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे पहला भाजपा का प्रत्याशी सुनील सोनी जो महापौर और सांसद रह चुके है लेकिन सबसे निष्क्रिय सांसद रहे है. दूसरी तरफ हमारी पार्टी ने आकाश शर्मा को टिकट दिया और टिकट मिलते ही उन्होंने सुनील सोनी से प्रश्न किया कि आपके शासनकाल के कोई भी तीन कार्य गिना दीजीये लेकिन उन्होंने तीन काम भी नही गिना पाया. एक तरफ निष्क्रिय चेहरा है और दूसरी तरफ युवा और सक्रिय चेहरा है. हमारा प्रत्याशी आकाश शर्मा चुनाव जीतेगा. आपका काम के लिये स्वतंत्र व सक्षम रूप से जब चाहे तब आपका काम कर सकता है. दक्षिण विधानसभा में इसलिये बदलाव है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उपचुनाव बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा देने के कारण हो रहा है. पहले वह भारतीय जनता पार्टी के मंत्री थे और भाजपा को बर्दाश्त नहीं हुआ तो मंत्री पद से हटा के लोकसभा का टिकट दे दिया और वह मंत्री पद से भी इस्तीफा नहीं देना चाहते थे लेकिन भाजपा के अंदर जो अन्दरूनी लड़ाई चल रहा है जिसके चलते वह मजबूरी में बृजमोहन अग्रवाल को इस्तीफा देना पड़ा और बृजमोहन अग्रवाल को सांसद बना के केन्द्र में भेज दिया गया. जिसके बाद यह दक्षिण विधानसभा का सीट खाली हुआ और वहां फिर से उपचुनाव हो रहा है. भाजपा के बहुत से नेता टिकट का मांग कर रहे थे. सबको दरकिनार कर के जो सबसे निष्क्रिय है जो कभी महापौर, कभी सांसद के लिये फिट कर देते है जो कोई काम के नहीं है उनको प्रत्याशी बना के भाजपा ने भेज दिया है. जब वह सांसद थे तब वह एक भी पैसा का काम नहीं किया और जब वे महापौर थे तब भी कोई उपलब्धि नहीं हुई. जो हाल प्रत्याशी के है वैसी ही हाल अभी सरकार के भी है. विष्णुदेव सरकार में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जितना भी योजना शुरू किये थे उन सभी योजनाओं को बंद कर रहे है. बिजली बिल माफी योजना के लाभ मिल रहा था वह बंद हो गया, हाट बाजार क्लिनिक योजना जिसमें दवाइयां मुफ्त में दिया जाता था उसको बंद कर दिया गया, राजीव युवा मितान के माध्यम से 50 रू. में घर पहुंच सेवा मिल रहा था 13 प्रकार के जैसे राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र जैसे अनेको काम को भाजपा की सरकार ने बंद करवा दिया. जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से नगर निगम में एक भी पैसा विकास के लिये नहीं दिये है, चाहे रायपुर, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग भिलाई, महासमुंद हो कोई भी जगह विकास कार्य के लिये भाजपा के सरकार ने एक भी पैसा नहीं दिया. जो भी योजना पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने चालू करवाया था सब को बंद कर दिया गया.

बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ के मान और सम्मान को बढ़ाने के लिए जो राज गीत छत्तीसगढ़ के लिए घोषित किये थे जो हर जिला मुख्यालय में छत्तीसगढ़ महतारी के मूर्ती के स्थापना किये और हरेली, तीजा, कर्मा जंयती, छेरछेरा पुन्नी के त्योहार की छुट्टी घोषित किये और छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक की भी शुरूआत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में किया, जहां स्कूल के बच्चो के साथ-साथ 50 से 60 साल के सियान महिला भी फुगड़ी और कबड्डी खेलते थे और अच्छे से अच्छे आयोजन किया जा रहा था, जिसको भाजपा की सरकार आने के बाद छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक को बंद कर दिया. विश्व आदिवासी दिवस की छुट्टी घोषित किये थे बड़े से बड़े आयोजन होते थे पूरे प्रदेश में उसको भी बंद कर दिया. जितने भी समाज है पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय जमीन दिये, भवन निर्माण करवाया और हरदीहा साहू समाज जहां कांदूल में 5 एकड़ जमीन साहू समाज को दिया गया. लेकिन भाजपा के सरकार ने जीतने भी समाज की पैसा स्वीकृत किये थे टेंडर को उसको निरस्त कर दिया गया. छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाने का काम पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुआ. वर्तमान में राशन कार्ड जो मिल रहा है उसमें पांच किलो लिखा है जो चुनाव के वजह से 35 किलो दे रहे है और यह नगरीय निकाय और पंचायती राज चुनाव तक रहेगा जिसके बाद जो कार्ड में छपे पांच किलो उतना ही चावल दिया जायेगा.

भूपेश बघेल ने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में राशन कार्ड बनाने में कोई दिक्कत नहीं हो रहा था अब भाजपा की सरकार में नया राशन कार्ड बनवाना बंद कर दिया. भाजपा महतारी योजना के बात करती है जिसमें से कुछ महतारी को पैसा मिल रहा है और कुछ महतारी को पैसा नहीं मिल रहा है. आंगबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन में है पैसा नहीं मिलने के कारण और शिक्षक आंदोलन में भर्ती प्रक्रिया नहीं होने कारण. भाजपा के सरकार में केवल लूट मचा है और कमीशनखोरी में भाजपा की सरकार लगी हुयी है. आज छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं है राजधानी रायपुर में ऐसा कोई भी दिन नहीं है जिसमें चोरी, हत्या, डकैती और चाकू बाजी न हो. आज पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हो गया है. आज स्कूल में बच्ची सुरक्षित नहीं है, कालेज में बेटी सुरक्षित नहीं है, बस स्टैण्ड में बहने सुरक्षित नहीं है, आज कोई आदमी सुरक्षित नहीं है. ये विष्णु का सुशासन है बोल रहा है. इससे बड़ा कुशासन कोई दूसरा नहीं हो सकता. लूट करने में लगे हुये है. आज लूटने में मशगूल हो गये है. शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में कोई काम नहीं हुआ, लूट मची है पूरे प्रदेश में और लूटने का काम भाजपा की सरकार कर रही है. बल्कि भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम भाजपा की सरकार कर रही है.

लोहारीडीह कांड में एक व्यक्ति शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरू साहू को फांसी में लटका दिया जाता है और उसको आत्महत्या बताया गया और उनकी लड़की ने हत्या बताया है जिसके बाद आज हाईकोर्ट जबलपुर आदेश दिया है कि फिर से उसका पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया गया. मध्यप्रदेश की सरकार यहां के सरकार के दबाव के कारण मामला रफा दफा करना चाहते थे लेकिन कचरू साहू पुत्री 9वी की छात्रा ने कहा जब मैं लोहारीडीह गया था तब उनकी बात को सुना और वह बताया की पापा ने आत्महत्या नहीं किया है, उनकी हत्या हुई है तो अब उनके न्याय मिलेगा. पुलिस की उपस्थिति में दूसरे व्यक्ति का घर को जलाकर वहीं मार दिया जाता है. दोनों साहू समाज के है और तीसरा साहू समाज प्रशांत साहू को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार डाला वैसे ही भाटापारा, बलरामपुर, रेंगाखार में भी पुलिस ने भी एक व्यक्ति की थाना में पीट-पीटकर मार डाला. आज कोई जाति, वर्ग, समाज नहीं बचा है जो विष्णुदेव सरकार में अपमानित महसूस न कर रहा हो. छत्तीसगढ़ के लोग अपने आप को अपमानित और ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. अगर यह उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी की हार होती है तो यह सरकार में बड़ा परिवर्तन आयेगा और वह परिवर्तन जनता के पक्ष में आयेगा. महाराष्ट्र के चुनाव में भी चुनाव प्रचार कर रहा हूं वहां भी बहुत सा परिवर्तन चल रहा है. जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ के मान सम्मान बढ़ाने का काम कांग्रेस के सरकार में हो रहा था जिसको आज एक-एक कर के जैसे गरीब, नौजवान, बेरोजगारी भत्ता जैसे अनेको योजना को बंद कर दिया गया जिसके खिलाफ और यहीं सब बात को लेकर 13 तारीख को पंजा के पक्ष में बटन दबाना है.

दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी आकाश शर्मा ने कहा कि यह चुनाव दो व्यक्ति के बीच का है एक 65 साल के ऐसे व्यक्ति जो तीन बार महापौर और एक बार सांसद रहे है और हमेशा निष्क्रिय रहे है. दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने मुझ जैसे युवा नेता पर भरोसा जताया है. 13 तारीख को शाम 5 बजे आप सभी मेरा साथ दीजिए उसके बाद मैं हमेशा आपका साथ दूंगा, यह चुनाव कांटे की टक्कर का चुनाव है चुनाव अब बराबरी पर आ चुका है. भाजपा जनता को बरगलाने का काम कर रही है, लेकिन जनता भाजपा के बहकावे में नही आने वाली है. भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी निष्क्रिय है, जनता बदलाव का मन बना चुकी है.

आकाश शर्मा ने कहा, मैं हमेशा आप लोगों के दुख-सुख में खड़ा रहूंगा. 13 नवंबर को 1 नंबर पर बटन दबाकर आप सभी को कांग्रेस पार्टी को जिताना है. आप सभी का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है. कांग्रेस की सरकार में बहुत कार्य हुये थे बहुत सारी योजनाओं को लाभ मिलता था लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद सभी योजनाएं बंद हो गयी है. महतारी वंदन योजना का पैसा कई लोगों को नही मिल रहा है लेकिन जब जनता के आर्शीवाद से मैं जीतकर आउंगा तो यह पैसा सबको मिलेगा. छत्तीसगढ़ में अपराध बढ़ गये है. क्योकि दक्षिण का उपचुनाव कांग्रेस पार्टी जीतेगी तो भाजपा सरकार को झटका लगेगा और परिवर्तन आयेगा. आप सभी से निवेदन है कि मतदान करके कांग्रेस पार्टी को विजय बनाये.

पूर्व मंत्री मूणत ने उठाया बड़ा मुद्दा… रिंग रोड-1 के दोनों ओर साढ़े 10 मीटर चौड़ी सर्विस रोड मांगी…
रायपुर-   रायपुर पश्चिम के दिग्गज भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बड़ा मुद्दा उठाया है. उनका कहना है कि टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच रिंग रोड-1 अब शहर की सड़क हो गई, क्योंकि इसके दोनों ओर घनी आबादी है. इस आबादी के लिए अभी तीन-तीन मीटर की सर्विस रोड है, जो बिलकुल पर्याप्त नहीं है. दोनों ओर की सर्विस रोड की चौड़ाई बढ़ाकर साढ़े दस-दस मीटर करने की तुरंत जरूरत है, ताकि रिंग रोड-1 के दोनों ओर रहनेवाले लाखों लोगों को सुरक्षित सड़क मिल सके. उन्होंने छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम तथा पीडब्लूडी मंत्री अरुण साव के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को माना विमानतल पर एक ज्ञापन सौंपा है. राजेश मूणत ने मंत्री गडकरी से आग्रह किया है कि चूंकि रिंग रोड-1 नेशनल हाईवे का पार्ट है, इसलिए इसके दोनों ओर की सर्विस रोड की चौड़ाई बढ़ाने के लिए 80 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी दें, ताकि रायपुर के लोगों को बड़ी राहत मिल सके.

राजेश मूणत सड़कों तथा इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में विजनरी माने जाते रहे हैं. रायपुर की कई बड़ी सड़कें, कई प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण तथा फ्लाईओवर्स-अंडरब्रिज का निर्माण उन्हीं के कार्यकाल में हुआ है. शुक्रवार को डिप्टी सीएम साव के साथ मंत्री गडकरी से मिले और उन्होंने दो पेज का ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में कहा गया है कि 30 वर्ष पहले बनी रायपुर की रिंग रोड-1 के किनारे का बड़ा हिस्सा विगत वर्षों में कामर्शियल एरिया के रूप में डेवलप हो चुका है. इस सड़क के दोनों किनारों पर बड़े कांप्लेक्स, शादी घर, शोरूम तथा कई मार्केट तो हैं ही, दोनों ओर घनी आबादी बस चुकी है. इस आबादी का एकमात्र सहारा रिंग रोड-1 के दोनों किनारो पर बनी सर्विस रोड हैं, जो अधिकांशतः पांच-पांच मीटर ही चौड़ी हैं. जिसके कारण जाम की स्थिति तो बनती ही है, हादसों का खतरा भी बढ़ गया है. पूर्व मंत्री मूणत ने बताया कि इस सड़क पर अग्रसेन धाम टर्निंग, कृषि विवि टर्निंग, आर्चब्रिज टर्निंग, कटोरातालाब टर्निंग, संतोषीनगर टर्निंग, कुशालपुर टर्निंग, रायपुरा टर्निंग, भाठागांव टर्निंग और पचपेड़ीनाका टर्निंग में ट्रैफिक के हालात बुरी तरह बिगड़ चुके हैं. यहां लोगों को राहत देने के लिए अंडरब्रिज आदि बने हैं, लेकिन ट्रैफिक दबाव के समय ये नाकाफी साबित होने लगे हैं.

समस्या ही नहीं, हल भी बताया मूणत ने

पूर्व मंत्री मूणत ने केंद्रीय मंत्री गडकरी को सिर्फ समस्या ही नहीं बताई, बल्कि इसका हल भी सुझाया है. उन्होंने कहा कि रिंग रोड-1 के दोनों ओर ट्रैफिक के हालात अभी तो खराब हैं ही, आने वाले समय में स्थिति और भयंकर हो सकती है, क्योंकि दोनों ओर की सर्विस रोड औसतन 5-5 मीटर ही चौड़ी हैं. उन्होंने कहा कि अगर दोनों सर्विस रोड की चौड़ाई 3.5-3.5 मीटर बढ़ा जाती है, तो सड़कें साढ़े 10-10 मीटर चौड़ी हो जाएंगी. अगर चौड़ाई बढ़ाने के बाद दोनों ही सर्विस रोड को वन-वे कर दिया जाएगा तो ये सुविधाजनक होने के साथ-साथ आकर्षक भी लगेंगी. यही नहीं, एयरपोर्ट की ओर से रिंग रोड-1 होकर एनआईटी-साइंस कालेज ग्राउंड तक वीआईपी मूवमेंट के दौरान आने वाली दिक्कतें भी दूर होंगी, जो हाल में राष्ट्रपति प्रवास के दौरान देखने में आई थीं. पूर्व मंत्री मूणत ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से आग्रह किया कि इन सर्विस रोड की चौड़ाई तुरंत बढ़ाने में लगभग 80 करोड़ रुपए अनुमानित तौर पर खर्च होंगे. यह राशि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से मंजूर कर दी गई तो इससे रायपुर की एक बड़ी समस्या का निराकरण हो सकता है. बता दें कि इसी रिंग रोड पर मंत्री गडकरी ने हाल में तीन ओवरब्रिज भी मंजूर किए हैं, ताकि ट्रैफिक में आ रही दिक्कतें कुछ कम हो सकें.

प्रोफेसर विनोद शर्मा मारपीट मामला : हाईकोर्ट में चैतन्य बघेल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने रखा पक्ष
बिलासपुर-    भिलाई के प्रोफेसर विनोद शर्मा से मारपीट मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे याचिकाकर्ता चैतन्य बघेल की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने अपना पक्ष रखा और इस मामले में गूगल आईडी और पासवर्ड को लेकर बहस की. इस दौरान कपिल सिब्बल ने पुलिस द्वारा चैतन्य बघेल से उसकी गूगल आईडी और पासवर्ड मांगे जाने का विरोध किया है. वहीं मुख्य न्यायाधीश ने भी उनकी इस पर सहमति जताते हुए इसे निजता के अधिकार का उल्लंघन माना है.

बता दें कि इस मामले में बीते सितंबर महीने में चैतन्य बघेल से भी पूछताछ की गई थी. इस मामले में 9 लोग आरोपी हैं. इनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है. इस मामले की आगामी सुनवाई 2 सप्ताह बाद होगी.

प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुआ था जानलेवा हमला

19 जुलाई को प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने एक महीने की जांच के बाद रीवा से तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. ऑनर किलिंग कराने वाले प्रवीर शर्मा, धीरज वस्त्रकार, शिवम मिश्रा के अलावा घटना को अंजाम देने वाले 3 अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है. इस हाईप्रोफाइल मामले में प्रोफेसर शर्मा को प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली एम्स में एयर एंबुलेंस से शिफ्ट किया गया था. पुलिस ने प्रोफेसर की गम्भीर हालत को देखते हुए उनका मरणासन्न बयान भी दर्ज किया था. हालांकि 12 दिनों तक आईसीयू में इलाज के बाद प्रोफेसर की जान बच गई. उन्हें 20 फ्रैक्चर आए थे और अब उनका इलाज दिल्ली के वेदांता अस्पताल में चल रहा है. जल्द ही उन्हें छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी की जा रही है और पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली में सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों को भी तैनात किया गया है.

हाईप्रोफाइल मामला और कॉलेज के अन्य प्रोफेसरों और छात्रों के बयान के बाद पुलिस ने अब इस मामले में उच्च स्तर की जांच भी शुरू कर दी है. पुलिस बहुत जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करने का दावा कर रही है. पुलिस विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सभी आरोपियों के भारत के ही अन्य राज्यों में छिपे होने की आशंका जताते हुए तीन राज्यों में पुलिस टीम भेजी गई है. ये टीमें कांग्रेस शासित राज्यों में भेजी गई है.

वहीं प्रदेश भर में चर्चा है की यह मामला प्रदेश की बड़े राजनीतिक दल के प्रमुख नेता के परिवार से जुड़ा है. क्योंकि प्रवीर शर्मा उस परिवार के भिलाई 3 स्थित बिल्डिंग, रियल स्टेट का काम संभालता है. इन तीनों आरोपियों के पकड़े जाने के बाद बड़े खुलासे होने की संभावना है.

मांगा किराया तो किरायेदार ने की मकान मालिक की हत्या, मालकिन को अधमरा छोड़ा… ऐसे हुआ खुलासा
रायपुर-  राजधानी के अवंती विहार स्थित माकन में कुछ दिन पहले बुजुर्ग दंपति पर जानलेवा हमला और हत्या मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक रत्नेश्वर बैनर्जी और उनकी पत्नी माया बैनर्जी के घर में किराए पर रहने वाला किरायेदार ही निकला. पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार को चंड़ीगढ़ से गिरफ्तार किया है. यह पूरा मामला खम्हारडीह थाना क्षेत्र का है

यह है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, घटना 30 अक्टूबर की रात की है. घटना वाली रात रवि बनर्जी ने अपने माता-पिता को बार बार फ़ोन किया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया उसके बाद बेटे ने अपने सहयोगी प्रखर शर्मा को अवंति विहार सेक्टर- 02 अपने घर जाकर देखने बोला. उसने पहुंचकर देखा कि घर का मेन दरवाजा बंद था, दरवाजा खोलकर अंदर जाकर खिड़की से देखा तो बैठक रूम में रवि बनर्जी के पिता जमीन में पेट के बल खून से लथपथ था और दूसरे कमरे में उसकी मां माया बनर्जी डायनिंग टेबल के पास पड़ी थी. दरवाजा बाहर से लगा हुआ था. आवाज देने पर भी उन दोनों के द्वारा कोई जवाब न देने पर डायल 112 और 108 एम्बुलेंस को प्रखर शर्मा फोन बुलाया. जिनके आने पर प्रखर ने अंदर जाकर देखा तो रतनेश्वर बनर्जी और माया बनर्जी को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिर पर गम्भीर चोट पहुंचाया गया था जिससे रत्नेश्वर बैनर्जी की मृत्यु हो गई थी और माया बैनर्जी आहत थी जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं मामले पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 103, 109 बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई.

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि घटना के बाद से बुजुर्ग दंपति के मकान में किराये से रहने वाला किरायेदार मुकेश कुमार लगातार फरार चल रहा था. जसिके बाद उसपर संदेह हुआ और उसकी पतासाजी शुरू की गई. मुखबीर और तकनीकी माध्यमों से भी उसकी पतासाजी की जा रही थी, इसी दौरान पुलिस को उसकी उपस्थिति दुर्ग में होने की प्राप्त हुई.

आरोपी मुकेश कुमार, जो कि उनके घर में किरायेदार के तौर पर रहता था, घटना के बाद से फरार है. पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से मुकेश कुमार का पीछा किया. आरोपी लगातार दुर्ग, नागपुर, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, और चंडीगढ़ में अपनी लोकेशन बदल रहा था. अंततः उसे चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया.

आरोपी ने इस वजह से दिया खौफनाक वारदात को अंजाम

पुलिस ने गिरफ्तार कर उससे पूछताछ किया, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया. उसने बताया कि वह रत्नेश्वर बैनर्जी और माया बैनर्जी के घर में किरायेदार के रूप में रह रहा था, लेकिन काफी समय से किराया नहीं दे पाया था. साथ ही आरोपी पर अन्य लोगों का 20 से 25 लाख का उधार भी था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान था. घटना के दिन मकान मालिकों ने किराया मांगा, जिस पर विवाद हो गया. इस दौरान गुस्से में आकर मुकेश ने घर में रखी नटराज मूर्ति से हमला कर दिया, जिससे रत्नेश्वर की मौके पर ही मौत हो गई और माया गंभीर रूप से घायल हो गईं. इसके बाद आरोपी ने मृतक के शरीर से सोने की अंगूठी और चेन चुराई और फरार हो गया.

पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार के कब्जे से सोने की अंगूठी, चेन, घटना में प्रयुक्त नटराज की मूर्ति और एक मोबाइल फोन बरामद किया है. मुकेश कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

370 का मुद्दा महाराष्ट्र-झारखंड के चुनाव को कितना करेगा प्रभावित? एनसी का प्रस्ताव बनेगी कांग्रेस की परेशानी

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एक बार फिर अनुच्छेद 370 का मुद्दा गर्मा गया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अंदर हाल ही में उमर अब्दुल्ला की सरकार ने धारा 370 बहाल करने से जुड़ा एक प्रस्ताव पास करवा लिया है। जिसको लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पिछले दिनों जमकर हंगामा हुआ। हालांकि, अब ये मुद्दा जम्मू-कश्मीर से आगे बढ़कर महाराष्ट्र और झारखंड तक पहुंच गया है। दरअसल, महाराष्ट्र और झारखंड में इसी महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी ने इस मुद्दे को लपक लिया है। भाजपा के दिग्गज नेताओं ने चुनावी प्रचार के दौरान इस मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया है। अपनी चुनावी रैलियों में पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक जम्मू-कश्मीर विधानसभा से विशेष दर्जे की बहाली के प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर निशाना साध रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 की वापसी के प्रस्ताव को मुद्दे को उठाया और उसे कांग्रेस की साजिश करार दिया। प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता को जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की साजिशों को समझना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि देश की जनता कभी भी अनुच्छेद 370 पर इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा। जब तक मोदी है, कांग्रेस कश्मीर में कुछ नहीं कर पाएगी। जम्मू-कश्मीर में केवल भीम राव अंबेडकर का संविधान चलेगा, कोई भी ताकत 370 को फिर से वापस नहीं ला सकती है।

गृह मंत्री अमित शाह ने भी महाराष्ट्र के सांगली और कराड की रैली में 370 के बहाने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने भी चुनौती दी कि चाहे कुछ भी हो जाए जम्मू-कश्मीर में 370 वापस नहीं हो सकता। अमित शाह ने कहा कि न तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी और न ही उनकी आने वाली पीढ़ियां जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को वापस ला पाएंगी।

कुल मिलाकर कहें तो 370 के मुद्दे पर बीजेपी पूरी तरह से आक्रामक है। 370 पर विधानसभा के प्रस्ताव के ज़रिए वो महाराष्ट्र और यूपी में INDIA गठबंधन को घेर रही है। ऐसे में सवाल ये कि क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पास करके उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस को फंसा दिया है? क्या ग़लत समय पर ये प्रस्ताव विधानसभा में लाया गया? इससे भी अहम सवाल क्या 370 का मुद्दा बीजेपी को चुनाव में फायदा पहुंचाएगा और कांग्रेस को नुकसान?

बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति का प्रदर्शन बहुत आशाजनक नहीं रहा था, ऐसे में बीजेपी और महायुति की पार्टियां फिर से महाराष्ट्र में सत्ता में वापस पाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। इसी तरह से झारखंड में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा सत्ता में बीजेपी उसे सत्ता से हाटने के लिए उस पर लगातार हमला बोल रही है। दोनों ही राज्यों में मुकाबला सीधे-सीधे बीजेपी बनाम कांग्रेस का है। एक राज्य में अगर महा विकास अघाड़ी है तो दूसरे में जेएमएम गठबंधन चुनौती दे रहा है। इन दोनों ही राज्यों में बीजेपी के लिए स्थानीय मुद्दों के साथ राष्ट्रवाद का मुद्दा भी जरूरी रहने वाला है।

बीजेपी के लिए तो जम्मू-कश्मीर का मुद्दा भी भावनाओं वाला ही रहा है, उसकी विचारधारा एक देश एक विधान और एक निशान वाली रही है। समाज का एक बड़ा वर्ग भी इसी सिद्धांत से सहमत नजर आता है। ये बात कांग्रेस भी बखूबी जानती है। शायद यही वजह है कि इस प्रस्ताव के बाद कांग्रेस का ना कोई स्टैंड देखने को मिला, ना कोई स्पष्ट बयान आया है।

उसे इस बात का भी अहसास है कि 370 का मुद्दा सिर्फ राष्ट्रवाद का ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। अगर बीजेपी को मौका लगा वो तुरंत कांग्रेस को देश विरोधी बता देगी जिसका सीधा नुकसान महाराष्ट्र और झारखंड में उठाना पड़ सकता है। ऐसे में कांग्रेस ने ना अभी 370 पर कुछ बोलेगी और शायद आगे भी ऐसी ही सियासी चुप्पी साधे रखेगी।

केशकाल घाट पर आवागमन प्रतिबंधित : 25 नवंबर तक चलेगा सड़क मरम्मत का काम, इन वैकल्पिक मार्गों से कर सकेंगे आवाजाही….
कोंडागांव-    जिले के केशकाल घाट पर 10 नवंबर से 25 नवंबर तक सड़क नवीनीकरण और मरम्मत कार्य किया जा रहा है. इसके चलते घाट पर वाहनों के आवागमन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस संबंध में केशकाल एसडीएम ने आदेश जारी कर इस अवधि में यात्रियों और मालवाहकों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए हैं.

शनिवार को कोंडागांव कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में अपर कलेक्टर चित्रकांत चार्ली ठाकुर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश डांडे ने प्रेसवार्ता के दौरान केशकाल घाट उन्नयन के दौरान रूट डायवर्सन प्लान की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के किमी 162.600 से किमी 167.000 के हिस्से पर कांक्रीटिंग और डामरीकरण कार्य किया जाएगा. इस कार्य को लेकर यात्रियों की सुविधा और सुचारु यातायात के लिए विस्तृत योजना बनाई गई है.

ये हैं निर्धारित वैकल्पिक मार्ग

यात्री बसों के लिए: रायपुर और जगदलपुर दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहनों के लिए जगदलपुर-कोण्डागांव-केशकाल (विश्रामपुरीचौक) – विश्रामपुरी (मचली) गोविन्दपुर-दुधावा-कांकेर-धमतरी-रायपुर मार्ग निर्धारित की गई है।

दो पहिया, चार पहिया सवारी वाहन एवं इमरजेंसी वाहन : रायपुर की ओर से आने वाले वाहन रायपुर-धमतरी-कांकेर-केशकाल घाट होते हुए कोण्डागांव-जगदलपुर जा सकेंगी। इसी प्रकार जगदलपुर से आने वाले वाहन जगदलपुर-कोण्डागांव-केशकाल (बटराली)- रांधा-उपरमुरवेण्ड- मुरनार-NH-30-कांकेर धमतरी- रायपुर जा सकेंगी।

मालवाहक और भारी वाहन के लिए : जगदलपुर से रायपुर की ओर जाने वाले वाहन जगदलपुर-कोण्डागांव-केशकाल (विश्रामपुरी चौक) – विश्रामपुरी-मालगांव (कौंदकेरा नाका होते हुए) बोरई-नगरी-दुगली-कुरुद-रायपुर जा सकेंगी। इसी प्रकार रायपुर एवं राजनांदगांव की ओर से आने वाले वाहन रायपुर-धमतरी-कांकेर भानूप्रतापपुर-अंतागढ़-नारायणपुर-कोण्डागांव- जगदलपुर जाएंगी।

नारायणपुर/रावघाट से भारी वाहन : नारायणपुर-रावघाट-अंतागढ़-भानुप्रतापपुर-कांकेर-दल्लीराजहरा-राजनांदगांव-धमतरी-रायपुर जाएंगी।

जिला प्रशासन ने की वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील

जिला प्रशासन ने यात्रियों और वाहन चालकों से अपील की है कि वे घोषित वैकल्पिक मार्गों का पालन करें और यात्रा की योजना बनाते समय इनका उपयोग सुनिश्चित करें. कार्य की समाप्ति के बाद घाट पर यातायात पुनः सुचारु रूप से शुरू कर दिया जाएगा. इस दौरान 24 घंटे पुलिस की पेट्रोलिंग टीम तैनात रहेगी और चेक पोस्ट में चिकित्सक के टीम भी उपलब्ध रहेगी.

पुलिसकर्मियों पर देसी कट्टे से फायरिंग की कोशिश… पैरोल से फरार मर्डर के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 3 आरक्षक हुए जख्मी
रायपुर-   जेल से पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हुआ कुख्यात मर्डर आरोपी राजा बैझड़ उर्फ रशीद अली राजधानी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. टिकरापारा पुलिस की टीम ने सूझबूझ और साहस का परिचय देते हुए देर रात आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी राजा बैझड़ ने पुलिस पर देसी कट्टे से हमला करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उसे काबू में कर लिया.

घटना टिकरापारा थाना क्षेत्र के मोती नगर की है, जहां मर्डर का यह आरोपी पैरोल से फरार था. पुलिस को सूचना मिलने के बाद टिकरापारा थाने की टीम आरोपी को पकड़ने गई थी. इसी दौरान आरोपी ने पुलिस पर देसी कट्टे से फायर करने का प्रयास किया. पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से एक लोडेड कट्टा बरामद किया गया.

इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं. घायल पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक महेश नेताम, आरक्षक असवन साहू और सुनील पाठक शामिल हैं. टिकरापारा थाना प्रभारी मनोज साहू की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें विवेक यादव, आनंद शर्मा और रूप धुर्वेशी भी शामिल थे.

एडिशनल एसपी डी आर पोर्ते ने बताया कि कोविड के दौरान राजा बैझड़ पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन उसने नियत तिथि में जेल में आमद नहीं दी थी, जिसके बाद जेल प्रशासन की ओर से थाना टिकरापारा में इसकी सूचना मिली थी. लगातार आरोपी की पतासाजी की जा रही थी. इस दौरान सूचना मिली कि आरोपी मोती नगर इलाके में है. पेट्रोलिंग की टीम को मौके पर भेजा गया, जहां आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर देसी कट्टे से फायरिंग करने की कोशिश भी की, पुलिस ने साहसिक कदम उठाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस कार्रवाई के दौरान 3 आरक्षक को भी चोट आई है.

रायपुर दक्षिण उपचुनाव: प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री साय करेंगे जन आशीर्वाद यात्रा, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस समेत अन्य दिग्गज नेता होंगे शामिल
रायपुर-     रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव का प्रचार-प्रसार का शोरगुल सोमवार यानी कल थम जाएगा. प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस और भाजपा पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है. सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का जन आशीर्वाद यात्रा निकाला जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री साय, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, सांसद बृजमोहन अग्रवाल और भाजपा अध्यक्ष किरण सिंहदेव रैली का नेतृत्व करेंगे. इस जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सैकड़ों मोटरसाइकिल में रैली की अगुवाई महिला मोर्चा और युवा मोर्चा कार्यकर्ता करेंगे.

जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत दोपहर 2 बजे जय स्तम्भ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ होगी. यह यात्रा रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के 58 से अधिक स्थानों से होते हुए नेताजी चौक, कटोरा तालाब पर समाप्त होगी.

बता दें कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए कुल 30 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से भाजपा के सुनील सोनी और कांग्रेस से आकाश शर्मा प्रमुख उम्मीदवार हैं. उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा और इसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

छत्तीसगढ़ को ‘ख’ वर्ग श्रेणी में शामिल करने की मांग ने पकड़ा जोर, विधि मंत्री अरुण साव से छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात
रायपुर-     छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है. राज्य भर में उत्सव का माहौल है. और रजत जयंती वर्ष के इसी उत्सव के बीच छत्तीसगढ़ीभाषी राज का मुद्दा भी गर्म है. क्योंकि राज्य का निर्माण छत्तीसगढ़ी अस्मिता की पृष्ठभूमि पर हुआ था. लेकिन राज्य निर्माण के बाद से अस्मिता को दरकिनार कर दिया गया. क्योंकि राज्य निर्माण के साथ जब केंद्र सरकार की ओर से एक पत्र राज्य सरकार को लिखा गया था, जिसमें में पूछा किया गया था कि छत्तीसगढ़ को क वर्ग में रखा जाए या ख वर्ग में. लेकिन तब राज्य सरकार की ओर से इस पर किसी तरह का स्टैंड नहीं लिया गया. नतीजन छत्तीसगढ़ क वर्ग(हिंदीभाषी) राज्य में शामिल कर लिया गया. अब यह राज्य का एक बड़ा मुद्दा बनते जा रहा है. आज इसी मांग को छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधिमंडल ने विधि मंत्री अरुण साव से उनके निवास पर मुलाकात की.

प्रतिनिधिमंडल की ओर से साहित्यकार और प्राध्यापक डॉ. सुधीर शर्मा ने विधि मंत्री साव को दस्तावेजों के साथ मांग पत्र सौंपा. डॉ. शर्मा ने केंद्र और राज्य सरकार के बीच 2002 और 03 में हुए पत्राचार की विस्तार से जानकारी दी.

विधि मंत्री साव ने प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई चर्चा में आश्वस्त किया कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है. इस पर सरकार की ओर से पूर्ण प्रयास किया जाएगा. छत्तीसगढ़ी अस्मिता हमारी महतारी अस्मिता है. इस महत्वपूर्ण विषय की ओर आप सबने ध्यान आकृष्ट कराया है. यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ियों के साथ न्याय हो.

गौरतलब है कि इसे पूर्व रायपुर में छत्तीसगढ़ीभाषियों का एक बड़ा सम्मेलन अक्टूबर महीने में हुआ था. इस सम्मेलन में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ी राजभासा मंच के संरक्षक नंदकिशोर शुक्ल शामिल हुए थे.

छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी, मनोज सिंह बघेल, सत्यपाल सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी विजय मिश्रा, विकास शर्मा, छात्र संगठन के ऋतुराज साहू, संजीव साहू और मोर चिन्हारी छत्तीसगढ़ी मंच के संयोजक डॉ. वैभव बेमेतरिहा मौजूद रहे.

‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ में IFS सातोविषा समाजदार ने हासिल किया पोडियम में स्थान, पुरुषों में रहे ये आगे
रायपुर-  स्वास्थ्य, सहनशक्ति, और एकता के अद्भुत उत्सव के तौर पर रविवार को ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ के 9वें संस्करण का आयोजन हुआ. 10 किमी की दौड़ में मनीष कुमार साहू, 21 किमी की दौड़ में मोहित बिसेन और 42 किमी की दौड़ में सुरेश कुमार साहू पहले स्थान पर रहे. वहीं महिलाओं में 42 किमी की दौड़ में IFS सातोविषा समाजदार ने पोडियम पर स्थान प्राप्त किया. 

eblu द्वारा प्रायोजित और लेट्स रन द्वारा आयोजित इस मैराथन में 5000 से अधिक लोगों ने जोश के साथ हिस्सा लिया. RFID टाइमर के साथ यह छत्तीसगढ़ की एकमात्र मैराथन की शुरुआत मुख्य अतिथि IAS अंकित आनंद और IAS डॉ. भारतीदासन ने ध्वज लहरा कर किया. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. सर्वेश्वर भुरे और विवेक ढांढ की भी उपस्थिति रही।

छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करते हुए इस साल की मैराथन का विशेष विषय ‘मिलेट्स’ था. इसमें मिलेट्स को हर पहलू में शामिल किया गया, ताकि प्रतिभागियों और दर्शकों को इस पौष्टिक अनाज की महत्ता का अनुभव हो सके.

मध्य भारत की पहली 42 किमी प्रमाणित रेस ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ भारतीय एथलेटिक्स में एक नई पहचान बना रहा है, जिसे इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक फेडरेशन्स (IAAF) और एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल मैराथन्स एंड डिस्टेंस रेसिज़ (AIMS) से मान्यता प्राप्त है. आयोजन को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में रेस के निदेशक डॉ. विनय तिवारी और सुनील अग्रवाल का विशेष योगदान है.

डॉ. तिवारी ने कहा कि द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन का आयोजन हर साल भव्य रूप ले रहा है. जो हमारे समुदाय की प्रतिबद्धता और उत्साह को दिखाती है. इस साल 6 किमी, 10 किमी, 21 किमी, और 42 किमी के चार वर्गों में विजेताओं को 3.51 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी गई. RFID टाइमर के साथ यह छत्तीसगढ़ की एकमात्र मैराथन है, जिसने नए और अनुभवी धावकों को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया.

आयोजन को सफल बनाने में SKY TMT, दंतेवाड़ा टूरिज्म, सागर TMT एंड पाइप्स, संभव स्टील पाइप्स एंड ट्यूब्स, ASA एडवरटाइजिंग, स्काई ऑटोमोबाइल्स, मारुति सेल्स कॉरपोरेशन, रायपुर ट्रायम्फ, होंडा बिग विंग्स, स्टेपमिंट, हेल्थ पोटली, शुभ BYD, F95, हीरा पाइप्स, भसीन मोटर्स, डेकाथलॉन, सैफ्रॉन कॉर्पोरेट पार्क, स्टार एलीट, रामकृष्णा केयर हॉस्पिटल, और NMDC जैसे प्रमुख ब्रांड्स और संस्थानों का समर्थन प्राप्त हुआ.

जानिए लेट्स रन के बारे में

लेट्स रन छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा फिटनेस समुदाय है, जो दौड़ और फिटनेस के प्रति जागरूक नागरिकों का समूह है. यह समुदाय स्वस्थ जीवनशैली और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है, जो हर साल ऐसे आयोजन करता है. ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ लेट्स रन का एक प्रमुख आयोजन है.

रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव : पूर्व सीएम बघेल और पीसीसी चीफ ने सरकार पर जमकर साधा निशाना
रायपुर-     रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आज अलग-अलग जगहों में जनसभा को संबोधित किया. भूपेश बघेल ने तीन जनसभाएं चंगोराभाठा, कुशालपुर और सिविल लाइन में की. वहीं पीसीसी चीफ बैज ने पुरानी बस्ती में जनसंपर्क किया और सिविल लाइन वार्ड श्याम नगर में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा के पक्ष में वोट की अपील की.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि दक्षिण उपचुनाव को लेकर 13 तारीख को वोटिंग होना है. 13 तारीख को जब वोट होगा तो दक्षिण विधानसभा को नया विधायक मिलेगा. क्योंकि 34 साल से एक विधायक ही जीतता रहा और कुछ काम नहीं हुआ. लेकिन जनता अब बदलाव चाहती है इस बार बदलाव का लहर चल चुका है और इस बदलाव के लहर को दुनिया की ताकत नहीं रोक सकती. आप सभी का आर्शीवाद कांग्रेस पार्टी के लिये है. 10 महीने हुये इस सरकार को लेकिन छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया है. बस्तर से लेकर सरगुजा तक और रायपुर अपराध का गढ़ बन गया है. रायपुर में दिन दहाड़े गोली चलती है और बलौदाबाजार में कलेक्टर और एसपी आफिस जला दिये गये. कलेक्टर और एसपी दरवाजे के पीछे से भाग जाते है. कवर्धा के लोहारीडीह में तीन साहू समाज के लोगों की हत्या हो जाती है. एक को फांसी में टांगकर मार दिया जाता है उनकी बेटी कहती है कि यह हत्या है और सरकार कहती आत्महत्या है. यह घटना सरकार की लापरवाही को उजागर करती है. सूरजपुर में जिला बदर व्यक्ति दिन दहाड़े हत्या करके चला जाता है बलरामपुर में पुलिस की पिटाई से एक व्यक्ति की मौत हो जाती है और कह रहे थे कि बाथरूम में फांसी लगा लिया ऐसी हो ही नहीं सकता. पुलिस प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है. सरगुजा में दिन दहाड़े लूट हो जाता है और मुख्यमंत्री के गृह जिला जशपुर में गोली चलता है और प्रदेश का सबसे बड़ा जेल रायपुर सेन्ट्रल जेल के पास गोली चलता है यह सरकार का हाल है. दीपावली के 5 दिन के अंदर 9 हत्या हो जाता है. बस्तर से पढ़ने आये छात्र की चाकू मारकर हत्या हो जाता है. रायपुर सुरक्षित नहीं है, रायपुर अपराध का गढ़ बन चुका है. सबसे जरूरी यह है कि अपराध को रोकना है और आपका एक-एक वोट अपराध के खिलाफ होगा. महतारी वंदन के नाम पर सरकार को सत्ता मिली. लेकिन चुनाव जीतने के बाद आधे लोगों को इस योजना का लाभ मिला और जिसको लाभ मिल रहा है उसको भाजपा के नेता धमकाने का काम कर रहे कि हमे वोट दो नही तो इस योजना का पैसा नही मिलेगा.

उन्होंने कहा, भाजपा के नेता चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किये थे लेकिन चुनाव जीते ही वादों को भूल गये. 500 रू में गैस सिलेंडर देने का वादा किये थे यह भी भूल गये. चार साल जब बीत जायेगा तब पांचवे साल गैस सिलेंडर देंगे और बोलेंगे हमने वादा पूरा किया लेकिन जनता समझदार यह भाजपा के बातों में आने वाली नही है. भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के युवाओें को धोखा देने का काम किया, युवा मंत्रियो के बंगले के बाहर नौकरी के लिये आंदोलन कर रहे तो मंत्री लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे है. इसलिये दक्षिण की जनता परिवर्तन करेगी, दो प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे पहला भाजपा का प्रत्याशी सुनील सोनी जो महापौर और सांसद रह चुके है लेकिन सबसे निष्क्रिय सांसद रहे है. दूसरी तरफ हमारी पार्टी ने आकाश शर्मा को टिकट दिया और टिकट मिलते ही उन्होंने सुनील सोनी से प्रश्न किया कि आपके शासनकाल के कोई भी तीन कार्य गिना दीजीये लेकिन उन्होंने तीन काम भी नही गिना पाया. एक तरफ निष्क्रिय चेहरा है और दूसरी तरफ युवा और सक्रिय चेहरा है. हमारा प्रत्याशी आकाश शर्मा चुनाव जीतेगा. आपका काम के लिये स्वतंत्र व सक्षम रूप से जब चाहे तब आपका काम कर सकता है. दक्षिण विधानसभा में इसलिये बदलाव है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उपचुनाव बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा देने के कारण हो रहा है. पहले वह भारतीय जनता पार्टी के मंत्री थे और भाजपा को बर्दाश्त नहीं हुआ तो मंत्री पद से हटा के लोकसभा का टिकट दे दिया और वह मंत्री पद से भी इस्तीफा नहीं देना चाहते थे लेकिन भाजपा के अंदर जो अन्दरूनी लड़ाई चल रहा है जिसके चलते वह मजबूरी में बृजमोहन अग्रवाल को इस्तीफा देना पड़ा और बृजमोहन अग्रवाल को सांसद बना के केन्द्र में भेज दिया गया. जिसके बाद यह दक्षिण विधानसभा का सीट खाली हुआ और वहां फिर से उपचुनाव हो रहा है. भाजपा के बहुत से नेता टिकट का मांग कर रहे थे. सबको दरकिनार कर के जो सबसे निष्क्रिय है जो कभी महापौर, कभी सांसद के लिये फिट कर देते है जो कोई काम के नहीं है उनको प्रत्याशी बना के भाजपा ने भेज दिया है. जब वह सांसद थे तब वह एक भी पैसा का काम नहीं किया और जब वे महापौर थे तब भी कोई उपलब्धि नहीं हुई. जो हाल प्रत्याशी के है वैसी ही हाल अभी सरकार के भी है. विष्णुदेव सरकार में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जितना भी योजना शुरू किये थे उन सभी योजनाओं को बंद कर रहे है. बिजली बिल माफी योजना के लाभ मिल रहा था वह बंद हो गया, हाट बाजार क्लिनिक योजना जिसमें दवाइयां मुफ्त में दिया जाता था उसको बंद कर दिया गया, राजीव युवा मितान के माध्यम से 50 रू. में घर पहुंच सेवा मिल रहा था 13 प्रकार के जैसे राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र जैसे अनेको काम को भाजपा की सरकार ने बंद करवा दिया. जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से नगर निगम में एक भी पैसा विकास के लिये नहीं दिये है, चाहे रायपुर, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग भिलाई, महासमुंद हो कोई भी जगह विकास कार्य के लिये भाजपा के सरकार ने एक भी पैसा नहीं दिया. जो भी योजना पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने चालू करवाया था सब को बंद कर दिया गया.

बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ के मान और सम्मान को बढ़ाने के लिए जो राज गीत छत्तीसगढ़ के लिए घोषित किये थे जो हर जिला मुख्यालय में छत्तीसगढ़ महतारी के मूर्ती के स्थापना किये और हरेली, तीजा, कर्मा जंयती, छेरछेरा पुन्नी के त्योहार की छुट्टी घोषित किये और छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक की भी शुरूआत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में किया, जहां स्कूल के बच्चो के साथ-साथ 50 से 60 साल के सियान महिला भी फुगड़ी और कबड्डी खेलते थे और अच्छे से अच्छे आयोजन किया जा रहा था, जिसको भाजपा की सरकार आने के बाद छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक को बंद कर दिया. विश्व आदिवासी दिवस की छुट्टी घोषित किये थे बड़े से बड़े आयोजन होते थे पूरे प्रदेश में उसको भी बंद कर दिया. जितने भी समाज है पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय जमीन दिये, भवन निर्माण करवाया और हरदीहा साहू समाज जहां कांदूल में 5 एकड़ जमीन साहू समाज को दिया गया. लेकिन भाजपा के सरकार ने जीतने भी समाज की पैसा स्वीकृत किये थे टेंडर को उसको निरस्त कर दिया गया. छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाने का काम पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुआ. वर्तमान में राशन कार्ड जो मिल रहा है उसमें पांच किलो लिखा है जो चुनाव के वजह से 35 किलो दे रहे है और यह नगरीय निकाय और पंचायती राज चुनाव तक रहेगा जिसके बाद जो कार्ड में छपे पांच किलो उतना ही चावल दिया जायेगा.

भूपेश बघेल ने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में राशन कार्ड बनाने में कोई दिक्कत नहीं हो रहा था अब भाजपा की सरकार में नया राशन कार्ड बनवाना बंद कर दिया. भाजपा महतारी योजना के बात करती है जिसमें से कुछ महतारी को पैसा मिल रहा है और कुछ महतारी को पैसा नहीं मिल रहा है. आंगबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन में है पैसा नहीं मिलने के कारण और शिक्षक आंदोलन में भर्ती प्रक्रिया नहीं होने कारण. भाजपा के सरकार में केवल लूट मचा है और कमीशनखोरी में भाजपा की सरकार लगी हुयी है. आज छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं है राजधानी रायपुर में ऐसा कोई भी दिन नहीं है जिसमें चोरी, हत्या, डकैती और चाकू बाजी न हो. आज पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हो गया है. आज स्कूल में बच्ची सुरक्षित नहीं है, कालेज में बेटी सुरक्षित नहीं है, बस स्टैण्ड में बहने सुरक्षित नहीं है, आज कोई आदमी सुरक्षित नहीं है. ये विष्णु का सुशासन है बोल रहा है. इससे बड़ा कुशासन कोई दूसरा नहीं हो सकता. लूट करने में लगे हुये है. आज लूटने में मशगूल हो गये है. शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में कोई काम नहीं हुआ, लूट मची है पूरे प्रदेश में और लूटने का काम भाजपा की सरकार कर रही है. बल्कि भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम भाजपा की सरकार कर रही है.

लोहारीडीह कांड में एक व्यक्ति शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरू साहू को फांसी में लटका दिया जाता है और उसको आत्महत्या बताया गया और उनकी लड़की ने हत्या बताया है जिसके बाद आज हाईकोर्ट जबलपुर आदेश दिया है कि फिर से उसका पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया गया. मध्यप्रदेश की सरकार यहां के सरकार के दबाव के कारण मामला रफा दफा करना चाहते थे लेकिन कचरू साहू पुत्री 9वी की छात्रा ने कहा जब मैं लोहारीडीह गया था तब उनकी बात को सुना और वह बताया की पापा ने आत्महत्या नहीं किया है, उनकी हत्या हुई है तो अब उनके न्याय मिलेगा. पुलिस की उपस्थिति में दूसरे व्यक्ति का घर को जलाकर वहीं मार दिया जाता है. दोनों साहू समाज के है और तीसरा साहू समाज प्रशांत साहू को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार डाला वैसे ही भाटापारा, बलरामपुर, रेंगाखार में भी पुलिस ने भी एक व्यक्ति की थाना में पीट-पीटकर मार डाला. आज कोई जाति, वर्ग, समाज नहीं बचा है जो विष्णुदेव सरकार में अपमानित महसूस न कर रहा हो. छत्तीसगढ़ के लोग अपने आप को अपमानित और ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. अगर यह उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी की हार होती है तो यह सरकार में बड़ा परिवर्तन आयेगा और वह परिवर्तन जनता के पक्ष में आयेगा. महाराष्ट्र के चुनाव में भी चुनाव प्रचार कर रहा हूं वहां भी बहुत सा परिवर्तन चल रहा है. जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ के मान सम्मान बढ़ाने का काम कांग्रेस के सरकार में हो रहा था जिसको आज एक-एक कर के जैसे गरीब, नौजवान, बेरोजगारी भत्ता जैसे अनेको योजना को बंद कर दिया गया जिसके खिलाफ और यहीं सब बात को लेकर 13 तारीख को पंजा के पक्ष में बटन दबाना है.

दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी आकाश शर्मा ने कहा कि यह चुनाव दो व्यक्ति के बीच का है एक 65 साल के ऐसे व्यक्ति जो तीन बार महापौर और एक बार सांसद रहे है और हमेशा निष्क्रिय रहे है. दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने मुझ जैसे युवा नेता पर भरोसा जताया है. 13 तारीख को शाम 5 बजे आप सभी मेरा साथ दीजिए उसके बाद मैं हमेशा आपका साथ दूंगा, यह चुनाव कांटे की टक्कर का चुनाव है चुनाव अब बराबरी पर आ चुका है. भाजपा जनता को बरगलाने का काम कर रही है, लेकिन जनता भाजपा के बहकावे में नही आने वाली है. भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी निष्क्रिय है, जनता बदलाव का मन बना चुकी है.

आकाश शर्मा ने कहा, मैं हमेशा आप लोगों के दुख-सुख में खड़ा रहूंगा. 13 नवंबर को 1 नंबर पर बटन दबाकर आप सभी को कांग्रेस पार्टी को जिताना है. आप सभी का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है. कांग्रेस की सरकार में बहुत कार्य हुये थे बहुत सारी योजनाओं को लाभ मिलता था लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद सभी योजनाएं बंद हो गयी है. महतारी वंदन योजना का पैसा कई लोगों को नही मिल रहा है लेकिन जब जनता के आर्शीवाद से मैं जीतकर आउंगा तो यह पैसा सबको मिलेगा. छत्तीसगढ़ में अपराध बढ़ गये है. क्योकि दक्षिण का उपचुनाव कांग्रेस पार्टी जीतेगी तो भाजपा सरकार को झटका लगेगा और परिवर्तन आयेगा. आप सभी से निवेदन है कि मतदान करके कांग्रेस पार्टी को विजय बनाये.

पूर्व मंत्री मूणत ने उठाया बड़ा मुद्दा… रिंग रोड-1 के दोनों ओर साढ़े 10 मीटर चौड़ी सर्विस रोड मांगी…
रायपुर-   रायपुर पश्चिम के दिग्गज भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बड़ा मुद्दा उठाया है. उनका कहना है कि टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच रिंग रोड-1 अब शहर की सड़क हो गई, क्योंकि इसके दोनों ओर घनी आबादी है. इस आबादी के लिए अभी तीन-तीन मीटर की सर्विस रोड है, जो बिलकुल पर्याप्त नहीं है. दोनों ओर की सर्विस रोड की चौड़ाई बढ़ाकर साढ़े दस-दस मीटर करने की तुरंत जरूरत है, ताकि रिंग रोड-1 के दोनों ओर रहनेवाले लाखों लोगों को सुरक्षित सड़क मिल सके. उन्होंने छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम तथा पीडब्लूडी मंत्री अरुण साव के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को माना विमानतल पर एक ज्ञापन सौंपा है. राजेश मूणत ने मंत्री गडकरी से आग्रह किया है कि चूंकि रिंग रोड-1 नेशनल हाईवे का पार्ट है, इसलिए इसके दोनों ओर की सर्विस रोड की चौड़ाई बढ़ाने के लिए 80 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी दें, ताकि रायपुर के लोगों को बड़ी राहत मिल सके.

राजेश मूणत सड़कों तथा इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में विजनरी माने जाते रहे हैं. रायपुर की कई बड़ी सड़कें, कई प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण तथा फ्लाईओवर्स-अंडरब्रिज का निर्माण उन्हीं के कार्यकाल में हुआ है. शुक्रवार को डिप्टी सीएम साव के साथ मंत्री गडकरी से मिले और उन्होंने दो पेज का ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में कहा गया है कि 30 वर्ष पहले बनी रायपुर की रिंग रोड-1 के किनारे का बड़ा हिस्सा विगत वर्षों में कामर्शियल एरिया के रूप में डेवलप हो चुका है. इस सड़क के दोनों किनारों पर बड़े कांप्लेक्स, शादी घर, शोरूम तथा कई मार्केट तो हैं ही, दोनों ओर घनी आबादी बस चुकी है. इस आबादी का एकमात्र सहारा रिंग रोड-1 के दोनों किनारो पर बनी सर्विस रोड हैं, जो अधिकांशतः पांच-पांच मीटर ही चौड़ी हैं. जिसके कारण जाम की स्थिति तो बनती ही है, हादसों का खतरा भी बढ़ गया है. पूर्व मंत्री मूणत ने बताया कि इस सड़क पर अग्रसेन धाम टर्निंग, कृषि विवि टर्निंग, आर्चब्रिज टर्निंग, कटोरातालाब टर्निंग, संतोषीनगर टर्निंग, कुशालपुर टर्निंग, रायपुरा टर्निंग, भाठागांव टर्निंग और पचपेड़ीनाका टर्निंग में ट्रैफिक के हालात बुरी तरह बिगड़ चुके हैं. यहां लोगों को राहत देने के लिए अंडरब्रिज आदि बने हैं, लेकिन ट्रैफिक दबाव के समय ये नाकाफी साबित होने लगे हैं.

समस्या ही नहीं, हल भी बताया मूणत ने

पूर्व मंत्री मूणत ने केंद्रीय मंत्री गडकरी को सिर्फ समस्या ही नहीं बताई, बल्कि इसका हल भी सुझाया है. उन्होंने कहा कि रिंग रोड-1 के दोनों ओर ट्रैफिक के हालात अभी तो खराब हैं ही, आने वाले समय में स्थिति और भयंकर हो सकती है, क्योंकि दोनों ओर की सर्विस रोड औसतन 5-5 मीटर ही चौड़ी हैं. उन्होंने कहा कि अगर दोनों सर्विस रोड की चौड़ाई 3.5-3.5 मीटर बढ़ा जाती है, तो सड़कें साढ़े 10-10 मीटर चौड़ी हो जाएंगी. अगर चौड़ाई बढ़ाने के बाद दोनों ही सर्विस रोड को वन-वे कर दिया जाएगा तो ये सुविधाजनक होने के साथ-साथ आकर्षक भी लगेंगी. यही नहीं, एयरपोर्ट की ओर से रिंग रोड-1 होकर एनआईटी-साइंस कालेज ग्राउंड तक वीआईपी मूवमेंट के दौरान आने वाली दिक्कतें भी दूर होंगी, जो हाल में राष्ट्रपति प्रवास के दौरान देखने में आई थीं. पूर्व मंत्री मूणत ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से आग्रह किया कि इन सर्विस रोड की चौड़ाई तुरंत बढ़ाने में लगभग 80 करोड़ रुपए अनुमानित तौर पर खर्च होंगे. यह राशि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से मंजूर कर दी गई तो इससे रायपुर की एक बड़ी समस्या का निराकरण हो सकता है. बता दें कि इसी रिंग रोड पर मंत्री गडकरी ने हाल में तीन ओवरब्रिज भी मंजूर किए हैं, ताकि ट्रैफिक में आ रही दिक्कतें कुछ कम हो सकें.