बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत गया में नामांकन प्रक्रिया शुरू: जिलाधिकारी ने किया प्रेस वार्ता

गया : गयाजी में बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत नामांकन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई। जिला प्रशासन ने गया की 10 विधानसभा सीटों के लिए कुल चार नामांकन स्थल बनाए हैं। पहले ही दिन समाहरणालय के आसपास रूट डायवर्ट किए जाने की वजह से भारी जाम की स्थिति बन गई।

जगह-जगह बैरिकेडिंग व वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था के कारण आम लोगों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि नामांकन की प्रक्रिया 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगी। रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल कर सकेंगे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हर स्थल पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और आचार संहिता के पालन पर विशेष नज़र रखी जा रही है।

डीएम ने बताया कि सीसीए का 180 आवेदन आया था। उसमें से 101 सुनवाई की हुई। 91 पर सीसीए 3 लगाया गया। शेष विचाराधीन है। डीएम ने कहा कि किसी भी तरह की अव्यवस्था या आचार संहिता उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वाहन पार्किंग के लिए अलग जगह चिह्नित की गई है, ताकि भीड़ नियंत्रित व दिशा दी जा सके।

नामांकन स्थलों की बात करें, तो गया महानगर, बेलागंज, वजीरगंज और बोधगया विधानसभा के प्रत्याशी गया शहर स्थित समाहरणालय में नामांकन करेंगे। अतरी विधानसभा के लिए खिजरसराय अनुमंडल कार्यालय में प्रक्रिया होगी। टिकारी और गुरुआ के लिए टिकारी अनुमंडल कार्यालय तथा शेरघाटी, इमामगंज और बाराचट्टी विधानसभा के लिए

शेरघाटी अनुमंडल कार्यालय में नामांकन होगा. नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के कारण समाहरणालय के आसपास ट्रैफिक रूट डायवर्ट किया गया। इससे महा जाम की स्थिति दोपहर एक बजे तक बनी रही।

इस पर डीएम ने कहा कि पहले दिन भीड़ और सुरक्षा जांच के कारण दिक्कतें आईं। दूसरे दिन से व्यवस्था में सुधार किया जाएगा ताकि आम लोगों को परेशानी नहीं हो। चुनावी गहमागहमी के बीच समाहरणालय के बाहर और अंदर तैयारी जबरदस्त है। लेकिन पहले दिन न तो नेताओं की भीड़ न ही समर्थकों की भीड़ नजर आ रही है।

विकास के मुद्दे पर फिर लौटेगी नीतीश सरकार: कुमार गौरव

गया जी: जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने एक प्रेस वार्ता में दावा किया कि इस बार की नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार विकास के एजेंडे पर मजबूती से पुनर्वापसी करेगी।

गया में मीडिया से बात करते हुए कुमार गौरव ने कहा, "नीतीश सरकार ने पिछले वर्षों में बिहार को शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली जैसे क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है। जनता को एक बार फिर भरोसा है कि विकास की रफ्तार को बनाए रखने के लिए नीतीश कुमार की सरकार ही विकल्प है।"

उन्होंने आगे कहा कि जदयू संगठन के सभी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक जाकर लोगों को सरकार की उपलब्धियां बता रहे हैं और जनता का रुझान एक बार फिर विकास की राजनीति की ओर है।

प्रवक्ता गौरव सिन्हा ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी चुनाव में जदयू जनता के बीच "काम का रिपोर्ट कार्ड" लेकर जाएगी, न कि सिर्फ वादों का पुलिंदा।

जदयू ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका प्रमुख चुनावी एजेंडा विकास है और पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि नीतीश कुमार की सरकार एक बार फिर जनता का विश्वास जीतकर सत्ता में लौटेगी और एकबार फिर बिहार की जनता को विकास की ही सौगात देंगे।

गया में भाजपा विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार के खिलाफ अपने ही कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा, कहां- इस बार टिकट मिला तो करेंगे खुलकर विरोध

गया: बिहार के गया में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को अपने ही विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार के खिलाफ पर मोर्चा खोल दिया है और विरोध किया है. यह विरोध शहर के नूतन नगर में भाजपा के सक्रिय नेता सुनील कुमार सिन्हा उर्फ सुनील बंबईया के नेतृत्व में विरोध किया गया और भाजपा के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताया. 

पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खुलकर विरोध जताते हुए कहा कि डॉ. प्रेम कुमार पिछले 35 सालों से लगातार विधायक बने हुए हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया, जिससे जनता को सीधा लाभ मिला हो. वहीं विरोध कर रहे भाजपा नेता सुनील कुमार बंबईया ने कहा कि अब वक्त बदल गया है, पार्टी में युवाओं को आगे लाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि डॉ. प्रेम कुमार को अब केंद्र की राजनीति करनी चाहिए और विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी किसी युवा, ऊर्जावान कार्यकर्ता को देनी चाहिए. बताया जा रहा है कि क्षेत्र के कई स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में भी लंबे समय से नाराज़गी है. उनका कहना है कि जनता की बुनियादी समस्याओं जैसे सड़क, पानी, और रोजगार के मुद्दों पर विधायक ने कभी ठोस पहल नहीं की.

कार्यकर्ताओं की नाराज़गी का मुख्य कारण क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी रफ्तार और स्थानीय मुद्दों की अनदेखी बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि डॉ. प्रेम कुमार क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता देंगे, लेकिन लंबे समय से कई स्थानीय मुद्दे जस के तस बने हुए हैं। वे पार्टी के प्रति समर्पित हैं, लेकिन अपने ही विधायक से उन्हें “सुनवाई की उम्मीद नहीं” रही। साथ ही सुनील बंबइया ने कहा कि जनता का इस बार मन है कि डॉक्टर प्रेम कुमार को भाजपा से टिकट नहीं दिया जाए और पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ता को मौका देना चाहिए. तभी जाकर गया का विकास और जनता की समस्या से निजात होगा. विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार के साथ में रहने वाले कार्यकर्ता में भी अंदर से काफी नाराजगी है, क्योंकि इनके साथ में रहने वाला का भी कोई काम नहीं किया जाता है तो यह गया के जनता का क्या काम करते होंगे यह किसी से छिपा नहीं है. हम लोगों का भाजपा के शीर्ष बड़े नेताओं से मांग किया है कि इस बार गया टाउन विधानसभा से नया चेहरा के उम्मीदवार को टिकट मिलना चाहिए और हम लोग उसको जीतने में हर संभव प्रयास करेंगे. अगर फिर से डॉक्टर प्रेम कुमार को टिकट दिया जाता है तो हम लोग खुलकर विरोध करेंगे और हारने का काम करेंगे.

गया में एआईएमएम चीफ ओवैसी पीएम, सीएम और तेजस्वी पर जमकर बरसे, कहा- हम किसी स्टेशन के कुली नहीं जो इन जालिमों का बोझ उठाएं

गया. बिहार के गया में पहुंचे एआईएमआईएम के चीफ बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी पीएम, सीएम से लेकर तेजस्वी तक पर जमकर बरसे. ओवैसी ने कहा कि हम असलियत समाज के लोग कहते हैं, कि हमारे वोट एक साथ जाते हैं, तो मैं पूछना चाहता हूं, कि बीजेपी कैसे जीत जाती है. कहा, कि मैं हैदराबाद से आया हूं. बिहार में लड़ाई आपकी है. कोई हैदराबादी यहां नहीं बैठेगा. आपको अपना हक लेकर अपनी हिफाजत वाली सरकार बनानी है.

पीएम, सीएम और तेजस्वी.. सब पर बरसे

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को गया जी के चाकन्द हाई स्कूल के मैदान में सभा को संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करने के दौरान ओवैसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम नीतीश कुमार और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे. पार्टी ने कहा कि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे, तो बताइए उन्होंने मुसलमानों के लिए क्या किया. फिर भी आप लोगों का वोट इधर-उधर जाता है और बीजेपी जीत जाती है. हमें एक साथ एक तरफा वोट करना होगा और आप लोग ठान ले, खासकर बुजुर्ग अपने बच्चों को के भविष्य को लेकर सोचें.

मोदी-नीतीश के राज में भ्रष्टाचार आम हो चुका है

ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में भ्रष्टाचार आम हो चुका है. आवास योजना, पेंशन योजना के लिए भी भ्रष्टाचार होता है. कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली में कहते हैं, कि न खाऊंगा न खाने दूंगा और बिहार में स्थिति यह है, कि जितना लूटना है, लूटो. हम जनता से अपील करना चाहते हैं, कि एआइएमआइएम को मजबूत कीजिए. अपनी पार्टी को कामयाब कीजिए. तभी बिहार की सबसे बड़ी अकलियतों को उनकी हिस्सेदारी मिलेगी.

हमारे सात एमएलए म्यूजियम से तो नहीं आए

एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, कि हमारे सात एमएलए कोई म्यूजियम से नहीं आए थे. बिहार की जनता ने यह ताकत दी. आप लोग इधर-उधर वोट करते हैं, इसलिए बीजेपी जीत जाती है. हम लोग किसी स्टेशन के कुली नहीं है, जो इन जालिमों का बोझ अपने कंधों पर उठाएं. हमारे दादा- परदादा ने जो गलती की है, उसे हमें सुधारने की जरूरत है. लालू राज हो या नीतीश राज जनता को कुछ नहीं मिला. लालू के 15 साल और नीतीश के 20 साल हम अकलियतों के लिए बेकार हो गए। बुजुर्गों से खास करके कह रहा हूं, कि आपने जवानी को बेकार कर दी. अब बच्चों के भविष्य को सोचें. आज 60% आबादी 25 साल की उम्र की है. उनके भविष्य को लेकर सोचें.

मोदी, नीती, चिराग ने मिलकर बनाया ऐसा कानून जो अकलियत की शान के खिलाफ

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चिराग पासवान ने मिलकर ऐसा कानून बनाया. इससे मस्जिद दरगाह खानकाह कब्रिस्तान को खतरा है. इसे वे हासिल करना चाहते हैं. हमारी मजहबी शान खतरे में डाल दिया गया है. मुसलमान के वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम हो सकते हैं, यह कहां का नियम है.

2020 में शेरघाटी विधानसभा से लड़ा था चुनाव, 2025 उपचुनाव में बेलागंज और इमामगंज से

इस बार ओवैसी की पार्टी बिहार में 50 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने के मूड में है. 2020 में 19 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. गया जिले में इस बार तीन सीटों पर ओवैसी की पार्टी उम्मीदवार खड़े कर सकती है. शेरघाटी, बेलागंज और इमामगंज में ओवैसी की पार्टी चुनाव लड़ सकती है. हालांकि जन संबोधन के दौरान ओवैसी ने मगध या गया में कितने सीटों पर प्रत्याशी उतारने के संबंध में किसी तरह की बातों का जिक्र नहीं किया. ओवैसी की पार्टी मुस्लिम बहुल इलाकों में अपना उम्मीदवार उतारने के मूड में है. बता दे, कि बिहार की सियासत में मुस्लिम वोटर को एआइएमआइएम अपनी ओर झुकाना चाहती है. 2020 में विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने बिहार में कई सीटें जीती थी. गया के बेलागंज में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 70 हजार है. इसी प्रकार शेरघाटी विधानसभा में भी काफी अच्छी तादाद में मुस्लिम वोटर हैं. बिहार में मुस्लिम वोटर की मदद से आरजेडी चुनाव में अपना वर्चस्व बनाए रखती है. ऐसे में ओवैसी की पार्टी अपने प्रत्याशी जहां-जहां उतारेगी, वहां महागठबंधन की ही मुसीबत बढ़ेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में भ्रष्टाचार आम हो चुका है. मोदी दिल्ली से कहते हैं, न खाऊंगा- न खाने दूंगा, पर बिहार में जितना लूट सको लूट लो. ऐसी सरकारें आज काम कर रही है. बिहार की सबसे बड़ी अकिलयत को उनकी हिस्सेदारी दिलाने के लिए एआइएमआइएम का जीतना बेहद जरूरी है.

हंसराज पब्लिक स्कूल के निदेशक मनीष रुखियार ने मकान मालिक द्वारा लगाए गए आरोपों को बताया बेबुनियाद, बोले- मानहानि का करेंगे दावा

गया: गया के हंसराज पब्लिक स्कूल के निदेशक मनीष रुखियार ने मकान मालिक राकेश रंजन सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि वे बकाया किराया देने को तैयार हैं, लेकिन मकान मालिक जीएसटी / टीडीएस काटकर भुगतान लेने को राजी नहीं हैं। बीते दिनों, स्कूल के मकान मालिक राकेश रंजन सिंह ने मीडिया के सामने आकर मनीष रुखियार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इनमें विद्यालय का तय किराया न चुकाना और पिस्तौल दिखाकर धमकाने जैसे आरोप शामिल थे। मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में निदेशक मनीष रुखियार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मकान मालिक के सभी आरोप गलत और निराधार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे बकाया किराए का भुगतान करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकारी नियमानुसार विद्यालय के फंड से जीएसटी (12000) काटकर ही किराया जमा करेंगे।

रुखियार ने बताया कि मकान मालिक को यह बात नागवार गुजरी, जिसके बाद उन्हें हाईकोर्ट से नोटिस भेजकर प्रताड़ित किया गया। इसी कारण उन्होंने किराया देना बंद कर दिया था, लेकिन वे अब भी टीडीएस काटकर भुगतान करने को तैयार हैं, जिस पर मकान मालिक सहमत नहीं हो रहे हैं। हथियार दिखाकर डराने-धमकाने के आरोप को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि एक शिक्षण संस्थान से जुड़े होने के कारण उनकी ऐसी छवि नहीं है। यह आरोप मनगढ़ंत और बिल्कुल निराधार है। उन्होंने यह भी कहा कि वे मकान मालिक राकेश रंजन सिंह के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे।

विष्णुपद थाना क्षेत्र के ऊपर डीह मोहल्ला में जमीनी विवाद को लेकर मारपीट हुई, चार गंभीर रूप से घायल

गया: गया शहर के विष्णुपद थाना क्षेत्र के ऊपर डीह मोहल्ला में जमीनी विवाद को लेकर सोमवार को मारपीट हुई। इस घटना में जुगल किशोर पाठक के परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। तीन अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं, जिनका इलाज घर पर चल रहा है। जुगल किशोर पाठक ने बताया कि उनके पड़ोसी कृष्णा राउत प्रसाद उर्फ बउया, कृष्ण मोहन राउत उर्फ बउया और उनके बेटे राकेश कुमार, बृजेश कुमार, राजेश व राजू उनकी जमीन हड़पने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। पाठक के अनुसार, पड़ोसी पहले भी कई बार मारपीट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. सोमवार को दबंगई की हद पार करते हुए पड़ोसियों ने लगभग 10 असामाजिक तत्वों को बुलाया और उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। जब परिवार ने इसका विरोध किया, तो उन पर धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से बेरहमी से हमला किया गया,

जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। पाठक ने आरोप लगाया कि पड़ोसी दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं और बाहर से असामाजिक तत्वों को बुलाकर डराते-धमकाते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पर फिलहाल धारा 144 लागू है, इसके बावजूद पड़ोसी जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।

पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से दोषियों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने अपनी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की भी अपील की है। इस संबंध में विष्णु पद थाना के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव का कहना है कि पीड़ित की ओर से लिखित आवेदन दिया गया है जिसमें पांच लोगों नाम दिया गया है, लिखित आवेदन के आधार पर नामजद एफआईआर दर्ज की जा रही है. जो भी उचित कार्रवाई होगी वह आगे की जाएगी.

मूर्ति विसर्जन के दौरान जानलेवा हमला करने वाला एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार,

गया : बिहार के गया में विष्णुपद थाना की पुलिस ने मूर्ति विसर्जन के दौरान जान से मारने की हत्या के प्रयास के कांड में एक आरोपी दिनेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी दिनेश कुमार, पिता विजय यादव, मोहल्ला माड़नपुर थाना विष्णुपद का रहने वाला है. इसकी इसकी खुलासा विष्णुपद थाना के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने रविवार को किया है.

दरअसल विष्णुपद थाना में 3 अक्टूबर 2025 को वदी के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया था कि जब मैं मूर्ति विसर्जन के लिए रुकमणी तलाव गए हुए थे, तो इसी दौरान दिनेश कुमार ने अपने कुछ अन्य साथियों के साथ मिलकर गाली गलौज करने लगा जब हमने इसका विरोध किया तो लाठी-डंडे एवं लोहे की रोड से मारकर जानलेवा हमला कर देने की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें मैं बुरी तरह से जख्मी हो गया था और मुझे आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लिखित आवेदन के आधार पर विष्णुपद थाना में कांड संख्या 316/2026 दर्ज करते हुए मामले का अनुसंधान प्रारंभ किया गया और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई इसी दौरान पुलिस ने छापेमारी कर इस घटना को अंजाम देने वाले एक आरोपी दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है जिस थाने पर लाकर पूछताछ की जा रही है. इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

वही, इस संबंध में विष्णुपद थाना के थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव का कहना है कि बीते 3 अक्टूबर को जानलेवा हमला का प्रयास किया गया था जिसमें एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है जिसका नाम दिनेश कुमार है जो माड़नपुर का रहने वाला है. आरोपी से पूछताछ के बाद आगे की जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.

गया में मगध सम्राट जरासंध के प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने हाथ तोड़ा, चेहरे को भी नुकसान पहुंचाया, चंद्रवंशी समाज में आक्रोश

गया : बिहार के गया जी में जरासंध की प्रतिमा को शनिवार रात आज सामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया. सुबह जब ग्रामीण मॉर्निंग वॉक के लिए निकले तो देखा कि जरासंध की आदमकद प्रतिमा के हाथ तोड़े गए हैं और चेहरे को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इस घटना से पूरे चंद्रवंशी समाज में आक्रोश फैल गया है. घटना गयाजी-डोभी मुख्य स्थित धनवा गांव की है. ग्रामीणों का कहना है कि कुछ लोग आगामी चुनाव से पहले गांव में जातीय तनाव फैलाने की मंशा से ऐसी हरकतें कर रहे हैं.

प्रतिमा स्थापना समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कहा कि यह समाज में उन्माद फैलाने की साजिश है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से दोषियों को तत्काल पहचान कर सख्त कार्रवाई की मांग किया है और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो चंद्रवंशी समाज जिला से लेकर राज्य स्तर तक आंदोलन करेगा.

घटना की सूचना मिलते ही बोधगया थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. बोधगया के थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि ग्रामीणों से लिखित शिकायत मांगी गई. यह पुलिस मामले की जांच कर रही है. दोषियों की पहचान के लिए आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज कैमरे की जांच की जा रही है और जो भी दोषी होंगे, उस पर कार्रवाई की जाएगी.

14 वर्ष के वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे प्रभु श्रीराम भईया भरत के गले मिल हुए भावुक


गया। 14 वर्षों के वनवास के बाद माता सीता एवं भईया लक्ष्मण के साथ प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटते ही अपने भाइयों से गले मिलकर भावुक हो गये। शहर के कोतवाली थाना चौराहे पर श्री दशहरा कमेटी के तत्वावधान भरत मिलाप कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्री आदर्श लीला समिति के कलाकारों ने भाग लिया।

शहर के बिसार तालाब स्थित श्री आदर्श लीला समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव के आवास से प्रभु श्रीराम,माता सीता व भईया लक्ष्मण की झांकी निकल कर कोतवाली थाना चौराहे पर पहुँची, जहाँ पर प्रभु श्रीराम व भईया भरत से मिलाप हुआ। इनके साथ सभी चारों भाई एक दूसरे से गले मिलकर भाव विइल हो गये वहीं इस दृश्य को देख रहे दर्शकों की आंखें भी गीली हो गयीं। गौरतलब है कि भरत मिलाप से पूर्व यह शोभा यात्रा बिसार तलाब से निकाली गई थी ।शोभा यात्रा निकालने के पूर्व समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव के आवास पर भगवान श्री राम, माता सीता ,लक्ष्मण व हनुमान जी के साथ रहे अन्य भगवान स्वरूप रहे कलाकारों को आरती उतारी गई ।

वहीं इस मौके पर गया नगर निगम के मेयर गणेश पासवान ,शहर के समाज सेवी शिव कैलाश डालमिया ,अध्यक्ष कुमार गौरव व महासचिव संदीप कुमार सिंह के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी भगवान श्री राम और माता सीता की आरती उतारी और प्रसाद का भी भोग लगाया गया ।भव्य तरीके से आरती उतारने के बाद शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ से निकलकर जीबी रोड स्थित कोतवाली थाना चौराहा पहुंचा जहां भारत मिलाप किया गया।मौके पर श्री दशहरा कमेटी व श्री आदर्श लीला समिति से जुड़े लोग मौजूद थे। शहरवासी इस अनुपम घड़ी का गवाह बने। इसके बाद यह झांकी आजाद पार्क पहुंचकर समाप्त हो गया।

इस मौके पर श्री आदर्श लीला समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने कहा कि 56 वर्षों यह संस्था इस आयोजन को करती आ रही है। स्थानीय स्तर पर सबका साथ मिलता है तभी इसका आयोजन हो पाता है। अयोध्या से आये कलाकारों से जहां इसका उद्घाटन कार्यक्रम हुआ वहीं स्थानीय कलाकारों ने अपने मन्चन से समा बांध रखा था। इस आयोजन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले लोगों को भी संस्था की तरफ से धन्यवाद देता हूँ। इस आयोजन में चिकित्सकों, समाजसेवियों का सम्मान कर संस्था गौरवान्वित होती है।

वहीं श्री आदर्श लीला समिति के महासचिव संदीप कुमार सिन्हा ने कहा इस कार्यक्रम ने एक बार फिर अयोध्या कालीन भक्ति परंपरा की यादें ताजा कर दीं।

इस धार्मिक आयोजन के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, और नगर प्रशासन की ओर से भी सहयोग प्रदान किया गया।

कांग्रेस के अंदर सिर फुटव्वल की स्थिति बनी, कांग्रेस नेत्री नैना कुमारी का उम्मीदवारी का नाम सामने के बाद विरोध, पुराने और समर्पित कार्यकर्ता

गया: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के अंदर सिर फुटव्वल की स्थिति बनी हुई है. उम्मीदवार का नाम सामने आने के बाद, उसका विरोध जोरदार तरीके से होने लगी है. गया जी से सामने आया है मामला, जहां पर कांग्रेस के नेता विरोध कर रहे हैं कैंडिडेट के नाम का. गया शहर के राजेंद्र आश्रम स्थित कांग्रेस कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस वार्ता कर जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी का उम्मीदवारी का नाम सामने आने के बाद पार्टी में विरोध होने लगा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से पुराने और समर्पित कार्यकर्ता को टिकट देने की मांग को लेकर प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक खान अली, सहकारिता विभाग के जिलाध्यक्ष कुमार ओमकार शक्ति, ओबीसी विभाग के जिलाध्यक्ष सह जिला प्रवक्ता रामसेवक प्रसाद कुशवाहा, महासचिव राज कपूर गुप्ता और सेवा दल के प्रदेश कोऑर्डिनेटर कैलाश यादव ने कहां की गया टाउन में कांग्रेस को सिखाने में कार्यकर्ताओं का बड़ा योगदान रहा है पार्टी आल्हा कमान को टिकट इन्हीं समर्पित कार्यकर्ताओं में से किसी एक को देना चाहिए, ना कि जो चंद दिनों में पार्टी को ज्वाइन किए हैं और उन्हें टिकट न दिया जाए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि नए लोगों को टिकट अगर दिया जाता है तो इसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ेगा कभी जो पार्टी में नहीं थे चुनावी वक्त में कांग्रेस में चले आए हैं और अब टिकट के दावेदार बने हैं जो बिल्कुल ही सही नहीं है. चुनावी समय में पार्टी में आकर उम्मीदवारी पेश कर दिए हैं. हम सिर्फ नेताओं को कहना चाहते हैं कि गया टाउन विधानसभा में जो लोग पार्टी में नहीं थे चुनावी समय में आए हैं उन्हें टिकट नहीं दिया जाए. इसमें एक गया शहर से जिला परिषद के अध्यक्ष नैना देवी है जो कांग्रेस से टिकट लेने की कोशिश में है और अपने दावेदारी पेश कर रही है. उन्होंने कहा कि आज तक हम लोग जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी को कांग्रेस पार्टी में किसी तरह के कार्यक्रम में देखे नहीं है, खून पसीना हम लोगों ने बहाया है और जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी गुप्ता समाज और पैसे के बलबूते दावेदारी पेश कर रही है. साथी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि आयकर विभाग का पैन कार्ड जो है उसमें भी नैना कुमारी का फर्जी तरीके से बना है, एक में नैना कुमारी तो दूसरा में सोनी कुमारी है या जालसाजी है, पार्टी के आल्हा कमान से मैं चाहता हूं कि जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी का पैन कार्ड का जांच कराया जाए और किसी भी सूरत में इन्हें टिकट नहीं दिया.