पुश्तैनी जमीन पर दबंग कर रहे जबरिया कब्जा, पीड़ित महिला डीएम व एसपी को दें चुकी है पत्र

फर्रुखाबाद। कादरी गेट थाना क्षेत्र के नारायणपुर बगीचा में स्थित पुश्तैनी जमीन पर दबंग जबरिया कब्जा कर रहे हैं । पीड़ित महिला ने डीएम और एसपी को शिकायती पत्र दबंग के खिलाफ देख चुकी है। पीड़ित महिला ने प्रदेश शासन के गृह विभाग के विशेष सचिव महेंद्र सिंह को इस संबंध में पत्र भेजा है विशेष सचिव ने पुलिस अधीक्षक को जांच कर कार्रवाई किए जाने को कहा है, गुरुवार को पीड़ित महिला के खेतों पर नींव खोद कर दबंग कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं पीड़ित महिला ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से दबंग के खिलाफ कार्रवाई की जाने की गुहार लगाई है।

गांधी जयंती पर स्वच्छता सेवा के तहत स्कूल में बच्चों ने प्रस्तुत किया सांस्कृतिक कार्यक्रम

फर्रूखाबाद l गाँधी जयंती के पर स्वच्छता ही सेवा स्वच्छोत्सव 2025 एवं मिशन शक्ति 5.0 अभियान का सयुंक्त कार्यक्रम जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक आरती सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में विकासखंड कमालगंज के प्राथमिक विद्यालय बढ़ना बुजुर्ग में आयोजित किया गया।

जिलाधिकारी द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया l इसके बाद गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री की फोटो पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।

इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये, जिसमें प्रमुख रूप से लाल बहादुर शास्त्री व गांधी जी के विचारों पर आधारित भाषण व देशभक्ति गीतों के साथ-साथ ही मिशन शक्ति पर लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।

जिलाधिकारी द्वारा गाँधी जी व शास्त्री जी के बारे मे अपने विचार रखे,जिलाधिकारी ने कहा कि हमे महापुरुषों के श्रेष्ठ गुणों को अपनाना चाहिए हम तभी अच्छे अनुयायी बन सकते है जब हम उनसे भी अच्छे कार्य करने की कोशिश करे, गाँधी जी व शास्त्री जी सादगी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा की प्रतिमूर्ति थे, जिलाधिकारी द्वारा गाँधी जी व शास्त्री जी के सिद्धांतों को अपनाने को कहा गया।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने गांधी जी और शास्त्री जी के विचारों और सिद्धांतों पर चलने की बात कहीं,साथ ही मिशन शक्ति पर भी जोर दिया,कार्यक्रम बड़े भव्य रूप से आयोजित किया गया। अंत में बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुपम अवस्थी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गई।

इस अवसर पर बीडीओ, खण्ड शिक्षा अधिकारी, अध्यापक, छात्र, छात्राएं और बड़ी संख्या में अभिभावक गण मौजूद रहे।

मिलावट का दूध बेचने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने दूध विक्रेताओं के विरुद्ध चलाया चेकिंग अभियान चार नमूने भरे

फर्रुखाबाद l दूध की टंकी में दूध विक्रेता द्वारा मिलावट करने का एक वीडियो वायरल होने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल द्वारा मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, अक्षय प्रधान के नेतृत्व में लाल गेट फर्रुखाबाद के आसपास स्थान कादरी गेट, डिग्गी ताल पर दूध विक्रेताओं द्वारा विक्रय किये जा रहे दूध की जांच की गई l साथ ही गुणवत्ता जांच हेतु दूध विक्रेता कमल कुमार निवासी खरगपुर, प्रवेश कुमार ,निवासी अर्जुन नगला , प्रकाश चंद, निवासी केवल नगला व संतोष कुमार, निवासी जल्लापुर से एक-एक दूध का नमूना जांच के लिए गए l कुल चार नमूने खाद्य प्रयोगशाला प्रेषित किया जा रहा है। संबंधित वीडियो को लाल गेट के आसपास स्थानीय लोगों को दिखाने पर कोई भी वीडियो में दिख रहे स्थान व दूध विक्रेता को नहीं पहचान सका तथा लाल गेट के आसपास गलियों में भ्रमण करने पर वीडियो में दिख रहा स्थान नहीं मिला, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वीडियो किसी अन्य जनपद से संबंधित हो सकता है, फिर भी दूध में मिलावट की शिकायत की गंभीरता को देखते हुए दूध विक्रेताओं की सघन जांच विभाग द्वारा की जा रही है ,जिससे आम जनमानस को गुणवत्ता परक दूध उपलब्ध हो सके। खाद्य दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार एवं श्री अरुण कुमार मिश्रा उपस्थित रहे।

गांधी जयंती पर पुलिस अधीक्षक ने दिलाई कर्तव्य निष्ठा की शपथ, चार कर्मचारियों को किया सम्मानित

फर्रुखाबाद l पुलिस अधीक्षक द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर पुष्प माल्यार्पण कर पुलिसकर्मियो को सत्यनिष्ठा के साथ राष्ट्र की एकता व अखंडता की शपथ दिलाई गयी तथा उनके आदर्शो पर चलने के बारे में बताया गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियो को पुरूस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

गंगा समिति के द्वारा चलाया गया पांचाल घाट पर स्वच्छता अभियान

फर्रुखाबाद l जिला गंगा समिति के तत्वाधान में 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम के अंतर्गत पतित-पावनी मां गंगा के तट पांचाल घाट पर स्वच्छता महाअभियान एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद मुकेश राजपूत उपस्थित रहे।जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी के निर्देशन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सांसद, सभी जिला स्तरीय अधिकारी एवं अन्य स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर स्वच्छता अभियान प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में गंगा तट पर फैली खंडित मूर्तियां,पॉलीथिन व अन्य अपशिष्ट को सामग्री हटाकर घाट को साफ-सुथरा किया गया। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि जिस तरह से हम अपने घर को साफ सुथरा रखते हैं उसी तरह से हमें अपने समाज को, आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए। हम सबके लिए यह गौरव की बात है की मां गंगा हमारे जनपद से होकर गुजरती हैं। अतः हम सबको मां गंगा के घाट को सदैव स्वच्छ बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए। किसी भी प्रकार की अपशिष्ट वस्तुएं इधर-उधर नहीं फेकनी चाहिए। जिलाधिकारी महोदय श्री आशुतोष कुमार द्विवेदी ने कहा कि स्वच्छता बनाए रखना हम सभी का परम कर्तव्य है। हम जितने स्वच्छ वातावरण में रहेंगे उतनी ही सकारात्मक ऊर्जा प्रदान होगी।स्वच्छ स्थान पर रहने से न सिर्फ हम बीमारियों से दूर रहते हैं बल्कि हम किसी भी कर को सही ढंग से करते हैं। प्रभागीय निदेशक राजीव कुमार ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता एवं पर्यावरण का संरक्षण करना है।जिला परियोजना अधिकारी निहारिका पटेल ने कार्यक्रम में सभी स्थानीय लोगों को स्वच्छता के लिए नियमित रूप से कार्य करने के लिए जिम्मेदारी आवंटित की। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता अभियान में अहम भूमिका वालों निभाने के लिए गंगा योद्धाओं को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी रजनीकांत,मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवनींद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट संजय बंसल, जिला पंचायत राज अधिकारी राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। गंगा तट पर उपस्थित सभी लोगों को गंगा स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई।

पांचाल घाट पर चलाया गया स्वच्छता अभियान, सात सफाई कर्मचारियों को सी डी ओ ने किया सम्मानित

फर्रुखाबाद l गांधी जयंती पर ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर के पांचाल घाट पर स्वच्छता ही सेवा (स्वक्षोत्सव) कार्यक्रम के अंतर्गत सांसद मुकेश राजपूत, जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी, सिटी मजिस्ट्रेट, डीएफओ, उप जिलाधिकारी सदर एवं जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत घाटों पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता पखवाड़ा के समापन का कार्य किया गया। इस दौरान विकास भवन सभागार में महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण करने के साथ उनकी जयंती मनाई गई। पंचायती राज विभाग द्वारा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के सात विकास खण्डों में स्वच्छता के अंतर्गत अच्छा कार्य करने वाले सात सफाई कर्मचारियों को मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार गौड़ द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया।

गांधी जयंती पर ध्वजारोहण के बाद हुआ राष्ट्र गान,हमें महापुरुषों के श्रेष्ठ गुना को अपनाना चाहिए डीएम

फर्रूखाबाद l गाँधी जयंती पर जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया गया l इस दौरान उपस्थित सभी लोगो द्वारा राष्ट्रगान का गायन किया गया l बाद में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी लोगो को शपथ दिलाई गई।

इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों द्वारा गाँधी व शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिला आबकारी अधिकारी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, अपर जिलाधिकारी न्यायिक व जिलाधिकारी ने गाँधी व शास्त्री के बारे मे अपने अपने विचार रखे l जिलाधिकारी ने कहा कि हमे महापुरुषों के श्रेष्ठ गुणों को अपनाना चाहिए हम तभी अच्छे अनुयायी बन सकते है जब हम उनसे भी अच्छे कार्य करने की कोशिश करे, गाँधी व शास्त्री सादगी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा की प्रतिमूर्ति थे, जिलाधिकारी द्वारा गाँधी व शास्त्री के सिद्धांतों को अपनाने को कहा। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट व अन्य उपस्थित रहे।

ट्रक पेड़ से टकराया, चालक गंभीर घायल

अमृतपुर फर्रुखाबाद

 थाना क्षेत्र के बलीपट्टी रानी गांव के समीप नगला हूसा में शुक्रवार को एक ट्रक अनियंत्रित होकर पीपल के पेड़ से टकरा गया। हादसे में ट्रक की बॉडी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और चालक गंभीर रूप से घायल हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार, ट्रक चालक अनिल मिश्रा निवासी सैजनी ने बताया कि ट्रक में चिप्स भरा हुआ माल लदा था, जिसे वह पटना से दिल्ली लेकर जा रहे थे। रास्ते में अचानक सामने आई भूसे से भरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में ट्रक का पहिया फिसल गया और वाहन असंतुलित होकर सीधे पीपल के वृक्ष से टकरा गया।

भारी टक्कर से ट्रक के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और चालक अनिल मिश्रा भी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा।

सूचना पर अमृतपुर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल का निरीक्षण किया। ट्रक सड़क किनारे क्षतिग्रस्त अवस्था में खड़ा है, जबकि पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर लगातार भारी वाहनों की आवाजाही और लापरवाही से चलाए जा रहे ट्रक हादसों का कारण बन रहे हैं।

*क्या सचमुच में रावण मर गए : युवा अमन दीक्षित*

फर्रुखाबाद

दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, हमारे समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन रावण का दहन करके यह संदेश दिया जाता है कि बुराइयाँ समाप्त हो जाएँ और धर्म और नैतिकता की स्थापना हो। परंतु आज के दौर में यह पर्व केवल उत्सव और मनोरंजन का साधन बनता जा रहा है। रावण दहन के पुतले जलते हैं, मगर समाज में व्याप्त रावण – यानी अपराध, दुराचार और नैतिक पतन – लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हर साल दशहरे पर लोग बड़े उत्साह के साथ रावण के पुतले फोड़ते और जला देते हैं। इसका उद्देश्य हमेशा यह रहा कि बुराइयों का नाश हो और अच्छाई की विजय हो। लेकिन वर्तमान समाज में यह प्रतीकात्मक क्रिया केवल दृश्य मनोरंजन बनकर रह गई है। लोग इसे देखने आते हैं, सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो डालते हैं, पर भीतर अपने जीवन या समाज में व्याप्त बुराइयों को बदलने का प्रयास नहीं करते।

पुराने समय में रावण महाज्ञानी, शक्तिशाली और नीति पालन करने वाला शासक था। वह भगवान शिव का उपासक था, विद्वान था, और शूरवीर भी। उसकी एक गलती – वासना के कारण सीता का हरण – उसे नाश की ओर ले गई। रावण के जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि कोई भी व्यक्ति अपनी विद्वत्ता, शक्ति या संसाधनों के बल पर नैतिक पतन के मार्ग पर टिक नहीं सकता। यदि अहंकार और वासना हृदय पर हावी हो जाए तो विनाश निश्चित है। आज का समाज भी इसी तरह के रावणों से भरा है। पुराना रावण केवल एक व्यक्तित्व था, जबकि आज के रावण हर घर, गली, शहर और गाँव में विद्यमान हैं। अपराध, हत्या, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा, रिश्वत और भ्रष्टाचार की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह केवल पुलिस या कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है, बल्कि समाज के नैतिक पतन का संकेत भी है।

हमारे दशहरे के पर्व में जलते पुतले यह दिखाते हैं कि बुराई का अंत हो गया। परंतु वास्तविकता यह है कि बुराई समाज में कहीं भी कम नहीं हुई। आज के “रावण” धूर्त, अहंकारी और क्रूर हैं। वह अपने लाभ के लिए किसी की भी हानि करने से नहीं हिचकिचाते। दहेज़ के लिए पत्नी को जलाना, महिलाओं का अपहरण, बलात्कार और बच्चों पर अत्याचार – ये केवल कुछ उदाहरण हैं। यह सब समाज में बड़े पैमाने पर घट रहा है। पुराने रावण ने अपने भीतर की इच्छाओं और अहंकार के कारण ही विनाश का मार्ग अपनाया। आज के रावण और भी खतरनाक हैं, क्योंकि वे केवल बाहरी शक्ति और कानून का इस्तेमाल करके अपने स्वार्थ साधते हैं। उनमें नैतिकता, ईमानदारी या धर्म के लिए कोई श्रद्धा नहीं है। परिणामस्वरूप, समाज में विश्वास और मानवता का संकट बढ़ता जा रहा है। रावण दहन का असली उद्देश्य केवल पुतले जलाना नहीं है। यह हमें अपने भीतर के रावणों – दोष, नकारात्मक भावनाओं और बुराइयों – को पहचानने और दूर करने की शिक्षा देता है। जब तक हम अपने भीतर के अहंकार, द्वेष, झूठ, कपट और वासना को नहीं मारेंगे, तब तक समाज में स्थायी परिवर्तन संभव नहीं है।

आपकी कविता “जलते पुतले पूछते…” इस संदेश को बहुत सुंदर ढंग से व्यक्त करती है। इसमें यह दिखाया गया है कि पुतले जलते हैं, पर असली रावण समाज में बढ़ते ही रहते हैं। हर वर्ष रावण का वध होता है, लेकिन मन में रावण कहीं और पनपता है। इसका अर्थ यही है कि बाहरी उत्सव केवल प्रतीकात्मक क्रिया है, जबकि असली युद्ध हमें अपने अंदर करना है। आज का समाज शिक्षित और जागरूक है, पर फिर भी बुराइयाँ बढ़ रही हैं। अपराध, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा, भ्रष्टाचार, अनैतिक व्यापार – ये सभी आधुनिक रावणों के उदाहरण हैं। बच्चों और युवाओं पर इसका विशेष प्रभाव पड़ता है। यदि हम केवल रावण दहन के उत्सव में आनंद लेते रहेंगे और बुराइयों के खिलाफ वास्तविक प्रयास नहीं करेंगे, तो यह उत्सव खाली प्रतीक बनकर रह जाएगा। दशहरे का असली अर्थ तब पूरा होता है जब हम अपने भीतर के दोषों का संहार करें। झूठ, कपट, अहंकार, वासना और द्वेष – इन्हें पहचानकर दूर करना ही असली विजय है। यह केवल सामाजिक और नैतिक सुधार का मार्ग नहीं है, बल्कि व्यक्तिगत उन्नति का भी मार्ग है।

रावण का जीवन अत्यंत शिक्षाप्रद है। वह महाज्ञानी था, पर अहंकार और वासना के कारण विनष्ट हुआ। यही शिक्षा आज के समाज के लिए महत्वपूर्ण है। हमें यह समझना होगा कि बाहरी प्रतीक केवल मार्गदर्शन कर सकते हैं; वास्तविक परिवर्तन अंदर से होना आवश्यक है। समाज में बदलाव केवल व्यक्तियों के प्रयास से संभव है। माता-पिता, शिक्षक, समाज के वरिष्ठ लोग और नीति निर्माता सभी को मिलकर युवाओं और बच्चों में नैतिक शिक्षा, सदाचार और मानवता का बीज बोना होगा। तभी दशहरे का वास्तविक संदेश – बुराई पर अच्छाई की विजय – साकार हो सकता है।

यदि हम चाहते हैं कि रावण दहन का पर्व केवल जलते पुतलों तक सीमित न रहे, तो हमें अपने अंदर झूठ, कपट, अहंकार और द्वेष का अंत करना होगा। अपने समाज के भीतर व्याप्त अपराध और अनैतिकता पर विजय पाना होगा। तभी दशहरे का त्योहार न केवल उत्सव बनेगा, बल्कि वास्तविक रूप से समाज सुधार और नैतिकता का प्रतीक बनेगा।

आज के समय में रावण केवल एक व्यक्ति का नाम नहीं, बल्कि समाज में व्याप्त उन सभी बुराइयों का प्रतीक है जो रिश्तों, परिवार और सामाजिक जीवन को नुकसान पहुंचाती हैं। जब तक हम अपने भीतर और समाज में इन रावणों का संहार नहीं करेंगे, तब तक दशहरे का असली अर्थ खोता रहेगा।

अंततः यह केवल प्रतीकात्मक पर्व नहीं, बल्कि आत्मनिरीक्षण और सुधार का अवसर होना चाहिए। जलते पुतले हमें केवल याद दिलाते हैं कि रावण का अंत आवश्यक है, पर असली विजय अपने भीतर और समाज में व्याप्त बुराइयों पर तभी संभव है। अगर हम यह संदेश नहीं समझेंगे, तो दशहरे के हर साल रावण का वध केवल दृश्य बनकर रह जाएगा, और समाज में वास्तविक रावण बढ़ते रहेंगे।

गांव गुड़ेरा में दो दिन से पड़ा मृत गोवंश, ग्रामीणों में आक्रोश

अमृतपुर फर्रुखाबाद।जनपद फर्रुखाबाद के थाना अमृतपुर क्षेत्र के गांव गुड़ेरा में पंचायत सचिवालय के निकट पिछले दो दिन से मृत गोवंश पड़ा हुआ है, जिससे चारों ओर दुर्गंध फैल गई है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।हैरत की बात यह हैं कि इतनी महत्वपूर्ण जगह पर दो दिनों से मृत गोवंश पड़ा होने के बावजूद प्रशासनिक अमला कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसके चलते बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि लगातार सूचना देने के बावजूद सफाई व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारी मौन बने हुए हैं। इससे न केवल श्रद्धालुओं की आस्था आहत हो रही है बल्कि गांव में संक्रमण फैलने का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है।