गांधी जयंती पर ध्वजारोहण के बाद हुआ राष्ट्र गान,हमें महापुरुषों के श्रेष्ठ गुना को अपनाना चाहिए डीएम

फर्रूखाबाद l गाँधी जयंती पर जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया गया l इस दौरान उपस्थित सभी लोगो द्वारा राष्ट्रगान का गायन किया गया l बाद में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी लोगो को शपथ दिलाई गई।

इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों द्वारा गाँधी व शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिला आबकारी अधिकारी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, अपर जिलाधिकारी न्यायिक व जिलाधिकारी ने गाँधी व शास्त्री के बारे मे अपने अपने विचार रखे l जिलाधिकारी ने कहा कि हमे महापुरुषों के श्रेष्ठ गुणों को अपनाना चाहिए हम तभी अच्छे अनुयायी बन सकते है जब हम उनसे भी अच्छे कार्य करने की कोशिश करे, गाँधी व शास्त्री सादगी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा की प्रतिमूर्ति थे, जिलाधिकारी द्वारा गाँधी व शास्त्री के सिद्धांतों को अपनाने को कहा। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट व अन्य उपस्थित रहे।

ट्रक पेड़ से टकराया, चालक गंभीर घायल

अमृतपुर फर्रुखाबाद

 थाना क्षेत्र के बलीपट्टी रानी गांव के समीप नगला हूसा में शुक्रवार को एक ट्रक अनियंत्रित होकर पीपल के पेड़ से टकरा गया। हादसे में ट्रक की बॉडी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और चालक गंभीर रूप से घायल हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार, ट्रक चालक अनिल मिश्रा निवासी सैजनी ने बताया कि ट्रक में चिप्स भरा हुआ माल लदा था, जिसे वह पटना से दिल्ली लेकर जा रहे थे। रास्ते में अचानक सामने आई भूसे से भरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में ट्रक का पहिया फिसल गया और वाहन असंतुलित होकर सीधे पीपल के वृक्ष से टकरा गया।

भारी टक्कर से ट्रक के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और चालक अनिल मिश्रा भी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा।

सूचना पर अमृतपुर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल का निरीक्षण किया। ट्रक सड़क किनारे क्षतिग्रस्त अवस्था में खड़ा है, जबकि पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर लगातार भारी वाहनों की आवाजाही और लापरवाही से चलाए जा रहे ट्रक हादसों का कारण बन रहे हैं।

*क्या सचमुच में रावण मर गए : युवा अमन दीक्षित*

फर्रुखाबाद

दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, हमारे समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन रावण का दहन करके यह संदेश दिया जाता है कि बुराइयाँ समाप्त हो जाएँ और धर्म और नैतिकता की स्थापना हो। परंतु आज के दौर में यह पर्व केवल उत्सव और मनोरंजन का साधन बनता जा रहा है। रावण दहन के पुतले जलते हैं, मगर समाज में व्याप्त रावण – यानी अपराध, दुराचार और नैतिक पतन – लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हर साल दशहरे पर लोग बड़े उत्साह के साथ रावण के पुतले फोड़ते और जला देते हैं। इसका उद्देश्य हमेशा यह रहा कि बुराइयों का नाश हो और अच्छाई की विजय हो। लेकिन वर्तमान समाज में यह प्रतीकात्मक क्रिया केवल दृश्य मनोरंजन बनकर रह गई है। लोग इसे देखने आते हैं, सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो डालते हैं, पर भीतर अपने जीवन या समाज में व्याप्त बुराइयों को बदलने का प्रयास नहीं करते।

पुराने समय में रावण महाज्ञानी, शक्तिशाली और नीति पालन करने वाला शासक था। वह भगवान शिव का उपासक था, विद्वान था, और शूरवीर भी। उसकी एक गलती – वासना के कारण सीता का हरण – उसे नाश की ओर ले गई। रावण के जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि कोई भी व्यक्ति अपनी विद्वत्ता, शक्ति या संसाधनों के बल पर नैतिक पतन के मार्ग पर टिक नहीं सकता। यदि अहंकार और वासना हृदय पर हावी हो जाए तो विनाश निश्चित है। आज का समाज भी इसी तरह के रावणों से भरा है। पुराना रावण केवल एक व्यक्तित्व था, जबकि आज के रावण हर घर, गली, शहर और गाँव में विद्यमान हैं। अपराध, हत्या, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा, रिश्वत और भ्रष्टाचार की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह केवल पुलिस या कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है, बल्कि समाज के नैतिक पतन का संकेत भी है।

हमारे दशहरे के पर्व में जलते पुतले यह दिखाते हैं कि बुराई का अंत हो गया। परंतु वास्तविकता यह है कि बुराई समाज में कहीं भी कम नहीं हुई। आज के “रावण” धूर्त, अहंकारी और क्रूर हैं। वह अपने लाभ के लिए किसी की भी हानि करने से नहीं हिचकिचाते। दहेज़ के लिए पत्नी को जलाना, महिलाओं का अपहरण, बलात्कार और बच्चों पर अत्याचार – ये केवल कुछ उदाहरण हैं। यह सब समाज में बड़े पैमाने पर घट रहा है। पुराने रावण ने अपने भीतर की इच्छाओं और अहंकार के कारण ही विनाश का मार्ग अपनाया। आज के रावण और भी खतरनाक हैं, क्योंकि वे केवल बाहरी शक्ति और कानून का इस्तेमाल करके अपने स्वार्थ साधते हैं। उनमें नैतिकता, ईमानदारी या धर्म के लिए कोई श्रद्धा नहीं है। परिणामस्वरूप, समाज में विश्वास और मानवता का संकट बढ़ता जा रहा है। रावण दहन का असली उद्देश्य केवल पुतले जलाना नहीं है। यह हमें अपने भीतर के रावणों – दोष, नकारात्मक भावनाओं और बुराइयों – को पहचानने और दूर करने की शिक्षा देता है। जब तक हम अपने भीतर के अहंकार, द्वेष, झूठ, कपट और वासना को नहीं मारेंगे, तब तक समाज में स्थायी परिवर्तन संभव नहीं है।

आपकी कविता “जलते पुतले पूछते…” इस संदेश को बहुत सुंदर ढंग से व्यक्त करती है। इसमें यह दिखाया गया है कि पुतले जलते हैं, पर असली रावण समाज में बढ़ते ही रहते हैं। हर वर्ष रावण का वध होता है, लेकिन मन में रावण कहीं और पनपता है। इसका अर्थ यही है कि बाहरी उत्सव केवल प्रतीकात्मक क्रिया है, जबकि असली युद्ध हमें अपने अंदर करना है। आज का समाज शिक्षित और जागरूक है, पर फिर भी बुराइयाँ बढ़ रही हैं। अपराध, दुष्कर्म, घरेलू हिंसा, भ्रष्टाचार, अनैतिक व्यापार – ये सभी आधुनिक रावणों के उदाहरण हैं। बच्चों और युवाओं पर इसका विशेष प्रभाव पड़ता है। यदि हम केवल रावण दहन के उत्सव में आनंद लेते रहेंगे और बुराइयों के खिलाफ वास्तविक प्रयास नहीं करेंगे, तो यह उत्सव खाली प्रतीक बनकर रह जाएगा। दशहरे का असली अर्थ तब पूरा होता है जब हम अपने भीतर के दोषों का संहार करें। झूठ, कपट, अहंकार, वासना और द्वेष – इन्हें पहचानकर दूर करना ही असली विजय है। यह केवल सामाजिक और नैतिक सुधार का मार्ग नहीं है, बल्कि व्यक्तिगत उन्नति का भी मार्ग है।

रावण का जीवन अत्यंत शिक्षाप्रद है। वह महाज्ञानी था, पर अहंकार और वासना के कारण विनष्ट हुआ। यही शिक्षा आज के समाज के लिए महत्वपूर्ण है। हमें यह समझना होगा कि बाहरी प्रतीक केवल मार्गदर्शन कर सकते हैं; वास्तविक परिवर्तन अंदर से होना आवश्यक है। समाज में बदलाव केवल व्यक्तियों के प्रयास से संभव है। माता-पिता, शिक्षक, समाज के वरिष्ठ लोग और नीति निर्माता सभी को मिलकर युवाओं और बच्चों में नैतिक शिक्षा, सदाचार और मानवता का बीज बोना होगा। तभी दशहरे का वास्तविक संदेश – बुराई पर अच्छाई की विजय – साकार हो सकता है।

यदि हम चाहते हैं कि रावण दहन का पर्व केवल जलते पुतलों तक सीमित न रहे, तो हमें अपने अंदर झूठ, कपट, अहंकार और द्वेष का अंत करना होगा। अपने समाज के भीतर व्याप्त अपराध और अनैतिकता पर विजय पाना होगा। तभी दशहरे का त्योहार न केवल उत्सव बनेगा, बल्कि वास्तविक रूप से समाज सुधार और नैतिकता का प्रतीक बनेगा।

आज के समय में रावण केवल एक व्यक्ति का नाम नहीं, बल्कि समाज में व्याप्त उन सभी बुराइयों का प्रतीक है जो रिश्तों, परिवार और सामाजिक जीवन को नुकसान पहुंचाती हैं। जब तक हम अपने भीतर और समाज में इन रावणों का संहार नहीं करेंगे, तब तक दशहरे का असली अर्थ खोता रहेगा।

अंततः यह केवल प्रतीकात्मक पर्व नहीं, बल्कि आत्मनिरीक्षण और सुधार का अवसर होना चाहिए। जलते पुतले हमें केवल याद दिलाते हैं कि रावण का अंत आवश्यक है, पर असली विजय अपने भीतर और समाज में व्याप्त बुराइयों पर तभी संभव है। अगर हम यह संदेश नहीं समझेंगे, तो दशहरे के हर साल रावण का वध केवल दृश्य बनकर रह जाएगा, और समाज में वास्तविक रावण बढ़ते रहेंगे।

गांव गुड़ेरा में दो दिन से पड़ा मृत गोवंश, ग्रामीणों में आक्रोश

अमृतपुर फर्रुखाबाद।जनपद फर्रुखाबाद के थाना अमृतपुर क्षेत्र के गांव गुड़ेरा में पंचायत सचिवालय के निकट पिछले दो दिन से मृत गोवंश पड़ा हुआ है, जिससे चारों ओर दुर्गंध फैल गई है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।हैरत की बात यह हैं कि इतनी महत्वपूर्ण जगह पर दो दिनों से मृत गोवंश पड़ा होने के बावजूद प्रशासनिक अमला कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसके चलते बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि लगातार सूचना देने के बावजूद सफाई व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारी मौन बने हुए हैं। इससे न केवल श्रद्धालुओं की आस्था आहत हो रही है बल्कि गांव में संक्रमण फैलने का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है।

6966 दिव्यांग और वरिष्ठ जनों को 263, 33 लाख के उपकरण वितरित किए गए

फर्रूखाबाद l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस से आयोजित सेवा पखवाड़ा के तहत मंगलवार को सातनपुर मंडी परिसर में कृत्रिम अंग उपकरण संस्था भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) कानपुर एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा राष्ट्रीय वयोश्री योजना एवं एडिप योजना के अंतर्गत 263,33 लाख के वरिष्ठजनों एवं दिव्यांगों हेतु 6966 निशुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह का आयोजन किया गया । समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार बीएल वर्मा शामिल हुए, कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद मुकेश राजपूत द्वारा की गई, कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक भोजपुर, विधायक अमृतपुर, विधायक कायमगंज व जिला अध्यक्ष भाजपा उपस्थित रहे ।

कार्यक्रम में मंत्री द्वारा 263.33 लाख की कीमत के कुल 6966 उपकरण एवं सहायक यंत्र वितरित किये गये, वितरित गये उपकरणों में 221 मोटराइज्ड ट्राईसाइलकिल, 615 ट्राइसाइकिल, 416 फोल्डिंग व्हीलचेयर, 09 सी0पी0 चेयर, 592 बैसाखी, 1002 छड़ी, 18 ब्रेलकेन, 05 रोलेटर, 622 कान की मशीन, 04 टीएलएम किट, 15 सुगम्य केन, 02 एडीएल किट, 01 सेल फोन, 282 कुर्सी कमोड सहित, 446 सिलिकोन तकिया, 1634 नी ब्रेस, 40 स्पाइनल सपोर्ट, 786 एलएल बेल्ट, 15 वॉकिंग स्टिक सीट सहित, 142 सर्वाइकल कॉलर, 28 टेट्रापोड, 35 ट्राईपोड, 36 फोल्डेबल वॉकर वितिरत किये गये । कार्यक्रम के दौरान मंत्री द्वारा 13 लाभार्थियों को व्यक्तिगत रूप से मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर एवं कान की मशीन वितरित की गई।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा, "दिव्यांगजन कभी स्वयं को असहाय न समझें। सरकार और प्रशासन सदैव उनके साथ है।" मंत्री ने बताया कि यह आयोजन "सेवा पखवाड़ा" के अंतर्गत किया गया है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस (17 सितम्बर) से 2 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री जी ने दिव्यांगता की श्रेणियों को 7 से बढ़ाकर 21 किया है, और “दिव्यांग” शब्द देकर समाज में एक नई सोच की शुरुआत की।

एलिम्को द्वारा भारत सरकार राज्य सरकार सांसद निधि एवं कॉरपोरेट सोशल रिस्पान्ससीबिलिटी विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत सहायक उपकरणो का वितरण किया जाता है l कार्यक्रम में एनएकेपी इंटर कॉलेज की छात्राओं ने स्वागत गीत व सांस्कृतिक प्रस्तुति किए l

इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आरती सिंह, मुख्य विकास अधिकारी, जीएम ALIMCO, जिला विकास अधिकारी, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

मिशन शक्ति के लिए पुलिस अधीक्षक को केंद्रीय मंत्री ने किया सम्मानित

फर्रुखाबाद l मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत सातनपुर मंडी जनपद फतेहगढ़ में केन्द्रीय राज्य मंत्री बी एल वर्मा की अध्यक्षता में ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का आयोजन किया गया जिसमें जनपद के जनप्रतिनिधि एवं जिलाधिकारी की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस मौके पर केन्द्रीय राज्य मंत्री बी एल वर्मा द्वारा पुलिस अधीक्षक को मिशन शक्ति 5.0 अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु सम्मानित किया गया।

दबंगों ने पीड़ित को धारदार हथियार से मारपीट कर किया घायल

पीड़ित ने मेडिकल के कराए जाने के संबंध में जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन

फर्रुखाबाद। सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला टिलिया बीबीगंज निवासी प्रदीप पाल पुत्र छोटेलाल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मेडिकल कराए जाने के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। जिसमें उसने कहा है कि पीड़ित के साथ 26 सितंबर को अतर सिंह पुत्र बद्री, राहुल पुत्र अतर सिंह, बॉबी पुत्र अतर सिंह, ने धारदार हथियार से घायल कर दिया और बचाने आए चचेरे भाई बीनू को भी घायल कर दिया। पुलिस ने दोनों लोगों का मेडिकल कराया था लेकिन चिकित्सक ने दोनों लोगों का सही ढंग से मेडिकल नहीं किया। मेडिकल रिपोर्ट में मामूली चोटे दर्शायी गई है जबकि पीड़ित और उसके चचेरे भाई बीनू के शरीर पर गंभीर चोटे है। पीड़ित ने घटना की एनसीआर संख्या 163 / 2025 अंतर्गत धारा 115( 2) /352 बीएनएस के तहत थाना मऊदरवाजा में दर्ज कराई है। तीन चिकित्सकों का पैनल गठित कर उससे पीड़ित व उसके चचेरे भाई बीनू का मेडिकल कराया जाए । पीड़ित ने जिलाधिकारी से मेडिकल दोबारा कराए जाने की मांग की है।

शासन की मनसा के अनुरूप मिशन शक्ति का मिशन जनपद में हो रहा पूरा, 10 दिन बाद शुरू होगा नया अभियान, साथ ही साथ अपराधियों पर अंकुश लगाने के दिए दिशा

फर्रुखाबाद l शासन के निर्देश पर मिशन शक्ति को लेकर समीक्षा की गई है जनपद में मिशन शक्ति का मिशन कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक के निगरानी में अच्छा चल रहा है l पुलिस उप महा निरीक्षक कानपुर हरी चन्दर ने सोमवार को मिशन शक्ति कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मीडिया से रूबरू में उन्होंने कहा कि जिले की कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षकको दिशा निर्देश दिए गए हैं उन्होंने कहा कि दशहरा और मूर्ति विसर्जन को लेकर पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति का कार्यक्रम जनपद में बहुत ही अच्छे ढंग से चल रहा है और इसे एक सप्ताह में और बेहतर करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि 10 दिन बाद वह अभियान शुरू होगा उसमें आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के प्रशिक्षित किया जाएगा l

निर्विरोध ग्राम प्रधान चुने जाने पर समर्थकों में खुशी की लहर

अमृतपुर- राजेपुर। विकास खंड की ग्राम पंचायत वीरपुर हरिहरपुर की ग्राम प्रधान रजनी सिंह का बिहार प्रांत मे शिक्षिका के पद पर चयन हो जाने से उन्होंने प्रधान पद से त्याग पत्र दे दिया था l तब से पद रिक्त चल रहा था। जिला मुख्यालय के निर्देश पर एक समिति का गठन किया गया।

जिसमें ए डी ओ पंचायत अजीत पाठक, एडीओ एजी विकास सक्सेना, सचिव राघवेंद्र शिव सिंह, राजीव सुमन, महेंद्र प्रताप शामिल थे। आज इन्होंने वीरपुर के सम्मिलियन विद्यालय में पहुंचकर ग्राम सभा के सभी सदस्यों के साथ विचार विमर्श करने के बाद मंजू पत्नी रोहित को निर्विरोध ग्राम प्रधान चुना गया जिससे मंजू समर्थकों मे खुशी की लहर दौड़ गई। कुल 13 ग्राम पंचायत सदस्य मे से 11 सदस्य मौके पर मौजूद रहे।

महिला सशक्तिकरण के तहत बच्चों को आत्मरक्षा के लिए बीएसए ने किया प्रेरित

फर्रूखाबाद ।कन्या प्राथमिक विद्यालय याकूतगंज वि0 खंड बढ़पुर में मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुपम अवस्थी और खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा सहभागिता की गई।

कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा माँ सरस्वती की मूर्ति पर दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर की गई।

इस मौके पर छात्र-छात्राओं एवं ग्रामीण महिलाओं को नारी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के विषय में जानकारी दी गई। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मिशन शक्ति के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा और जागरूकता से ही महिला सशक्तिकरण संभव है। हेल्पलाइन नंबर 1090, 181, 112 आदि के बारे में जानकारी दी और बच्चों को आत्मरक्षा के लिए प्रेरित किया, इस अवसर पर उपस्थिति जनसमूह में मिशन शक्ति के पम्पलेट वितरण किये गये।

कार्यक्रम ,विद्यालय परिवार, ग्रामवासी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।