गया क्लब गया में एसडी इवेंट के द्वारा पहला डांडिया नाइट का भव्य आयोजन, डांडिया नाइट में झूमे लोग, गरबा और डांडिया ने बांधा समां

गया: बिहार के गया जी शहर के गया क्लब गया में नवरात्रि के मौके पर शुक्रवार रात एसडी इवेंट के द्वारा पहला डांडिया नाइट का भव्य आयोजन किया गया. पारंपरिक और आधुनिक संगीतों के दोनों पर सजे-धजे लोगों ने देर रात तक गरबा और डांडिया का भरपूर आनंद लिया. कार्यक्रम का शुभारंभ आरती और दीप प्रज्वलन से हुआ इसके बाद मंच पर रंग-बिरंगे परिधानों में युवा महिलाएं और बच्चे पारंपरिक गरबा गीतों पर थिरकते नजर आए. डीजे और लाइव ऑर्केस्ट्रा की धुनो ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया.

ए.स.डी इवेंट के द्वारा पहला डांडिया नाइट का भव्य कार्यक्रम नवरात्रि डांडिया नाइट सीजन- 8 सागर डायस सर के द्वारा आयोजित किया गया. इस डांडिया नाइट का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बेलागंज विधानसभा के प्रत्याशी रहे विश्वनाथ प्रताप यादव, वजीरगंज विधानसभा के प्रत्याशी रहे डॉ शशि शेखर सिंह, डालमिया बाजार के संस्थापक शिव कैलाश डालमिया उर्फ़ मुन्ना डालमिया, सोशल वर्कर गौतम सिंह, विश्वकर्मा गण, धीरज कुमार, शुभ खादी इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर शेखर गुप्ता, लीनेन क्लब के पीयूष मोरे, बच्चा अस्पताल के डॉ0 क्रांति किशोर, अर्श हॉस्पिटल के डॉक्टर नवनीत निश्चल, श्याम सुंदर चांदीवाला के मनीष अग्रवाल, सोशल एक्टिविस्ट और शांति निकेतन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के हरि प्रपन्ना, कन्या विवाह विकास सोसाइटी के विकास कुमार, एन.के टटैक्सेशन एंड एसोसियेट्स के नीरज कुमार, पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव, मेयर गणेश पासवान के अलावे कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

यह कार्यक्रम में लाइव डीजे, लाइव संगीत, नृत्य और उत्साह रहा. कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण मुंबई से आए गए डांस ग्रुप के मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियाँ, जो इस संध्या को और भी यादगार बनाया। इस अवसर पर दर्शकों के लिए विशेष पुरस्कार एवं उपहार हैम्पर्स दी गयी.

गया: पितृपक्ष मेला महासंगम के सफल आयोजन के बाद सम्मान समारोह पर विवाद

गया: पितृपक्ष मेला महासंगम 2025 के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद आयोजित सम्मान समारोह की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। नमो फाउंडेशन के बिहार प्रदेश सचिव संदीप मिश्रा ने आरोप लगाया है कि मेले की सफलता में वास्तविक योगदान देने वाले कई महत्वपूर्ण लोगों को सम्मान से वंचित रखा गया है।

सम्मान समारोह पर उठे सवाल

मेले का सफल आयोजन जिलाधिकारी शशांक शुभंकर के नेतृत्व में हुआ था, जिसमें विष्णुपद मंदिर समिति, नगर निगम के सफाई कर्मचारी, पुलिस बल, मेडिकल टीमें, स्क्वाड गाइड और पत्रकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि, संदीप मिश्रा ने आरोप लगाया कि सम्मान समारोह में गंभीर विसंगतियां देखने को मिलीं:

योगदानकर्ताओं की अनदेखी: कई ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया जो मेले के दौरान मंदिर या क्षेत्र में दिखाई भी नहीं दिए, जबकि जिन्होंने दिन-रात मेहनत की उन्हें छोड़ दिया गया।

नगर आयुक्त की अनुपस्थिति: नगर निगम के प्रयासों के बावजूद नगर आयुक्त समारोह में मौजूद नहीं थे।

पत्रकारों की उपेक्षा: मीडिया हाउस की ओर से किसी भी पत्रकार को सम्मानित नहीं किया गया, जबकि उन्होंने मेले के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाई थी, जिससे तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ी।

पार्षदों को वंचित रखा: मेला क्षेत्र की वार्ड पार्षद चंदू देवी को भी सम्मानित नहीं किया गया, जबकि दूसरे वार्ड के पार्षद के प्रतिनिधि को सम्मान मिला।

"मेहनत करने वालों को नहीं, चाटुकारिता करने वालों को सम्मान"

संदीप मिश्रा ने आरोप लगाया कि सम्मान केवल "चेहरा देखकर" या जिला प्रशासन की "चाटुकारिता" करने वाले लोगों को दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रशस्ति पत्र से मनोबल बढ़ता है, लेकिन इस बार मेहनत करने वालों की उपेक्षा हुई है।

उन्होंने जिलाधिकारी शशांक शुभंकर से इस पूरे मामले की समीक्षा करने और उन सभी लोगों को पुनः सम्मानित करने का आग्रह किया है, जिन्होंने पितृपक्ष मेला महासंगम 2025 को सफल बनाने में अपना भरपूर सहयोग दिया था।

गयाजी में बड़ा हादसा, रील बनाने के चक्कर में 9 लड़के डूबे, 5 की इलाज के दौरान मौत

गया: गयाजी ये सभी लड़के स्कूल से लौट रहे थे। इसी दौरान वीडियो बनाने के लिए नदी के किनारे चले गए। लोगों ने बताया कि इनमें से कुछ लड़के 11वीं कक्षा के हैं तो कुछ 12वीं के हैं।

गयाजी में बड़ा हादसा, रील बनाने के चक्कर में 9 लड़के डूबे,5 की मौत

अस्पताल में जुटी लोगों की भीड़ और पहुंची पुलिस को घटना खिजरसराय थाना क्षेत्र के केनी पुल के समीप नदी की बताई जा रही है। रील बनाने के चक्कर में 9 लड़के नदी में डूबे ये सभी नदी के किनारे रील बना रहे थे।इसी दौरान गहरे पानी में चले गए। खुद को डूबता देख ये लोग चिल्लाने लगे।आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े,

काफी मशक्कत के बाद सबको किसी तरह बाहर निकाला गया। आनन-फानन में इन्हें बेलागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया जहां से से प्राथमिक उपचार के बाद दो लड़कों को बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया वहीं सात लड़कों को बेलागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ही भर्ती किया गया जिनमें से पांच की मौत हो गई।दो का इलाज हो रहा है।

सभी 11वीं और 12वीं के छात्र हैं। घटना के बाद परिजनों को पता चला तो गांव में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।बताया जा रहा है कि ये सभी लड़के स्कूल से लौट रहे थे। इसी दौरान वीडियो बनाने के लिए नदी के किनारे चले गए और यह बड़ा हादसा हो गया।लोगों ने बताया कि इनमें से कुछ लड़के 11वीं कक्षा के हैं तो कुछ 12वीं के हैं। इस पूरे मामले में नीमचक बथानी अनुमंडल के एसडीएम केशव आनंद ने बताया कि अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष के द्वारा घटना की सूचना मिली है।

बताया गया कि छह लड़कों का नाम पता चल सका है। तौसीफ, जासिफ, साहिल, जैम, सुफियान और साजिद की पहचान हुई है। घटना केनी घाट के समीप हुई है।आगे की जानकारी ली जा रही है।

दूसरी ओर घटना कैसे हुई और कैसे क्या कुछ हुआ है यह इलाजरत लड़के सही तरीके से बता पाएंगे।नौ लड़कों में से कोई सगा भाई भी था या इनमें से कुछ लड़के एक ही परिवार के भी थे यह सब जांच के बाद पता चलेगा।

बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पटना में वर्किंग कमिटी की बैठक, गया जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष ने किया प्रेस वार्ता

गया: गया जिला कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में गुरुवार को गया जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व मे प्रेस वार्ता किया गया. CWC सदस्य और गोवा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष तमिलनाडु, पाण्डेचेरी के प्रभारी एवं NSUI के इंचार्ज गिरिश चौडांकर के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस किया गया।  

जिसमें बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पटना में वर्किंग कमिटी की बैठक में स्वीकृत अतिपिछड़ा न्याय संकल्प पर प्रेस वार्ता किया. जिसमे अतिपिछड़ा के लिए पंचायत एवं निकाय चुनाव मे 20%से बढ़ाकर 30%किया जायेगा, अतिपिछड़ा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, पिछड़ा वर्ग भूमिहानो को शहर मे तीन डिसमिल और ग्रामीण क्षेत्र मे पांच डिसमिल जमीन दिया जायेगा, 25 करोड़ रुपयों तक के सरकारी ठेको एवं आपूर्ति कार्यों मे अतिपिछड़ा, अनुसूचित जाति,/जनजाति एवं पिछडी जाति को पचास प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया जायेगा, संविधान की धारा 15 (5 ) के अंतर्गत राज्य के सभी निजी शिक्षण संस्थानों के नामांकन मे आरक्षण लागु किया जायेगा महागठबंधन की सरकारबनने पर बिहार मे लागू किया जायेगा.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित होने वालों में दोनों कार्यकारी अध्यक्ष शाहाब उद्दीन रहमानी और उदय मांझी, सुमित कुमार, सन्नी शशि शेखर सिँह, सुधीर कुमार कमलेश चंद्रवंशी, एस.के बब्लू, चंदन कुशवाहा, अशोक प्रसाद भारती,अजय यादव, बिपिन बिहारी सिंन्हा, विशाल कुमार, आकाशदीप, राजकपूर गुप्ता,शमिअख्तर,मो ताजुद्दीन, डॉ गीता पासवान, धर्मेंद्र कुमार निराला, युगल किशोर सिंह, संजय कुमार उर्फ नंदु चंन्द्रवंशी, अधिवक्ता रंजीत कश्यप, सविंदर चौधरी, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, कुमार ओंकार शक्ति,मो कमर, अर्जुन गुप्ता, धीरेन्द्र सिंह, धीरज कुमार बर्मा, रामजी मांझी, रंजीत कुमार सिंह, नाथुन पासवान, शिवकुमार चौरसिया सहित कांग्रेसजण उपस्थित हुए.

प्राथमिक विद्यालय दौलतपुर उत्तरी में शिक्षक के पद पर कार्यरत नवीन कुमार ने जान को खतरा बताया, DM-SSP से गुहार

गया : गया जिले के कोच प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय दौलतपुर उत्तरी में शिक्षक के पद पर कार्यरत नवीन कुमार ने जिलाधिकारी शशांक शुभंकर और एसएसपी आनंद कुमार को लिखित आवेदन देकर जान को खतरा बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है.

प्राथमिक विद्यालय दौलतपुर उत्तरी में शिक्षक के पद पर कार्यरत नवीन कुमार ने दिए गए लिखित आवेदन में लिखा है की मै गया शहर के डेल्हा थाना क्षेत्र के धनिया बगीचा का रहने वाला हूँ और प्राथमिक विद्यालय दौलतपुर उत्तरी में शिक्षक के पद पर कार्यरत हूँ. कोच प्रखंड के केर पंचायत के उप मुखिया सह वार्ड सदस्य संजय कुमार के द्वारा रंगदारी का मांग किया जा रहा है और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दिया जा रहा है.

धमकी दी जाने के बाद से मैं और मेरा पूरा परिवार और सहमे हुए. हमें विद्यालय जाने में भी डर जैसा लगने लगा है. क्योंकि उप मुखिया सह वार्ड सदस्य संजय कुमार दबंग प्रवृत्ति का व्यक्ति है, वह कभी भी मेरे साथ किसी तरह का घटना को अंजाम दे सकता है. उप मुखिया सह वार्ड सदस्य संजय कुमार बार-बार हमसे पैसे का डिमांड करता है और नहीं देने पर मुझे फंसाने और जान से मरवाने की साजिश रची जा रही है. इससे पूर्व में भी दो बार मुझे फंसाने का साजिश किया गया, और पैसे का डिमांड किया गया था

उस वक्त मैं फोन पे के माध्यम से दिया था, लेकिन फिर से मुझे लगातार पैसे का डिमांड की जा रही है और नहीं देने पर जान से मरवाने की धमकी और फसाने की साजिश रची जा रही है. इनके द्वारा मेरे ऊपर विद्यालय का राशि में घोटाला और अनियमितता का आरोप लगाया गया था, जो बिल्कुल ही गलत है और मुझे फसाने की साजिश है. हमसे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा स्पष्टीकरण के भी मांग किया गया था, जिसे मैं लिखित आवेदन दे चुका हूं.

लेकिन, इधर कुछ दिनों से उप मुखिया सह वार्ड सदस्य संजय कुमार के द्वारा पैसे का डिमांड किया जा रहा है और धमकी दी जा रही है कि तुम अगर विद्यालय में आ गया तो, जाने लायक नहीं बचोगे, इस तरह के धमकी से मैं डरा हूं और विद्यालय जाने से कतरा रहा हूं. हम जिलाधिकारी और एसएसपी से गुहार लगाता हूं कि हमें उचित न्याय दिलाया जाए और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर उचित कार्रवाई किया जाए, ताकि मैं विद्यालय जा सकूं. साथ ही जिलाधिकारी से मांग किया है कि हमें किसी अन्य विद्यालयों में ट्रांसफर कर दिया जाए.

गया में लोक गायिका रंजना राय की प्रस्तुति से झूमे तीर्थ यात्री, भक्ति और लोक संगीत के संगम ने बांधा समां, सहकारिता मंत्री ने किया सम्मानित

गया : बिहार के गयाजी में पितृपक्ष मेला महासंगम 2025 के आयोजन में बनारस के प्रसिद्ध लोक गायिका रंजना राय ने देश-विदेश से आए तीर्थ यात्रियों को टेंट सिटी अपने लोकगीतों और मधुर आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया और उन्हें आनंद की अनुभूति कराई. कार्यक्रम में उपस्थित देश-विदेश से आए तीर्थ यात्रियों ने उनके गीतों का खूब आनंद लिया और तालिया की गड़गड़ाहट से स्वागत किया. मंगलवार को सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने लोक गायिका रंजना राय को बेहतर गायिका के लिए गुलदस्ता देकर सम्मानित किया. सहकारिता मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार ने कहा कि लोक संगीत हमारी संस्कृति और परंपरा की आत्मा है, इसे सहेजना हम सब की जिम्मेदारी है, लोक गायिका रंजना राय ने जिस तरह से प्रस्तुति दिया है, वह हम सबों को गौरवान्वित करता है.

15 दिन तक चले पितृ पक्ष मेला महा संगम 2025 में लोक गायिका रंजना राय ने टेंट सिटी में आए देश-विदेश से तीर्थ यात्री को तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का, झूलनी का रंग सांचा हमार पिया, जगदंबा घर में दिया रबड़ी अली है जैसे लोक संगीतों पर प्रस्तुति दी.

रंजना राय ने जब पारंपरिक लोकगीतों के साथ-साथ भक्ति भाव से ओत-प्रोत की प्रस्तुति दी तो पूरा टेंट सिटी में आए श्रद्धालुओं तालिया की गड़गड़ाहट और जय घोष से गूंज उठा. श्रद्धालुओं ने कहा कि लोक गायिका रंजना राय की गायकी ने न सिर्फ मनोरंजन किया बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा और संस्कृति गौरव का अनुभव भी कराया. गया धार्मिक और संस्कृति दृष्टि सॉन्ग से हमेशा से ही खास महत्व रखता है, ऐसे में रंजना राय जैसे कलाकारों की प्रस्तुतियां यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यादगार क्षण बन जाती है.

बाप रे बाप, जदयू विधायक ने नवरात्र में ट्रक से मंगवाया हजारों साड़ी और बाँट दिया

गया जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के पडाव मैदान में नवरात्र के अवसर पर जदयू के एक विधायक ने ट्रैकों से हजारों की संख्या में साड़ियाँ मंगवाकर लोगों के बीच बांट दिया. साड़ियाँ ट्रक से लाई गईं और इन्हें क्षेत्र के ग्रामीणो, आम लोगों, खासकर महिलाओं के बीच वितरित किया गया। इस पहल से स्थानीय महिलाओं के चेहरे पर खास मुस्कान देखने को मिली. फिलहाल इस पहल की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है और लोग इसे अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं।

साड़ी लेकर लौट रही महिलाओं का कहना है कि विधायक की यह पहल धार्मिक पर्व के दौरान गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सहारा देने की कोशिश है। विधायक मनोरमा देवी ने बताया कि नवरात्र जैसे पावन पर्व पर समाजसेवा करना उनका कर्तव्य है और साड़ी वितरण इसी भावना से किया गया। धार्मिक पर्व समाज में आपसी सद्भाव और सहयोग का संदेश देने का अवसर होते हैं। ऐसे समय पर जरूरतमंदों की मदद करना ही सच्ची भक्ति है। ट्रक भरकर मंगाई गईं ये साड़ियाँ गरीब और जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाई गईं।

लोगों ने विधायक की इस पहल की सराहना की और इसे समाजसेवा की मिसाल बताया। नवरात्र के अवसर पर किए गए इस साड़ी वितरण कार्यक्रम ने पूरे क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बना दिया है।

गयाजी पहुँचें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, विष्णुपद में किया पिंडदान व तर्पण, गया के बारे में कह दिया बड़ी बात

गया: एक दिवसीय बिहार दौरे के क्रम में कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार आज गयाजी पहुंचे. गयाजी के विष्णुपद के देवघाट पर अपने पूर्वजों का पिंडदान और दर्पण किया. इसके बाद उन्होंने विष्णुपद मंदिर में भी जाकर भगवान विष्णु के चरण का दर्शन किए और पूजा अर्चना किया.

साथ ही बोधगया महाबोधि मंदिर भी पहुंचकर भगवान बुद्ध के दर्शन किया। उन्होंने कहा कि गयाजी विकसित करने के बाद मैं वहां काफी खुश हूं। 

कनाडा के डिप्टी सीएम डीके शिव कुमार पहुंचे गया, पितरों का क्रम कांड और तर्पण किया. इसके बाद कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत किया. उन्होंने कहा कि गयाजी में आकर बहुत ही अच्छा लगा है और हम अपने पितरों का पिंडदान और तर्पण किया है.

वही, सीडब्ल्यूसी की बैठक, पीएम मोदी ने जीएसटी बचाओ उत्सव और कांग्रेस का फ्यूचर क्या है इन सभी मुद्दों पर भी कर्नाटक की डिप्टी सीएम ने अपनी बातों को रखा।

गया के विवेकानंद पैरामेडिकल एंड नर्सिंग कॉलेज के 157 छात्र-छात्राओं का CHO में चयन, अध्यक्ष राजेश कुमार ने किया प्रेस वार्ता

गया शहर के बाईपास केंदुई स्थित विवेकानंद पैरामेडिकल एंड नर्सिंग कॉलेज गया ने एक और उपलब्धि हासिल की है। कॉलेज के कुल 157 छात्र-छात्राओं का चयन कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) पद पर हुआ है। इस सफलता को लेकर कॉलेज परिसर में खुशी का माहौल है।

कॉलेज के अध्यक्ष राजेश कुमार ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि यह उपलब्धि संस्थान की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर चयन होना कॉलेज के लिए गर्व की बात है और इससे गया सहित पूरे क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है।

अध्यक्ष राजेश कुमार ने आगे कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में इन चयनित छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कॉलेज प्रबंधन ने सभी सफल छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर कॉलेज के शिक्षकों और अभिभावकों ने भी छात्रों की मेहनत और लगन की सराहना की।

नवरात्रि के पहले दिन मंगला गौरी मंदिर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, मां के जयकारे से गूंजा गया नगरी

गया। गया शहर के 52 शक्तिपीठों में से एक प्रसिद्ध मंगला गौरी मंदिर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत के पहले दिन माता का दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अहले सुबह से ही श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए कतारों में लग गए और जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

माँ मंगला गौरी का यह मंदिर 52 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है और नवरात्रि के अवसर पर यहाँ विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है। श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से कलश स्थापना कर देवी माँ की आराधना की और सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य व परिवार की मंगलकामना की।

मंदिर परिसर और उसके आसपास के क्षेत्र में सुबह से ही रौनक बनी है। बड़ी संख्या में महिला-पुरुष और युवा श्रद्धालुओं ने पारंपरिक ढंग से पूजा की। प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है, ताकि भक्तों को दर्शन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।

गौरतलब है कि हर साल नवरात्रि में यहाँ लाखों की संख्या में भक्त पहुँचते हैं। बीते चैत्र नवरात्रि में भी पहले दिन करीब 25 हज़ार श्रद्धालुओं ने माँ के दर्शन किए थे। इस तरह शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मंगला गौरी मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति का अद्भुत नज़ारा देखने को मिल रहा है.

मां मंगला गौरी मंदिर की मान्यता

मंगलवारी मंदिर के पुजारी आकाश पंडित ने बताया कि पौराणिक मान्यता है कि जब भगवान शिव की पत्नी सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में कूदकर देह त्याग दी थी, तब भगवान शंकर उनके शव को लेकर विलाप करते हुए ब्रह्मांड में घूमने लगे। तब भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर को खंड-खंड कर गिराया। माना जाता है कि सती का स्तन भाग गया की इस पहाड़ी पर गिरा था, जहाँ आज मंगला गौरी मंदिर स्थित है। इसी कारण इसे शक्ति पीठों में विशेष स्थान प्राप्त है। यहाँ दर्शन-पूजन करने से संतानों की दीर्घायु और परिवार की समृद्धि की कामना पूर्ण होती है।

आस्था और श्रद्धा का अनोखा संगम

पहले दिन मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बन रही थी। महिलाएँ पारंपरिक परिधान में कलश लेकर आईं और विधि-विधान से पूजन किया। भक्तों ने सुबह से ही व्रत रखकर माता रानी के आगे दीप-धूप अर्पित किए। नवरात्रि के अवसर पर मंदिर प्रांगण को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।

प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। दर्शन के लिए अलग-अलग कतारों की व्यवस्था की गई। साथ ही, जगह-जगह पानी, प्रकाश और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई गई।

हर साल उमड़ती है लाखों की भीड़

नवरात्रि में हर वर्ष लाखों भक्त यहाँ पहुँचते हैं। बीते चैत्र नवरात्र में भी पहले दिन लगभग 25 हज़ार श्रद्धालुओं ने मां मंगला गौरी के दर्शन किए थे। शारदीय नवरात्रि में यह संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है।

नवरात्रि के पहले दिन मंगला गौरी मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आस्था की शक्ति कितनी प्रबल होती है और क्यों गया का यह मंदिर देशभर के भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है।