शिक्षक दिवस पर 21 शिक्षकों का हुआ सम्मान, शिक्षा क्षेत्र में विशिष्ट योगदान की सराहना
संजीव सिंह बलिया! नगरा: 05 सितम्बर। शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर ब्लॉक संसाधन केंद्र नगरा में एक भव्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) आर.पी. सिंह ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में शरद श्रीवास्तव, शाखा प्रबंधक, पंजाब नेशनल बैंक उपस्थित रहे। समारोह में शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कुल 21 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में प्रमुख नाम हैं – रविप्रकाश मिश्र (PS जुडनपुर) आशीष श्रीवास्तव (PS कोदई) दयानन्द पाण्डेय (PS करीमपुर) लक्ष्मीधर (कंपोजिट विद्यालय डिहवा ) अशोक कुमार वर्मा (UPS सुल्तानपुर) रवि प्रताप सिंह (PS गौराराजभर बस्ती) नेहा शर्मा (कम्पोजिट कसेसर) शशिकला शर्मा (PS ताड़ी बड़ा गाँव नं. 2) रामप्रवेश (PS उसकर) मनिश चन्द्रा (वाराडीह) विष्णुप्रिया यादव (कम्पोजिट इन्दासो) आनन्द कुमार (PS मालीपुर) शैलेन्द्र कुमार यादव (कम्पोजिट विद्यालय हब्सापुर) मोहम्मद (कम्पोजिट देवढ़िया) शिवाजी (कम्पोजिट विद्यालय भाऊपुर) राजकुमारी (कम्पोजिट विद्यालय नगरा नं. 2) कृष्ण कुमार सिंह (PS खैरा निस्फी) दुर्गेश कुमार (अनुदेशक, कम्पोजिट विद्यालय मदारी) नागेन्द्र कुमार (UPS खरुआंव) रीना देवी (PS जमुआंव) जितेन्द्र सिंह (कम्पोजिट इन्दासो) कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि श्रीवास्तव ने कहा कि “शिक्षक समाज के निर्माण में मूलभूत आधार होते हैं। उनके मार्गदर्शन से ही छात्र अपने जीवन को सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर करते हैं।” वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी. सिंह ने शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान ही नहीं देते बल्कि जीवन जीने की कला, मूल्य, संस्कार और अनुशासन भी सिखाते हैं “शिक्षक केवल ज्ञान का प्रसारक ही नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का सशक्त आधार भी हैं। हमें सदैव अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहना चाहिए।” इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप यादव, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष सुदीप कुमार तिवारी, संजीव सिंह,मनोज सिंह, बच्चालाल, शिवकुमार बृजेश कुमार व क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिक, शिक्षक-शिक्षिकाएँ और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रामप्रवेश वर्मा ने किया तथा पूरे कार्यक्रम में उत्साह और गरिमा का माहौल देखने को मिला।
ग्राम रेकुआ के धीरज खरवार के निधन से परिवार में मातम, रसड़ा बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने जताई संवेदनाएं और दिया एक लाख का आर्थिक सहायता

संजीव सिंह बलिया!  रसड़ा  विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रेकुआ निवासी 24 वर्षीय धीरज खरवार का हाल ही में सड़क दुर्घटना में दुःखद निधन हो गया है। धीरज मद्रास की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे और अपनी कमाई से परिवार का जीवन यापन कर रहे थे। उनके कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी के साथ-साथ बहन के विवाह का भी भार था। उनका अचानक असमय निधन परिवार सहित पूरे गांव में गहरा शोक मचा गया है।
धीरज का परिवार अपनी खुशहाल जिंदगी जिए जा रहा था लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। दुर्घटना की खबर जैसे ही गांव में फैली, हर ओर शोक की लहर दौड़ गई और पूरा क्षेत्र स्तब्ध रह गया। परिवार के सदस्यों की पीड़ा देख कर सभी का मन मर्माहत हो उठा।
इस दुखद परिस्थिति में  आज रसड़ा बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने दुखी परिवार से मिलकर अपनी हार्दिक संवेदना प्रकट की और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने परिवार की सहायता के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक मदद कर संबल प्रदान किया। साथ ही विधायक उमाशंकर सिंह ने आश्वासन दिया कि वे धीरज की अनुपस्थिति में एक भाई और अभिभावक के रूप में बहन के विवाह का पूरा खर्च वहन करेंगे तथा परिवार के सुख-दुख में हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।
विधायक ने कहा कि धीरज की कमी कोई नहीं भर सकता, लेकिन परिवार को हर संभव सहारा देने का वे प्रयास करेंगे। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की भी प्रार्थना की।
पूरे गांव में इस दुख की घड़ी में गहरा शोक छाया हुआ है और हर कोई धीरज की याद में संवेदनाओं से भरा है। परिवार को इस समय सामाजिक और भावनात्मक समर्थन की सख्त जरूरत है।
रसड़ा विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर, वीर जवान सत्येंद्र यादव ‘पंकज’ का सड़क हादसे में निधन पर बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने 2 लाख की आर्थिक मदद
संजीव सिंह बलिया): रसड़ा विधानसभा क्षेत्र में दुःख का माहौल तब और गहरा गया जब ग्रामसभा तियरा के वीर जवान   सत्येंद्र यादव “पंकज”  का विगत 23 अगस्त को सड़क दुर्घटना में दुखद निधन हो गया। एसएसबी में तैनात सत्येंद्र यादव अपने ड्यूटी से घर लौट रहे थे, तभी इस हादसे का शिकार हो गए। इस हृदयविदारक समाचार ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध और मर्माहत कर दिया है।

इस घटना से क्षेत्र पहले से ही व्यथित था, क्योंकि कुछ समय पूर्व ही क्षेत्र ने अपने एक और वीर सपूत लालू यादव को खो दिया था। लगातार दो जवानों की असामयिक मृत्यु से क्षेत्रवासियों में गहरा शोक व्याप्त है।

दुर्घटना के बाद शोकाकुल परिवार से मिलते हुए विधायक/जनप्रतिनिधि (नाम) ने परिवार को ढांढस बंधाया और दुःख की इस घड़ी में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने दिवंगत जवान सत्येंद्र यादव ‘पंकज’ के परिजनों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की और उनके दोनों बच्चों की शिक्षा-दीक्षा का संपूर्ण खर्च वहन करने की जिम्मेदारी ली। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि परिवार को सरकारी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने कहा – “यह केवल एक परिवार की क्षति नहीं है, बल्कि भारत माता के आंगन से एक और सितारे का टूटना है। परिवार की हर ज़रूरत और हर परिस्थिति में मैं उनके साथ एक बेटे और भाई की तरह खड़ा रहूँगा।”

सम्पूर्ण क्षेत्र व स्थानीय लोग ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि दिवंगत वीर आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवार को इस वज्रपात को सहने की शक्ति प्रदान करें।

खंड शिक्षा अधिकारी ने बंद कराया पांच विद्यालय बगैर मान्यता के चल रहे थे विद्यालय, कार्यवाही से विद्यालय संचालकों में हड़कंप
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)! क्षेत्र में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। खंड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने तल्ख तेवर अपनाते हुए पांच अमान्य विद्यालयों को बंद करवा दिया है। जिस विद्यालय संचालकों में हड़कंप की स्थिति है. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि 3 सितंबर के बाद भी अगर कोई स्कूल संचालन करता पाया गया तो पहले दिन 1 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा। उसके बाद प्रतिदिन 10 हजार रुपए का अतिरिक्त जुर्माना देना होगा। जुर्माना न भरने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और राशि की वसूली की जाएगी। इन स्कूलों में माई चिल्ड्रेन स्कूल मलप हरसेनपुर, आदि शक्ति विद्यापीठ नगरा, कौल कान्वेंट स्कूल खरहरी लहसनी, जीनियस एकेडमी नाथ बाबा नरहीं और बीआर अंबेडकर विद्यालय कोठियां शामिल हैं। सभी स्कूलों के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल संचालकों को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि इन स्कूलों को पहले भी कई बार चेतावनी दी गई थी। इसके बावजूद ये स्कूल बिना मान्यता के या मान्यता से अधिक कक्षाओं का संचालन कर रहे थे।
गणिनाथ पूजनोत्सव सात सितंबर को नगरा मे
आचार्य ओम प्रकाश वर्मा नगराः बलिया नगर पंचायत नगरा स्थित संत गणिनाथ मंदिर पर सात सितंबर को पूजनोत्सव कार्यक्रम होगा। बुधवार को हुई. बैठक में वैश्यसभा के लोगों ने तैयारी को लेकर विचार-विमर्श किया। नगर अध्यक्ष रमेश मद्धेशिया ने कहा कि छह सितंबर को रामचरित मानस पाठ होगा। वहीं सात सितंबर को झंडारोहण व हवन पूजन संग भव्य भंडारे का कार्यक्रम होगा।
नीछुवाडीह मां परमेश्वरी का दर्शन कर श्रद्धालु हुए निहाल कास्ठ मेले में लगी दुकानों से की जमकर खरीददारी
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया) क्षेत्र में आदि शक्ति मां परमेश्वरी भगवती मंदिर में चतुर्थ साप्ताहिक काष्ठ मेला लगा। यह मेला सावन के अंतिम गुरुवार और भाद्रपद के चार गुरुवार को लगता है। मंदिर में श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से मां परमेश्वरी का दर्शन-पूजन किया। मेले में मऊ, देवरिया सहित आसपास के जनपदों से दुकानदार लकड़ी से बने सामान लेकर पहुंचे। दुकानदारों को अच्छी बिक्री से संतोष मिलता है। निच्छुआडीह स्थित मां परमेश्वरी भगवती का मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना और बड़ा ऐतिहासिक एवं पौराणिक है. जो भी पवित्र हृदय से मां से कोई मन्नतमांगता है, तो वह अवश्य पूरी होती है. मेला लकड़ी से बने सामान जैसे चौकी, कुर्सी, मेज, स्टूल और चारपाई के लिए प्रसिद्ध है। मेले में सौंदर्य प्रसाधन, लोहे के सामान, प्लास्टिक की वस्तुएं और मिठाई-छोले की दुकानें भी सजी रहती। रसड़ा, बिल्थरा, मऊ और देवरिया से लोग खरीदारी के लिए पहुंचते हैं। ग्रामीण महिलाओं ने भी जरूरत का सामान खरीदती है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिर समिति अध्यक्ष हसनाथ यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य, संरक्षक रामसोच यादव, अनिल श्रीवास्तव, किशन शर्मा, सुरेंद्र यादव आदि लोगों के महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नगरा पुलिस भी लगातार अपनी भूमिका निभाई। मेले में श्रद्धालुओं ने विभिन्न व्यंजनों का आनंद भी लिया।
स्व. जवाहर सिंह शिक्षक के पुत्रों ने भरत बाबा स्थान से लेकर नन्दजी सिंह के घर तक कराया सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ
संजीव सिंह बलिया | शिवपुर दियर(कर्ण छपरा)  गांव के लिए वर्षों से अधूरा सपना बनी सड़क का सपना अब साकार होने लगा है। स्वर्गीय जवाहर सिंह अध्यापक के पुत्र, अध्यापक व समाजसेवी राजेश सिंह "गुड्डू" एवं अध्यापक सत्यम सिंह "लाला" ने भरत बाबा स्थान से लेकर नन्दजी सिंह के घर तक सड़क निर्माण कार्य की शुरुआत कर ग्रामीणों को बड़ी सौगात दी है। यह वही सड़क है जिसे गांव की जीवनरेखा माना जाता है। इसके अधूरेपन से ग्रामीणों को लंबे समय से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। सड़क निर्माण होने से न केवल गांववासियों के आवागमन में आसानी होगी, बल्कि यह सड़क नीलम देवी महाविद्यालय होते हुए सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग-31 (NH-31) से जुड़ जाएगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी। निर्माण कार्य का शुभारंभ होते ही गांव के लोगों में हर्ष की लहर दौड़ गई। मौके पर प्रधान प्रतिनिधि हरि सिंह, साधन सहकारी समिति के उपाध्यक्ष हरिनारायण सिंह, संजीत सिंह "अनु", चमचम सिंह, गोलू सिंह, चन्दन सिंह, अध्यापक उपेन्द्र सिंह, शंकर सिंह, दिग्विजय सिंह, धर्मेन्द्र सिंह घुटरी, सुखल सिंह समेत कई ग्रामीण उपस्थित रहे। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने स्व. जवाहर सिंह के परिवार, विशेषकर उनके दोनों पुत्रों की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम केवल सड़क निर्माण नहीं, बल्कि गांव के विकास की नई शुरुआत है। साधन सहकारी समिति के उपाध्यक्ष हरिनारायण सिंह ने कहा, “यह सड़क शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार तक पहुंच को आसान बनाएगी। यह कदम गांव को प्रगति की नई दिशा देगा।” ग्रामीणों ने आशा व्यक्त की कि इसी तरह सामूहिक प्रयासों से गांव के अन्य अधूरे कार्य भी पूरे होंगे और जयप्रकाश नगर विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
नगरा में बिना मान्यता चल रहे स्कूलों पर एबीएसए आरपी सिंह का शिकंजा, भारी जुर्माने की चेतावनी
संजीव सिंह बलिया। नगरा:बेसिक शिक्षा विभाग ने नगरा ब्लॉक क्षेत्र के कई गैर-मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर बड़ी कार्रवाई की है।आरपी सिंह खण्ड शिक्षा अधिकारी नगरा, बलिया द्वारा जारी नोटिसों में साफ कहा गया है कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 लागू होने के बाद बिना मान्यता लिए कोई भी विद्यालय संचालित नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद कुछ प्रबंधकों द्वारा अवैध रूप से स्कूल चलाए जाने की शिकायतों की पुष्टि पर विभाग ने सख्ती दिखाई है। 03 सितम्बर 2025 को जारी पत्रों में “कौल कॉन्वेंट स्कूल खरहरी लहसनी”, “जीनियस एकेडमी नाथ बाबा नरही”, “आदि शक्ति विद्यापीठ नगरा” और “माई चिल्ड्रेन स्कूल मलप हर्सेनपुर” के प्रबंधक/प्रधानाध्यापक/संचालकों को चेतावनी दी गई है कि अब यदि विद्यालय संचालित हुआ पाया गया तो पहले दिन 1 लाख रुपये तथा उसके बाद प्रत्येक दिन ₹10,000 की दर से अर्थदण्ड लगाया जाएगा। यह राशि सरकारी कोष में जमा करनी होगी। खण्ड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने पत्रों में स्पष्ट किया है कि जिलाधिकारी बलिया के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है और यदि जुर्माना जमा नहीं किया गया तो प्रबंधकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही कर वसूली सुनिश्चित की जाएगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इन स्कूलों को पूर्व में भी नोटिस देकर बंद कराया गया था, परंतु पुनः बिना मान्यता कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया गया। शिक्षा विभाग ने इसे बालकों के हितों से जुड़ा गंभीर मामला मानते हुए कहा है कि किसी भी दशा में गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मान्यता के बिना शिक्षा नहीं चलेगी बलिया शिक्षा विभाग की सख्ती, स्कूलों पर लाखों का जुर्माना तय
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर नगरा (बलिया)। बलिया जनपद के नगरा ब्लॉक में बिना मान्यता चल रहे विद्यालयों पर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। खण्ड शिक्षा अधिकारी नगरा, आरपी सिंह ने साफ चेतावनी दी – नियमों को दरकिनार कर बच्चों का भविष्य दांव पर लगाने वाले किसी भी विद्यालय को बख्शा नहीं जाएगा।03 सितम्बर 2025 को जारी पत्रों के माध्यम से “कौल कॉन्वेंट स्कूल खरहरी लहसनी, जीनियस एकेडमी नाथ बाबा नरही, आदि शक्ति विद्यापीठ नगरा” और “माई चिल्ड्रेन स्कूल मलप हर्सेनपुर” के प्रबंधकों को निर्देशित किया गया है कि यदि अब विद्यालय संचालित होता पाया गया तो पहले ही दिन ₹1 लाख का जुर्माना लगेगा और उसके बाद प्रत्येक दिन ₹10,000 की दर से अर्थदण्ड वसूला जाएगा। यह राशि सीधे सरकारी कोष में जमा करनी होगी। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिलाधिकारी बलिया के आदेश पर यह कार्रवाई हो रही है। जुर्माना जमा न करने पर विद्यालय संचालकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी और बकाया धनराशि की वसूली भी अनिवार्य रूप से की जाएगी। विभागीय सूत्रों ने बताया कि इन स्कूलों को पहले भी नोटिस देकर बंद कराया गया था, लेकिन पुनः अवैध रूप से कक्षाएँ संचालित की जा रही थीं। इस पर विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा – “बालकों के अधिकारों और भविष्य से खिलवाड़ करने वाली संस्थाओं को किसी भी दशा में सहन नहीं किया जाएगा। अब जिले भर में चर्चा यही है कि शिक्षा विभाग की इस सख्ती के बाद अन्य गैर-मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर भी कार्रवाई तेज हो सकती है।
फर्जी SC/ST एक्ट के मुकदमे ने छीनी एक और जान, अंकुर सिंह ने जताया दर्द, उठाया मरने का कदम

संजीव सिंह बलिया!नगरा  वीरचंद्रहा निवासी अंकुर सिंह पुत्र ललित सिंह ने अपने ऊपर लगे फर्जी SC/ST एक्ट के मुकदमे के चलते गहरा दर्द व्यक्त करते हुए एक वीडियो बनाया। वीडियो में अंकुर ने कहा कि "मार भी हम ही खाएं, जेल भी हम ही जाएं और सुलह के पैसे भी हम ही दें, यह कहा का न्याय है।" पुलिस और प्रशासन द्वारा सुलह के लिए 2 लाख रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा था, जबकि वह निर्दोष था। अंत में मानसिक परेशानियों से घिरा अंकुर सिंह फांसी के फंदे से लटक गया।

यह घटना एक गंभीर वास्तविकता को उजागर करती है कि किस तरह आधे से अधिक मुकदमे फर्जी तरीके से दर्ज किए जा रहे हैं। बेशक हजारों साक्ष्य होने के बावजूद दोषी को साबित नहीं किया जा पाता क्योंकि भ्रष्ट प्रशासन इसे अपने फायदे का साधन बनाता है। ऐसे मामलों में न केवल बेगुनाहों की सामाजिक और मानसिक स्थिति खराब होती है, बल्कि उनकी पूरी ज़िंदगियां बर्बाद हो जाती हैं।

यह हादसा न्याय प्रणाली में सुधार और भ्रष्टाचार कम करने की सख्त आवश्यकता को दर्शाता है।