तपती धूप में शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन ने बढ़ाया मदद का हाथ, हजारों को दी राहत


गोरखपुर।शहर की झुलसाती गर्मी के बीच शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन ने आज एक सराहनीय पहल करते हुए शास्त्री चौराहा, बीएसएनएल कार्यालय के पास प्यास से बेहाल राहगीरों और आम नागरिकों के लिए निःशुल्क शीतल जल, शरबत और नींबू पानी की प्याऊ लगाई।

इस आयोजन में लगभग 10,000 से अधिक लोगों ने राहत का अनुभव किया और फाउंडेशन के इस जनहितकारी प्रयास की सराहना की। फाउंडेशन के सदस्यों ने स्वयं उपस्थित रहकर सेवा प्रदान की, जिससे कार्यक्रम अत्यंत सफल और प्रेरणादायक रहा।

शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि आने वाले समय में भी इसी प्रकार के जनसेवा कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे, जिससे विशेषकर दूरदराज़ से आने वाले लोगों को भी राहत मिल सके।

उपस्थित गण:

महिला प्रमुख रिया, ममता, अन्नू, किरण, प्रियंका, स्नेहा, सृष्टि तथा वरिष्ठ सदस्य विमलेश शुक्ला, अमन गुप्ता, सुधीर गौड़, निषाद, सौरभ वर्मा, राज जायसवाल, अमन चौधरी, रचित मिश्रा, सनी शाह, अजय राजभर, शिवम जायसवाल, रामू निषाद, राम आशीष जायसवाल, अर्जुन वर्मा, सौरभ जायसवाल, अरुण शर्मा सहित अन्य सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे।

शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन का यह कार्य न केवल जनसेवा का उदाहरण है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी है।

मनोकामना सिद्ध श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए सीएम योगी

गोरखपुर।27 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को मनोकामना सिद्ध श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मंदिर में प्रतिष्ठित देव विग्रहों का दर्शन-पूजन करने के साथ ही उन्होंने मंदिर के ब्रह्मलीन महंत प्रेमदास की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

मनोकामना सिद्ध श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार के समीप स्थित है। वर्ष 2001 में तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी के सानिध्य में इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराकर इसे भव्य स्वरूप दिया गया था। आज इस मंदिर के स्थापना दिवस समारोह के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का आगमन हुआ। उन्होंने मंदिर में स्थापित सभी देव विग्रहों का दर्शन और विधिविधान से पूजन किया। इसके साथ ही उन्होंने इस मंदिर के पूर्व महंत गोलोकवासी प्रेमदास की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।

इस अवसर पर काशी से आए जगद्गुरु स्वामी संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा, मनोकामना सिद्ध श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर के वर्तमान महंत रामदास, मंदिर के व्यवस्थापक अजय सिंह, अयोध्या से आए जानकीघाट मंदिर के राम बालक दास, कालीबाड़ी के महंत रविंद्र दास, बलराम दास, हरिशंकर दास सहित बड़ी संख्या में साधु-संत उपस्थित रहे।

*लक्ष्मण नारंग को श्रद्धांजलि दी मुख्यमंत्री ने*

गोरखपुर, 27 मई। वरिष्ठ समाजसेवी, पूर्व पार्षद और सिंधी समाज के नेता रहे लक्ष्मण नारंग के घर जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। 

गोरक्षपीठ के प्रति अगाध श्रद्धा रखने वाले लक्ष्मण नारंग का विगत दिनों निधन हो गया था। गोरखपुर प्रवास के दौरान मंगलवार दोपहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके गोरखनाथ मोहल्ले स्थित आवास पर पहुंचे और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने स्वर्गीय नारंग के शोकाकुल परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।

कन्नौज के दिव्यांग पुजारी ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात

गोरखपुर।27 मई। कन्नौज जिले के दिव्यांग पुजारी गोपालदास ने सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्होंने धर्म, संस्कृति के संरक्षण और विकास के सतत कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री की सराहना करने के साथ कन्नौज में बजरंग बली के मंदिर निर्माण में आ रहे व्यवधान के बारे में बताया। कहा, कुछ लोग मंदिर निर्माण नहीं होने दे रहे हैं। इस पर सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि जांच कराकर न्यायपूर्ण कार्रवाई की जाएगी। किसी को मनमानी नहीं करने दी जाएगी।

जनता दर्शन में कुर्सी पर बैठाए गए दिव्यांग पुजारी गोपालदास से मिलते ही मुख्यमंत्री ने उनका कुशलक्षेम और जनता दर्शन में आने का प्रयोजन पूछा। गोपालदास ने बताया कि वह कन्नौज जिले के सौरिख थानाक्षेत्र के ग्राम टाड़ा रायपुर से आए हैं। वह वहां बजरंग बली के मंदिर के पुजारी हैं। मंदिर का नवनिर्माण करा रहे हैं लेकिन गांव के कुछ लोग निर्माण नहीं होने दे रहे हैं। उनकी समस्या सुनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह जांच कराकर कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे। पुजारी गोपालदास मुख्यमंत्री के आश्वसान से संतुष्ट नजर आए। उन्होंने कहा कि सीएम योगी धर्म, संस्कृति की रक्षा के साथ प्रदेश का चतुर्दिक विकास भी करा रहे हैं।

*नवागत सिटी मजिस्ट्रेट ने पदभार किया ग्रहण*

गोरखपुर। नवागत सिटी मजिस्ट्रेट ने पद भार ग्रहण किया। 2019 बैच के पीसीएस अधिकारी उत्कर्ष श्रीवास्तव ने सिटी मजिस्ट्रेट का पदभार ग्रहण किया सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि पीड़ित जनता को न्याय दिलाना उनकी पहली प्राथमिकता है। जनता अपनी समस्या को लेकर कभी भी कार्यालय में मिल सकती है। काम में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकताओं का शत-प्रतिशत पालन कराना ही पहला कर्तव्य होगा। आम आदमी की समस्याओं का निस्तारण कराना व त्वरित न्याय पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शासन की योजनाओं तथा कार्यक्रमों को प्राथमिकता से क्रियान्वित कराना हमारा मुख्य उद्देश्य रहेगा शासन के मंशा के अनुरूप विवादों का निस्तारण किया जाएगा। वाराणसी निवासी श्री श्रीवास्तव गोरखपुर आने से पहले जौनपुर सिद्धार्थ नगर संत कबीर नगर में ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर चुके हैं 20 मई 2025 को शासन ने श्री श्रीवास्तव को सीएम सिटी का सिटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया 24 मई को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर अपना पदभार संभाले आज सोमवार को अपने कार्यालय का दायित्व संभाल लिया।

*वट सावित्री व्रत पर्व पर सौभाग्यवती महिलाओं ने की वट वृक्ष की पूजा*

खजनी गोरखपुर।।क्षेत्र में सौभाग्यवती महिलाओं ने आज वट सावित्री पर्व के अवसर पर श्रद्धापूर्वक वटवृक्ष की पूजा की ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाए जाने वाले वटसावित्री पर्व पर अपने पतियों के लंबे और स्वस्थ्य जीवन की कामना करते हुए जटाओं वाले पुराने वटवृक्षों के समीप पहुँच कर महिलाओं ने पारंपरिक रूप से विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की।

मान्यता है कि सती देवी सावित्री ने अपने पति सत्यवान की मृत्यु के बाद यमराज से उनके जीवनदान के लिए वटवृक्ष के नीचे कठोर तप किया था। सैकड़ों वर्ष तक जीवित रहने वाले वटवृक्ष की भांति पतियों के दिर्घायू की कामनाओं के साथ वटवृक्ष को जनेऊ और कच्चे धागे का पीला रक्षासूत्र लपेट कर बाँस का बना पंखा झलते हुए निर्जल व्रत रहकर मंगलगीत गाते हुए महिलाओं ने आस्था के साथ वट वृक्ष की पूजा उपासना की और व्रत कथा सुनी, वटवृक्षों के नीचे पूजा के दौरान सौभाग्यवती महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई।

*भाजपा कार्यकर्ताओं ने गंभीरतापूर्वक सुनी प्रधानमंत्री के 'मन की बात'*

खजनी गोरखपुर।भारतीय जनता पार्टी खजनी मंडल के सभी बूथों और शक्ति केंद्रों पर स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने आज पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को गंभीरता पूर्वक सुना। इस दौरान पीएम मोदी के द्वारा देशवासियों को दिए गए संदेश में आपरेशन सिंदूर की सफलता, स्वदेशी हथियारों की ताकत का उल्लेख करते हुए उनके द्वारा जन भागीदारी का संकल्प बढ़ाने के लिए दिया गया संदेश सभी को पसंद आया।

स्थानीय कार्यकर्ताओं में अवध बिहारी मिश्रा, आदर्श राम त्रिपाठी, अनिल पांडेय, राहुल त्रिपाठी, महंत शिवनाथ दास ने प्रधानमंत्री के द्वारा बताए गए माओवाद और नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन, शेरों की बढ़ती संख्या, महिला फाॅरेस्टर आॅफीसर्स की बढ़ती संख्या पर दी गई जानकारी की सराहना करते हुए कहा कि पीएम के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुन कर मन में नई उर्जा का संचार होता है। उनके द्वारा सिक्किम राज्य के क्राॅफ्ट सहित अन्य विषयों पर दी गई जानकारियों से देशवासियों का आत्मविश्वास बढ़ता है। लोगों ने कहा कि हमें हर महीने के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री के 'मन की बात' की प्रतीक्षा रहती है। उनके द्वारा दी गई नई जानकारियां हमें रोमांचित और सकारात्मक सामाजिक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

गर्व का क्षण: भारत बना विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: रवि किशन शुक्ला

गोरखपुर: भारत ने वैश्विक आर्थिक पटल पर एक नया इतिहास रचते हुए जापान को पीछे छोड़ दिया है और अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। यह असाधारण उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सुशासन का प्रतिफल है।

सांसद रवि किशन शुक्ला ने इस ऐतिहासिक अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा:

> "यह नया भारत है – आत्मनिर्भर, सशक्त और तेज़ी से आगे बढ़ता हुआ। मोदी जी के संकल्प और योगी जी की स्थिर प्रशासनिक नीतियों ने भारत को एक नए मुकाम पर पहुंचाया है।"

IMF की ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक – अप्रैल 2025’ रिपोर्ट के अनुसार:

2026 तक भारत की GDP 4187 अरब डॉलर पर पहुंचेगी,

जबकि जापान की GDP अनुमानित 4186 अरब डॉलर होगी।

भारत की विकास दर 2025 में 6.2% और 2026 में 6.3% रहने की उम्मीद है, जो वैश्विक औसत से कहीं अधिक है (2025: 2.8%, 2026: 3%)।

सांसद रवि किशन ने कहा:

> "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जिस ‘विकसित भारत’ का संकल्प लिया था, वो अब धरातल पर साकार होता दिख रहा है।

> उत्तर प्रदेश जैसे राज्य, जहां योगी जी के नेतृत्व में कानून-व्यवस्था, निवेश और अधोसंरचना के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार हुए हैं, वह इस आर्थिक प्रगति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।"

अब वह दिन दूर नहीं, जब भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होगा।

भारत की यह उपलब्धि न केवल आर्थिक ताकत का प्रतीक है, बल्कि हर भारतीय के आत्मविश्वास, परिश्रम और नेतृत्व पर अटूट विश्वास का परिणाम भी है।

21वीं सदी में दिनेश गोरखपुर के दोहे ... पुस्तक का हुआ विमोचन

गोरखपुर। श्री दीप प्रकाशन गोरखपुर के तत्वावधान में आज एक पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम प्रेस क्लब में आयोजित हुआ, जिसमें दिनेश गोरखपुरी की पुस्तक "इक्कीसवीं सदी में दिनेश गोरखपुरी के दोहे" और मिर्जापुर के ज्ञानेश विठ्ठल की पुस्तक "मृग मारीचिका" का भव्य विमोचन किया गया। इस अवसर पर आयोजन की अध्यक्षता कर रहे प्रो0 उपेन्द्र प्रसाद समाज विज्ञानी ने कहा कि दिनेश गोरखपुरी के दोहे "इक्कीसवीं सदी में दिनेश गोरखपुरी के दोहे" विस्तृत विवेचना व समीक्षा करते हुए कहा कि यह आज की सदी की आवश्यकता है जो समाज को नई दिशा प्रदान करेगी।

मुख्य अतिथि के रुप में वरिष्ठ कवि नन्दलाल मणि त्रिपाठी जी ने दिनेश गोरखपुरी और ज्ञानेश विठ्ठल की रचना उद्धृत करते हुए कहा कि दोनों किताबें समाज के लिए अति महत्वपूर्ण साबित होंगे, इस समय ऐसी रचनात्मक किताबों की ही आवश्यकता है। स्वागताध्यक्ष अरुण कुमार ब्रम्हचारी जी ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि जिस तरह के विभिन्न स्थानों और दूर-दूर से आये रचनाकारों की उपस्थिति है यह स्वयं बताता है कि इन दोनों रचनाकारों की पुस्तकें कितने उच्च स्तर की हैं।

मां वीणापाणि के पूजनोपरांत दीप प्रज्वलन कर, मां वीणापाणि के वन्दना के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। जिसमें चन्द्रगुप्त प्रसाद वर्मा अकिंचन, डॉ आर के राय अभिज्ञं, डॉ अमिताभ पाण्डेय, अरविंद अकेला, महेंद्र भट्ट, अजय शंकर श्रीवास्तव कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे।

इस अवसर पर श्याम बिहारी लाल श्रीवास्तव, राजेश मृदुल, दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल, रविन्द्र मोहन त्रिपाठी, दानिका, अभय कुमार श्रीवास्तव, अवधेश नन्द, हिन्दू चौहान, सुभाष यादव, सरिता सिंह, रीमा मिश्रा सहित तमाम साहित्यिक पुरोधा उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में दिनेश गोरखपुरी द्वारा उपस्थित सभी विद्वत मनीषियों एवं अतिथियों का आभार प्रकट किया।

*एआरवी शुरू करने का निर्देश, महिला चिकित्सक का वेतन रोका*


गोरखपुर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ राजेश झा ने कैम्पियरगंज क्षेत्र के चार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) पर लगे मुख्यमंत्री आरौग्य मेले का रविवार को निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि आशा कार्यकर्ता की मदद से मेले का पर्याप्त प्रचार प्रसार कराएं, ताकि अधिकाधिक मरीजों को मेले का लाभ मिल सके। मेले में सभी प्रमुख जांचों, परामर्श और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। पीपीगंज एपीएचसी पर निरीक्षण के दौरान सीएमओ ने एआरवी (कुत्ता काटने के बाद लगने वाला टीका) की सुविधा यथाशीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया। जंगल अहगी एपीएचसी के स्वास्थ्य मेले में सीएमओ को महिला चिकित्सक अनुपस्थित मिलीं। उन्होंने चिकित्सक का वेतन रोकने का निर्देश दिया।

सीएमओ डॉ झा ने बताया कि पीपीगंज में रैबिज से बचाव के इंजेक्शन एआरवी की मांग वहां के जनप्रतिनिधियों ने भी जन आरोग्य समिति की बैठक के दौरान उठाई थी। वहां पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर यह सुविधा शुरू की जाएगी। साथ ही अन्य बुनियादी सुविधाओं को भी बढ़ाने के लिए अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से कहा गया है। जंगल अगही में जिस महिला चिकित्सा अधिकारी का वेतन रोका गया है, उनका जवाब संतोषजनक न होने पर अग्रिम कार्रवाई भी की जाएगी। उपस्थित अधिकारियों से अस्पताल परिसर की साफ सफाई और बेहतर सेवा देने के लिए कहा गया है।

नेतवर बाजार एपीएचसी का भी निरीक्षण किया गया। वहां पाया गया कि अस्पताल पहुंचने के लिए सम्पर्क मार्ग सही नहीं है। इसके लिए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर कनेक्टिंग रोड ठीक कराया जाएगा। मेले में मरीजों से बातचीत की गई। मछलीगांव एपीएचसी पर भी मेले को देखा गया। वहां मेले को और बेहतर बनाने के लिए आरबीएसके टीम से सहयोग लेने का निर्देश दिया गया है। सभी स्थानों पर मेले में उपलब्ध सुविधाओं के प्रचार प्रसार करने पर विशेष जोर दिया गया है।

प्रत्येक मरीज को दें यह संदेंश

सीएमओ ने मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक मरीज को अपनी सेवा के जरिये यह संदेश देने की कोशिश करें कि किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर अपने मन से दवा न लें। नजदीकी सरकारी अस्पताल पर चिकित्सक और आवश्यक दवाएं मौजूद हैं। अतिशीघ्र चिकित्सक की सेवा लेने से बीमारी की जटिलताएं नहीं बढ़ती हैं। इसलिए चिकित्सक की मदद से ही इलाज कराएं, न कि खुद दवा खरीद कर खाएं या फिर झोलाछाप के पास जाएं।