अपडेट न्यूज़ : छत्तीसगढ़ के तर्ज़ पर झारखंड में भी नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन
एक करोड़ इनामी सहित 8 नक्सली को किया ढेर;
उतरी छोटानागपुर से नक्सली समाप्त बरसात से पहले सारंडा जंगल से भी होगा खात्मा - DGP
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रांची : छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड में दिखा नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का जबरदस्त एक्शन देखने को मिला। आज झारखंड के बोकारो जिले में पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हांथ लगी है। नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बोकारो के लुगुबुरु में 8 नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया है। मामले को लेकर डीजीपी ने दो टूक कहा है कि जो नक्सली अब भी हथियार उठाई हुए है वो मुख्य धारा में शामिल हो या फिर पुलिस की कार्रवाई में मरने को तैयार रहे।
माओवादियों के साथ हुए मुठभेड़ में पुलिस को मौके से 04 इंसास, 1 एसएलआर और 1 रिवॉल्वर भी बरामद हुआ है। मामले की जानकारी देते हुए राज्य के डीजीपी ने बताया कि साढ़े 5 बजे पहली फायरिंग शुरू हुई। जिसके बाद नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन का बड़ा योगदान रहा साथ ही जिला पुलिस और जगुआर की टीम मौजूद थी। इस मुठभेड़ के प्रयाग उर्फ विवेक जो टुंडी धनबाद का रहनेवाला था और 01 करोड़ का इनामी था उसे भी मार गिराया गया है।
अरविंद यादव बिहार जमुई का रहनवाला था जो पारसनाथ और लुगू इलाके में ही रह नक्सलियों को मार गिराया गया है। इस पर बिहार सरकार पर 3 लाख का ईनाम था। हालांकि झारखंड सरकार से 25 लाख का ईनाम की घोषणा होनी थी लेकिन अबतक नहीं हुई। वही इसके साथ ही साहेब राम मांझी पर 10 लाख का इनामी है।
बीते दिनों चाईबासा में हुए आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए झारखंड जगुआर के जवान कर श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा था की झारखंड को नक्सली मुक्त बनाया जाएगा इसके बाद से पुलिस ने लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की।
मामले की जानकारी देते हुए डीजीपी ने बताया कि नक्सलियों कि पुख्ता सूचना पुलिस को थी और उसी वजह से पिन प्वाइंट इंटेलिजेंस पर ये पूरी कार्रवाई की गई। वही उन्होंने बताया कि नक्सलियों की पूरी जानकारी है और इस मुठभेड़ के जरिए एक संदेश भी है। की जो भी नक्सली हथियार उठाए हुए है वो हथियार डाल दे वरना मार गिराए जाएंगे।
इस वर्ष की शुरुआत में ही पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया था अगर बात करें जनवरी 2025 की तो बोकारो जिले में 4 नक्सलियों को मार गिराया गया है। इसमें एरिया कमांडर शांति देवी और मनोज टुडू को 21 जनवरी को बोकारो जिले में मार गिराया गया। वही रीजनल कमिटी मेंबर रणविजय महतो उर्फ रंजन को बोकारो जिले से 21 जनवरी को गिरफ्तार किया गया। ये 15 लाख का इनामी नक्सली था। वही 29 जनवरी को भी चाईबासा जिले में जोनल कमांडर विनय गंझू उर्फ संजय गंझू और एरिया कमांडर हेमंती मांझी को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। इसके साथ ही TPC के एरिया कमांडर सुनील मुंडा उर्फ भरत को रांची पुलिस ने 11 जनवरी को गिरफ्तार किया। पीएलएफआई के एरिया कमांडर कृष्णा यादव को 14 जनवरी को गिरफ्तार किया गया। ये दो लाख का इनामी है।
हालांकि इस वर्ष नक्सलियों के साथ हुई चाइबासा के सारंडा में हुई तीन मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को भी नुकसान उठाना पड़ा है। जिसमें कुछ जवान शहीद भी हुए। सीआरपीएफ के 2 जवान और झारखंड जगुआर के 01 जवान आईडी ब्लास्ट में शहीद हुए थे।
बहरहाल मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि शहीदों के शहादत जय नहीं जाएगी। झारखंड को नक्सली मुक्त बनाया जाएगा। वही डीजीपी अनुराग गुप्ता ने भी साफ लफ्जों में कहा है कि उत्तरी छोटानागपुर मैं आठ नक्सलियों को मार गिराने के बाद इस नक्सली मुक्त बना दिया गया है अब सारंडा के जंगलों से नक्सलियों को बरसात से पूर्व खात्मे का रणनीति है। अब देखना होगा कि धरातल पर ये कब तक नजर आएगा।
रिपोर्टर जयंत कुमार
Apr 22 2025, 17:39