अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के आदर्शों के अनुरूप छत्तीसगढ़ को संवारने के लिए हम सभी दृढ़संकल्पित - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर कुनकुरी के सलियाटोली में आयोजित अटल सुशासन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सबके श्रद्धेय नेता, छत्तीसगढ़ के निर्माता, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का शताब्दी जयंती वर्ष है। हम यह वर्ष अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं। अटल जी की जयंती हम सब सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं। आज छत्तीसगढ़ अपनी रजत जयंती मना रहा है और भारत के नक्शे में 26 वें राज्य के रूप में उभरा है तो इसके पीछे अटल जी की दूरदर्शी सोच थी। छत्तीसगढ़ की जनता से किया गया वायदा न केवल अटल जी ने निभाया अपितु नये राज्य को संवारने के लिए हर संभव मदद भी की।अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य में विकास की जिस तरह परिकल्पना की थी उसके अनुरूप हम छत्तीसगढ़ को संवारने में जुटे हुए हैं। उन्होंने जो सुशासन के आदर्श हमारे समक्ष रखे हैं उन पर चलते हुए हमने प्रशासन के हर स्तर पर डिजिटल गवर्नेंस को अपनाया है। सुशासन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हमने सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया है। अटल मानिटरिंग एप, सिंगल विंडो सिस्टम 2.0, ई-आफिस, सुगम एप, संगवारी एप जैसे नवाचारों के माध्यम से हम डिजिटल गवर्नेंस को हर स्तर पर अपना रहे हैं। इससे प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित हुई है। अटल जी की चिंता किसानों के प्रति थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद हमने धान खरीदी का बढ़िया माडल बनाया। आज छत्तीसगढ़ के किसानों को धान का सबसे ज्यादा मूल्य मिलता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए हम हर महीने एक हजार रुपए 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में दे रहे हैं। एक साल के भीतर ही हमने माओवादियों को उनके सबसे सुरक्षित समझे जाने वाले इलाकों से खदेड़ दिया। अब माओवाद अंतिम सांसें ले रहा है। इससे बस्तर में विकास की नई राह खुली है। पीएम जनमन योजना एवं नियद नेल्ला नार जैसी योजनाओं के माध्यम से जनजातीय क्षेत्रों में खुशियों की लहर आई है। नई उद्योग नीति के माध्यम से हमने ढाई लाख करोड़ रुपए निवेश का लक्ष्य रखा है इससे पांच लाख लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बनेंगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कुनकुरी और जशपुर में ऑडिटोरियम निर्माण, कुनकुरी नगर के विकास के लिए 5 करोड़ रूपए, कुनकुरी इंडोर स्टेडियम के लिए 20 लाख रूपए, ग्राम पंचायत नारायणपुर ओघेश्वर आश्रम में दो प्रवेश द्वार निर्माण, तपकरा तहसील में लिंक कोर्ट की स्थापना, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सलियाटोली में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रूपए एवं बार एसोसिएशन कुनकुरी में फर्नीचर, पुस्तकालय के लिए 25 लाख रूपए प्रदान करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी के पुनीत अवसर पर आयोजित "अटल सुशासन समारोह" में जशपुर जिले के स्पेशल लोगो, वार्षिक प्रगति पत्रक, जशप्योर कैलेंडर और जशपुर के पर्यटन स्थलों के कैलेंडर का विमोचन किया। साथ ही पीएम आवास योजना (ग्रामीण) और पीएम जनमन आवास योजना के लाभान्वित हितग्राहियों को उनके नवनिर्मित आवास की चाबी सौंप कर बधाई दी। उन्होंने अटल सुशासन समारोह में शासन के विभिन्न विभागों की उपलब्धियों पर आधारित स्टाल्स का अवलोकन कर हितग्राही मूलक योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों को हितग्राहीमूलक सामग्री प्रदान की।

इस अवसर पर विधायक गोमती साय और रायमुनी भगत, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति भगत, कृष्ण कुमार राय, नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, रामप्रताप सिंह, यश प्रताप सिंह जूदेव, सुनील गुप्ता, रोहित साय सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय में ‘कुल उत्सव’ समारोह में शामिल हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

रायपुर-     केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज बिलासपुर के अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘कुल उत्सव’ समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। राज्यपाल श्री खान ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधा भी लगाया। उन्होंने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘कन्हार’ के नए अंक सहित विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन भी किया। केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने समारोह की अध्यक्षता की। उप मुख्यमंत्री अरुण साव अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। विधायकगण अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला और जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ‘कुल उत्सव’ में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी 100वीं जयंती पर नमन करते हुए कहा कि अटल जी सच्चे जननायक थे। सभी वर्गों में उनकी समान रूप से स्वीकार्यता थी। जटिल विषयों पर भी वे देशहित में त्वरित निर्णय लेते थे। देश के प्रति उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। वे कुशल राजनीतिज्ञ थे। राज्यपाल श्री खान ने भारतीय ज्ञान परंपरा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ज्ञान और शिक्षा से आदमी इंसान बनता है। ज्ञान और शिक्षा से ही मनुष्य का विकास संभव है। ये ही सशक्तिकरण का जरिया है। भारत की संस्कृति ज्ञान की संस्कृति रही है। भारत ज्ञान का बड़ा केन्द्र रहा है। पूरी दुनिया में भारत को ज्ञान एवं प्रज्ञा के संवर्धन के लिए जाना जाता है। उन्होंने शैक्षणिक एवं अन्य उपलब्धियां हासिल करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

‘कुल उत्सव’ समारोह की अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि अटल जी के जीवन वृत्तांत को शब्दों मे पिरोना कठिन है। अटल जी की जीवनी से प्रेरणा लेकर हमें उनके मार्ग पर चलना चाहिए। अटल जी ऐसे मनीषी थे जो सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया। श्री साहू ने अटल जी की कविताओं का पठन भी किया।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने समारोह में अटल जी को नमन करते हुए कहा कि वे प्रखर राष्ट्रवादी और जननायक थे। वे अपने दृढ़ संकल्पों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में जो भाषण दिया वो राष्ट्रवादिता का प्रतीक है। उन्होंने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया। छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिलाया। आज छत्तीसगढ़ राज्य जो संवर रहा है, बढ़ रहा है, यह अटल जी की ही देन है। उनके कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ का रोम-रोम कृतज्ञ है। उनकी स्मृतियों को संजोने राज्य के 187 नगरीय निकायों में अटल परिसर बनाया जा रहा है। अटल संकल्पों के साथ यह विश्वविद्यालय भी आगे बढ़ रहा है।

समारोह में कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी ने स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने पौधे भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों की जानकारी दी। कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

विष्णु के सुशासन से छत्तीसगढ़ का हो रहा समावेशी विकास: लक्ष्मी राजवाड़े

रायपुर-  महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सूरजपुर जिला के रामनगर में सुशासन दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 4729 प्रधानमंत्री आवास का भूमिपूजन कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया।

मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनके कुशल नेतृत्व क्षमता और सुशासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है। वे कवि, सम्पादक, एक दूरदर्शी राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। किसी एक व्यक्ति का उनके समान हर विधा में पारंगत होना आज सम्भव नहीं है। उन्होंने आगे कहा हमारा छत्तीसगढ़ उन्हीं की देन है, जो निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है और जिस तरह से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार सेवा भावना से जनता के हित को केन्द्र में रखकर निर्णय ले रही है, जिससे निश्चित ही हमारा प्रदेश समावेशी विकास करेगा।

इस अवसर पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने जानकी स्व-सहायता समूह को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से 100 शटरिंग प्लेट उपलब्ध कराया। जिसका उद्देश्य स्व-सहायता समूह की दीदियों को निर्माण के क्षेत्र में आगे लाना है।

गौरतलब है आज देश के भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती पर प्रदेश में ’’सुशासन दिवस’’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।जिसके अंतर्गत जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी की कविता का पाठ, विष्णु की पाती का वितरण व सुशासन के संकल्प के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

मुख्यमंत्री की पहल पर आम जन को सस्ते दर पर मिल रही हैं दवाइयां, राज्य के शासकीय अस्पतालों में खोले जा रहे हैं जन औषधि केंद्र

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा मोदी की गारंटी के अनुरूप राज्य में सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशन में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत सभी जिलों में जन औषधि केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस एवं "सुशासन दिवस" के उपलक्ष्य में राज्य के शासकीय चिकित्सालयों में जन औषधि केंद्र का शुभारंभ कर उनका संचालन शुरू किया जा रहा है। सुशासन दिवस के मौके पर इसी सप्ताह राज्य में 51 नवीन जन औषधि केंद्रों का संचालन शुरू कर छत्तीसगढ़ की जनता को समर्पित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि राज्य में नवंबर माह तक 68 जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे थे जिनमें दिसबर माह के अंत तक 51 जन औषधि केंद्रों की वृद्धि हो जाएगी।

छत्तीसगढ़ मे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशन में 26 जनवरी 2025 तक राज्य में 151 जन औषधि केंद्रों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है एवं 31 मार्च 2025 तक राज्य में 200 जन औषधि केंद्रों की स्थापना एवं संचालन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों से संबद्ध चिकित्सालयों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अन्य शासकीय अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों का संचालन अस्पताल प्रबंधन अथवा रेड क्रॉस सोसाइटी के माध्यम से किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना में शासन द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से कम दर पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जन औषधि केंद्र, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत खोले गए आउटलेट हैं। जन औषधि केंद्रों का उद्देश्य सभी वर्गों के लोगों को किफ़ायती दामों पर अच्छी गुणवत्ता की दवाइयां उपलब्ध कराना है। इन केंद्रों पर दवाइयां खुले बाजार की तुलना में 50 फीसदी से 90 फीसदी तक कम कीमत पर उपलब्ध होती हैं।

सुशासन दिवस पर जगदलपुर में सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने समितियों को प्रदान किया पंजीयन प्रमाण पत्र

रायपुर-   केन्द्र सरकार की सहकार से समृद्धि अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को मजबूत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सहकारी समितियों में नई सुविधाएं बढ़ाने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए डेयरी, मत्स्य पालन के क्षेत्र में नई सहकारी समितियों के गठन को बढ़ावा दिया जा रहा है। वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने आज जगदलपुर में राज्य में गठित 300 से अधिक नवगठित बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी व मत्स्य सहकारी समितियों का शुभारम्भ किया। गौरतलब है कि भारत के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के द्वारा नईदिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में देशभर के नवगठित 10 हजार से अधिक बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी एवं मत्स्य समितियों के शुभारंभ अवसर पर वन एवं सहकारिता मंत्री वर्चुअल रूप से जुड़े।

वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम में सुशासन दिवस पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि अभी प्रदेश में कार्यरत 2058 पैक्स तथा लैम्प्स द्वारा प्रदेश के कृषकों को कृषि ऋण तथा खाद-बीज एवं विभिन्न तरह की सेवाएं प्रदान की जा रही है। इन्हें और अधिक सक्षम बनाया जा रहा है। राज्य में 500 नये बहुउद्देशीय पैक्स के गठन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादक कृषकों की आय में वृद्धि के लिए एनडीडीबी के साथ राज्य दुग्ध संघ तथा राज्य सरकार के साथ त्रिपक्षीय एमओयू किया गया है। राज्य में 57 से अधिक नवीन दुग्ध समितियों का पंजीयन कर लिया गया है। राज्य के 113 वन-धन समितियों को भी प्राथमिक बहुउद्देशीय लघु वनोपज सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत किया गया है। 169 नवीन मत्स्य समितियों का गठन किया गया है।

सहकारिता मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि पिछले एक वर्ष में सहकारी बैंकों की 16 नवीन शाखाएं प्रारंभ किए गए हैं। पैक्स समितियों में 2058 माईक्रो एटीएम उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश के 2014 पैक्स समितियों को कॉमन सर्विस सेन्टर की सुविधा, 25 पैक्स समितियों में प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक तथा 06 जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों में 300 से अधिक पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है और अभ्यर्थियों को नियक्ति पत्र प्रदान किया गया है। राज्य के 2058 पैक्स में प्रधानमंत्री किसान संमृद्धि केन्द्र स्थापित किया गया है, पूर्ण रूप से विकसित होने के उपरान्त इन केन्द्रों में कृषकों को मिटटी परीक्षण, मौसम पूर्वानुमान तथा कृषि तकनीक संबंधी जानकारियां प्राप्त हो सकेंगी। वहीं अन्न भण्डारण योजनांतर्गत 200 मेट्रिक टन क्षमता के 725 नवीन गोदामों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से 625 गोदामों का निर्माण पूर्ण हो चुके हैं।

कार्यक्रम को सांसद बस्तर महेश कश्यप ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर बस्तर अंचल के 10 नवीन सहकारी समितियों को पंजीयन प्रमाण पत्र, 25 किसानों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड तथा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बड़े कापसी को माइक्रो एटीएम प्रदान किया गया। साथ ही प्रदेश के पहले ई-पैक्स समिति ओरछा सहित माइक्रो एटीएम से सर्वाधिक ट्रांजेक्शन करने वाले सहकारी समितियों मद्देड़, केशरपाल एवं नारायणपुर सहित लोक सेवा केन्द्र के बेहतर संचालन के लिए पैक्स समितियों माड़पाल, कांकेर, केरलापाल एवं बांसकोट को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बिल्हा में अटल परिसर का किया लोकार्पण, 16 करोड़ के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन व लोकार्पण

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की 100वीं जयंती पर आज जशपुर के सलिया टोली में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में बनने वाले अटल परिसर का भूमिपूजन किया। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव बिल्हा से भूमिपूजन कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े। राज्य के सभी नगरीय निकाय भी मुख्यमंत्री श्री साय के मुख्य आतिथ्य में सलिया टोली में आयोजित कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बिल्हा नगर पंचायत में निर्मित अटल परिसर के लोकार्पण के साथ ही वहां 16 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण किया। इनमें अकेले बिल्हा नगर पंचायत में तीन करोड़ 74 लाख रुपए के विकास कार्य शामिल हैं। बिल्हा में आयोजित लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक धरमलाल कौशिक ने की।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सभी नगरीय निकायों में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम को बिल्हा से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि 163 निकायों में एक साथ अटल परिसर का निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर से इसका शुभारंभ किया है। राज्य सरकार ने इसके लिए नगरीय निकायों को 46 करोड़ रुपए आबंटित किए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में सरकार ने 7000 करोड़ रुपए नगरीय निकायों को आबंटित किया है। इससे सभी शहरों में तेजी से विकास के काम हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नगरीय निकायों में भूमिपूजन कार्यक्रम में मौजूद लोगों को सलिया टोली से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि सांसद के रूप में मुझे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के साथ काम करने का मौका मिला। वे उत्कृष्ट राजनेता के साथ-साथ कवि एवं साहित्यकार भी थे। उनकी भाषण शैली एवं अदा ऐसी थी कि सभी बड़े चाव से उन्हें सुना करते थे। उन्होंने हमें पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनाकर दिया। उनके आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ आज तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। देश में सड़कों का जाल बिछाने और किसानों को क्रेडिट कार्ड देने की शुरूआत उनके नेतृत्व में उनके कार्यकाल में ही हुई।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी 100वीं जयंती पर नमन करते हुए कहा कि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने भारत के वैभव और ताकत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बुलंद किया। विदेश मंत्री रहते हुए 1977 में संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी में भाषण देकर पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया। 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत दिखाई। श्री साव ने कहा कि अटल जी अपने वादे के पक्के थे। उन्होंने 1999 में रायपुर के सप्रे स्कूल में की गई घोषणा को पूरा किया और छत्तीसगढ़वासियों को अलग राज्य और पृथक पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार अटल जी के सपने को पूरा करने का काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार से इसमें पूरी मदद मिल रही है।

बिल्हा में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तरक्की में अटल जी का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने यदि छत्तीसगढ़ राज्य नहीं बनाया होता, तो छत्तीसगढ़ का इतना विकास संभव नहीं था। उन्होंने राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर भी भारत का मान-सम्मान बढ़ाया। परमाणु परीक्षण के साथ ही गांव-गांव को सड़कों से जोड़ने तथा चतुर्भुज परियोजना में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। अटल जी सुशासन के पर्याय हैं। समारोह को गृह निर्माण मण्डल के पूर्व अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी ने भी सम्बोधित किया। बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण, जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल, नगर निगम के आयुक्त अमित कुमार और बिल्हा नगर पंचायत की अध्यक्ष जमाबाई कोसले सहित कई पार्षद और गणमान्य नागरिक भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

छत्तीसगढ़ को राज्य बनाकर अटल बिहारी बाजपेयी ने दिलाई नई पहचान – अरुण साव

रायपुर-    देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की 100वीं जयंती पर आज बिलासपुर में 50 लाख रुपए की लागत से बनने वाले अटल परिसर के निर्माण का भूमिपूजन किया गया। उप मुख्यमंत्री अरुण साव तथा केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने इसका भूमिपूजन किया। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बिलासपुर के रिवर-व्यू रोड का नामकरण अटल पथ और चौक का नाम अटल चौक करने की घोषणा की। विधायकगण धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल और सुशांत शुक्ला भी भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी के सपनों को साकार करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में अटल जी की भूमिका को याद करते हुए कहा कि उनके कारण ही एक नए प्रदेश के रूप में छत्तीसगढ़ को पहचान मिली। केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने अटल जी की कविता का पाठ करते हुए उन्हें स्मरण किया और कहा कि सुशासन का जो सपना अटल जी ने देखा है, उसे पूरा करने की दिशा में केंद्र और प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने अटल जी के व्यक्तित्व और उनकी दूरदर्शिता को याद किया।

बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल ने कार्यक्रम में अटल जी के बिलासपुर प्रवास की स्मृति को साझा किया। उन्होंने कहा कि वे युग पुरूष और लोकप्रिय व्यक्तित्व थे। ऐसे अद्भुत राजनेता को आज पूरा देश स्मरण कर रहा है। उनके द्वारा देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग द्वारा चयनित 20 संविदा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। बिलासपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण चौहान, नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल सहित अनेक पार्षद, विभागीय अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने जशपुर जिले के सलियाटोली में 726.27 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमिपूजन

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के अवसर पर जशपुर जिले के विकास के लिए कई बड़ी सौगाते दीं। मुख्यमंत्री ने कुनकुरी अंचल के ग्राम सलियाटोली में आयोजित कार्यक्रम में 726 करोड़ 27 लाख रूपए की लागत के 172 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया जिनमें 65 करोड़ 94 लाख रूपए की लागत के 50 कार्यों का लोकार्पण और 660 करोड़ 33 लाख रूपए की लागत के 122 कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने शासन के विभिन्न विभागों की हितग्राही मूलक योजनाओं के अंतर्गत अनेक हितग्राहियों को हितग्राहीमूलक सामग्री एवं उपकरण प्रदान किए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने 660.33 करोड़ रूपए की लागत के जिन 122 कार्यों का भूमिपूजन किया, उनमें जशपुर विधानसभा के 58.83 करोड़ रूपये की लागत के 21 कार्य, कुनकुरी विधानसभा में 498.01 करोड़ रूपये की लागत के 58 कार्य, पत्थलगांव विधानसभा में 103.48 करोड़ रूपये की लागत के 43 कार्य शामिल हैं। भूमिपूजन होने वाले कार्याे में मुख्य रूप से जशपुर में प्रयास आवासीय विद्यालय, बगीचा में नवीन पॉलिटेक्निक कॉलेज, कुनकुरी में रिक्रिएशन पार्क, जिला कार्यालय जशपुर के द्वितीय तल, 15 धान उपार्जन केन्द्रों में अधोसंरचना-गोदाम, सलिहाटोली में इंडोर जिम, बगीचा में बैडमिंटन कोर्ट, कुनकुरी में अमृत मिशन 2.0 के विभिन्न कार्य शामिल है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री श्री साय ने 65.94 करोड़ की लागत के जिन नवनिर्मित 50 कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें जशपुर विधानसभा में लगभग 27.76 करोड़ लागत के 26 कार्य, कुनकुरी विधानसभा में 5.65 करोड़ लागत के 12 कार्य और पत्थलगांव विधानसभा में 32.51 करोड़ लागत के 12 कार्य शामिल है। लोकार्पित होने वाले कार्यों में मुख्य रूप से पोंगरों एनीकट हाइड्रो पावर आधारित पम्पिंग योजना, 4 प्री-मैट्रिक कन्या छात्रावास भवन, 6 स्टाप डेम, सेन्द्रीमुण्डा में नवीन आदिवासी कन्या आश्रम, नारायणपुर में हाई स्कूल भवन शामिल है।इस अवसर पर विधायक गोमती साय और रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति भगत, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय, कृष्ण कुमार राय, नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, रामप्रताप सिंह, यश प्रताप सिंह जूदेव, सुनील गुप्ता, रोहित साय सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

CWC की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने भूपेश बघेल कर्नाटक रवाना
रायपुर-  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर्नाटक के बेलगावी के लिए रवाना हो गए हैं, वे 26 दिसंबर को आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की विशेष बैठक में शामिल होंगे. बैठक का नाम ‘नव सत्याग्रह’ रखा गया है, जो महात्मा गांधी द्वारा बेलगावी से सत्याग्रह की शुरुआत के 100 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है.

भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, साथियों! रायपुर से बेलगावी (कर्नाटक) के लिए रवाना हो रहा हूं. आज मध्य रात्रि तक पहुंच जाऊंगा.बेलगावी वही जगह है, जहां 100 वर्ष पहले पूज्य बापू महात्मा गांधी जी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. यहां 26 दिसंबर को विस्तारित CWC की विशेष बैठक होगी, जिसका नाम ‘नव सत्याग्रह’ रखा गया है. क्योंकि 100 साल पहले गांधी जी ने सत्याग्रह का ऐलान बेलगावी से ही किया था. अब उसी जगह से कांग्रेस ‘नव सत्याग्रह का संकल्प’ लेकर आगे बढ़ेगी. उन्होंने यह भी बताया कि 27 दिसंबर को यहां एक विशाल ‘जय बापू-जय भीम-जय संविधान’ रैली आयोजित होगी.

बघेल ने कहा, सोचते हुए आंखों के आगे वह चित्र बन रहा है जब 26 दिसंबर 1924 को इसी बेलगावी (कर्नाटक) में कांग्रेस के 39वें अधिवेशन के अवसर पर सर्वसम्मति से गांधी जी को पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया होगा. यह अधिवेशन आजादी की लड़ाई में मील का पत्थर साबित हुआ. इस अधिवेशन में देश के कोने-कोने से हजारों लोग आए. अधिवेशन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को कांग्रेस की कमान मिली और बतौर अध्यक्ष गांधी जी ने जो संदेश दिए, उनका आजादी की लड़ाई में जोरदार असर देखा गया.

साल 2024, उसी ऐतिहासिक अधिवेशन का शताब्दी वर्ष है. 100 साल की इस यात्रा में देश ने कई उतार-चढ़ाव देखे. इन तमाम उतार-चढ़ावों के दौरान गांधी जी के वही संदेश आज के भारत के लिए भी बेहद जरूरी और प्रासंगिक बने हुए हैं.

आखिर इस सम्मेलन में गांधी जी ने क्या कहा था?

महात्मा गांधी जी ने सभी देशवासियों से अपने आपसी मतभेदों को भुला, एकजुट होकर अत्याचारी ब्रिटिश हूकुमत के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आह्वान किया था. खिलाफत आंदोलन के बाद हिंदुओं और मुसलमानों के बीच उपजी खाई को पाटकर पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोया.

स्वराज के संकल्प पर बात करते हुए गांधी जी ने कहा कि जब तक हम जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के आधार पर एक-दूसरे के साथ भेदभाव करेंगे, उन्हें अछूत मानते रहेंगे, तब तक स्वराज का संकल्प अधूरा ही रहेगा.

गांधी जी ने कहा कि जब तक देश के शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं जैसे जागरूक लोगों की राजनीति में भागीदारी नहीं होगी, तब तक देश में परिवर्तन का संकल्प मुश्किल होगा.

गांधी जी ने स्वतंत्रता सेनानियों को बताया कि अंग्रेजों की तानाशाही के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार अहिंसा और विनम्रतापूर्वक अवज्ञा है. अगर हम अंग्रेजों का कहा नहीं करेंगे तो उनकी व्यवस्था खुद ही ध्वस्त हो जाएगी. इसी के कुछ साल बाद 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई.

अब 100 साल बाद यानी 2024 की बात करते हैं. ये एक ऐसा दौर है जब BJP बाबा साहेब के संविधान की धज्जियां उड़ाकर, देश के नायकों का अपमान कर, जाति-धर्म के आधार पर नफरत भड़काकर देश की एकता को खंडित करना चाहती है. नफरत और हिंसा के इस दौर में भी कांग्रेस पार्टी गांधी के दिखाए मार्ग पर चलकर उनके दिए संस्कारों, सीखों और मूल्यों को मजबूती से आत्मसात करने को तत्पर है.

कांग्रेस पार्टी की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक उसी बेलगावी में 26 दिसंबर, 2024 को होने जा रही है, जहां से गांधी जी ने भारत को सद्भाव, एकता, प्रेम और तानाशाह ताकतों के प्रति अवज्ञा का मूल्य सिखाया था. कांग्रेस पार्टी और उसके करोड़ों कार्यकर्ता आज सत्य, अहिंसा और प्रेम के गांधीवादी आदर्शों को पुनर्जीवित करने के लिए पूरी निष्ठा से तत्पर हैं.
सर्व पिछड़ा वर्ग ने खोला मोर्चा : निकाय चुनाव के आरक्षण में कटौती का आरोप, 30 को छत्तीसगढ़ बंद का ऐलान

कांकेर-   पिछड़ा वर्ग ने नगरीय निकाय चुनाव के आरक्षण में बस्तर और सरगुजा संभाग में पिछड़ा वर्ग को कम आरक्षण मिलने का आरोप लगाकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पिछड़ा वर्ग ने 30 दिसंबर को छत्तीसगढ़ बंद का आव्हान किया है. सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के प्रदेश अध्यक्ष जगन्नाथ साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छत्तीसगढ़ बंद और चक्काजाम की जानकारी दी है.

सर्व पिछड़ा वर्ग समाज ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की राजनीति में पिछड़ा वर्ग को पहले ही 25 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त था, लेकिन वर्तमान में सभी वर्गों को मिलाकर 50 प्रतिशत आरक्षण कर दिया गया है. इससे पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण ही नहीं बचा है.

कांकेर नपा में पिछड़ा वर्ग को इस बार 4 सीट, पहले मिली थी 5 सीटें

हाल ही में हुए नगरीय निकाय के आरक्षण में कांकेर नगर पालिका में पिछड़ा वर्ग को सिर्फ 4 सीट मिली है, जबकि पिछले बार ये संख्या 5 थी. वहीं अंतागढ़ नगर पंचायत में पिछड़ा वर्ग के लिए एक भी सीट आरक्षित नहीं हुई है. यही हाल पूरे बस्तर और सरगुजा संभाग में है. प्रदेश सरकार पर आरक्षण की नीति से छेड़छाड़ कर पिछड़ा वर्ग को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाकर सर्व पिछड़ा वर्ग समाज ने 30 दिसंबर को चक्काजाम और प्रदेश बंद का आव्हान किया है.