छत्तीसगढ़ में विधायकों का बढ़ा भत्ता, विधानसभा में सर्वसम्मति से पास हुआ संशोधन विधेयक
रायपुर- छत्तीसगढ़ में विधायकों का भत्ता बढ़ा दिया गया है. एक हजार की जगह अब दैनिक भत्ता 2 हजार रुपए दिया जाएगा. यह संशोधन विधेयक आज विधानसभा में सर्वसम्मति से पास हुआ.
छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : भू राजस्व संहिता संशोधन विधेयक पारित, रजिस्ट्री में नहीं आएगी परेशानी…
रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक पेश किया. विचार-विमर्श के बाद इस विधेयक को विधानसभा से पारित किया गया है. इस संशोधन विधेयक के मुताबिक छत्तीसगढ़ में निर्विवाद जमीन का स्वतः नामांतरण होगा. वहीं जियो रिफरेंस वाली जमीन का रजिस्ट्री के साथ नामांतरण होगा.
नए प्रावधानों के मुताबिक, जमीन विवाद मामले में पक्षकार को डिजिटल मध्यम से भी नोटिस भेजा जा सकेगा. राजस्व न्यायालय में ऑनलाइन कागजात भी मंगवाए जा सकेंगे. भूमि अर्जन प्रक्रिया शुरू होने पर जमीन का डायवर्सन नहीं होगा. शासन को पत्र प्राप्त होते ही खरीदी और बंटवारा बंद होगा. इससे अधिक मुआवजा पाने के खेल पर पाबंदी लगेगी.
बता दें कि इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान कई मुद्दों पर सदन गरमाया. बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने DMF मद से दंतेवाड़ा में कोरकोट्टी सड़क निर्माण और हिरोली सड़क हेल्थ सेंटर से कैंप तक की सड़क को लेकर सवाल पूछा. संतुष्टि-पूर्ण जवाब नहीं मिलने पर अजय चंद्राकर और मंत्री विजय शर्मा के बीच नोंक-झोंक भी देखने को मिला.
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक के संबंध में बताया कि राज्य के लोगों के लिए किसानों के लिए महत्वपूर्ण विधेयक है. ऑनलाइन सिस्टम को लागू किया जा रहा है. रजिस्ट्री के साथ नामांतरण भी हो जाएगा. रजिस्ट्री कराने वालों को परेशान नहीं होना पड़ेगा.
मंदिर की 500 करोड़ के दान की जमीन को अवैध रूप से बेचने का मामला, पीड़ितों के साथ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी
रायपुर- रामचन्द्र स्वामी मंदिर सार्वजनिक ट्रस्ट प्रबंधक कलेक्टर रायपुर के अधीन धरमपुरा की 500 करोड़ की संपत्ति तहसीलदार अजय चंद्रवंशी ने कलेक्टर का नाम विलोपित करते हुए महंत राम आशीष दास के नाम चढ़ा दी है. यह आरोप हीरापुर, रायपुर निवासी अकलेश जैन ने लगाया है.
अकलेश जैन ने आज रायपुर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के जरिए आरोप लगाया कि फर्जी सरवराकार व महंत बनकर आशीष दास राजस्व न्यायालय में जमीन बिक्री के लिए सहमति दे रहे महासमुंद के हरमीत सिंह खनूजा ने रायपुर में मंदिर व संस्थाओं की जमीन हड़पने के लिए गिरोह बनाया हैं, जिसमें भाजपा के पदाधिकारी व मजदूरों की संस्था की कीमती जमीनों में कूटरचना कर हड़पने का खेल कई राजस्व अधिकारियों की संलिप्तता से चल रहा है.
अकलेश जैन ने महासमुन्द के हरमीत सिंह खनुजा पर हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर के तथा कथित स्वयं भू महंत व फर्जी सरवराकार आशीष दास द्वारा भू माफिया गिरोह संगठित कर पुरानी बस्ती स्थित सैकड़ों साल पुराने हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर की धरमपुरा में स्थित करोड़ों की सैकड़ों एकड़ जमीन हरमीत सिंह खनुजा के साथ मिलकर महंत आशीष दास मंदिर की जमीन को सैकड़ों करोड़ रुपए में अवैध बिक्री कर रहा है.
अकलेश जैन ने आरोप लगाया कि रामचन्द्र स्वामी मंदिर, हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर सार्वजनिक ट्रस्ट की संपत्ति रामचंद्र स्वामी मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक कलेक्टर रायपुर के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है, जिसे उमा देवी पति जैतुसाव अग्रवाल द्वारा संवत् 1944 में मंदिर को दान में दिया था. दान पत्र में दानदाता द्वारा मंदिर की संपत्ति अंतरण से निषिद्ध किया गया था, दान पत्र सहित अपने से वरिष्ठ अधिकारी पंजीयक सार्वजनिक न्यास तथा कलेक्टर रायपुर के अधिकारों का अतिक्रमण कर पृथक-पृथक दो आदेश 27.02.2024 व 28.02.2024 पारित कर प्रबंधक कलेक्टर रायपुर व सार्वजनिक न्यास का नाम विलोपित कर 500 करोड़ रुपए की लगभग चालीस एकड़ जमीन कथित स्वयं भू महंत राम आशीष दास का नाम राजस्व अभिलेखों में चढ़ाने का आदेश दे दिया गया है.
अकलेश जैन ने आरोप लगाया कि हरमीत सिंह खनुजा ने महासमुंद में बड़े झाड़ के जंगल को भी अपने नाम पर चढ़वाया गया है. संस्था द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित पुलिस थाने में शिकायत की गई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कलेक्टर कांफ्रेस में भू माफियाओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं, पर जिले के अधिकारी भू-माफियाओं पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
इसके साथ ही अकलेश जैन ने मंदिर की संपत्ति हड़पने किए गए अवैध आदेश निरस्त करते हुए भू-माफिया के साथ गैरकानूनी आदेश देने वाले राजस्व अधिकारियों को बर्खास्त कर जेल भेजने की चेतावनी दी है. अन्यथा हरमीत सिंह खनुजा से पीड़ित दर्जनों लोगों को एक मंच पर लाकर बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा.
डॉक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का नाम बदलने से कुर्मी समाज में आक्रोश, रायपुर में दिया धरना
रायपुर- छत्तीसगढ़ शासन द्वारा डॉक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का नाम बदले जाने से अक्रोशित मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज ने रायपुर में धरना दिया. इस प्रदर्शन में प्रदेशभर से छत्तीसगढ़ प्रदेश कुर्मी समाज सहित सतनामी समाज, धोबी समाज, सेन समाज, साहू समाज, चंद्राकर समाज एवं सर्व छत्तीसगढ़िया समाज के हजारों प्रतिनिधि शामिल हुए.
मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के केंद्रीय अध्यक्ष खोडस राम कश्यप ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा डॉक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का नाम बदला जाना छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम स्वप्न दृष्टा, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक एवं जातिगत भेदभाव एवं कुरीतियों के विरुद्ध आजीवन संघर्षरत डॉक्टर खूबचंद बघेल का ही नहीं अपितु मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज सहित सर्व छत्तीसगढ़िया समाज का भी अपमान है. छत्तीसगढ़ शासन का ऐसा अनपेक्षित निर्णय छत्तीसगढ़ के महापुरुषों के गौरव एवं स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने के साथ ही उनकी अस्मिता को मिटाने की साजिश है. महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा ने कहा कि यह लड़ाई छत्तीसगढ़िया समाज के स्वाभिमान एवं सम्मान की लड़ाई है. इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचने तक जारी रखा जाएगा. छत्तीसगढ़ शासन जल्द से जल्द डॉक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का पूर्व नाम एवं पहचान बनाए रखने के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए निर्णायक आदेश जारी करें अन्यथा सर्व छत्तीसगढ़िया समाज को सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के केंद्रीय अध्यक्ष खोड़स राम कश्यप, मन्नू लाल परगनिया सरंक्षक, रघुनंदन लाल वर्मा केंद्रीय सलाहकार छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी समाज, सर्व छत्तीसगढ़ समाज के प्रदेश अध्यक्ष रमेश यदु छत्तीसगढ़ प्रदेश कुर्मी समाज प्रतिनिधि, मनवा कुर्मी समाज के महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा, उपाध्यक्ष मोतीराम वर्मा, कोषाध्यक्ष जागेश्वर बघेल, राजप्रधान नीलमणी परगनिहा धरसीवां, ठाकुर राम वर्मा, तिल्दा जागेश्वर वर्मा रायपुर, हरि राम वर्मा अर्जुनी, रामखिलावन वर्मा पलारी, सुनीता वर्मा बलौदा बाजार, चिंताराम वर्मा चंदखुरी, सत्यभामा परगनिहा धमधा, ईश्वरी वर्मा दुर्ग, युगल किशोर आदिल पाटन, महिला अध्यक्ष सरिता बघेल, युवा अध्यक्ष चंद्रकांत वर्मा , कमल वर्मा सर्व कुर्मी समाज सहित सर्व छत्तीसगढ़िया समाज के लोगों ने अपना विचार व्यक्त किया. सभा का संचालन सुनील नायक राज सचिव रायपुर राज, श्रध्दां नायक महिला महामंत्री ,आलोक वर्मा युवा महामंत्री ने किया. इन समाज के लोगों ने किया समर्थन
जितेन्द्र सिंगरौल , कुर्मी महासभा (रा.प्र.), पुहुप राम यदु, संरक्षक सर्व छत्तीसगढ़िया, समाज (बलौदा बाजार), शैलेष नितिन त्रिवेदी, बिसौहा राम पटेल, पटेल समाज, रमेश यदु, सर्व छत्तीसगढ़िया समाज, कौशल वर्मा, दुर्ग उपाध्यक्ष, छ.ग. भातृसंघ, शेष नारायण बघेल पौत्र डॉ. खूबचंद बघेल, कुन्ती साहू (साहू महिला समाज, ललित काकड़े, प्रदेश अध्यक्ष, तिरेला कुर्मी क्षत्रिय समाज, पवन दिल्लीवार (के. दिल्लीवार क्षत्रिय समाज, अशोक देशमुख, महामंत्री (दिल्लीकर कुक्षस), मोहन लाल हरमुख (पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष), बी.एस रावेत का. आदिवाली समाज प्रदेशाध्यक्ष, आर. पी. भतपहरी सतनामी समाज प्रदेशाध्यक्ष, राजा निर्मलकर युवा प्रदेशध्यक्ष (धोबी समाज), बिसाहू राम पटेल (पटेल समाज), उमांकात वर्मा (महामंत्री सर्व समाज) ने आंदोलन में शामिल होकर अपना समर्थन दिया.
छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : पारित हुआ नगर पालिका संशोधन विधेयक, विपक्ष ने किया बहिष्कार…
रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन उप मुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा पेश नगर पालिका संशोधन विधेयक विपक्ष की अनुपस्थिति में पारित हुआ. कांग्रेस विधायकों ने संशोधन विधेयक को संविधान के खिलाफ बताते हुए संशोधन विधेयक पर चर्चा का बहिष्कार किया था.
सदन में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ नगरपालिका (संशोधन ) विधेयक 2024 पेश किया. संशोधन विधेयक में समय पर चुनाव नहीं होने की स्थिति में कार्यकाल बढ़ाने का जिक्र है. नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने कहा कि इस संशोधन से मजबूत नगर सरकार बनेगी.
मंत्री अरुण साव ने कहा कि महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष बेखौफ होकर निडर होकर काम कर सकेंगे. लेकिन कांग्रेस ने इसे संविधान के खिलाफ बताते हुए चर्चा का बहिष्कार किया. कांग्रेस की अनुपस्थिति में नगर निगम संशोधन विधेयक ध्वनि मत से पारित हुआ.
छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के बीच ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ योजना के तहत हुआ एम ओ यू, दोनो राज्यों के कलाकार होंगे लाभान्वित
रायपुर- छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के बीच ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ योजना के तहत एम ओ यू संपादित किया गया है। इस समझौते के तहत भारतीय एकता की भावना को मजबूत करने, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने, नवाचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए दोनों राज्य परस्पर सहयोग करेंगे। इस परस्पर समझौते से उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक संबंधों के एक नए दौर की शुरुआत होगी, जिससे दोनों राज्यों के कलाकार लाभान्वित होंगे। दोनों राज्यों के स्थापना दिवस सहित राष्ट्रीय पर्वाें के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर दोनों राज्यों के सांस्कृतिक कलाकार एक-दूसरे के राज्यों में प्रस्तुतियां देंगे। दोनों राज्यों के विविध सांस्कृतिक विधाओं के क्षेत्र में परस्पर विनिमय से दोनों राज्यों के कलाकार और सांस्कृतिक कर्मियों को लाभ होगा। प्राचीन काल से दोनों राज्यों के मध्य स्थापित संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी।
उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय इस अवसर पर लखनऊ में आयोजित कार्यकम में उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग की ओर से उप संचालक डॉ. पी.सी. पारख उपस्थित थे।
मान्यता है कि छत्तीसगढ़ रामायण कालीन अयोध्या की महारानी और श्रीराम की माता कौशल्या का मायका था। श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय इसी क्षेत्र में व्यतीत किया था। यहाँ माता कौशल्या की जन्मस्थली चंदखुरी, लवकुश की जन्मस्थली तुरतुरिया और शबरी का आश्रम शिवरीनारायण होने की मान्यता जन-जन में आज भी जीवंत है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2015 को सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के अवसर पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल की घोषणा की थी। इस अभिनव उपाय के माध्यम से, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं के ज्ञान से राज्यों के बीच बेहतर समझ और जुड़ाव पैदा होगा, जिससे भारत की एकता और अखंडता मजबूत होगी।
कांग्रेस में विलय के लिए जनता कांग्रेस अध्यक्ष रेणु जोगी ने दिया प्रस्ताव, पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने बताई अपनी राय…
रायपुर- कांग्रेस में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी कांग्रेस) के विलय के लिए अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा है. रेणु जोगी ने पत्र में पार्टी के सभी पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस प्रवेश करने की बात लिखी है.
जोगी कांग्रेस की अध्यक्ष रेणु जोगी के पत्र पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पार्टी की ओर से समिति बनाई गई है. पार्टी को निर्णय लेना है. मुझे पत्र के बारे में मीडिया से जानकारी मिली है. वहीं इस विलय पर खुद के विचार को लेकर कहा कि मैं अपनी बात पार्टी को बताउंगा. मीडिया को क्यों बताउंगा.
राज्यपाल रमेन डेका ने ली निजी विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक
रायपुर- राज्यपाल और कुलाध्यक्ष रमेन डेका ने आज सभी निजी विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक लेकर उनकी शैक्षणिक गतिविधियों, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन व अन्य कार्यों की समीक्षा की। राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया कि नवाचार, अनुसंधान और स्टार्टअप पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने विश्वविद्यालयों को विष्वविद्यालय अनुदान आयोग के मापदंडों एवं नियमों के अनुरूप कार्य संचालन के निर्देश दिये।
बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना, राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमेन बृजेश मिश्र, राज्यपाल की संयुक्त सचिव हिना अनिमेष नेताम और सभी निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।
बैठक में राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों की शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका है। इन विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के गाईडलाइन और शासन के नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए। विश्वविद्यालयों में शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें, उनको व्यवसाय का संस्थान न बनाये। उन्होंने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों के लिए लागू विनियमन को उन्हें मानना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निजी विश्वविद्यालयों के लिए विनियामक आयोग का गठन बहुत अच्छी पहल है। राज्यपाल ने कहा कि रायपुर एजुकेशन हब के रूप में विकसित हो सकता है जिसके लिए सभी का प्रयास जरूरी है।
श्री डेका ने कहा कि विद्यार्थियों के हित में अकादमिक कैलेण्डर का पालन करें। उन्होंने नियमित शिक्षकों की नियुक्ति और विष्वविद्यालय अनुदान आयोग के मापदंडों के अनुरूप पात्र शिक्षकों को ही पी.एच.डी. के लिए गाइड नियुक्त करने संबंधी निर्देष दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मापदंडों का पालन नहीं करने वाले, विश्वविद्यालय पीएचडी नहीं करा पायेंगे। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों से अब तक जितनी पी.एच.डी. डिग्री दी गई है उसकी जानकारी देने कहा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, स्थानीय व लघु उद्योगों से समन्वय कर विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए कार्य करें। विद्यार्थी, विनिमय कार्यक्रम के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि शिक्षकों का रिफ्रेेशर कोर्स एवं प्रशिक्षण कराये, जिससे वे अपने विषयों में अपडेट रहें ताकि विद्यार्थी भी अध्ययन के प्रति आकर्षित हो और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके। साथ ही उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए अन्य विश्वविद्यालयों के साथ एम.ओ.यू. करें। लाइवलीहुड के लिए भी विश्वविद्यालय नवाचार करें। राज्यपाल ने कहा कि बैठक में जो निर्णय होते हैं उनका पालन अनिवार्य रूप से करें और अगली बैठक में प्रतिवेदन लेकर आये। उन्होंने हर तीन माह में समीक्षा करने की बात कहीं।उच्च शिक्षा विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना ने कहा कि नई शिक्षा नीति को सही तरीके से लागू करने की जरूरत है। विद्यार्थियों को दिये जाने वाली डिग्री एवं अन्य दस्तावेजों को डिजिटल रूप से भी अपलोड करें। अनुसंधान में नये विषयों में शामिल करें जिससे विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ की कल्पना को साकार किया जा सकें। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अनुसंधान और नवाचार में निजी विश्वविद्यालयों की मदद् के लिये योजना बनाई है।
बैठक में उपस्थित छत्तीसगढ़ विनियामक आयोग के चेयरमेन श्री मिश्रा ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के निरिक्षण के दौरान पाई गई कमियों एवं अन्य मुद्दों पर ध्यान आकर्षित कराया।
बैठक में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन एवं विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये गये नवाचार एवं अन्य बिन्दुओं पर जानकारी दी।
बैठक में कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर, मैट्स विश्वविद्यालय रायपुर, आई.सी.एफ.ए.आई विश्वविद्यालय दुर्ग, सीवी रमन विश्वविद्यालय बिलासपुर, आई.टी.एम. विश्वविद्यालय रायपुर, ओ.पी. जिदंल विश्वविद्यालय रायगढ़, एमिटी विश्वविद्यालय रायपुर, आई.एस.बी.एम. विश्वविद्यालय गरियाबंद, श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय रायपुर, मर्हिषी विश्वविद्यालय बिलासपुर, ए.ए.एफ.टी. विश्वविद्यालय रायपुर, देव संस्कृति विश्वविद्यालय दुर्ग, के. के. मोदी विश्वविद्यालय दुर्ग, श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी दुर्ग, भारती विश्वविद्यालय दुर्ग, आंजनेय विश्वविद्यालय रायपुर, श्री दावड़ा विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपतिगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पद्मश्री अनुराधा पौडवाल ने सौजन्य मुलाकात की
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज छत्तीसगढ़ विधानसभा स्थित उनके कक्ष में पद्मश्री अनुराधा पौडवाल ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ आगमन पर शॉल और बेल मेटल की नन्दी भेंट कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री श्री साय और पद्मश्री अनुराधा पौडवाल के मध्य छत्तीसगढ़ की लोककला, गीत-संगीत और संस्कृति को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर विधायक और पद्म अनुज शर्मा उपस्थित थे।
Dec 19 2024, 18:21