हजारीबाग: मजदूर दीपक सिंह की गोली मारकर हत्या, 37 दिनों में चौथी वारदात


रिपोर्टर पिंटू कुमार।

हजारीबाग जिले में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा। गिद्दी थाना क्षेत्र में 30 वर्षीय मजदूर दीपक सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका शव दामोदर नदी के किनारे साधु मंदिर के पास से बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार, दीपक को दो गोलियां मारी गईं—एक आंख में और दूसरी पेट में।

दीपक, गिद्दी रैलीगढ़ा, दोतल्ला का निवासी था और मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। घटना के बाद से परिवार में मातम छा गया है। उसकी बूढ़ी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

यह घटना हजारीबाग में बीते 37 दिनों में हुई चौथी हत्या है। इससे पहले रामनवमी महा समिति के पूर्व अध्यक्ष मंजीत यादव, बड़कागांव के प्रकाश ठाकुर, और कटकमदाग के पूर्व मुखिया उदय साव की हत्या हो चुकी है।

लगातार बढ़ रही हत्याओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और कहा है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने शहरी क्षेत्र के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का किया औचक निरीक्षण।

हज़ारीबाग़ :उपायुक्त नैंसी सहाय एवं अभिहित अधिकारी-सह-अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, हज़ारीबाग डॉ. शशि जयसवाल के संयुक्त निर्देश पर आज 6 दिसंबर को खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी चंद्र प्रकाश चंद्र गुग्गी के द्वारा मेसर्स हेमकूट राइस मिल डेमोटांड, मे.पूजा होटल सदर, मेन रोड , मे.जय माता दी स्वीट्स, अनंदा चौक,मे. साल्ट एंड पेपर रेस्टोरेंट मटवारी, मे. कैनरी इन, सदर,में.हजारीबाग आरोग्यं हॉस्पिटल, मे. चिल्ली वेरीला, मे. राजश्री निमकी एवं मे. चंद्रावती राइस मिल्स प्राइवेट लिमिटेड मोरंगी का निरीक्षण किया गया।

सभी प्रतिष्ठानों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में सुधार के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने खाद्य पदार्थों के साथ साथ पानी की गुणवत्ता की भी जांच की तथा इन प्रतिष्ठानों में कार्यरत कर्मियों की व्यक्तिगत स्वच्छता एवं परिसर की समुचित साफ सफाई रखने का निर्देश दिया एवं बिना PSSAI लाइसेंस नंबर एवं लोगों का सामान उपयोग में नहीं लाना को कहा उन्होंने आमलोगों से खाद्य पदार्थों के निर्माण तिथि एवं उपयोग तिथि देखकर ही सामान खरीदने की बात कही। 

उन्होंने प्रतिष्ठान के संचालकों से 

लाइसेंस की कॉपी परिसर में लगाने व अखाद्य रंग का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया।

आंगनबाड़ी में गड़बड़ी पर सख्त रुख, प्रमुख और उप प्रमुख ने किया औचक निरीक्षण।


प्रखंड प्रमुख बीना देवी और उप प्रमुख रविकांत सिंह ने शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों में हो रही अनियमितताओं पर सख्त रुख अपनाते हुए कई केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ पंचायत समिति सदस्य मुकेश कुमार और प्रमुख प्रतिनिधि गणेश मेहता भी मौजूद रहे। 

निरीक्षण के दौरान केशुरा आंगनबाड़ी केंद्र 1 और 2, अमृत नगर और शेखा आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति चिंताजनक पाई गई। केशुरा आंगनबाड़ी केंद्र में 11:30 बजे तक एक भी बच्चा मौजूद नहीं था, जबकि बाकी केंद्रों में रजिस्ट्रार का सही तरीके से रखरखाव नहीं किया जा रहा था।इसके साथ ही, शेखा प्राथमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया गया। 

वहां की पठन-पाठन व्यवस्था पर अधिकारियों ने संतोष व्यक्त किया। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओरिया और चंदवार तथा पशुपालन विभाग चंदवार का निरीक्षण किया गया। जांच में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कई अनियमितताएं सामने आईं, और पशुपालन विभाग में नियमित कर्मचारी उपस्थित नहीं थे। इसके अलावा, खाता संचालन में भी खामियां पाई गईं। प्रमुख बीना देवी ने संबंधित विभागों को सख्त हिदायत दी कि जल्द से जल्द सभी खामियों को दूर किया जाए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। इस निरीक्षण से प्रशासनिक व्यवस्थाओं में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।

पोषण भी पढ़ाई भी" ईसीसीई नई पाठयक्रम की रूपरेखा विषयक पर 2 दिसंबर से 21 दिसंबर तक दिए जाएंगे प्रशिक्षण

हज़ारीबाग : पोषण भी पढ़ाई भी ईसीसीई नई पाठयक्रम की रूपरेखा विषयक पर दिनांक-02.12.2024 से 21.12.2024 तक सुबह 10 से 5 बजे तक प्रशिक्षण का आयोजन सूचना भवन, हजारीबाग में किया जा रहा है। प्रशिक्षण का शुभांरभ जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा द्वारा किया गया है। प्रत्येक 6 बैच में 100-100 आँगनबाड़ी सेविकाआ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें कुल 600 आँगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षित किया जाना है। 

प्रांरभिक बचपन की शिक्षा एवं पोषण में सुधार के उद्देश्य से पोषण भी पढ़ाई भी अभियान की शुरूआत की गई है। इस अवसर पर आँगनबाड़ी सेविकाओं को स्कूल पूर्व शिक्षा के दौरान तमाम जानकारियाँ प्रदान की जा रही है, जैसे सेविकाओं को पोषण ट्रैकर एप्प म लाभुकों को शत्-प्रतिशत प्रविष्टि, आधार सत्यापन, आधारभूत संरचना की प्रविष्टि, कम जगह में पोषण वाटिका का निर्माण, केन्द्रों की साफ-सफाई, बच्चों के प्रांरभिक बाल्यवस्था में देखभाल और शिक्षा तथा पोषण सेवा प्रदान करने में उनकी क्षमता का निर्माण किया जा सके। 

इस अवसर पर निपसीड, लखनऊ से प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर प्रशिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस अभियान के तहत शून्य से 6 वर्ष वर्ग तक के बच्चें को केन्द्रित किया जा रहा है। अभियान के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति साक्षरता और संख्यात्मक कौशल में एक मजबूत नींव विकसित बुनियादी तोर पर किये जाने को लेकर प्राथमिकता तय की गई है। इसके लिए बेहत्तर बुनियादी ढ़ांचे के साथ आँगनबाड़ी केन्द्रों को भी से ब्रांडिग करना, आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों और सहायकों को बाल देखभाल कार्यकर्ताओं के रूप में नामित करना, तीन वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए शिशु गृह सुविधाएँ प्रदान करना, विभिन्न मॉडलों में एक सामान्य पाठ्यक्रम विकसित करना और बच्चे की मातृभाषा में शिक्षा पर जोर दिया जाना है। साथ ही बताना है कि आँगनबाडी केन्द्र बाल दखभाल सुविधओं के अलावा सरकार और ग्रामीण समुदायों के बीच एक आवश्यक कड़ी के रूप में काम करती है।

 विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं एवं 6 वर्ष के कम उम्र के बच्चों को इससे जोड़ा गया है। आँगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से गावों में रहनेवाली महिलाओं और बच्चों को मौलिक स्वास्थ्य देखभाल, पोषण और प्रांरभिक बचपन की शिक्षा सेवाएँ प्रदान करना है। प्रार्थामक बाल संरक्षण और शिक्षा के तहत प्राथमिक स्कूल के लिए बच्चों को तैयारो से आग जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चे के सामाजिक, भावनात्मक, संज्ञानात्मक और शारीरिक आवश्यकताओं का समग्र विकास है। इस अभियान के तहत संकल्प 4.2 का लक्ष्य 2030 तक सभी बालक-बालिकाओं को गुणवत्ता युक्त प्राथमिक बाल विकास, देखभाल और पूर्व प्राथमिक शिक्षा की पहुंच प्रदान करना है।

 इस अवसर पर मुख्य रूप से अनुभा श्वेता होरो सहित अन्य महिला पर्यवेक्षिकाएँ शामिल है।

हजारीबाग: एच जेड बी आरोग्यम अस्पताल में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर


हजारीबाग जिले के एच जेड बी आरोग्यम अस्पताल द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए 9 दिसंबर, सोमवार को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक अस्पताल परिसर में आयोजित होगा।

इस शिविर में रक्तचाप (बी.पी), ब्लड शुगर, और अन्य स्वास्थ्य जांचों के साथ-साथ सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत विशेष सेवाएँ भी उपलब्ध होंगी। मरीजों को मुफ्त दवाइयाँ और विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा निःशुल्क परामर्श प्रदान किया जाएगा।

विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में शामिल हैं:

डॉ. सुधा भंगरा (स्त्री रोग विशेषज्ञ)

डॉ. कुमारी ऐश्वर्या (स्त्री रोग विशेषज्ञ)

डॉ. हीरालाल (शिशु रोग विशेषज्ञ)

अस्पताल के निदेशक हर्ष 

अजमेरा ने कहा कि यह शिविर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। प्रशासक जया सिंह ने बताया कि अस्पताल समाज के सभी वर्गों को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत यह अस्पताल सूचीबद्ध है और सभी लाभार्थियों को निःशुल्क सेवाएँ प्रदान करेगा।

एसएसआरपी कंपनी द्वारा प्रदीप प्रसाद के सम्मान में भव्य समारोह का आयोजन

मटवारी चौक स्थित एसएसआरपी कंपनी के मुख्य कार्यालय में गुरुवार को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर कंपनी के सदस्यों, कर्मचारियों और आमंत्रित अतिथियों ने प्रदीप प्रसाद को उनकी ऐतिहासिक और प्रभावशाली जीत के लिए बधाई देते हुए उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

समारोह के दौरान एसएसआरपी कंपनी की ओर से प्रदीप प्रसाद को नेपाल की पारंपरिक टोपी, अंग वस्त्र, और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके द्वारा समाज और जनहित के प्रति किए गए कार्यों और उनकी प्रचंड जीत के प्रतीक के रूप में दिया गया। 

कंपनी के लोगों ने कहा कि श्री प्रसाद की सफलता हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

इस अवसर पर प्रदीप प्रसाद ने भावुक शब्दों में कहा यह जीत केवल मेरी नहीं है, यह उन सभी लोगों की जीत है जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया। मैं इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाने का वादा करता हूं। समाज के हर वर्ग के हितों को प्राथमिकता देना मेरा कर्तव्य होगा। कार्यक्रम के दौरान कंपनी के सभी वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी की। 

कर्मचारियों ने श्री प्रसाद की उपलब्धियों को सराहते हुए कहा कि उनकी जीत पूरे समाज के लिए एक नई दिशा तय करेगी। एसएसआरपी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा हमारा सौभाग्य है कि हमे प्रदीप प्रसाद जैसे व्यक्ति का मार्गदर्शन मिला है। उनकी सोच और नीतियां समाज और व्यवसाय दोनों के लिए नई संभावनाएं लेकर आएंगी। कार्यक्रम का समापन कंपनी के अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और सभी उपस्थितजनों को भविष्य में सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में सहयोग देने का आह्वान करते हुए किया गया।

मलेशिया में फंसे झारखंड के 52 मजदूरों में सर्वाधिक 27 मजदूर हजारीबाग के,20 दिसंबर तक लौटेंगे वापस


* झारखंड डेस्क हजारीबाग :मलेशिया में फंसे झारखंड के 52 मजदूरों में सर्वाधिक 27 मजदूर हजारीबाग के हैं। हजारीबाग जिले के टाटी झरिया प्रखंड के 16 व बिष्णुगढ़ प्रखंड के 11 मजदूर शामिल हैं। मलेशिया में फंसे झारखंड के 52 मजदूर, हजारीबाग के सबसे ज्यादा; 20 दिसंबर तक लौटेंगे वापस झारखंड के गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के प्रयास से मलेशिया में फंसे 61 मजदूरों की देश वापसी का मार्ग प्रशस्त हो गया है। सांसद ने बताया कि मलेशिया में गत जुलाई 2023 से ही 61 मजदूर फंसे हुए हैं, जिनमें 52 मजदूर झारखंड के हैं। सभी मजदूर 11 से 20 दिसंबर तक अपने देश लौट जाएंगे। सांसद ने बताया कि फंसे मजदूरों का मामला उन्होंने सोमवार को संसद में नियम 377 के तहत सभा पटल पर रखा। भारत सरकार की ओर से अवगत कराया गया कि सभी मजदूरों को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर स्थित भारतीय दूतावास में रखा गया है। कुछ कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसके बाद तय तिथि पर इन मजदूरों को देश वापस लाया जाएगा। *विदेश मंत्री को पत्र लिख वापसी का किया प्रयास* सांसद ने बताया कि कई मौके पर उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर व उनसे मिलकर इन मजदूरों की ओर देश वापसी का प्रयास किया। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के अधिकारियों व केंद्र सरकार के आला अधिकारियों से संपर्क कर मजदूरों की वतन वापसी का मार्ग प्रशस्त कराया है। *झारखंड के चार जिलों के मजदूर फंसे* मलेशिया में फंसे झारखंड के 52 मजदूरों में सर्वाधिक 27 मजदूर हजारीबाग के हैं। सांसद ने बताया कि फंसे मजदूरों में झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के 07, बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के 18, हजारीबाग जिले के टाटी झरिया प्रखंड के 16 व बिष्णुगढ़ प्रखंड के 11 मजदूर शामिल हैं। शेष मजदूर ओडिशा, उत्तर प्रदेश व तेलंगाना राज्य के हैं। *भोजन के भी लाले पड़े हैं : मजदूर* उधर, मलेशिया में फंसे बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत छोटकी सीधावारा निवासी गणेश कुमार महतो ने बताया कि जब से हम लोग यहां पर आए हैं, तब से ही मुसीबत में हैं। वेतन तो दूर भोजन के भी लाले पड़े हैं। बीमार पड़ने पर इलाज कराने वाला भी कोई नहीं है। भांति-भांति की धमकियां सहनी पड़ रही है। स्थिति दयनीय हो गई। किसी तरह से हम मजदूरों ने गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को अपनी दशा से अवगत करवाकर देश वापसी की गुहार लगायी। उनके प्रयास का प्रतिफल है कि हम सब फिलहाल भारतीय दूतावास में ठहरे हुए हैं। उम्मीद है शीघ्र ही अपना देश लौटेंगे।
तिलैया जलाशय में मत्स्य अंगुलिका संचयन एवं केज प्रणाली का किया गया निरीक्षण


हजारीबाग: जिला मत्स्य कार्यालय, हजारीबाग द्वारा आज 4 दिसंबर को तिलैया जलाशय में मत्स्य अंगुलिका संचयन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में श्री लोकेश बारंगे,आईएएस, सहायक समाहर्ता की उपस्थिति में कुल 8 लाख मत्स्य अंगुलिकाओं का सफलतापूर्वक संचयन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान, लोकेश बारंगे ने केज प्रणाली में मत्स्य पालन का भी निरीक्षण किया। यह प्रणाली जलाशय में मछलियों का पालन नियंत्रित और वैज्ञानिक तरीके से करने के लिए एक आधुनिक तकनीक है। 

निरीक्षण के दौरान उन्होंने मत्स्यपालकों के प्रयासों की सराहना की और इस तकनीक को और अधिक प्रोत्साहित करने की बात कही।

जिला मत्स्य अधिकारी ने जानकारी दी कि तिलैया जलाशय में मत्स्य अंगुलिका संचयन और केज प्रणाली के माध्यम से मत्स्य उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। इस पहल से न केवल मत्स्य कृषकों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।

यह कार्यक्रम मत्स्य पालन को बढ़ावा देने और स्थानीय मत्स्य कृषकों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने की दिशा में जिला मत्स्य कार्यालय का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

इस दौरान जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी डाॅ. रजनी गुप्ता, प्रधान लिपिक संजीव कुमार, प्रवीण किस्पोट्टा, जयंत खलको, संदीप उरांव किसान,राजू निषाद,मो. जसीम, मनोज साव, कल्याण यादव, छोटन भुईयां, संजय कुमार, दीपक कुमार, मुकेश निषाद, मो. मुस्लिम, मुस्ताक मियां, रूबी देवी हेमंती देवी के अलावा कई किसान मौजूद थे।

बच्चों के समग्र विकास के लिए मिशन वात्सल्य पर प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

हजारीबाग के समाहरणालय सभागार में झारखंड राज्य बाल संरक्षण संस्था के मार्गदर्शन और समाज कल्याण विभाग के सहयोग से “मिशन वात्सल्य: कोई भी बच्चा पीछे न छूटे” विषय पर प्रमंडल स्तरीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना, उन्हें अपनी पूरी क्षमता प्राप्त करने में सक्षम बनाना, और उनकी समग्र प्रगति के लिए एक संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना था।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिंह ने मिशन वात्सल्य को बच्चों के लिए एक संवेदनशील और सहयोगात्मक प्रणाली का मूल मंत्र बताया। उन्होंने इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों और हितधारकों को मिलकर संवेदनशील रूप से कार्य करने का आह्वान किया।

कार्यशाला के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिंहा ने कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता नहीं हैं, या जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित माता-पिता के साथ रह रहे हैं, उन्हें मिशन वात्सल्य के अंतर्गत लाभान्वित करना आवश्यक है। उन्होंने बच्चों और उनके परिवारों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, बाल देखभाल संस्थानों (CCI), बाल कल्याण समितियों (CWC), और ग्राम बाल संरक्षण समितियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।

इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कोडरमा, प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव बासुदेव प्रसाद, मिरेकल फाउंडेशन के अमरेन्द्र कुमार, बाल संरक्षण विशेषज्ञ, विभिन्न विभागों के अधिकारी, और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने बच्चों के कल्याण और उनके अधिकारों के संरक्षण पर अपने विचार साझा किए।

कार्यशाला में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मिशन वात्सल्य को प्रभावी बनाने हेतु सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने लोकसभा में उठाए रेलवे से जुड़े अहम मुद्दे


रिपोर्टर पिंटू कुमार

हजारीबाग: लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने बुधवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र में झारखंड और विशेष रूप से अपने क्षेत्र की रेलवे से जुड़ी समस्याओं को जोरदार तरीके से उठाया। 

उन्होंने “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत हजारीबाग टाउन, बरही, कुजू, बड़काकाना, रामगढ़, और गोला जैसे स्टेशनों के विकास और यात्री सुविधाओं में सुधार की मांग की।

सांसद ने यह भी कहा कि हजारीबाग रेलवे लाइन, जो मुख्य रूप से कोयला परिवहन के लिए उपयोग होती है, उसे डबल लाइन में परिवर्तित कर यात्री ट्रेनों के संचालन के लिए उपयुक्त बनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने हजारीबाग से दिल्ली, कोलकाता और वेल्लोर के लिए दैनिक ट्रेनों की शुरुआत की मांग रखी।

राजधानी एक्सप्रेस को लेकर जताई चिंता

मनीष जायसवाल ने रांची-बरकाकाना होते हुए दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के बंद होने पर भी सवाल उठाया और इसे पुनः शुरू करने का अनुरोध किया। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को हाल ही में हजारीबाग टाउन से गया-मुंबई रेल परिचालन शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया और इस पहल को क्षेत्र के लिए लाभकारी बताया।

रेल मंत्री का आश्वासन

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद की मांगों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि झारखंड में रेलवे विकास के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि देश में 1,300 स्टेशनों के पुनर्विकास की योजना पर काम जारी है और हजारीबाग जैसे अन्य स्टेशनों का विकास अगले चरण में किया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मनीष जायसवाल द्वारा उठाए गए मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी और उचित कदम उठाए जाएंगे।