बच्चों के समग्र विकास के लिए मिशन वात्सल्य पर प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
हजारीबाग के समाहरणालय सभागार में झारखंड राज्य बाल संरक्षण संस्था के मार्गदर्शन और समाज कल्याण विभाग के सहयोग से “मिशन वात्सल्य: कोई भी बच्चा पीछे न छूटे” विषय पर प्रमंडल स्तरीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना, उन्हें अपनी पूरी क्षमता प्राप्त करने में सक्षम बनाना, और उनकी समग्र प्रगति के लिए एक संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना था।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिंह ने मिशन वात्सल्य को बच्चों के लिए एक संवेदनशील और सहयोगात्मक प्रणाली का मूल मंत्र बताया। उन्होंने इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों और हितधारकों को मिलकर संवेदनशील रूप से कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यशाला के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिंहा ने कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता नहीं हैं, या जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित माता-पिता के साथ रह रहे हैं, उन्हें मिशन वात्सल्य के अंतर्गत लाभान्वित करना आवश्यक है। उन्होंने बच्चों और उनके परिवारों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, बाल देखभाल संस्थानों (CCI), बाल कल्याण समितियों (CWC), और ग्राम बाल संरक्षण समितियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।
इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कोडरमा, प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव बासुदेव प्रसाद, मिरेकल फाउंडेशन के अमरेन्द्र कुमार, बाल संरक्षण विशेषज्ञ, विभिन्न विभागों के अधिकारी, और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने बच्चों के कल्याण और उनके अधिकारों के संरक्षण पर अपने विचार साझा किए।
कार्यशाला में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मिशन वात्सल्य को प्रभावी बनाने हेतु सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
Dec 04 2024, 18:43