डे-एनयूएलएम में तीन महीनों की कार्यवृद्धि, उप मुख्यमंत्री अरुण साव से मिलकर कर्मचारियों ने जताया आभार

रायपुर-    राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने केन्द्र प्रवर्तित दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) में तीन महीनों की कार्यवृद्धि की है। इससे मिशन की गतिविधियों को दिसम्बर-2024 तक संचालित किया जा सकेगा। नगरीय प्रशासन विभाग ने इस संबंध में राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) को परिपत्र जारी किया है।

दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन को तीन महीनों (1 अक्टूबर-2024 से 31 दिसम्बर-2024 तक) की कार्यवृद्धि प्रदान किए जाने पर राज्य मिशन प्रबंधन इकाई में कार्यरत राज्य मिशन प्रबंधक तथा सिटी मिशन प्रबंधन इकाईयों में कार्यरत सिटी मिशन प्रबंधकों, सामुदायिक संगठकों और सीआरपी महिलाओं ने उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव से आज रायपुर स्थित उनके निवास कार्यालय में मुलाकात कर आभार प्रकट किया है।

राज्य शासन द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में कार्यवृद्धि से प्रदेश के 170 नगरीय निकायों में कार्यरत सिटी मिशन प्रबंधकों, सामुदायिक संगठकों, स्वसहायता समूहों, सीआरपी की महिलाओं एवं राज्य कार्यालय में कार्यरत राज्य मिशन प्रबंधकों को दिसम्बर-2024 तक नियमित रूप से मानदेय का भुगतान किया जा सकेगा। इससे मिशन की गतिविधियों के उत्साहपूर्वक क्रियान्वयन के साथ ही शहरी गरीबों को योजना का लाभ मिलता रहेगा।

खाद्य मंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में सतनामी समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

रायपुर-    राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों के पंथी नर्तक दल हिस्सा लेंगे। यह प्रतियोगिता बेमेतरा जिले के विकासखण्ड मुख्यालय नवागढ़ में 19 से 21 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के नेतृत्व में सतनामी समाज प्रमुखों के दल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उनके निवास कार्यालय में भेंट कर उन्हें प्रतियोगिता में शामिल होने का न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने श्री साय ने निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए जयंती कार्यक्रम में शिरकत करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय को प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि परम पूज्य गुरूघासी दास बाबा जी के 268 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आगामी माह दिसंबर मेें जयंती मनाने राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। सभी समाज के लोगों से आपसी प्रेम और सौहाद्रपूर्ण वातावरण में इस आयोजन को सफल बनाने का अनुरोध किया गया है। देश के विभिन्न राज्यों के पंथी नर्तक दलों को प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा रहा है। आयोजन में सहयोग देने वाले सभी समाज के लोगों को सम्मानित करने की भी योजना है। इस मौके पर प्रतियोगिता का स्वरूप, एवं आयोजन समिति, सुरक्षा समिति सहित अन्य व्यवस्था की भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामजी भारती, पूर्व विधायक डॉ. सनम जांगड़े, पद्मश्री उषा बारले सहित समाज के अन्य प्रतिनिधि शामिल थे।

देश-विदेश मेें मशहूर हैं पंथी नृत्य

देश-विदेश में मशहूर है छत्तीसगढ़ का पंथी नृत्य। यह छत्तीसगढ़ के सतनामी समुदाय का पारंपरिक नृत्य है। इस नृत्य में बाबा गुरूघासीदास जी के संदेशों को गीतों और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। यह वस्तुतः एक धार्मिक और आध्यात्मिक नृत्य है। यह नृत्य सामूहिक अराधना की तरह है। इस नृत्य की विशेषता मांदर की थाप और मंजीरे की झांझ में तेज गति से नर्तक नृत्य प्रस्तुत करते है। तेज गति से प्र्रस्तुत किए जाने वाले इस नृत्य से दर्शक रोमांचित हो उठते हैं। पंथी नृत्य में कई वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल होता है, जैसे मांदर, झांझ, झुमका, मंजीरे, चिकारा, हारमोनियम, और बेन्जो आदि शामिल होता है।

पोटाश बम से घायल नन्हे हाथी का अब राजधानी में होगा इलाज, उप निदेशक वरुण जैन ने कही ये बात…
गरियाबंद-  छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में रिसगांव परिक्षेत्र में पोटाश बम से घायल हुए हाथी शावक को 20 दिनों की निगरानी के बाद अब इलाज के लिए रायपुर लाने की तैयारी की जा रही है. यह हाथी पोटाश बम की चपेट में आने की वजह से अपने 40 हाथियों के दल से बिछड़ गया था. इसके बाद से लगातार 20 दिनों से इसकी देखरेख की जा रही थी. लेकिन अब भी स्थिति में सुधार न होने पर उसे रायुपर लाया जा रहा है.

उप निदेशक वरुण जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि पोटाश बम की चपेट में आने के बाद घायल शावक को जंगल में 40 हाथियों के दल ने घायल अवस्था में अकेला छोड़ दिया था. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है और डॉक्टर्स की टीम उसका इलाज कर रही है. रेस्क्यू टीम में डॉक्टर्स, ट्रैकर और रिजर्व अमले ने 20 दिनों तक शावक पर नजर रखी.

गंभीर चोटें

पोटाश बम की चपेट में आने से शावक के जबड़े और पैर में गंभीर चोटें आई थीं. उसकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई है. डॉक्टर्स की टीम उसकी स्थिति में सुधार लाने की पूरी कोशिश कर रही है.

रायपुर भेजने की तैयारी

अगर अगले 24 घंटे में शावक की स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा जाएगा. फिलहाल, शावक का इलाज रिसगांव परिक्षेत्र के जंगल में ही किया जा रहा है.

जिम्मेदारों पर सवाल

इस घटना ने वन्यजीव सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं. पोटाश बम जैसे खतरनाक जाल जंगलों में क्यों और कैसे पहुंच रहे हैं, इसे लेकर वन विभाग की भूमिका पर भी जांच की जरूरत है.

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष की बढ़ाई जाएगी सुरक्षा, गृहमंत्री विजय शर्मा ने धमकी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा –

रायपुर-  छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज को जान से मारने की धमकियां मिलने के बाद अब उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज डॉ. सलीम राज को मिल रही धमकियों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज को धमकी मिली है, क्योकि उन्होने स्वच्छता और शुद्धता बनाए रखने के लिए ऐसे मदरसों में जहां धार्मिक की जगह राजनीतिक गतिविधियां संचालित हो रही थीं, उन्हें रोकने का प्रयास किया था। गृहमंत्री शर्मा ने कहा की उनकी सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी। स्पष्टता के साथ वह काम करें, सरकार उनके साथ है।

जानें पूरा मामला

बता दें कि वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने हाल ही में मस्जिदों के मुतवल्लियों को निर्देश जारी किया था. निर्देश के मुताबिक मस्जिदों में होने वाली तकरीर की जानकारी मुतवल्ली अब वक्फ बोर्ड को देंगे. वक्फ बोर्ड का फरमान जारी होने के बाद सलीम राज को जान से मारने की धमकी का मामला सामने आया है. उन्होंने कहा कि छह इंच छोटा और सिर कलम करने की भी धमकी मिली है.

वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने कहा, “मैं मस्जिदों को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दूंगा और धमकी से डरने वाला भी नहीं हूं. मैंने जो नियम बनाया है वह देशहित के लिए और सर्वहित के लिए है. इस नियम में साफ है कि तकरीर के दौरान राजनीतिक भाषण न हो, जिससे सामाजिक सौहार्द और वातावरण बना रहे. हमारे निर्णय के बाद 154 मुतवल्ली ने टॉपिक भेजा था जिसे हमने अप्रूव कर दिया है. जो वक्फ बोर्ड का अवगत नहीं कराएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.”

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने EVM पर उठाया सवाल, कहा- लोस चुनाव में जिस बूथ से हम जीते, वहां विस चुनाव में एक वोट नहीं मिला!, यह कैसे संभव…

रायपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाए हैं. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में जिस पोलिंग बूथ से हम जीते थे, आज वहां एक भी वोट नहीं मिल रहा है, ये कैसे संभव है? आदमी जुड़े घटाए और ग़लत हो जाए तो समझ आता है. लेकिन मशीन का जोड़ना-घटाना ग़लत हो जा रहा है, ये कैसे संभव है? 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा की. इस दौरान ईवीएम को लेकर किए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जब हम बैलेट पेपर से चुनाव करवाते थे, तो शाम-रात तक मतदान का प्रतिशत पता चल जाता था. लेकिन आज ईवीएम में दूसरे दिन तक आंकड़े बदलते रहते हैं. इसका अंतर थोड़ा बहुत नहीं लाखों-करोड़ों में होता है.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हमले पर भाजपा क्यों? भारत सरकार को आवाज उठाना चाहिए न, भारत सरकार क्या सोई हुई है. दुनिया में कहीं भी भारतीय हैं, तो उसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की है. इसकी जिम्मेदारी विश्व गुरु की है, हर जगह भाजपा राजनीति न करे. घड़ियाली आँसू न बहाए. भारत सरकार को प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से बात कर सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए. ये शर्मनाक बात हैं, उन्हें इस्तीफ़ा देना चाहिए.

छत्तीसगढ़ सरकार के गुड गवर्नेंस पर भूपेश बघेल ने कहा कि राजधानी समेत पूरे प्रदेश में हत्याएं, लूट, बलात्कार और सामूहिक बलात्कार जैसी घटनाएँ हो रही हैं. लेकिन सरकार गुड गवर्नेंस की बात करती है. शिक्षक अपनी छात्रा के साथ बलात्कार कर रहे हैं. ऐसी सरकार से भगवान बचाए.

वहीं कवर्धा में फर्जी मतदाता पर कहा कि बृजमोहन अग्रवाल सहित सारे लोग घुसपैठियों की बात करते थे. सालभर हो गया सरकार बने, कितने घुसपैठियों को चिन्हित किया और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई किए सरकार बताएं.

कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आगामी 29 तारीख को कांग्रेस अध्यक्ष ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है. बैठक में कोई ठोस निर्णय होगा, ऐसा मैं मानता हूँ. सविधान दिवस के अवसर पर खड़गे के वक्तव्य से लगता है कि हम उस दिशा में आगे बढ़ेंगे. महाराष्ट्र, हरियाणा समेत अन्य राज्यो में हमारे मुताबिक निर्णय नहीं आया है, लेकिन हम इसका आकलन करेंगे.

जिला सहकारी बैंक में करोड़ों का घोटाला, NSUI ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई नहीं होने पर उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी

रायपुर-  जिला सहकारी बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले को लेकर NSUI ने कलेक्टर गौरव कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर एनएसयूआई ने उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी. इस दौरान NSUI जिला अध्यक्ष प्रशांत गोस्वामी समेत सैकड़ों की संख्या में NSUI कार्यकर्ता मौजूद रहे.

जिला अध्यक्ष प्रशांत गोस्वामी ने बताया कि सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर प्रदेश का सबसे बड़ी और पुरानी वित्तीय संस्था है, जहां लाखों किसानों के करोड़ों रुपए शेयर के रूप में जमा है. बीते सालों में बैंक के अधिकारियों द्वारा ही करोड़ों रुपए का गबन किया है. बैंक कर्मी ही जब बैंक को लुटेंगे तो बाहरी चोर और डकैतों की जरूरत ही नहीं है.

प्रशांत ने बताया, बैंक के सीओडी शाखा में बीते सालों में दस करोड़ से अधिक का गबन हुआ है. पिछले साल सितंबर 2023 में हमारे पार्टी के नेता और बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष पंकज शर्मा के निर्देशों पर कुछ अधिकारियों के खिलाफ मौदहापारा पुलिस थाने में अपराध दर्ज कराया गया था. अब भाजपा सरकार आने पर घोटालेबाज अधिकारी और कर्मचारियों को बचाया जा रहा है. इस घोटाले में बैंक में 20 से ज्यादा कर्मचारी सीधे तौर पर शामिल हैं, जिन पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है. किसी भी कर्मचारी को अब तक निलंबित भी नहीं किया गया है

जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहा बैंक प्रबंधन

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बताया, कर्मचारी नेता मोहनलाल साहू के खाते में 20 लाख से अधिक रकम जमा हुआ है फिर भी कार्रवाई नहीं की गई है. बैंक प्रबंधन द्वारा जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. मीडिया मे लगातार बैंक में गबन संबंधी खबरें प्रकाशित हो रही है. उसके बाद भी घोटालेबाजों पर बैंक प्रबंधन कार्रवाई नही कर पा रहा है. दोषी कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर अपराध दर्ज कराएं. एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर बैंक मुख्यालय का घेराव कर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी बैंक प्रबंधन की होगी.

हाई कोर्ट की पुख्ता की जा रही सुरक्षा, कोर्ट अधिकारी-कर्मचारियों के साथ अधिवक्ताओं को मिलेगा QR कोड वाला पहचान पत्र…

बिलासपुर-  उच्च न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है. इस लिहाज से कोर्ट के अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा अधिवक्ताओं, सहायकों और परिसर में कार्यरत अन्य शासकीय विभागों के कर्मियों के लिए क्यूआर कोड/बार कोड मय फोटो पहचान पत्र की व्यवस्था बनाई जा रही है.

रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी आदेश में शासकीय कर्मचारी-अधिकारियों के अलावा अधिवक्ताओं और सुरक्षा कर्मियों से पहचान पत्र बनवाकर, संबंधित जानकारी कोर्ट में आने-जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहन की जानकारी एडिशनल रजिस्ट्रार कार्यालय में 15 जनवरी, 2025 तक उपलब्ध कराने कहा गया है.

एसीबी ने रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा, फौती नामांतरण के लिए मांगा था पैसा

बलरामपुर-  छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी/ईओडब्ल्यू की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. आज फिर बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लॉक के ओकरा पथलपारा में पदस्थ पटवारी को एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

जानकारी के मुताबिक, फौती नामांतरण के एवज में पटवारी ने पैसे की मांग की थी. लंबे समय से पटवारी पैसे के लिए आवेदक पर दबाव बना रहा था. इसकी शिकायत पर एसीबी की टीम ने पटवारी पवन पाण्डेय को 12 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

छत्तीसगढ़ में पहली बार MMI नारायणा अस्पताल में अचेत मरीज की सफल ब्रेन ट्यूमर सर्जरी

रायपुर-    एमएमआई नारायणा हेल्थ अस्पताल रायपुर ने छत्तीसगढ़ में पहली बार जागते हुए मरीज की क्रैनियोटोमी और न्यूरोमॉनिटरिंग तकनीक का उपयोग करते हुए ब्रेन ट्यूमर हटाने की सफलतापूर्वक सर्जरी की. यह उन्नत प्रक्रिया 25 वर्षीय मरीज के लिए नई उम्मीद लेकर आई. साथ ही अस्पताल की चिकित्सा सेवाओं में उत्कृष्टता को दर्शाती है.

इस सर्जरी का नेतृत्व डॉ. घनश्याम ससापारधी ने किया, जो ब्रेन ट्यूमर सर्जरी में विशेषज्ञ हैं. मरीज को बार- बार दौरे पड़ रहे थे और मस्तिष्क के उस हिस्से में ट्यूमर पाया गया था जो बोलने और शरीर के दाहिने हिस्से की गतिविधियों को नियंत्रित करता है. ट्यूमर की संवेदनशील स्थिति को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों ने जागते हुए क्रैनियोटोमी करने का निर्णय लिया.

इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को स्थानीय एनेस्थीसिया देकर पूरी तरह चेतना में रखा गया. ऑपरेशन के दौरा डॉक्टर मरीज से बात करते रहे और अपने शरीर के भागो में गतिविधि करने के लिए कहते रहे, जिससे वास्तविक समय में मरीज के मस्तिष्क की गतिविधियों में निगरानी करने में मदद मिलती है. न्यूरोमॉनिटरिंग तकनीक ने सर्जरी को अत्यधिक सटीक और सुरक्षित बनाया, जिससे स्वस्थ मस्तिष्क संरचना को किसी भी क्षति से बचाया जा सका. इस तकनीक से मरीज को लकवा होने का खतरा नहीं रहता है एवं मरीज का मनोबल बना रहता है और रिकवरी भी जल्दी होती है. ब्रेन ट्यूमर की इस एडवांस तकनीक से राज्य के मरीजों को हैदराबाद, मुंबई जैसे बड़े शहरो में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

डॉ. घनश्याम ससापारधी ने इस उपलब्धि पर कहा, “हमें गर्व है कि हम अपने मरीजों को बिना बेहोश किये क्रैनियोटोमी सर्जरी किया है. यह तकनीक हमें ट्यूमर को पूरी तरह हटाने में मदद करती है और मस्तिष्क के महत्वपूर्ण कार्य, जैसे बोलना, याददाश्त और गतिविधियों को सुरक्षित रखने का अवसर देती है.” सर्जरी के बाद मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार आया और सर्जरी के तीसरे दिन अस्पताल से स्वस्थ होकर छुट्टी ले ली. इस सफलता में डॉ. एच.पी. सिन्हा (न्यूरोलॉजिस्ट), डॉ. राकेश चंद, डॉ. धर्मेश कुमार लाड (एनेस्थीसियोलॉजिस्ट) और टीम, और डॉ. प्रदीप शर्मा (क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ) और टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही.

चिकित्सा क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा नारायणा अस्पताल

एमएमआई नारायणा हेल्थ अस्पताल रायपुर के फैसिलिटी डायरेक्टर अजित बेलमकोंडा ने कहा, “यह सर्जरी हमारी मेडिकल टीम की उत्कृष्टता और उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है. हमारा लक्ष्य नवीनतम तकनीक और सहानुभूतिपूर्ण देखभाल के साथ मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है.” इस ऐतिहासिक सर्जरी के साथ एमएम आई नारायणा हेल्थ अस्पताल रायपुर ने मरीज-केंद्रित और उन्नत चिकित्सा सेवाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है. अस्पताल आधुनिक तकनीक और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है, जिससे मरीजों को जीवन में नई उम्मीदें मिल रही है.

व्यापारी को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश, सूझबूझ से बचा व्यापारी, केस दर्ज
सरगुजा-  छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के केदारपुर इलाके में रहने वाले युवा व्यापारी  के साथ डिजिटल ठगी का मामला सामने आया है. हालांकि, व्यापारी की सतर्कता के चलते वह साइबर ठगों के झांसे में नहीं आया. शिवेश ने पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने मामले में अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.

जानिए कैसे हुआ डिजिटल अरेस्ट का प्रयास

युवा व्यापारी शिवेश सिंह को व्हाट्सएप के जरिए एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए आरोप लगाया कि शिवेश के नंबर से कई लोगों को आपत्तिजनक मैसेज भेजे गए हैं. कार्रवाई का डर दिखाते हुए ठग ने व्यापारी को एक कमरे में बंद होने के निर्देश दिए।

व्यापारी शिवेश सिंह

इसके बाद, कॉलर ने शिवेश से आधार नंबर और पैन कार्ड की जानकारी मांगी. लेकिन, व्यापारी की सतर्कता और जागरूकता ने उसे ठगी का शिकार होने से बचा लिया. शिवेश ने कॉल पर किसी भी प्रकार की जानकारी साझा नहीं की और कॉल काट दी.

वीडियो रिकॉर्डिंग ने खोली ठगों की पोल

शिवेश ने इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ठग किस तरह मानसिक दबाव बनाकर डिजिटल तरीके से अरेस्ट करने की कोशिश कर रहे थे.

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, की सावधान रहने की अपील

सरगुजा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ने बताया कि व्यापारी की शिकायत के बाद वीडियो के आधार पर पुलिस ने मामले में प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस तरह के साइबर ठग पीड़ित को मानसिक दबाव में डालकर उनकी गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं और ठगी को अंजाम देते हैं.

सतर्क रहें, तत्काल दें सूचना

इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने लोगों को इस प्रकार के कॉल से बचने और सतर्क रहने की अपील की है. साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर किसी को इस तरह की घटना का सामना करना पड़े, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें. डिजिटल अरेस्ट के मामलों में ठग फोन कॉल या मैसेज के जरिए दबाव बनाते हैं. किसी भी संदिग्ध कॉल पर अपनी गोपनीय जानकारी साझा न करें और ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट तुरंत साइबर क्राइम शाखा को दें.