डा. सौरभ चीन बिक्स साइंस एनोवेशन एंड इंक्युबेशन पार्क फॉर न्यू एरा की अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति के बने सदस्य

मिर्जापुर। भारत के सर्वोच्च शिक्षण संस्थानों में से एक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) कंप्यूटर साइंस विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर तथा उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के सिटी विकास खंड क्षेत्र के विजयपुरा गांव निवासी सुरेंद्र शर्मा के बड़े पुत्र डॉक्टर सौरभ शर्मा को चीन में चीन-ब्रिक्स साइंस एनोवेशन एंड इंक्युबेशन पार्क फॉर न्यू एरा की अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।

डा. सौरभ के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने पर उनके परिवार सहित पूरे गांव और जनपद में हर्ष व्यक्त किया गया है. अपने लाल कि इस कामयाबी पर लोगों ने कहा है कि सौरभ की इस उपलब्धि से उनके परिवार ही नहीं समूचे जनपदवासियों को उन्होंने गौरवान्वित किया है।

बताते चलें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के बैनर तले वामपंथ के गढ़ दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में 14 वर्ष बाद संयुक्त सचिव पद पर परचम लहराकर मिर्ज़ापुर जनपद का मान बढ़ाने वाले सिटी ब्लॉक के विजयपुरा ग्राम निवासी सुरेन्द्र शर्मा के बड़े बेटे वर्तमान असिस्टेंट प्रोफेसर (जेएनयू ) डॉ सौरभ शर्मा को पिछले दिनों चीन में चीन-ब्रिक्स साइंस एनोवेशन एंड इंक्युबेशन पार्क फॉर न्यू एरा की अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है. जिनकी इस कामयाबी पर उनके गृह गांव व क्षेत्रवासियों में गर्व व हर्ष का माहौल है. प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ के गांव के लोग बताते हैं कि वह शुरू से ही होनहार छात्र के रूप में गांव में पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं. जिनकी प्राथमिक शिक्षा दीक्षा मिर्जापुर जनपद स्थित पैतृक गांव में ही हुई है।

प्राथमिक शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात वह निरंतर आगे बढ़ते गए और उच्च शिक्षा के लिए देश की राजधानी दिल्ली को उन्होंने अपना लक्ष्य बनाया जहां वह एक पर एक कामयाबी हासिल करते गए. ग्रामीण बताते हैं कि वह जब कभी भी गांव आते थे तो गांव वालों से उनका उसी सरलता और सहजता के साथ मिलना उठना बैठना लोगों को भा जाता था. भारत देश की राजधानी दिल्ली के बाद उन्होंने अपने कामयाबी का परचम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लहराते हुए अपने पूरे गांव परिवार देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया है. प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ की इस कामयाबी पर उनके परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआहै।

अपनी सांस्कृति को बचाना आज बहुत जरूरी-पं रत्नाकर मिश्र

मिर्जापुर। मां विंध्यवासिनी के पावन धाम में विधायक निवास पर मिर्जापुर की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित पुस्तक 'विंध्य शिखर: मिर्जापु'र का विमोचन समारोह एवं पुस्तक परिचर्चा मंगलवार की शाम बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित नगर विधायक माननीय पंडित रत्नाकर मिश्र के कर कमलों द्वारा जिले के वरिष्ठ साहित्यकारों एवं संभ्रांत नागरिकों की गरिमामई उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पुस्तक के उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा इसे अपनी खोती जा रही संस्कृति को बचाए रखने के लिए आवश्यक बताया और कहा कि हम अपने पुराने आदर्शों को न भूलें। 

हिंदी श्री साहित्य संस्थान मिर्जापुर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत चर्चित साहित्यकार आनंद अमित के सरस्वती वंदना एवं मां विंध्यवासिनी की आराधना से हुआ। मिर्जापुर के मूल निवासी एवं गाजियाबाद में निवासरत इस पुस्तक के लेखक डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव शिखर ने मुख्य अतिथि, अध्यक्ष, विशिष्ठ अतिथि एवं अन्य सभी अतिथियों का अंगवस्त्रम भेंटकर सम्मान किया। मुख्य अतिथि ने इस पुस्तक के लेखक डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव को अंग वस्त्रम से सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे साहित्यकार आनंद अमित ने सभी अतिथियों का परिचय, स्वागत एवं पुस्तक के प्रकाशन पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने पुस्तक विमोचन कर पुस्तक के संदर्भ पर विस्तृत रूप से अपने विचार व्यक्त किया और बहुत सी बातें उन्होंने उपस्थित श्रोताओं के समक्ष रखी। मुख्य अतिथि ने कहा कि जिस मां विंध्यवासिनी की महिमा का वर्णन देवता लोग भी नहीं कर सकते, उनका वर्णन हम मनुष्य लोग क्या कर पाएंगे। उन्होंने आज सांस्कृतिक चेतना के लुप्त होने पर चिन्ता व्यक्त की। 

परिचर्चा के क्रम में राजीव मिश्रा, तरुण पांडेय, अनिल मिश्रा एवं विशिष्ट अतिथि राजपति ओझा ने साहित्यिक विमर्श में भाग लिया। प्रारम्भ में लेखक ने पुस्तक की प्रस्तावना, उद्देश्य एवं रूपरेखा पर प्रकाश डाला तथा स्पष्ट किया कि जिस जिले में मां विंध्यवासिनी, मां अष्टभुजा एवं मां काली एक साथ विराजमान हों, उस जिले का वर्णन किसी एक लेखक द्वारा संभव नहीं है, इसके लिए साहित्यकारों एवं विद्वानों की पूरी टीम को वर्षों तक लिखना पड़ सकता है। 

साहित्यकार आनंद अमित ने अपनी गीतों से सबको आकृष्ट कर आनंद की अनुभूति कराई। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में तहसील, ब्लॉक, ग्राम, नदी, तालाब, झरना, डैम, धार्मिक स्थल, चुनार किला, उद्योग धंधों आदि सहित प्राकृतिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक आदि सांस्कृतिक विरासत का वर्णन संक्षिप्त में किया गया है, जो पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी है। विमोचन समारोह में पंडित सुधाकर मिश्र, पंडित पद्माकर मिश्र, विपिन पांडेय, अंकित दूबे, मनीष रावत, आनंद मिश्रा, मोहित मिश्रा, महेंद्र पांडेय, संदीप आदि संभ्रांत नागरिकों की गरिमामई उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय पंडित रत्नाकर मिश्र ने सभी पधारे हुए अतिथियों को श्रीमद भगवतगीता की पुस्तक अपनी ओर से भेंट स्वरूप प्रदान की।

सीएचसी में अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान दिवस की दिलाई शपथ

लालगंज मीरजापुर ।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह ने अधिकारियों व कर्मचारियों को मौलिक कर्तव्य से अवगत कराते हुए संविधान में निहित मूल्यों और आदर्शों सहित राष्ट्र की एकता व अखंडता बनाए रखने की शपथ दिलाई।

इस दौरान अधीक्षक ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़कर सभी लोगों को सुनाया। वहीं पर अधीक्षक ने बताया कि भारत के लिए आज का दिन काफी खास है। आज ही के दिन हमारे देश ने संविधान को अपनाया था। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में हमारा संविधान बना जिसके बाद इसे आज तक सर्वोपरि माना जाता है।

इस अवसर पर डॉक्टर पंकज सिंह, डॉक्टर ऋचा सिंह, शमीम अहमद वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक, एस एन सरोज, फार्मासिस्ट अवधेश द्विवेदी, भोला, अनिल पीसीपीएफ शब्बीर अहमद, नासिर, नीरज सिंह, मुकेश सिंह, सिद्धार्थ उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

दहेज प्रतिषेध दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संगोष्ठी कार्यक्रम का किया गया आयोजन

मीरजापुर । शासन के मंशानुरूप जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में संविधान दिवस सहित 26 नवम्बर दहेज प्रतिषेध दिवस उपलक्ष्य पर संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन सखी वन स्टाप सेंटर मीरजापुर के प्रांगण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया इसके बाद संविधान दिवस पर संविधान प्रस्तावना को पढ़कर शपथ लिया गया।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मनीष तिवारी, सदस्य बाल कल्याण समिति सहित विभागीय अधिकारीगण सहित रीता वर्मा प्रिसपल, आर्य कन्या इंटर कालेज व जेसी इंटर कालेज, गीजापुर के अध्यापक व अध्यापिका संग 250 से अधिक छात्र-छात्राए, महिलाए व आशा कार्यकतार्ओं सहित विभागीय कार्मिको की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन कर रही जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी द्वारा कार्यक्रम अध्यक्ष जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन0, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी को माल्यार्पण कर बुके व मुमेटो देकर सम्मानित किया व कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया।

इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी महिलाओ व बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि आज पूरा देश 26 नवम्बर को संविधान दिवस व दहेज प्रतिषेध दिवस हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भारत की संविधान प्रस्तावना को भारत के संविधान की आत्मा कहा जाता है जिसे आज के सभी बालक बालिकाओं सहित आम जनता को याद रखना चाहिए। हमारे समाज में दहेज प्रथा एक अभिशाप है प्रारंभ में यह प्रथा बेटी के शादी में उसके नव जीवन के शुरूआत हेतु उपहार स्वरूप देखा जाता रहा लेकिन समय काल के अनुसार यह प्रथा वर पक्ष के तरफ से धन प्राप्ति माध्यम बन गया इस प्रथा से हर दिन हजारों महिलाएं शोषण व दहेज हत्या की शिकार हो जाती है जिसके रोकथाम में भारत सरकार के दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 लागू है ।

जिसका उद्देश्य समाज में दहेज उत्पीड़न पर रोकथाम सहित दोषियों को कड़ी सजा दिलाना है इस अधिनियम में दो सेक्शन 3 व 4 में दहेज लेना व देना दोनों को अपराध के श्रेणी में रखा गया है जिसमें 7 साल की कैद व दहेज हत्या पर आजीवन कारावास व 15 हजार जुमार्ना का प्रावधान है। हमारे जनपद- मीरजापुर को दहेज प्रथा से मुक्त जनपद बनाने के लिए महिला कल्याण विभाग मीरजापुर द्वारा विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर व ब्लाक स्तर के कालेज, विधालयो में प्रतियोगिताओं, डिबेट, नुक्कड़ नाटक, द्वारा कराया जाता है सामुदायिक स्तर पर ब्लाक समन्वय से बैठकें कर दहेज प्रथा के दुष्कर परिणाम व कानून की जानकारी दी जाती है कहीं भी दहेज लेने या देने की सूचना किसी को मिले वह सीधे चाइल्ड लाइन 1098, 181, 112, 1098 पर सूचना देकर इस अपराध को रोकने में प्रशासन की मदद कर सकता है इस दौरान सूचनदाता के पहचान को गोपनीय रखा जायेगा।

आज बालिकाओं को हम शिक्षा के समान अवसर देकर आत्मनिर्भर बनाते हैं तो वह स्वयं ही दहेज कुप्रथा के खिलाफ लडने को तैयार हो जाता है हम न दहेज ले और न दहेज दे के सोच से ही समाज में परिवर्तन होगा इस लिए आम जनमानस से अपिल किया कि सोच बदलो, समाज बदलेगा। इस क्रम में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि दहेज उत्पीड़न हमारे समाज में कलंक के समान है जिसे बेटी-बेटा को एक समान अवसर का अधिकार शिक्षा क्षेत्र में देने से होगा तभी पुर्ण समाज इस अभिशाप से मुक्त होगा। कार्यक्रम दौरान जेसी इंटर कालेज व आर्य कन्या इंटर कालेज के आये छात्र-छात्राओ ने पेंटिंग व डिबेट, कहानी के माध्यम से दहेज प्रथा उन्मूलन हेतु जागरुक किया बच्चों के इस अनुपम प्रयास कि सराहना करते हुए जिलाधिकारी द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता में 10 बच्चों ने भाग लिया जिसमें से 03 बच्चियां को प्रथम स्थान पर राज नंदनी, द्वितीय स्थान रिया कसेरा को प्रशस्ति पत्र व मुमेटो देते हुए सम्मानित किया वहीं आदित्य यादव, पारुल पाल व सागर श्रीवास्तव को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

दहेज प्रथा विषयक पर डिबेट कर रहे 25 छात्र-छात्राओ जयति पांडेय, पारुल, अनुष्ठा तिवारी, गरिमा अथर्व व प्रिस गुप्ता के अच्छे प्रदर्शन का सम्मान करते हुए प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो सहित बेटी बचाओ बेटी बचाओ का टी-शर्ट व काफी कप गिफ्ट दें कर उत्साह वर्धन करते हुए यह संदेश दिया गया कि एक बच्चे का प्रथम टीचर उसकी मां व दूसरा टीचर अध्यापक होता है जहां बच्चे का आदर्श सामाजिकरण होता है हम बच्चों को एक समान अवसर व स्वतंत्रता देगे।

इस दौरान कार्यक्रम का संचालन कर रही जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी ने बताया कि उनका पद जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी, जिला महिला संरक्षण अधिकारी, जिला बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी के साथ जिला दहेज प्रतिषेध अधिकारी भी है कहीं पर भी दहेज लेने या देने की सूचना मिलने पर 24 घंटे के अन्दर त्वरित कार्यवाही कर समस्या का निस्तारण किया जाता है दहेज प्रथा रोकथाम हेतु जिला स्तर पर कमेटी का गठन है जिसकी भूमिका दहेज प्रथा सम्बन्धित प्रकरणों का संज्ञान में होते ही निस्तारण करना है जंनपद मीरजापुर में सभी ब्लाकों, सामुदायिक व प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों आदि स्थानों पर दहेज प्रथा रोकथाम जागरुकता हेतु होर्हिंग लगाए गए हैं जिसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी का मोबाइल नंबर लिखा है।

कहीं भी किसी क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न या लेन देन की सूचना मिलने पर कोई भी आम जनमानस या पीड़ित महिला अपनी शिकायत कर सकती है हमारे जनपद में महिला सुरक्षा व संरक्षण हेतु सखी वन स्टाप सेंटर कि स्थापना है जहां पर पांच संदर्भित सेवाओं के साथ महिला को हिंसा मुक्त वातावरण प्रदान किया जाता है वहीं जनपद में चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन 1098 टीम का कुशल टीम रेलवे व जनपद पर दो भागों में संचालित है सरकारी विद्यालय में ताईक्वांडो का प्रशिक्षण चल रहा है जिससे की बालिकाएं स्वयं को कैसे सुरक्षित रखना सिखेगी। उन्होंने ने दहेज उत्पीड़न के बढ़ते मामलों का प्रमुख कारण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एक महिला आज किसी की बेटी है तो कल किसी की बहु होगी इस बात को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया या फिल्मों के नाटकीय स्वरुप को वास्तविक जीवन में अपना कर अपने जीवन में भी ढालती है नव वधुएं व भावी सास धैर्य को धारण रखें, सास को मां के रुप में सम्मान करें करें, वहीं सास बहु को अपनी बेटी के रुप में जिस दिन से अपनानें लगेगी तो दहेज रुपी अभिशाप स्वत खत्म हो जायेगा। कार्यक्रम दौरान, वन स्टाप सेंटर, डी0सी0पी0यू, चाइल्ड लाइन के सभी कार्मिक उपस्थित रहे। केंद्र प्रबंधक पूजा मौर्या द्वारा सभी का सादर आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक 28 नवम्बर को आयुक्त कार्यालय सभागार में

मीरजापुर, 25 नवम्बर 2024- शासन के निर्देश के क्रम में मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल डॉ0 मुथुकुमार स्वामी बी0 की अध्यक्षता में दिनांक 28 नवम्बर 2024 को आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में मण्डलीय समीक्षा बैठक की जायेगी।

उक्त आशय की जानकारी देते हुये संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र ने बताया कि उपरोक्त निर्धारित तिथि को पूर्वान्ह 10:00 से 01:30 बजे तक विकास प्राथमिकता कार्यक्रमो की समीक्षा की जायेगी, तथा 02:30 बजे से 04 बजे तक कानून व्यवस्था एवं ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा एवं 04 बजे से राजस्व विभाग, खनिज विभाग अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमो की समीक्षा मण्डलायुक्त द्वारा की जायेगी।

मेडिकल कालेज में आयोजित सेरेमनी का डीएम ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारम्भ

मीरजापुर- जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने माँ विन्ध्यवासिनी स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में ह्वाइट कोर्ट सेरेमनी का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर चतुर्थ सेमेस्टर में पहुंचने वाले अध्यनरत चिकित्सको को ह्वाइट कोट (यूनीफार्म) पहनाकर उन्हें सम्बोधित किया।

अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी कहा इससे पहले तीन बैच आ चुके है आप सभी अपने सीनियर और अध्यापको से सीखेंगे तथा अस्पताल में जाकर सभी अभ्याय भी करें। उन्होंने कहा कि आप पास सोसइटी में देखते होंगे कि बचपन में हमे संस्कार दिया जाता है कि लोगो की मद्द करना एक बहुत ही पुण्य का काम होता है, वह चाहे किसी भी तरह का सहयोग अथवा मद्द हो। उन्होंने कहा कि सभी छात्र चिकित्सक के रूप में जब मरीज विशेषकर गरीब मरीजो का मद्द करेंगे तो वह और भी पुण्य का कार्य होता हैं। यहां पर डाक्टर का प्रोफेशन ही पुण्य कार्य मानते हुए चिकित्सक को ईश्वर का दूसरे रूप का दर्जा दिया गया हैं।

उन्होंने कहा कि चिकित्सक प्रोफेशन को जब इतना बड़ा सम्मान समाज के द्वारा दिया जाता है तो आप सब की भी लोगो के प्रति जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि जब हमे कोई चीज मांगनी होती है तो हम ईश्वर के पास जाते है परन्तु जब किसी को शारीरिक व मानसिक किसी भी प्रकार का कष्ट होता है तो वह डाक्टर के पास आएगा और डाक्टर को उस कष्ट का निवारण करना होता है इस समय डाक्टरो को बहुत ही धैर्य पूर्वक लोगो के सामने पेश होकर उनके कष्ट का निवारण करना चाहिए। उन्होंने सभी अध्यनरत छात्रो को बधाई व शुभकामना देते हुए कहा कि अब चतुर्थ सेमेस्टर में अस्पतालों में जाकर भर्ती मरीजो का पूरे मनायोग के साथ कार्य करे, ताकि कोर्स पूरा होने के बाद जहां भी आप जाए और इस प्रोफेशन में लोगो की सेवा करते हुए सभी व आप जुड़े अध्यापको के प्रशंसा कर सकें। इस अवसर पर प्राचार्य मेडिकल कालेज संजीव कुमार सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहें।

थ्रेसरिंग के दौरान फसल व पुआल में लगी आग से पांच बीघे धान की फसल जलकर राख

ड्रमंडगंज, मीरजापुर। हलिया थाना क्षेत्र के गड़बड़ा गोकुल गांव में सोमवार की सुबह धान की फसल की थेर्सरिंग के दौरान धान की फसल व पुआल में आग लगने से पांच बीघा धान की फसल जलकर राख हो गई किसान द्वारा शोर मचाने पर मौके पर पहुचे ग्रामीणों ने धान की फसल में लगी आग को बुझाने का अथक प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई आग बुझाने से बगल में रखा अन्य लोगों की धान बच गयी। पीड़ित किसान ने क्षतिपूर्ति के लिए क्षेत्रीय लेखपाल को अवगत करा दिया है।

आगजनी की घटना से लगभग एक लाख रुपए की क्षति हुई है!हलिया थाना क्षेत्र के गड़बड़ा गोकुल गांव निवासी किसान अनंन्तु गुप्ता द्वारा धान की फसल की कटाई के बाद खेत में सोमवार की सुबह थ्रेसरिंग कराया जा रहा था कि उसी दौरान अचानक धान की फसल में आग लग गई जिससे खेत में रखी पांच बीघा की धान की फसल जलकर राख हो गई जब तक खेत में मौजूद किसान द्वारा धान की फसल में लगी आग को बुझाया जाता तब तक फसल जलकर राख हो चुकी थी किसान द्वारा आगजनी घटना के संबंध में क्षेत्रीय लेखपाल को आगजनी से हुई नुकसान की क्षतिपूर्ति दिलाने के लिए अवगत करा दिया है किसान ने बताया कि आगजनी की घटना से लगभग एक लाख रुपये की क्षति हुई है बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कर्ज लेकर धान की फसल बोई गयी थी लेकिन आगजनी की घटना से फसल जलकर राख हो गयी है।

मिर्ज़ापुर: पति गया कमाने, पत्नी गहने-रुपए लेकर प्रेमी के साथ हुई फ़ुर्र, पति का हुआ बुरा हाल

 

मिर्ज़ापुर। जिस पत्नी के साथ जीवन बिताने की सोच जीवन के हसीन पलों का सपना संजोए हुए था, वह कुछ पलों में ही चकनाचूर करते हुए पत्नी पराएं के साथ फ़ुर्र हो ली है। पत्नी की बेवफाई भरे कदम से आहत पति ने पुलिस से फरियाद लगाई है. इलाकाई पुलिस ने फरियाद नहीं सुनी तो वह मुख्यालय पर अधिकारियों के चौखट पर दरख़्वास्त लिए भटकता-फिर रहा है. उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के पड़री थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कौआ (बेलवन) गांव निवासी विजय प्रताप पुत्र बच्चन सिंह अपनी पत्नी विभा की तलाश में इन दिनों दर दर भटकते फिर रहे हैं. उनका आरोप है कि उनकी पत्नी विभा प्रयागराज जनपद थाना थरवई क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी सोनू पुत्र गुलाब सिंह के साथ फरार हो गई है।

 पत्नी विभा अपने साथ नगदी-गहना सहित उनके तीन वर्ष के बेटे आर्दश को भी ले कर गई है. विजय प्रताप के मुताबिक उसकी शादी पूरे रिती रिवाज के साथ 2010 में हुई थी. शादी के बाद उसके दो बच्चे भी हुएं है . घर परिवार की जिम्मेदारियां बढ़ी तो वह पुणे कमाने चला गया जहां वह पुणे में प्राईवेट कार्य करता है. इस बीच उसकी बराबर पत्नी से बातचीत भी होती रही है. पत्नी, घर-परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए वह मेहनत किए जा रहा था. इधर कुछ और ही गुल खिलाए जा रही थी, जिससे बेखबर विजय जबतक कुछ समझ पाता कि तब तक काफी देर हो चुकी थी।

 उसकी पत्नी विभा उसके सारे अरमानों को चकनाचूर करते हुए 9 अक्टूबर 2024 को दिन में 9 बजे 3 वर्षीय बेटे आदर्श को लेकर घर में रखा दस हजार रूपया, मोबाइल व डेढ़ लाख का गहना लेकर सोनू के साथ फरार हो गई है. जिसकी काफी खोजबीन की गई लेकिन कोई भी पता नहीं चला. इसी बीच तलाशते -तलाशते पता चला कि विभा सोनू के साथ शादी करके प्रयागराज में ही कही रह रही है. इधर विजय छोटे बेटे आदित्य को लेकर पत्नी-बेटे की तलाश में और सोनू पर कार्रवाई की मांग को लेकर भटकता फिर रहा है। आश्चर्य कि बात है मामूली-से विवादों में कार्रवाई करने में तत्पर रहने वाली पड़री थाना पुलिस ने इस मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट भी अंकित करना मुनासिब नहीं समझा है पत्नी-बच्चे की बरामदगी तो दूर की बात रही है।

*यूपीएसई-आईईएस में 32वा रैंक लाने वाले हर्षित यादव को नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने दी बधाई*

मिर्जापुर- आर्ट ऑफ लिविंग मीरजापुर के वरिष्ठ शिक्षक बालकृष्ण यादव के पुत्र हर्षित यादव ने UPSE-IES एग्जाम 2024 में अप्रत्याशित एवं अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करते हुए पूरे देश में 32वॉ रैंक प्राप्त किया है।नपाध्यक्ष ने कहा है पूरे भारत में 32वां रैंक लाकर हर्षित ने अपने माता पिता परिवार के साथ जिले का भी नाम रोशन किया गया है।

खबर की सूचना मिलने पर आवास कॉलोनी स्थित उनके मकान पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

*सड़क दुघर्टना में बाइक सवार युवक की है मौत, परिवार में मचा कोहराम*

मिर्जापुर- बीती रात्रि बहन के यहां से घर वापस आते समय मनऊर निवासी तेईस वर्षीय युवक सुरज कुमार पुत्र हीरालाल का सड़क दुघर्टना का शिकार हो गया जिसकी मौके पर ही मौत हो गयी है। बताया जा रहा है कि वह अपने बड़े जीजा डॉ प्रमोद कुमार के साथ बाइक से अपनी छोटी बहन के ससुराल सकलडीहा, चंदौली से वापस घर आ रहा था। तभी जमालपुर के पास बड़े वाले ट्रैक्टर ट्राली से पास लेने में टक्कर हो गया, जिससे पीछे बैठा सुरज कुमार सड़क पर गिर गया तथा ट्राली चढ़ने से मौके पर ही मौत हो गया।

बिहार निवासी मृतक के बड़े जीजा डाक्टर प्रमोद कुमार कि शेरवां, जमालपुर में खुद की क्लिनिक चलाते है को भी गंभीर चोट आई है, जिनका ट्रॉमा सेंटर वाराणसी में इलाज चल रहा है। जानकारी होने पर स्थानीय पुलिस रात को ही मौके पर पहुंच कर लाश को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई।

बता दें कि सूरज कुमार चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था तथा पालिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था। इसके बड़े भाई सतीश कुमार व दोनों बहनों क्रमशः बीनु कुमारी तथा प्रिया कुमारी की शादी हो चुकी है। पिता हीरालाल डाक विभाग में ABPM पोस्ट पर कार्यरत हैं। घटना की जानकारी होने पर इसकी मां आशा देवी एवं दोनों बहनों का रो रोकर बुरा हाल है। सुबह ही घर की महिलाओं सहित परिवार-रिश्तेदार के बहुत सारे लोग पोस्टमार्टम हाउस मीरजापुर के लिए निकल गये।