गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब सभागार में मीडिया कर्मियों के लिए लगाया गया निशुल्क नेत्र जांच शिविर

गोरखपुर। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में खबरों को लेकर पत्रकार बंधु तमाम तरह की खबरों के लिए दिन - रात लगे रहते हैं जिससे वह अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं दे पाते हैं और उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे बिगड़ता जाता है। पत्रकारों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के अध्यक्ष मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी और उपाध्यक्ष कुंदन उपाध्याय के सौजन्य से शास्त्री चौक स्थित गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के स्वर्गीय अरविंद शुक्ला सभागार में सेंटर फॉर साइट आंखों का अस्पताल मुगलहा चौराहा, मेडिकल कॉलेज रोड द्वारा नि:शुल्क नेत्र जांच, ब्लड प्रेशर और शुगर जांच शिविर का आयोजन किया गया।

प्रेस क्लब अध्यक्ष ने बताया कि आज लगभग 300 से ज्यादा पत्रकार बंधुओ की जांच हुई है। पत्रकार बंधुओ की सुविधा के लिए आगे भी इस तरह के आयोजन प्रेस क्लब के में आयोजित होगी। आपको बता दें की निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में पत्रकार बंधुओ के परिवार जनों का भी जांच होगा। जिन लोगों को जांच करना हो वह प्रेस क्लब में जांच के दौरान प्राप्त हुए रजिस्ट्रेशन कार्ड को लेकर सेंटर फॉर साइट आंखों का अस्पताल मुगलहा चौराहा में जाकर परिवार के अन्य सदस्यों का जांच निशुल्क कर सकते हैं। इस दौरान काफी संख्या में मीडिया कर्मी मौजूद रहे।

विश्व सीओपीडी दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली

गोरखपुर। बुधवार को सीओपीडी दिवस के अवसर पर एक जन जागरूकता रैली चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर नदीम अर्शद के नेतृत्व में बेतियाहाता से निकाली गई। डॉक्टर नदीम अर्शद ने बताया कि "अपने फेफड़ों के कार्य क्षमता को जाने" की थीम के साथ इस वर्ष सीओपीडी दिवस मनाया जा रहा है।

क्रोनिक आॅबसट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक काम और उपचार योग्य बीमारी है जो सांस फूलने लगातार बलगम और खांसी का कारण बनती है। दुनिया भर में इस समय सीओपीडी मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है और आग आबादी में विशेष रूप से कम संसाधन वाले देशों में अत्यधिक प्रचलित है। यह अनुमान है कि हर साल दुनिया भर में 30 लाख लोग सीओपीडी के कारण भरते है। दुनिया में बढ़ती उम्र की आबादी और तंबाकू के धुएं जैसे जोखिम वाले कारकों के लगातार संपर्क में रहने के कारण यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

तंबाकू के धुएं और सॉस के जरिए शरीर में जाने वाले अगा जहरीले कणों और गैसों के संपर्क में आना सीओपीडी के लिए मुख्य जोखिम कारक है, हालाँकि हाल यो शोध से संकेत मिलता है कि सीओपीडी आनुवंशिक और पर्यावरणीय जोखिम कारकों के संयोजन से होता है जो जीवन भर घटित होते हैं, गर्भ में शुरू होते है एवं बचपन और किशोरावस्था के दौरान जारी रहते हैं। विश्व सीओपीडी दिवस एक वार्षिक वैश्विक पहल है जो क्रॉनिक आॅब्सट्रक्टिव। लंग डिजीज के लिए वैश्विक पहल (गोल्ड) द्वारा संचालित है एवं फोरम आॅफ इंटरनेशनल रेस्पिरेटरी सोसाइटीज (एफआईआरएस) का सदस्य है। विश्व सीओपीडी दिवस का लक्ष्य दुनिया मर में सीओपीडी के बारे में जागरूकता बढाना तथा इसके लिए नई जानकारी और नवीन चिकित्सीय रणनीति प्रस्तुत करना है।

23 वा विश्व सीओपीडी दिवस 20 नवंबर 2024 को मनाया गया। इस वर्ष के विषय का उद्देश्य फेफड़ों की कार्यप्रणाली को मापने के महत्व को उजागर करना है, जिसे स्पाइरोमेट्री के नाम से भी जाना जाता है। यद्यपि स्पिरोमेट्री सीओपीडी के निदान के लिए एक आवश्यक उपकरण है, यह जीवन भर स्वास्थ्य का सूचक भी है। हमारे फेफड़े गर्भ से लेकर युवावस्था तक बढ़ते रहते हैं। इस पूरी अवधि के दौरान हम वायु प्रदूषण और श्वसन संक्रमण जैसे खतरों के प्रति संवेदनशील होते हैं, जो फेफड़ों के विकास में बाधा डाल सकते हैं और आगे चलकर जीवन में दीर्घकालिक फेफड़ों की बीमारी विकसित होने का जोखिम बढ़ा सकते हैं। दुर्भाग्यवश, लक्षण विकसित होने से पहले ही फेफड़ों की अधिकांश कार्यक्षमता नष्ट हो सकती है।

फेफड़ों की कार्यक्षमता न केवल फेफड़ों के स्वास्थ्य का, बल्कि हमारे समग्र स्वास्थ्य का भी सूचक है। फेफड़ों की कार्यक्षमता में मामूली कमी भी श्वसन और गैर श्वसन कारणों से मृत्यु के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है। स्पाइरोमेट्री द्वारा जीवन भर फेफड़ों की कार्यप्रणाली को मापने से शीघ्र निदान और शीघ्र चिकित्सीय हस्तक्षेप के अवसर मिल सकते हैं।सीओपीडी के बोझ को कम करने और फेफड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर में पहल की जा रही है, जिसमें धूम्रपान निषेध कार्यक्रम, इनडोर और आउटडोर वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई, साथ ही बचपन में होने वाले नुकसानदेह कारकों की जांच शामिल है। यद्यपि सीओपीडी के लिए कोई वर्तमान में इलाज नहीं है, लेकिन इसे रोकने और जीवन की गुणवता में सुधार लाने के लिए कार्रवाई कहीं भी, विभिन्न प्रकार के व्यक्तियों द्वारा, अनेक प्रकार की परिस्थितियों में की जा सकती है। नियोक्ता सुरक्षित श्वास वातावरण के लिए प्रयास कर सकते हैं, नागरिक वायु स्वच्छता के अच्छे संरक्षक हो सकते हैं, और मरीज और परिवार दोनों ही अधिक शोध और देखभाल तक बेहतर पहुंच का समर्थन करने में मदद कर सकते हैं।

इसमें आवश्यक दवाएं, नियमित स्पिरोमेट्री जांच और दूरदराज के क्षेत्रों में मरीजों के लिए टेलीहेल्थ एक्सेस जैसे अन्य उपचार शामिल है। इसके अलावा, प्रदाता और नीति निमार्ता स्पाइरोमेट्री तक पहुंच में सुधार लाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं और जीवन के सभी चरणों में एक सामान्य स्वास्थ्य सूचक के रूप में इसके उपयोग का समर्थन कर सकते हैं। यह न केवल श्वसन रोगों के निदान के लिए बल्कि एक सामान्य स्वास्थ्य सूचक के रूप में भी महत्वपूर्ण है।

बाइक जा रहे भाई बहन सड़क हादसे में घायल

खजनी गोरखपुर।इलाके में हरनहीं के पास लिंक एक्सप्रेस वे पर चढ़ कर उनौला खास गांव और खैराटी गांव के पास सड़क पर पहले से खड़ी पिकअप में बाइक सवार ने अनियंत्रित होकर पीछे से ही टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार शिवम् 17 वर्ष और उसकी बहन करिश्मा 22 वर्ष दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों भाई बहन पिता सुरेन्द्र निषाद निवासी ग्राम ब्रम्हसारी बेलघाट गोरखपुर आज अपनी बाइक से हरपुर बुदहट की ओर से अपनी रिश्तेदारी से लौट रहे थे। हरनहीं में लिंक एक्सप्रेस-वे पर चढ़ गए भाई शिवम तेज गति से अपनी बाइक कन्ट्रोल नहीं कर पाया और सामने खड़ी पिकअप से जा भिड़ा। हादसे में घायल दोनों भाई बहन को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची 112 वैन से ही उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।

पत्नी ने लगाया पति पर अप्राकृतिक दुष्कर्म,श्वसुर पर रेप और दहेज प्रताड़ना का आरोप, केस दर्ज

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र की निवासी विवाहिता ने पति पर अप्राकृतिक यौनाचार एवं श्वसुर पर रेप तथा दहेज के लिए प्रताणित करने का गंभीर आरोप लगाया है। थाने में शिकायत लेकर महिला ने पुलिस को आपबीती सुनाई और लिखित तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

दी गई तहरीर में महिला ने बताया कि वर्ष 2018 में विवाह के बाद 2020 में उसे एक बेटी पैदा हुई जिसके लिए उसे प्रताणित किया गया वर्ष 2021 में उसने एक पुत्र को जन्म दिया लेकिन पति श्वसुर सहित सास और ननद भी लंबे समय से मारपीट और शारीरिक शोषण करते रहे और उससे मायके से और दहेज लाने के लिए मारपीट कर घर से निकाल दिया। समझौते के लिए पहुंचे उसके पिता को भी मारपीट कर भगा दिया गया। धमकी और उत्पीड़न से तंग आकर पुलिस के पास आई है।

खजनी थाना क्षेत्र के सियर गांव में महिला की ससुराल तथा कठैचा गांव में मायका है। महिला अपराध से जुड़े मामले को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने केस दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में विधि संमत प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

डीजीपी ने प्रशिक्षु आईपीएस के साथ की शिष्टाचार भेंट,कहा- आपको जनता को आसानी से सुलभ होना चाहिए

लखनऊ। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार से सोमवार को पुलिस मुख्यालय में भारतीय पुलिस सेवा के 76वें आरआर बैच के 20 प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा शिष्टाचार भेंट की गयी एवं मुलाकात के दौरान मोमेन्टो भेंट किये गये। भेंट के दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा पुलिस मुख्यालय स्थित विभिन्न कार्यालयों एवं शाखाओं का भ्रमण कर कार्यों के बारे में जानकारी ली गयी।

प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेन्टर भ्रमण के दौरान सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर चौबीस घंटे मॉनीटरिंग किये जाने तथा सोशल मीडिया सेन्टर की कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया। पुलिस महानिदेशक द्वारा मुलाकात के दौरान अपने उद्बोधन में यूपी पुलिस के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताते हुए वर्तमान परिवेश में जनता की सुरक्षा एवं अपराधों की रोकथाम एवं महिला सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियानों यथा कम्युनिटी पुलिसिंग, आॅपरेशन कन्विक्शन, आॅपरेशन त्रिनेत्र आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। पुलिस महानिदेशक द्वारा कहा गया कि पुलिस सेवा जनता के विभिन्न वर्गों की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। आपको जनता के लिए आसानी से सुलभ होना चाहिए।

आपको स्वच्छ इरादे के साथ काम करना चाहिए। विशेषतौर पर महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं उन पर त्वरित कार्रवाई कराते हुये न्यायालय में प्रभावी पैरवी कराकर दोषियों को सजा दिलाना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा पुलिस की सेवा में नैतिकता, ईमानदारी, सत्यनिष्ठा एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति रखना ही सफलता का मूल मन्त्र है। पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों के जिज्ञासा भरे प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी।इस अवसर पर एडीजी फायर सर्विस, डीजी प्रशिक्षण, एडीजी कानून व्यवस्था, एडीजी स्थापना, एडीजी साइबर क्राइम, एडीजी रेलवे, एडीजी प्रशिक्षण, एडीजी लॉजिस्टिक, एडीजी अपराध सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रथम प्रधानमंत्री के नाम पर बन रहे पार्क में भ्रष्टाचार का कांग्रेस ने लगाया आरोप, सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर। जिला कांग्रेस कमेटी निर्मला पासवान के नेतृत्व में भारत रत्न देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्ग पंडित जवाहरलाल नेहरू जी लाल डिग्गी पार्क के नाम से हो रहे शोषण और भयावा भ्रष्टाचार की जानकारी सूचना मंडलायुक्त को एक महीने पहले ज्ञापन के माध्यम से दी थी लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई न होने के बाद अपर मंडल आयुक्त कुंवर बहादुर सिंह की को ज्ञापन के माध्यम से चेताया गया कि सपा भाजपा शासन काल में जो निविदा हुई है वह क्या 8 करोड रुपए कार्य का क्या हुआ जो कार्य पास में क्यों नहीं दिख रहे हैं 2018 से 6 से 7 करोड रुपए टेंडर हो गया फिर बार-बार कई फॉर्म का भुगतान क्यों किया गया।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि बड़े-बड़े मोटर्स और लाखों सच का हिसाब उसे समय के अवर अभियंता से मांगा गया था 50-60 लाख का २ू१ुं कहां गया। विभाग द्वारा नगर निगम स्टोर में जमा है लाल डिग्गी पार्क में संचालित करने के लिए फब्बारा म्यूजिक फाउंडेशन कराए जाने का भुगतान किया गया था इन मौके पर 4 साल में कुछ नहीं दिख रहा है मंडलायुक्त महोदय से 24 घंटे अल्टीमेट दिया गया। 24 घंटे के अंदर एस्टीमेट नहीं मिला तो लाल डिग्री पार्क में धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन किया है। जिला उपाध्यक्ष महेंद्र मिश्रा मिश्रा जी ने कहा कि नगर निगम अधिकारी बेअंदाज हो गया है। इसी क्रम में जिला उपाध्यक्ष एसपी सिंह, महानगर राजीव पांडे, जिला महासचिव अनुराग पांडे, राजकुमार यादव, पंकज पासवान, वशिष्ठ मुनिविश्वकर्मा, अभयानंद द्विवेदी, दिनेश मौर्या आदि मौजूद रहे।

गृह विज्ञान की छात्राओं ने सीआरसी गोरखपुर का किया भ्रमण

गोरखपुर। सेंट जोसेफ कॉलेज पर वूमेन की गृह विज्ञान की छात्राओं ने आज सीआरसी गोरखपुर का भ्रमण किया तथा सीआरसी गोरखपुर में संचालित गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त किया। इस अवसर पर उनके लिए एक जन-जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

कार्यक्रम को राजेश कुमार एवं राजेश कुमार यादव ने संबोधित करते हुए सीआरसी के विभिन्न प्रकल्पों के बारे में तथा सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को दी जाने सुविधाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण से समावेशी समाज के निर्माण में मदद मिलती है। इस अवसर पर कॉलेज की फैकल्टी डॉ कनकलता और डॉक्टर अमृता शाही मौजूद रही। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण भी मौजूद रहे।

आटो चालक की ईमानदारी, लाखों रुपए का कीमती बैग लौटाया

खजनी गोरखपुर। महाराजगंज जिले के सिन्धवारी गांव के टोला जगदीशपुर थाना आनंद नगर (फरेंदा) के निवासी युवक मनोज कुमार यादव पुत्र रामवृक्ष यादव बैंगलुरू में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। बीते 10 नवंबर 2024 को रात 8.30 बजे गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास आॅटो से उतरे इस दौरान वे अपना कीमती सामानों से भरा बैग आॅटो में भूल गए थे।

पीड़ित ने जीआरपी पुलिस गोरखपुर में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी।वहीं लावारिस हालत में बैग अपने आॅटो में बरामद होने पर उस बैग को बिना खोले ज्यूं का त्यूं आॅटो चालक रामभवन पुत्र रामदुलारे निवासी ग्राम जिगिना तिवारी थाना बांसगांव ने खजनी थाने में पहुंच कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया था। किंतु बैग में कोई आईडी प्रूफ नहीं मिलने के कारण पुलिस उस बैग को संबंधित व्यक्ति को लौटाने में असमर्थ थी।

इस बीच जीआरपी गोरखपुर पुलिस से मिली सूचना पर पीड़ित मनोज यादव को खजनी थाने में बुलाया गया।बैग में लगभग 3 लाख रूपए से अधिक मूल्य का डेल कंपनी का 2 अदद बेहद कीमती लैपटॉप, आॅफिस के जरूरी कागजात, मकान की चाभी और कपड़े थे। जिसे सुरक्षित पा कर पीड़ित मनोज यादव की आंखें नम हो गई। रूंधे गले से मनोज यादव ने बताया कि बैग खो जाने से मैं बहुत अधिक परेशान था, पिछले बीते 5 दिनों से पागलों की तरह इस बैग की तलाश कर रहा था, मेरी नौकरी चली जाती और जुर्माने सहित भारी नुक़सान हुआ होता। पीड़ित मनोज यादव ने आॅटो चालक और खजनी पुलिस के प्रति आभार जताया वहीं थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने आटो चालक की ईमानदारी की सराहना करते हुए उसे पुरस्कृत किया।

सुहागरात के बाद गहने लेकर फरार हुई दुल्हन,पति ने दर्ज कराई गुमशुदगी

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के एक गांव के निवासी युवक की बीते 14 नवंबर को शादी हुई 15 तारीख को विदाई के बाद दुल्हन अपने पति के साथ ससुराल पहुंची थी।16 नवंबर को परिवार में नई नवेली दुल्हन के आने की खुशियां मनाई गईं। इस बीच ससुराल वालों को 17 नवंबर एक बारात में जाने का निमंत्रण मिला था दुल्हन ने स्वयं मनुहार करके अपने पति को बारात में जाने के लिए भेज दिया। इस बीच मौका मिलते ही कीमती गहने और नकद रूपए लेकर दुल्हन घर छोड़ कर फरार हो गई।

बारात से वापस घर लौटने पर दुल्हन को घर में न पा कर उसकी तलाश शुरू हुई लेकिन उसका कोई पता नहीं चला, दुल्हन के घर छोड़ कर जाने की सूचना मायके वालों को भी दी गई। साथ ही युवक के द्वारा खजनी थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी दी गई। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा के निर्देश पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर सुहागरात के अगले ही दिन घर छोड़ कर फरार हुई दुल्हन की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं लोकलाज और सामाजिक बदनामी का हवाला देते हुए युवक ने नाम और पहचान न जाहिर करने का अनुरोध किया है।

सशस्त्र सीमा बल द्वारा रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन

गोरखपुर: सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र एवं संयुक्त चिकित्सालय द्वारा सोमवार को Composite Hospital SSB, गोरखपुर में एक रक्तदान शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज के सहयोग से किया गया।

इस शिविर में एसएसबी के कार्मिकों और प्रशिक्षुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा स्वेच्छा से रक्तदान किया। इस आयोजन का उद्देश्य जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध कराना और समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना था।

कार्यक्रम के दौरान एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उपस्थित होकर रक्तदान करने वाले जवानों का उत्साहवर्धन किया और इस नेक कार्य को समाज सेवा का उत्तम उदाहरण बताया। बाबा रघवदास मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और स्टाफ ने इस शिविर के आयोजन में सहयोग प्रदान किया और रक्त संग्रह का कार्य सुचारू रूप से संपन्न किया।

सशस्त्र सीमा बल की यह पहल समाज के प्रति उसकी जिम्मेदारी और सेवाभाव को दर्शाती है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने रक्तदान के महत्व को समझा और भविष्य में इस कार्य में अपना योगदान देने की प्रेरणा प्राप्त की।

शिविर के अंत में एसएसबी अधिकारियों ने भविष्य में भी इस प्रकार के सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का सफल समापन सभी के सहयोग और सेवाभाव के साथ हुआ।