प्रथम प्रधानमंत्री के नाम पर बन रहे पार्क में भ्रष्टाचार का कांग्रेस ने लगाया आरोप, सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर। जिला कांग्रेस कमेटी निर्मला पासवान के नेतृत्व में भारत रत्न देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्ग पंडित जवाहरलाल नेहरू जी लाल डिग्गी पार्क के नाम से हो रहे शोषण और भयावा भ्रष्टाचार की जानकारी सूचना मंडलायुक्त को एक महीने पहले ज्ञापन के माध्यम से दी थी लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई न होने के बाद अपर मंडल आयुक्त कुंवर बहादुर सिंह की को ज्ञापन के माध्यम से चेताया गया कि सपा भाजपा शासन काल में जो निविदा हुई है वह क्या 8 करोड रुपए कार्य का क्या हुआ जो कार्य पास में क्यों नहीं दिख रहे हैं 2018 से 6 से 7 करोड रुपए टेंडर हो गया फिर बार-बार कई फॉर्म का भुगतान क्यों किया गया।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि बड़े-बड़े मोटर्स और लाखों सच का हिसाब उसे समय के अवर अभियंता से मांगा गया था 50-60 लाख का २ू१ुं कहां गया। विभाग द्वारा नगर निगम स्टोर में जमा है लाल डिग्गी पार्क में संचालित करने के लिए फब्बारा म्यूजिक फाउंडेशन कराए जाने का भुगतान किया गया था इन मौके पर 4 साल में कुछ नहीं दिख रहा है मंडलायुक्त महोदय से 24 घंटे अल्टीमेट दिया गया। 24 घंटे के अंदर एस्टीमेट नहीं मिला तो लाल डिग्री पार्क में धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन किया है। जिला उपाध्यक्ष महेंद्र मिश्रा मिश्रा जी ने कहा कि नगर निगम अधिकारी बेअंदाज हो गया है। इसी क्रम में जिला उपाध्यक्ष एसपी सिंह, महानगर राजीव पांडे, जिला महासचिव अनुराग पांडे, राजकुमार यादव, पंकज पासवान, वशिष्ठ मुनिविश्वकर्मा, अभयानंद द्विवेदी, दिनेश मौर्या आदि मौजूद रहे।

गृह विज्ञान की छात्राओं ने सीआरसी गोरखपुर का किया भ्रमण

गोरखपुर। सेंट जोसेफ कॉलेज पर वूमेन की गृह विज्ञान की छात्राओं ने आज सीआरसी गोरखपुर का भ्रमण किया तथा सीआरसी गोरखपुर में संचालित गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त किया। इस अवसर पर उनके लिए एक जन-जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

कार्यक्रम को राजेश कुमार एवं राजेश कुमार यादव ने संबोधित करते हुए सीआरसी के विभिन्न प्रकल्पों के बारे में तथा सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को दी जाने सुविधाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण से समावेशी समाज के निर्माण में मदद मिलती है। इस अवसर पर कॉलेज की फैकल्टी डॉ कनकलता और डॉक्टर अमृता शाही मौजूद रही। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण भी मौजूद रहे।

आटो चालक की ईमानदारी, लाखों रुपए का कीमती बैग लौटाया

खजनी गोरखपुर। महाराजगंज जिले के सिन्धवारी गांव के टोला जगदीशपुर थाना आनंद नगर (फरेंदा) के निवासी युवक मनोज कुमार यादव पुत्र रामवृक्ष यादव बैंगलुरू में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। बीते 10 नवंबर 2024 को रात 8.30 बजे गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास आॅटो से उतरे इस दौरान वे अपना कीमती सामानों से भरा बैग आॅटो में भूल गए थे।

पीड़ित ने जीआरपी पुलिस गोरखपुर में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी।वहीं लावारिस हालत में बैग अपने आॅटो में बरामद होने पर उस बैग को बिना खोले ज्यूं का त्यूं आॅटो चालक रामभवन पुत्र रामदुलारे निवासी ग्राम जिगिना तिवारी थाना बांसगांव ने खजनी थाने में पहुंच कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया था। किंतु बैग में कोई आईडी प्रूफ नहीं मिलने के कारण पुलिस उस बैग को संबंधित व्यक्ति को लौटाने में असमर्थ थी।

इस बीच जीआरपी गोरखपुर पुलिस से मिली सूचना पर पीड़ित मनोज यादव को खजनी थाने में बुलाया गया।बैग में लगभग 3 लाख रूपए से अधिक मूल्य का डेल कंपनी का 2 अदद बेहद कीमती लैपटॉप, आॅफिस के जरूरी कागजात, मकान की चाभी और कपड़े थे। जिसे सुरक्षित पा कर पीड़ित मनोज यादव की आंखें नम हो गई। रूंधे गले से मनोज यादव ने बताया कि बैग खो जाने से मैं बहुत अधिक परेशान था, पिछले बीते 5 दिनों से पागलों की तरह इस बैग की तलाश कर रहा था, मेरी नौकरी चली जाती और जुर्माने सहित भारी नुक़सान हुआ होता। पीड़ित मनोज यादव ने आॅटो चालक और खजनी पुलिस के प्रति आभार जताया वहीं थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने आटो चालक की ईमानदारी की सराहना करते हुए उसे पुरस्कृत किया।

सुहागरात के बाद गहने लेकर फरार हुई दुल्हन,पति ने दर्ज कराई गुमशुदगी

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के एक गांव के निवासी युवक की बीते 14 नवंबर को शादी हुई 15 तारीख को विदाई के बाद दुल्हन अपने पति के साथ ससुराल पहुंची थी।16 नवंबर को परिवार में नई नवेली दुल्हन के आने की खुशियां मनाई गईं। इस बीच ससुराल वालों को 17 नवंबर एक बारात में जाने का निमंत्रण मिला था दुल्हन ने स्वयं मनुहार करके अपने पति को बारात में जाने के लिए भेज दिया। इस बीच मौका मिलते ही कीमती गहने और नकद रूपए लेकर दुल्हन घर छोड़ कर फरार हो गई।

बारात से वापस घर लौटने पर दुल्हन को घर में न पा कर उसकी तलाश शुरू हुई लेकिन उसका कोई पता नहीं चला, दुल्हन के घर छोड़ कर जाने की सूचना मायके वालों को भी दी गई। साथ ही युवक के द्वारा खजनी थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी दी गई। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा के निर्देश पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर सुहागरात के अगले ही दिन घर छोड़ कर फरार हुई दुल्हन की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं लोकलाज और सामाजिक बदनामी का हवाला देते हुए युवक ने नाम और पहचान न जाहिर करने का अनुरोध किया है।

सशस्त्र सीमा बल द्वारा रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन

गोरखपुर: सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र एवं संयुक्त चिकित्सालय द्वारा सोमवार को Composite Hospital SSB, गोरखपुर में एक रक्तदान शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज के सहयोग से किया गया।

इस शिविर में एसएसबी के कार्मिकों और प्रशिक्षुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा स्वेच्छा से रक्तदान किया। इस आयोजन का उद्देश्य जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध कराना और समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना था।

कार्यक्रम के दौरान एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उपस्थित होकर रक्तदान करने वाले जवानों का उत्साहवर्धन किया और इस नेक कार्य को समाज सेवा का उत्तम उदाहरण बताया। बाबा रघवदास मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और स्टाफ ने इस शिविर के आयोजन में सहयोग प्रदान किया और रक्त संग्रह का कार्य सुचारू रूप से संपन्न किया।

सशस्त्र सीमा बल की यह पहल समाज के प्रति उसकी जिम्मेदारी और सेवाभाव को दर्शाती है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने रक्तदान के महत्व को समझा और भविष्य में इस कार्य में अपना योगदान देने की प्रेरणा प्राप्त की।

शिविर के अंत में एसएसबी अधिकारियों ने भविष्य में भी इस प्रकार के सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का सफल समापन सभी के सहयोग और सेवाभाव के साथ हुआ।

फिल्मी स्टाइल में 20 वर्षीय युवक ने 5 घटनाओं को दिया अंजाम

गोरखपुर। कहते हैं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं इसलिए अपराधी चाहे कितने ही तरह के हथकंडे क्यों ना अपना ले आखिरकार वह एक दिन पुलिस की गिरफ्त में जरूर आता है पिछले 4 माह से झगहा पुलिस के लिए सर दर्द बने बदमाश को पकड़ने के लिए पुलिस के सामने चैलेंज था क्योंकि वह एक ही पैटर्न पर पांच घटनाओं को अंजाम दे चुका था, फिलहाल पुलिस ने 20 वर्षीय आरोपी अजय निषाद को गिरफ्तार करके उसके सही ठिकाने पर पहुंचा दिया है।

पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी काले कपड़े और बिना चप्पल के ही घटना को अंजाम देने पहुंचता था उसके हाथ में लोहे का रॉड, लकड़ी का डंडा होता था जिससे वह महिलाओं पर प्रहार कर लूटपाट की घटना को अंजाम देता था। पुलिस लाइन के व्हाइट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि विगत चार माह से झगहा थाना क्षेत्र में एक ही पैटर्न पर पांच तरह की घटनाएं हुई पुलिस सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूचना तंत्र एसओजी स्वाट टीम की मदद से आखिरकार 20 वर्षीय आरोपी अजय निषाद निवासी मंगलपुर को गिरफ्तार किया गया है।

वह वर्ष 2022 में दुष्कर्म के मामले में जेल गया था 6 माह के बाद जमानत मिलने पर वह सूरत चला गया इसी वर्ष में आया हुआ था और उसने झगहा थाना क्षेत्र में पांच घटनाओं को अंजाम देना कबूल किया है पुलिस ने उसके पास से घटना में प्रयुक्त लोहे का रॉड,चारपाई का पाया, बॉस व लकड़ी के डंडे बरामद किया गया है । पांचो घटनाओं का आज खुलासा हुआ है। एडीजी जोन ने गिरफ्तार करने वाली टीम को एक लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया है आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक में पुलिस पैरवी करके इसे सजा भी दिलाई गी।

अनुशासन, सादगी और विद्वता के प्रतिमान थे आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी-शिव प्रताप

खजनी गोरखपुर।आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी अपने सेवाकाल के दौरान गोरखपुर विश्वविद्यालय में अनुशासन प्रियता, सदाचार, सादगी और विद्वता के लिए जाने जाते थे। उनकी तथा उनके धर्म भार्या की जिवंत प्रतिमाओं के अनावरण का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ यह मेरे लिए गौरव की बात है।

उक्त विचार हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उनवल में स्थित नवल्स नेशनल एकेडमी परिसर में नव प्रतिस्थापित शिक्षाविद् शब्दपुरुष आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी और गुरूमाता नवलपति त्रिपाठी की प्रतिमाओं के अनावरण के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कोठां गांव से जुड़े अपने बचपन के संस्मरणों को याद करते हुए कहा कि महान विभूतियों की छत्रछाया हमें जीवन में अच्छे कर्मों के लिए प्रेरित करती है और हमारा मार्गदर्शन करती हैं। अध्यक्षता कर रहे पद्मश्री आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने अपने गुरू रहे आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी से जुड़े प्रसंगों को याद करते हुए कहा कि उनका शिष्य रह कर उनका सान्निध्य पाना मेरे जीवन का स्वर्णिम अवसर रहा है। महाभारत में यक्ष के प्रश्नों का उत्तर देते हुए युधिष्ठिर ने बताया था कि

पृथ्वी से भारी माता और आसमान से भी बड़ा पिता होता है। उन्होंने इजराइल की एक प्रसिद्ध कहावत का उल्लेख करते हुए कहा कि ईश्वर हर जगह मौजूद नहीं रह सकता इसीलिए माता-पिता को बनाया है। प्रोफेसर कृष्णचंद लाल ने आचार्य सत्यनारायण त्रिपाठी के लिखे एक हाइकू कविता सुनाते हुए बताया कि उन्होंने लिखा है कि "बढ़ी हुई टहनियों को काट देते हो इसे सजा कहूं या सजावट" उन्होंने आचार्य से जुड़े प्रेरक प्रसंगों और उनकी अनुशासन प्रियता का वर्णन किया। प्रोफेसर अन्नत मिश्र ने अपने उद्बोधन में वर्तमान पीढ़ी के द्वारा माता पिता की उपेक्षा करने का उल्लेख करते हुए डाॅक्टर संजयन त्रिपाठी द्वारा शिक्षा के मंदिर में अपने पिता एवं माता की प्रतिमाओं की स्थापना करने को युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय एवं मार्गदर्शक बताया।

कार्यक्रम को क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ला, चिल्लुपार के विधायक राजेश त्रिपाठी मेंहदावल के विधायक अनिल तिवारी शिक्षक एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी, पूर्व विधायक टीपी शुक्ला आदि वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

नवल्स नेशनल एकेडमी ग्रुप आॅफ काॅलेजेस एवं राष्ट्रीय पूर्वांचल हिन्दी मंच के तत्वावधान में आयोजित उक्त कार्यक्रम का संचालन संस्थान के चेयरमैन संजयन त्रिपाठी ने किया।

इससे पूर्व मुख्य अतिथि राज्यपाल तथा अध्यक्ष पद्मश्री आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने प्रतिमाओं का अनावरण किया। तथा सभी आगंतुक अतिथियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दर्जनों स्थानीय प्रतिभाओं को भी स्मृति चिन्ह भेंट देकर सम्मानित किया गया। आयोजन में उनवल के चेयरमैन महेश दूबे एडवोकेट, विधायक विपिन सिंह, विधायक अंकुर तिवारी, बड़हलगंज के चेयरमैन महेश उमर,एमएलसी सीपी चंद, प्रोफेसर रामदरश राय, गुंजन तिवारी, चंद्रभाल तिवारी, मणिंद्रमाधव त्रिपाठी, विकास सिंह, बृजकिशोर त्रिपाठी, रामपाल सिंह, संतोष तिवारी, देवेन्द्र यादव, तरंग यादव, देवानंद पासवान,प्रदीप सिंह, सुनील तिवारी, राकेश तिवारी,लालमन तिवारी सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

खजनी थाना क्षेत्र में बनेगी नई पुलिस चौकी

खजनी गोरखपुर।यदि सब कुछ ठीक रहा तो जिले के खजनी थाना क्षेत्र में एक और नई पुलिस चौकी बनाई जाएगी, योजना से संबंधित प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बस जिलाधिकारी द्वारा भूमि अधिग्रहण और जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर का निर्देश मिलते ही भूमि पूजन और चौकी का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

दरअसल खजनी थाना क्षेत्र का एक बड़ा इलाका थाने और चौकी क्षेत्रों से दूर पड़ता है। जिससे उक्त क्षेत्र में होने वाले अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण पाने के लिए खजनी पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। वहीं गीडा की औद्योगिक इकाइयों के विस्तार के कारण इस क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता बढ़ाने की जरूरत बढ़ गई है।

खजनी थाने से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह इलाका खजनी थाने की महुआडाबर चौकी से भी दूर है,छपियां पशु बाजार, मत्स्य पालन केंद्र, लिंक एक्सप्रेस-वे का जीरो प्वॉइंट, पेप्सिको इंडिया कंपनी तथा भीटी खोरिया, भगवानपुर गांव आदि क्षेत्र पड़ता है।

नई पुलिस चौकी के लिए भगवानपुर गांव के ग्रामप्रधान शैलेन्द्र सिंह के द्वारा ग्रामसभा की लगभग 17 डिसमिल सरकारी जमीन चिह्नित कर ली गई है।

सूत्रों की मानें तो जमीन का फौरी नजरी नक्शा तैयार करके उसे जिलाधिकारी के पास अनुमति पाने के लिए भेजा गया है। अनुमति और एसएसपी का निर्देश मिलते ही भूमि पूजन और शिलान्यास के बाद नई पुलिस चौकी का निर्माण कराया जाएगा।

*धोखाधड़ी के आरोपित आधा दर्जन अभियुक्तों पर लगा गैंगस्टर एक्ट, डीएम के आदेश पर की गई कार्रवाई*

गोरखपुर- इलाके में गैंग बनाकर धोखाधड़ी और टप्पेबाजी का अपराध करने वाले गैंग के 06 अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्ण करूणेश की सहमति से एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने 6 अभियुक्तों पर गैंगेस्टर एक्ट लगा है।

जिनमें गैंग का लीडर रतनलाल चौहान और गिरोह के अन्य सदस्य 01. दीपक हरिजन 02. राजेन्द्र यादव 03. संदीप यादव 04. शिव कुमार यादव उर्फ खनखन 5. अमरजीत चौहान के साथ मिलकर इलाके में गंभीर आर्थिक, भौतिक, दुनियावी व अन्य लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से सामूहिक रूप से एक संगठित गिरोह बनाकर धोखाधड़ी व टप्पेबाजी जैसे अपराध करते रहे हैं।

गैंग के सरगना एवं अन्य सदस्यों का सामान्यतः जन मानस में भय एवं आतंक व्याप्त है, जिसके कारण इनको स्वतंत्र विचरण करने से रोकने एवं अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु कार्रवाई की गई है। अभियुक्तों के खिलाफ पूर्व में दर्जनों केस दर्ज पाए गए हैं।

*नवजात में चार लक्षणों के प्रति रहें सतर्क, घरेलू उपचार में न गवाएं समय, निमोनिया नियंत्रण अभियान के तहत सलाह*

गोरखपुर- बच्चे के जन्म से लेकर 28 दिन तक की अवस्था उसके सेहत के दृष्टि से अति संवेदनशील होती है। इस अवधि में बच्चे को नवजात शिशु कहते हैं। इस अवस्था में चार लक्षणों के प्रति अपेक्षाकृत अधिक सतर्क रहना है। अगर यह लक्षण दिखें तो घरेलू उपचार में समय बर्बाद मत करें। तत्काल स्थानीय आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क करना है और बिना समय गवाएं नवजात शिशु को नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाना है। 

यह संदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जन जन को निमोनिया नियंत्रण अभियान के तहत दिया जा रहा है। जनजागरूकता संबंधी यह विशेष अभियान 12 नवम्बर से शुरू हुआ है और 28 फरवरी तक चलेगा। लोगों को बताया जा रहा है कि निमोनिया का यह खतरा नवजात शिशुओं के साथ साथ बच्चों पर भी होता है। उनकी सेहत के प्रति खासा सतर्कता बरतनी होगी, अन्यथा जटिलताएं बढ़ सकती हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि अगर किसी नवजात शिशु या बच्चे को तेज बुखार आ रहा हो, पसली चल रही हो या छाती नीचे धंस रही हो, तेजी से सांस चल रही हो और खांसी जुकाम बढ़ रहा हो तो सतर्क हो जाएं। यह संभावित निमोनिया का लक्षण हो सकता है । इन लक्षणों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार हो रहा है। समुदाय को बताया जा रहा है कि पांच साल तक के बच्चों के मृत्यु की सबसे बड़े कारणों में से एक निमोनिया है। ‘’निमोनिया नहीं, तो बचपन सही’’ और ‘‘चैन की सांस लेगा बचपन जब आप तुरंत पहचानेंगे निमोनिया के लक्षण’’ जैसे नारों की मदद से लोगों को स्वस्थ व सुरक्षित बचपन की राह दिखाई जा रही है।

डॉ दूबे ने बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन कम होने पर और समय से पहले बच्चे का जन्म होने पर उसे निमोनिया होने की आशंका अधिक है। बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं होती है और उनकी श्वसन नली भी छोटी होती है, इसलिए बच्चों के निमोनिया के प्रति अपेक्षाकृत ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। विश्व में हर 43 सैकेंड में निमोनिया के कारण एक बच्चे की मौत हो जाती है। यूनिसेफ संस्था द्वारा नवम्बर 2023 में सार्वजनिक की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक विश्व के प्रति एक लाख बच्चों पर निमोनिया के 1400 मामले देखे गये हैं।

ऐसे कर सकते हैं बचाव

सीएमओ ने बताया कि नियमित टीकाकरण के जरिये बच्चों में निमोनिया के मामले नियंत्रित किये जा रहे हैं। बच्चे के जन्म के छह हफ्ते और चौदह हफ्ते पर एवं इसके बाद नौ माह पर निमोनिया से बचाव के लिए उन्हें निमोकॉकल वैक्सीन (पीसीवी) लगाई जाती है। हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी निमोनिया से बचाव में पेंटावेलेंट टीका भी मददगार है। यह टीका बच्चे के जन्म के छह, दस और चौदहवें सप्ताह में सरकारी खर्चे पर लगाया जा रहा है। नवजात को शीघ्र स्तनपान, बच्चों को छह माह तक सिर्फ स्तनपान और छह माह बाद स्तनपान के साथ साथ दो वर्ष की उम्र तक पोषणयुक्त घरेलू पूरक आहार भी निमोनिया से बचाने में मददगार है। बच्चों में दस्त के कारण भी निमोनिया की आशंका अधिक होती है । दस्त से बचाव के लिए ओआरएस के पैकेट और जिंक की गोलियां स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाती हैं।