केरल एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर 4 सफाई कर्मचारियों की हुई मौत


केरल के पलक्कड़ जिले में केरल एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से चार सफाई कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई. मामला जिले क शोरनूर इलाके के पास की बताई जा रही है. मरने वालों में 2 महिला भी शामिल हैं. मृतक सभी तमिलनाडु के रेलवे सफाई कर्मचारी थे. वे ठेका पर काम करते थे.

शनिवार को यह जानकारी रेलवे पुलिस की ओर से दी गई. ऐसा बताया गया कि केरल एक्सप्रेस ट्रेन ने दोपहर को सफाई कर रहे कर्मचारियों को टक्कर मार दी थी. वे रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर शोरानूर पुल के पास रेलवे ट्रैक पर कूड़ा उठा रहे थे.

मृतकों की पहचान लक्ष्मणन, वल्ली, रानी और लक्ष्ममन के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक, यह हादसा शोरनूर पुल के पास हुआ. यहां मजदूर रेलवे ट्रैक से कचरा हटा रहे थे. उसी समय केरल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से वहां से गुजरी और ट्रेन की चपेट में आने से चार सफाई कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में मारे गए तीन लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं.

वहीं चौथे मजदूर के शव की तलाश भरतपुझा नदी और उसके आसपास की जगहों पर की जा रही है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ट्रेन की चपेट में आने से मारे गए चार मजदूरों को मालूम नहीं था कि, कोई एक्सप्रेस ट्रेन उसी ट्रैक से गुजरने वाली है, जहां से वे लोग कचरा हटा रहे थे. वहीं, रेलवे विभाग और पुलिस हादसे की जांच में जुट गई है।

आज का इतिहास:1936 में आज ही के दिन बीबीसी ने शुरू की थी टेलीविजन सेवा


नयी दिल्ली : 2 नवंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1936 में आज ही के दिन बीबीसी ने टेलीविजन सेवा शुरू की थी और यह विश्व की पहली नियमित हाई डिफनिशन सेवा थी। 

2002 में 2 नवंबर को ही मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को ग्रहण किया था। 

2001 में आज ही के दिन अफगानिस्तान में विशेष बलों की संख्या बढ़ाने का अमेरिका का फैसला था। 

2000 में आज ही के दिन पश्चिम एशिया में हिंसा रोकने के फार्मूले पर सहमति बनी थी।

2008 में आज ही के दिन केंद्र सरकार ने सेवानिवृत्त के बाद पेंशन फंड से धन निकालने की सुविधा खत्म की थी।

2005 में 2 नवंबर को ही ग़ुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को ग्रहण किया था।

2002 में आज ही के दिन मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को ग्रहण किया था।

2001 में 2 नवंबर को ही अफगानिस्तान में विशेष बलों की संख्या बढ़ाने का अमेरिका का फैसला था।

1999 में आज ही के दिन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिकी केंद्रों पर अज्ञात लोगों ने राकेट से हमला किया था।

1951 में 2 नवंबर को ही मिस्र में ब्रिटेन के खिलाफ हुए प्रदर्शनों पर काबू पाने के लिए करीब छह हजार ब्रिटिश सैनिक पहुंचे थे।

1936 में 2 नवंबर को ही बीबीसी ने टेलीविजन सेवा शुरू की थी और यह विश्व की पहली रेगुलर हाई डिफनिशन सेवा थी। 

1914 में आज ही के दिन रूस ने तुर्की के विरुद्ध युद्ध घोषित किया था।

1834 में 2 नवंबर को ही एटलस नाम का जहाज भारतीय मजदूरों को लेकर मॉरिशस पहुंचा था, जिसे वहां अप्रवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

2 नवंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1883 में आज ही के दिन असम के स्वतंत्रता सेनानी तथा राजनेता बसंत कुमार दास का जन्म हुआ था।

1929 में 2 नवंबर को ही प्रसिद्ध भारतीय चरित्र अभिनेता राम मोहन का जन्म हुआ था।

1940 में आज ही के दिन साहित्यकार ममता कालिया का जन्म हुआ था।

1960 में 2 नवंबर को ही हिंदी फिल्म संगीतकार अनु मलिक का जन्म हुआ था।

1965 में आज ही के दिन हिंदी फिल्म अभिनेता शाहरुख़ ख़ान का जन्म हुआ था।

2 नवंबर को हुए निधन

2012 में आज ही के दिन अमेरिकी गणितज्ञ श्रीराम शंकर अभयंकर का निधन हुआ था।

1885 में 2 नवंबर को ही मराठी रंगमंच में क्रांति लाने वाले प्रसिद्ध नाटककार अण्णा साहेब किर्लोस्कर का निधन हुआ था।

झारखंड की आदिवासी बेटी कंचन ने किया कमाल,18 पर्वतीय दर्रों को किया पार


झारखंड की आदिवासी बेटी कंचन उगुरसंडी ने इतिहास रच दिया है! उन्होंने महज 25 दिन में 18 पर्वतीय दर्रों को पार करने वाली पहली महिला बाइकर बनकर अपनी अद्वितीय उपलब्धि हासिल की है। इसके अलावा, उन्होंने लिपुलेख पास को भी पार कर लिया है, जो 17,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है।

कंचन ने विश्व की सबसे ऊंची उमलिंगला पास को भी पार किया था, जो 19300 फुट की ऊंचाई पर है और जहां मोटरसाइकिल चलाई जा सकती है। उनकी इस उपलब्धि पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और सरायकेला के विधायक चंपाई सोरेन ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कंचन का सम्मान किया गया है, और उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उत्तराखंड उनके लिए दूसरे घर जैसा है, जहां सैलानियों के लिए यह सबसे सुरक्षित जगहों में एक है। उन्होंने उत्तराखंड के लोगों की विनम्रता की भी प्रशंसा की है।

फ्रिज में लंबे समय तक रखा खाना: स्वास्थ्य के लिए खतरा! जानें, कितने समय तक है सुरक्षित स्टोर करना

फ्रिज में खाना स्टोर करना हर घर में एक आम प्रचलन है। लेकिन, लंबे समय तक रखे गए खाने का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि भोजन को तय समय से अधिक समय तक फ्रिज में रखा जाए, तो यह बैक्टीरिया और फफूंद के विकास का कारण बन सकता है, जो खाद्य विषाक्तता जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। तो आइए जानें कि कौन-सा भोजन कितने समय तक फ्रिज में सुरक्षित रहता है।

1. पका हुआ भोजन

स्टोर करने का समय: 3-4 दिन

सुरक्षा टिप: पके हुए खाने को ठंडा करके फ्रिज में रखें। इससे बैक्टीरिया का विकास धीमा होता है, लेकिन 4 दिनों के बाद इसे नहीं खाना चाहिए।

2. डेयरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर)

दूध: 5-7 दिन

दही: 1-2 सप्ताह

पनीर: 1 सप्ताह तक (नरम पनीर), 1-2 महीने (कठोर पनीर)

सुरक्षा टिप: डेयरी उत्पादों को फ्रिज के ठंडे हिस्से में रखें और पैकेजिंग की एक्सपायरी डेट चेक करते रहें।

3. अंडे

स्टोर करने का समय: 3-5 सप्ताह

सुरक्षा टिप: अंडे फ्रिज के दरवाजे में नहीं बल्कि अंदर गहरे हिस्से में रखें, ताकि तापमान में स्थिरता बनी रहे।

4. मांस और मछली

कच्चा मांस (चिकन, मटन): 1-2 दिन

पका हुआ मांस: 3-4 दिन

मछली: 1-2 दिन

सुरक्षा टिप: मांस और मछली जल्दी खराब होते हैं, इन्हें अधिक समय तक फ्रिज में न रखें। यदि तुरंत उपयोग नहीं करना हो, तो इन्हें फ्रीजर में रख सकते हैं।

5. सब्जियाँ और फल

सब्जियाँ: 1 सप्ताह (पत्तेदार सब्जियाँ 2-3 दिन)

फल: 3-7 दिन (बनाना, सेब, संतरा 5-7 दिन)

सुरक्षा टिप: सब्जियाँ और फल फ्रिज में अलग-अलग पैकेट में रखें ताकि ताजगी बनी रहे। अधिक पके हुए फलों का तुरंत उपयोग करें।

6. बचाया हुआ खाना (लेफ्टओवर)

स्टोर करने का समय: 3-4 दिन

सुरक्षा टिप: लेफ्टओवर को एयरटाइट कंटेनर में रखें ताकि यह ताजा बना रहे। 4 दिनों के बाद इसे त्याग दें, चाहे वह कितना भी स्वादिष्ट लगे।

खाने को सुरक्षित रखने के कुछ सुझाव

साफ-सफाई का ध्यान रखें: फ्रिज में खाना रखने से पहले और बाद में हाथ धोएं।

तापमान नियंत्रित रखें: फ्रिज का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या उससे कम पर रखें।

फूड रोटेशन का पालन करें: नए और पुराने भोजन को सही क्रम में रखें।

पुराने भोजन का पहले उपयोग करें।

फ्रिज में खाना रखने का सही समय जानने से आप अपने और अपने परिवार की सेहत को बेहतर बनाए रख सकते हैं।

बल्ब और ट्यूब लाइट के आसपास मंडराने वाले कीड़ों से छुटकारा पाने के 5 आसान उपाय

बल्ब और ट्यूब लाइट जलने पर कीड़े मंडराने लगते हैं, क्योंकि ये रोशनी की ओर आकर्षित होते हैं। ये कीड़े न सिर्फ परेशान करते हैं बल्कि स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर डाल सकते हैं। यहां कुछ आसान उपाय दिए गए हैं, जिनसे आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं:

1. नीम का तेल स्प्रे करें

नीम का तेल एक प्राकृतिक कीटनाशक है। लाइट के आसपास नीम के तेल का स्प्रे करें। इसकी गंध कीड़ों को दूर भगाती है।

आप नीम के तेल को पानी में मिलाकर स्प्रे बना सकते हैं और लाइट के पास छिड़क सकते हैं।

2. साइट्रस या लेमन स्प्रे का उपयोग करें

कीड़ों को साइट्रस या नींबू की खुशबू पसंद नहीं होती। नींबू के रस को पानी में मिलाकर स्प्रे बनाएं और कमरे में छिड़कें।इसे बल्ब के आसपास छिड़कना भी अच्छा रहेगा।

3. पुदीने का उपयोग करें

पुदीने की पत्तियों को कूटकर पानी में मिलाकर स्प्रे बना सकते हैं। पुदीने की गंध कीड़ों को नापसंद होती है, जिससे वे वहां से दूर चले जाते हैं।

पुदीने का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

4. सिरके का उपयोग करे

सफेद सिरके को पानी में मिलाकर स्प्रे बना सकते हैं। इसकी तेज गंध कीड़ों को दूर रखने में मदद करती है।

बल्ब या ट्यूब लाइट के आसपास इसे छिड़कें।

5. कीड़ों को फंसाने वाले जाल लगाएं

लाइट के पास कीड़ों को आकर्षित करने वाले जाल जैसे इलेक्ट्रिक कीटमार मशीन का उपयोग करें। ये कीड़ों को आकर्षित करके उन्हें फंसा लेते हैं।

ये मशीनें काफी कारगर होती हैं और इन्हें एक बार लगाने से लंबे समय तक कीड़ों से छुटकारा मिलता है।

इन उपायों में से किसी भी एक या अधिक उपाय का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपके घर में कीड़े कम मंडराएंगे और आप आराम से रह सकेंगे।

8 करोड़ रुपये के लिए महिला ने की पति की निर्मम हत्या,शव को टुकड़ों में काटकर जलाया,फेंका

तेलंगाना में बिजनेसमैन पति को पत्नी की डिमांड पूरी नहीं करने की कीमत कथित तौर पर जान देकर चुकानी पड़ी. मामला हैदरबाद का हैं, जहां एक महिला ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अपने व्यवसायी पति की कथित तौर पर हत्या कर दी. मर्डर करने के बाद सबूत मिटाने और बचने के उद्देश्य से शव को कर्नाटक में राज्य की सीमा के पार फेंक दिया.

जानकारी के मुताबिक, पति ने पत्नी की 8 करोड़ रुपये की डिमांड पूरी करने से इनकार कर दिया था. हत्या के बाद पति की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने वाली आरोपी महिला को पुलिस ने मामले में उसके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है.

मर्डर का कैसे हुआ खुलासा

यह जघन्य हत्या का मामला 8 अक्टूबर को तब सामने आया जब पुलिस ने कर्नाटक के कोडागु जिले में सुन्टीकोप्पा के पास एक कॉफी बागान में एक अज्ञात जला हुआ शव बरामद किया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और इस दौरान उन्होंने कई सारे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. 

पुलिस ने जांच के दौरान पीड़ित के नाम रजिस्टर्ड लाल रंग की मर्सिडीज पर अपना ध्यान फोकस किया. पुलिस ने पता लगाया कि, यह कार तेलंगाना में किसी एक रियल एस्टेट व्यवसायी रमेश की है.उसके बाद कर्नाटक और तेलंगाना में पुलिस द्वारा की गई संयुक्त जांच में, भुवनगिरी जिले में मारे गए व्यवसायी रमेश की पत्नी निहारिका (29) को हिरासत में लिया गया।. 

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, उसने पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल कर लिया और उसके खुलासे पर, पुलिस ने उसके साथियों निखिल और अंकुर को भी गिरफ्तार कर लिया.

भयानक हत्या की साजिश

तीनों आरोपियों से बाद की पुलिस पूछताछ के दौरान, महिला और उसके दो साथियों द्वारा हत्या की योजना बनाने के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हुए. पता चला है कि, बेंगलुरु और हरियाणा के अपने दो पतियों से अलग होने के बाद रमेश से शादी करने वाली महिला ने उससे 8 करोड़ रुपये मांगे थे. जब रमेश ने इतनी बड़ी रकम देने से मना कर दिया तो निहारिका ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी हत्या की साजिश रची.

आरोपियों ने कथित तौर पर 1 अक्टूबर को हैदराबाद के उप्पल इलाके में रमेश की पीट-पीटकर हत्या कर दी और बाद में शव को टुकड़ों में काटकर जलाने के बाद कोडागु में ले जाकर फेंक दिया.

आरोपी महिला का बचपन परेशानियों भरा रहा

पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि निहारिका का बचपन परेशानियों भरा रहा और जब वह किशोरी थी, तब उसके पिता की मृत्यु हो गई, जिसके बाद उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली. निहारिका, जो कथित तौर पर पढ़ाई में अव्वल थी, ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी कर ली, लेकिन मां बनने के बाद वह अपने पति से अलग हो गई. उसके बाद उसने एक रमेश से शादी की.

जानकारी के मुताबिक, रमेश अपनी पहली पत्नी से अलग हो चुका था. पता चला है कि हरियाणा में नौकरी करने के दौरान निहारिका की जिंदगी अपराध की दुनिया में बदल गई थी, जहां उसे वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में जेल जाना पड़ा था.पुलिस सूत्रों के अनुसार जेल में रहने के दौरान वह रमेश की हत्या में शामिल अपने एक साथी के संपर्क में आई थी।

सब्जी में अगर नमक जरूरत से ज्यादा हो गया है तो आप इन तरीकों से उसे कर सकते हैं ठीक जाने...


नमक का इस्तेमाल न सिर्फ आपके खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह हमारी सेहत के लिए काफी अहम भूमिका भी निभाता है। खाने के नमक का इस्तेमाल हमारे शरीर में तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्य तथा पानी और खनिजों का संतुलन बनाए रखने के लिए भी काफी जरूरी होता है। खाने में नमक की कमी की वजह से भोजन बेस्वाद लगता है। लेकिन अगर सब्जी में नमक ज्यादा हो जाए, तो यह स्वाद को और भी ज्यादा खराब कर देता है। किसी खास मौके पर अगर सब्जी में नमक ज्यादा हो जाए, तो मूड तो खराब होता ही है, लेकिन पूरी सब्जी भी फेंकनी पड़ जाती है। ऐसे में अगर सब्जी में नमक ज्यादा होने की वजह से अगर आपकी मेहनत ही खराब हो जाती है, तो हम आपको बता रहे कुछ ऐसी उपाय के बारे में, जिनकी मदद से आप सब्जी में ज्यादा हुए नमक को आसानी से कम कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं-

आलू डालें: एक या दो आलू छीलकर बड़े टुकड़ों में काट लें और सब्जी में डालें। आलू अतिरिक्त नमक को सोख लेता है। कुछ समय बाद आलू निकाल सकते हैं।

गूंथा हुआ आटा: थोड़ी मात्रा में आटे की लोई बनाकर सब्जी में डाल दें और थोड़ी देर बाद निकाल दें। आटा भी नमक को सोखने में मदद करेगा।

दूध या क्रीम: अगर सब्जी में दूध या क्रीम का स्वाद चलेगा, तो थोड़ी मात्रा में इसे डाल दें। इससे नमक का तेजपन कम हो जाएगा।

टमाटर या दही: थोड़ी मात्रा में टमाटर की प्यूरी या दही डाल सकते हैं। यह भी नमक के तीखेपन को कम करता है।

चीनी: थोड़ी सी चीनी डाल सकते हैं, इससे नमक बैलेंस हो जाएगा। लेकिन ज्यादा चीनी न डालें वरना स्वाद बदल सकता है।

इनमें से किसी भी उपाय से आपकी सब्जी का नमक बैलेंस हो जाएगा।

आज का इतिहास:आज ही के दिन कई बम धमाकों से दहल गई थी दिल्ली, तूफान ने उड़ीसा में मचाया था कोहराम


नयी दिल्ली : देश के इतिहास में 29 अक्टूबर की तारीख एक दुखद घटना के साथ दर्ज है. इस दिन दिल्ली में दिवाली से दो दिन पहले हुए बम धमाकों से त्योहार की खुशियों पर ग्रहण लग गया था. 

दिल्ली में अक्टूबर में अमूमन त्यौहारों का मौसम होता है. पहले रामलीला की धूमधाम, फिर दशहरे का जोश, धनतेरस की खरीदारी, दिवाली की रौनक और फिर उसके बाद गोवर्धन पूजा और भैयादूज. एक के बाद एक आने वाले इन त्यौहारों पर बाजारों में खूब रौनक रहती है.

29 अक्टूबर 2005 को धनतेरस के दिन शहर के कई हिस्सों में बम धमाकों से दिल्ली जैसे सहम सी गई थी. व्यस्त बाजारों में हुए इन धमाकों में 60 लोगों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. ऐसी और भी अच्छी बुरी यादों को अपने में समेटे हुए है 29 अक्टूबर.

29 अक्टूबर की ऐतिहासिक घटनाएं

देश दुनिया के इतिहास में 29 अक्टूबर की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1911: अमेरिकी संपादक और प्रकाशक जोसफ पुलित्‍जर का निधन आज ही के दिन हुआ था.

1923: ऑटोमन साम्राज्य का अंत होने की घोषणा के साथ ही तुर्की में संसदीय लोकतंत्र मजबूत होने लगा और आज ही के दिन देश गणराज्य बना.

1929 : अमेरिकी शेयर बाजार के करीब एक करोड़ 60 लाख शेयर की बिकवाली के चलते इसे ‘‘ब्लैक ट्यूजडे’’ कहा गया और इससे ग्रेट डिप्रेशन के नाम से जाना जाने वाला संकट और गहरा गया. दरअसल पांच दिन पहले एक करोड़ 30 लाख शेयर की बिकवाली हुई थी.

1956 : इजराइल की सेना ने स्वेज नहर इलाके पर कब्जा करने के लिए सिनाई प्रांत में मिस्र पर हमला किया.

1975: स्पेन से जनरल फ्रैंको के 35 साल पुराने शासन का अंत. युवराज जुआन कार्लोस ने अस्थायी तौर पर सत्ता संभाली.

1985 : मुक्‍केबाजी में भारत को पहला ओलंपिक पदक दिलाने वाले बॉक्‍सर विजेंद्र सिंह का जन्‍म आज ही के दिन हुआ था.

1999 : पूर्वी भारत के राज्य उड़ीसा (अब ओडिशा) में भीषण समुद्री तूफान से हजारों लोग बेघर हो गए और जान माल का भारी नुकसान हुआ.

2005:दिवाली के त्यौहार की गहमा गहमी में डूबे दिल्ली शहर के व्यस्त बाज़ारों में बम विस्फोट.

2015 : चीन ने एक बच्चे की नीति को खत्म करने का ऐलान किया.

45 से ज्यादा विधाओं पर काम करेगा संस्कार भारती, आयोजन में दिखाई देगा पंच परिवर्तन

भोपाल। संस्कार भारती संगठन की जयपुर में हुई अखिल भारतीय साधारण सभा में विधाओ और संगठनत्मक ढांचे में बदलाव करने के साथ कार्यक्षेत्र को बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस बारे में आज भोपाल स्थित संस्कार भारती के योगेंद्र सभागार में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। पत्रकारों को संबोधित करते हुए लोक कला विभाग के राष्ट्रीय संयोजक निरंजन पांडा ने बताया की नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने के लिए संस्कार भारती कई नए क्षेत्रों में भी अपने कार्य का विस्तार करने जा रहा है। पंडा ने बताया कि संस्कार भारती के संगठन में अब केंद्रीय प्रांतीय और जिला स्तर पर समितियां गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले 8 विधाओं में संगठन काम करता था लेकिन अब लगभग 45 विधाओं को पांच विभागों में बांटकर काम किया जाएगा। सभी विभागों के लिए अलग टोली बनाकर विभिन्न विधाओं के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे यह कार्यक्रम प्रदेश से जिला और तहसील स्तर तक होंगे। पंडा ने बताया कि अखिल भारतीय साधारण सभा की बैठक में निर्णय लिया गया कि अप्रैल 2025 से कार्यकर्ताओं के लिए नई सदस्यता व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि भरत मुनि स्मरण दिवस नटराज पूजन और 26 जनवरी को भारत माता पूजन उत्सव मनाया जाएगा। राष्ट्रीय संयोजक पांडे ने बताया कि संस्कार भारती के बैनर पर आयोजित सभी कार्यक्रमों में कुटुंब प्रबोधन सामाजिक समरसता पर्यावरण रक्षा स्वदेशी जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य का भाव समाहित होगा। इसके साथ ही विभिन्न विधाओं के कलाकारों को उनके हुनर को निखारने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और शैक्षणिक संस्थाओं के साथ मिलकर संस्कार भारती युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगी। लोक कला के राष्ट्रीय संयोजक पंडा के मुताबिक भारतीय संविधान की मूल प्रति में बने 22 चित्र देश की संस्कृति मूल्य इतिहास और आदर्श को प्रकट करते हैं जिन्हें पिछले कुछ साल में हटा दिया गया था लेकिन अब फिर से इन चित्रों का समावेश कर संविधान की नई प्रतियां प्रकाशित की जा रही हैं। पत्रकार वार्ता में भोपाल जिला संस्कार भारती की अध्यक्ष अरुणा शर्मा के अलावा कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश गलगले और महामंत्री नीरव प्रधान मौजूद रहे।

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब हिंदुओं की रोजी-रोटी पर वार! मुस्लिम कट्टरपंथी दे रहे धमकी- नौकरी छोड़ों वरना मार देंगे


बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से हिंदुओं के लिए हालात खराब हो गए हैं। उनके लिए अपनी रोजी-रोटी को संभाल पाना मुश्किल होता जा रहा है। उनको मुस्लिम कट्टरपंथी धमकी देकर नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि नौकरी छोड़ो वरना मार डालेंगे।

तख्तापलट के बाद कट्टरपंथियों की ताकत में इजाफा

5 अगस्त को बांग्लादेश के राजनीतिक हालत पूरी तरह से बदल गए। वहां पर शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया। उसके बाद नोबल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके सत्ता संभालते ही मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंदुओं को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया। देश में अब धर्म के आधार पर अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा और भेदभाव बढ़ रहा है।

मौत की धमकी देकर जबरन ले रहे इस्तीफा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक मामला चटगांव विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर रोंटू दास के साथ हुआ। उनको कथित तौर पर मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया। मौत की धमकियों से परेशान होकर रोंटू दास ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी छोड़ दी। उन्होंने अपने त्याग पत्र में भेदभाव का जिक्र किया था। उनका यह पत्र काफी वायरल हुआ था।

हिंदू पुलिस कर्मियों को किया बर्खास्त

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ फैला यह भेदभाव केवल शिक्षण संस्थानों तक सीमित नहीं है। इसका शिकार पुलिस व्यवस्था से जुड़े लोग भी हो रहे हैं। शारदा पुलिस अकादमी से प्रशिक्षित 252 पुलिस सब-इंस्पेक्टरों को अनुशासनहीनता के आरोप में बर्खास्त कर दिया। इनमें से 91 हिंदू कर्मी थे।

हिंदुओं के खिलाफ दुश्मनी का बन रहा है माहौल

हिंदू समुदायों का दावा है कि नई सरकार में धर्म को देखकर भेदभाव किया जा रहा है। यह कोशिश की जा रही है कि देश में हिंदुओं के खिलाफ दुश्मनी का माहौल बनाया जाए। यही कारण है कि हिंदुओं को उनकी नौकरी से जबरन इस्तीफा दिलवाया जा रहा है।