हेमंत विस्व सरमा झारखंड में डैमेज कंट्रोल के लिए नाला से बागी उमम्मीदवार सत्‍यानंद झा से मिले, नामांकन वापस लेने को कहा

उन्होंने आश्वासन दिया उन्हें उचित स्थान पार्टी केंद्र या राज्य में देगी


झारखंड डेस्क 

विधानसभा का टिकट नहीं मिलने पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से नाराज भाजपा नेता सत्यानंद झा बागी हो गए। उन्‍होंने नाला विधानसभा चुनाव के निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। 

अब इन सभी डैमेज कंट्रोल में असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा लग गए. उन्होंने सत्‍यानंद झा के घर पहुंच कर उन्हें आश्वासन दिया है कि केंद्र अथवा राज्य में उन्हें सम्मानजनक जगह दिया जायेगा.

झा से मुलाक़ात के बाद हेमंत विस्व सरमा ने मीडिया को बताया कि हम पार्टी से किसी एक ही व्यक्ति को टिकट दे सकते थे। पार्टी ने उस एक व्यक्ति को टिकट दिया और इन्हे नहीं दें पाए.इसलिए झा जी नाराज हो गए। निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। उन्होंने नामांकन भी कर दिया। इस बार भाजपा के लिए सरकार बनाना बहुत जरूरी है। झारखंड के लिए जरूरी है।

श्री सरमा ने कहा कि मैं यहां झा जी से आग्रह करने आया था कि आप नामांकन वापस लेकर पार्टी की मदद करें। हमने ये भी कहा है कि श्री झा को राज्य या केंद्र सरकार में अच्छा सम्मानित पोस्ट देंगे। वे बहुत पुराने कार्यकर्ता हैं। झा जी अपने कार्यकर्ता के साथ बात कर फैसला लेंगे।

जयराम महतो को बड़ा झटका, गांडेय विधानसभा से JKLM के प्रत्याशी रिजवान् झामुमो में शामिल,अपना नामांकन लेगें वापस,

गांडेय से कल्पना सोरेन हैं झामुमो प्रत्याशी


झारखंड डेस्क 

रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में गांडेय सीट से खड़े जयराम महतो के पार्टी का उम्मीदवार अखिल अख्तर ऊर्फ रिजवान झामुमो में शामिल हो गए हैं. अब गांडेय सीट कल्पना सोरेन के लिए सुरक्षित हो गया है.

विदित हो कि अखिल अख्तर ऊर्फ रिजवान जयराम महतो की पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष थे उनके झामुमो में शामिल होने से जयराम महतो के पार्टी को बड़ा झटका लगा है.

जयराम महतो ने दावा किया था कि झारखंड के राजनीति में बड़े बदलाव करेंगे.लेकिन उनके पार्टी के एक के बाद एक कई महत्वपूर्ण लोग उनका साथ छोड़ते जा रहे हैं. कुछ ने तो अपनी अलग पार्टी बना ली तो कुछ दूसरे पार्टी में शामिल हो रहे हैं. जयराम महतो के पार्टी से अलग होने वालों का दावा हैं कि जयराम महतो की सोच और नियत बदल गयी है जिस उद्देश्य से झारखंड के युवाओं ने एक आंदोलन को जन्म दियाउससे उसकी दिशा बदल गयी है.

उल्लेखनीय है कि रिजवान् को जयराम महतो की पार्टी JLKM ने गांडेय सीट से विधान सभा चुनाव के मैदान में उतारी थी. रिजवान का नाम पहली लिस्ट में हीं थी. लेकिन अब मतदान से पहले जयराम महतो को बड़ा झटका देते हुए रिजवान झामुमो में शामिल हो गए और अपना नामांकन वापस लेने के लिए तैयार हो गए.

रिजवान् ने दीपावली के मौके पर रांची स्थित सीएम आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने पार्टी की सदस्य्ता ली.गांडेय से रिजवान कल अपना नाम वापस लेंगे।

झारखंड को बदलने का दावा करते हुए चुनाव में उतरने वाले जयराम महतो के साथी अब धीरे-धीरे उनसे अलग हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव में हजारीबाग से उम्‍मीदवार रहे संजय मेहता उनसे अलग होकर नई पार्टी बना ली। अब रिजवान अलग हो गए।

जयराम महतो को बड़ा झटका, गांडेय विधानसभा से JKLM के प्रत्याशी रिजवान् झामुमो में शामिल,अपना नामांकन लेगें वापस

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गांडेय से कल्पना सोरेन हैं झामुमो प्रत्याशी

झारखंड डेस्क 

रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में गांडेय सीट से खड़े जयराम महतो के पार्टी का उम्मीदवार अखिल अख्तर ऊर्फ रिजवान झामुमो में शामिल हो गए हैं. अब गांडेय सीट कल्पना सोरेन के लिए सुरक्षित हो गया है.

विदित हो कि अखिल अख्तर ऊर्फ रिजवान जयराम महतो की पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष थे उनके झामुमो में शामिल होने से जयराम महतो के पार्टी को बड़ा झटका लगा है.

जयराम महतो ने दावा किया था कि झारखंड के राजनीति में बड़े बदलाव करेंगे.लेकिन उनके पार्टी के एक के बाद एक कई महत्वपूर्ण लोग उनका साथ छोड़ते जा रहे हैं. कुछ ने तो अपनी अलग पार्टी बना ली तो कुछ दूसरे पार्टी में शामिल हो रहे हैं. जयराम महतो के पार्टी से अलग होने वालों का दावा हैं कि जयराम महतो की सोच और नियत बदल गयी है जिस उद्देश्य से झारखंड के युवाओं ने एक आंदोलन को जन्म दियाउससे उसकी दिशा बदल गयी है.

उल्लेखनीय है कि रिजवान् को जयराम महतो की पार्टी JLKM ने गांडेय सीट से विधान सभा चुनाव के मैदान में उतारी थी. रिजवान का नाम पहली लिस्ट में हीं थी. लेकिन अब मतदान से पहले जयराम महतो को बड़ा झटका देते हुए रिजवान झामुमो में शामिल हो गए और अपना नामांकन वापस लेने के लिए तैयार हो गए.

रिजवान् ने दीपावली के मौके पर रांची स्थित सीएम आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने पार्टी की सदस्य्ता ली.गांडेय से रिजवान कल अपना नाम वापस लेंगे।

झारखंड को बदलने का दावा करते हुए चुनाव में उतरने वाले जयराम महतो के साथी अब धीरे-धीरे उनसे अलग हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव में हजारीबाग से उम्‍मीदवार रहे संजय मेहता उनसे अलग होकर नई पार्टी बना ली। अब रिजवान अलग हो गए।

देवघर के एसपी को चुनाव आयोग द्वारा हटाए जाने से सीएम सोरेन खफा, कहा चुनाव आयोग दलित और आदिवासी विरोधी है

झारखंड डेस्क 

चुनाव आयोग द्वारा देवघर के एसपी को चुनाव के दौरान हटाने को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने 

 चुनाव आयोग को निशाने पर लिया है.

उन्होंने बीजेपी पार्टी को दलित विरोधी कहा है। मालूम हो कि देवघर जिला के डीसी और एसपी पर लोकसभा चुनाव में और इस चुनाव में SP पर गाज गिरी है।

चुनाव आयोग के किस निर्णय से खफा है सीएम

जानकारी के अनुसार देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को हटाये जाने का फैसला भारत निर्वाचन आयोग ने लिया. इस संबंध में आयोग ने राज्य सरकार को लेटर लिखकर तीन आइपीएस अधिकारियों का पैनल मांगा है. विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के बीच अजीत पीटर डुंगडुंग को हटाए जाने के फैसले पर सीएम हेमंत सोरेन ने नाराजगी जाहिर की है.

सोशल मीडिया पर इसे साझा करते भाजपा को निशाने पर लिया है. कहा है कि दलित IAS अफ़सर को हटाया गया, लगातार परेशान किया गया. अब आदिवासी IPS अफ़सर को लगातार परेशान किया जा रहा है. भाजपा को घेरते हुए कहा कि उसे आख़िर दलितों, आदिवासियों से इतनी परेशानी क्यों है? 

लोकसभा चुनाव में भी चुनाव आयोग ने देवघर के डीसी को हटाया था

 देवघर के पूर्व डीसी रहे मंजूनाथ भजंत्री को भी आयोग की पहल पर पूर्व में वहां से हटाया गया था. यहां तक कि उनके देवघर के पूराने रिकॉर्ड को देखते ही अभी हाल ही में रांची डीसी के पद से भी हटाया गया और वरुण रंजन को डीसी बनाया गया. अब देवघर एसपी के मामले में भी ऐसा देखने को मिला है. सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले अजीत पीटर डुंगडुंग को देवघर से हटाया गया था. 

हालांकि चुनाव संपन्न होते ही राज्य सरकार ने फिर से अजीत पीटर डुंगडुंग को देवघर का एसपी बना दिया था. पर अब विधानसभा चुनाव को देखते निर्वाचन आयोग ने उन्हें फिर से देवघर से हटाए जाने का फैसला लिया है.

बोकारो के पटाखा दुकानों में लगी भीषण आग, दर्जनों दुकानें जलकर खाक


बोकारो : चास में गरगा नदी के किनारे स्थित पटाखों की दर्जनों दुकानों में अचानक भीषण आग लग गई, जिसमें एक करोड़ से अधिक की संपत्ति का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है. इस हादसे से पूरे इलाके में भगदड़ और दहशत का माहौल बन गया. 

आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और लगातार प्रयास कर रही हैं. बताया जा रहा है कि यह दुकानें सुरक्षा के दृष्टिकोण से सघन आबादी से दूर, बोकारो और चास के बीच स्थापित की गई थीं. आग की लपटों से कई गाड़ियां भी जलकर खाक हो गईं.

 प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय पटाखों के धमाके से लोग भयभीत हो गए और अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागने लगे, जिससे भगदड़ में कई लोग घायल हो गए.

बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी के आवास के समीप लगी इन दुकानों में अचानक आग लगने से दिवाली की खुशियां मातम में बदल गईं. 

आसमान में उठते धुएं के गुबार और आग के तेज़ गोले ने पूरे इलाके में कोहराम मचा दिया.

उड़ीसा पुलिस ने झारखंड निवासी जाबेद और पलक मिश्रा हत्याकांड का किया उद्भेदन,हत्याकांड के आरोपी गिरफ्तार

मृतक जावेद बोकारो के माराफारी थाना क्षेत्र के आजाद नगर और पलक मिश्रा जरीडीह थाना क्षेत्र के जैनामोड़ की रहने वाली थी

झारखंड डेस्क

 झारखंड के जावेद और पलक मिश्रा की हत्या ओडिशा में 60 लाख रुपए नहीं लौटने के कारण हुई थी । इस बात का खुलासा बलांगीर के कुंतला थाने में आईजी हिमांशु लाल के साथ एसपी ऋषिकेश ने किया है।

 मृतक जावेद बोकारो के माराफारी थाना क्षेत्र के आजाद नगर और पलक मिश्रा जरीडीह थाना क्षेत्र के जैनामोड़ की रहने वाली थी। 

दोनों पिछले छह महीने से एक साथ रह रहे थे। इस दौरान दोनों कई आपराधिक मामलों में शामिल रहे।

उड़ीसा पुलिस ने बताया कि डबल मर्डर केस में गिरफ्तार आशुतोष गौतम उर्फ बबलू किलो, कौशल बिहारी उर्फ कौशल साव, गौरव कुमार, राजेंद्र शेख, चंदन कुमार, विशाल कुमार, बादल कुमार, राजीव गौतम को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। 

एसपी ने बताया कि कि 24 अक्तूबर को डंडामुंडा जंगल से हत्या कर फेंके गए दो अज्ञात शव की पहचान चुनौती थी। जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फेस डिडक्शन सिस्टम, साइबर सेल व सीसीटीवी कंट्रोल रूम की मदद से साइंटिफिक तरीके से सुलझाया गया। एसआईटी गठित कर झारखंड-ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी की गई थी।

साथ रहकर करते थे क्राइम

एसपी ने बताया कि रांची, हजारीबाग और संबलपुर पुलिस की मदद से हत्या में प्रयुक्त वाहन और चाकू के साथ आठ आरोपियों को पकड़ा गया। एसपी ने बताया कि आरोपी बबलू किलो, कौशल, चंदन, गौरव व विशाल बोकारो, बादल कुमार बिहार के औरंगाबाद व राजेन्द्र शेख उर्फ गुड्डू बलांगीर का रहने वाला है। मृतक जावेद व मृतका पलक 6 महीने से साथ रह रहे थे। दोनों कई आपराधिक मामलों में लिप्त रहे हैं।

60 लाख के लिए हुई थी हत्या

जावेद मसल पावर वाला बिल्डर सह जमीन कारोबारी बबलू किलो के लिए दहशत पैदा करने का काम करता था। उसने बबलू से 60 लाख रुपये किसी धंधे के लिए ले रखा था, जो नहीं लौटा रहा था। इस बात को लेकर बबलू ने औरंगाबाद से बादल को बुलाकर बलांगीर के अपराधी राजेंद्र शेख से संपर्क किया।

 फिर अपने स्थानीय सहयोगियों के साथ बलांगीर पहुंचा। साथ में पलक व जावेद भी थे। बलांगीर स्थित कुंतला थाना अंतर्गत डंडामुंडा जंगल में चार पहिया वाहन से पलक व जावेद को ले जाने के बाद चाकू मारकर हत्या के बाद शव फेंक फरार हो गए। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज से पहला सुराग मिला, जो संयुक्त पुलिस टीम के लिए उद्वेदन व अपराधियों तक पहुंचने में मददगार साबित हुआ।

पद्मश्री सम्मान से समानित लोकगायक मुकुंद नायक की तबीयत बिगड़ी, निजी अस्पताल में हैं भर्ती,1नवंबर को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाने की तैयारी

* झारखंड डेस्क झारखंड के लोक गायक राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री सम्मान से सम्मानित मुकुंद नायक की तबीयत बिगड़ गई है. उन्हें रांची के निजी हॉस्पिटल में आज भर्ती कराया गया है. उनके पोते अंश नायक ने मीडिया को सूचना दी कि पिछले कुछ दिनों से उनका शरीर शिथिल पड़ रहा था. वह सर्वाइकल परेशानी से गुजर रहे हैं. आज परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है. अंश नायक ने बताया कि उनके दादाजी बातचीत कर पा रहे हैं. उनको एयर एंबुलेंस से एक नवंबर को दिल्ली ले जाया जाएगा, जहां एक बड़े निजी हॉस्पिटल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम सर्वाइकल सर्जरी करेगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों रांची में संविधान सम्मान सम्मेलन में पद्मश्री मुकुंद नायक ने शिरकत की थी. उस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी शामिल हुए थे. इस दौरान पद्मश्री नायक ने संविधान के महत्व पर आधारित एक लोकगीत भी गाया था. उन्हें 2017 में पद्मश्री और 2019 में नाटक अकादमी पुरस्कार मिला था. पद्मश्री मुकुंद नायक नागपुरी भाषा में लोकगीत गाते हैं. वह अपने गीतों के जरिए झारखंड की संस्कृति, रीति रिवाज का गुणगान करते हैं. अपने लोकगीतों के जरिए अंधविश्वास से लड़ने की सीख देते हैं. चुनाव के समय घूम-घूम कर अपनी मंडली के साथ लोगों को वोट का महत्व बताते हैं. झारखंड के हर बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में उनकी प्रस्तुति देखते बनती है.
कल रांची के नामकुम स्थित जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में हुई छापामारी में एक करोड़ 14 लाख 99 हजार 980 रुपये बरामद,*

*जिला प्रशासन ने देर रात प्रेस वार्ता कर किया इस बात की पुष्टि* झारखंड डेस्क रांची पुलिस ने नामकुम थाना क्षेत्र के जीडी गोयनका स्कूल में बुधवार को छापेमारी के दौरान एक करोड़ 14 लाख 99 हजार 980 रुपये बरामद किए हैं. साथ ही पुलिस ने छापेमारी के दौरान विभिन्न ब्रांड के तीन विदेशी शराब की बोतल, एक अमेरिकन टूरिस्ट बैग और दो मोबाइल फोन बरामद किया है. रांची के उपायुक्त वरुण रंजन और एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने संयुक्त रुप से बुधवार रात संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विधानसभा चुनाव के स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त संपन्न कराये जाने को लेकर लगातार की जा रही कार्रवाई के दौरान गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि नामकुम थाना क्षेत्र में संचालित जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल परिसर में चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने एवं मतदान में धन-बल का उपयोग करने के उद्देश्य से नकद रूपया छुपाकर रखा गया है, जो आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है. एसएसपी ने बताया कि प्राप्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल के नेतृत्व में डीएसपी मुख्यालय अमर पांडेय, कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय, सिटी डीएसपी केवी रमण और फ्लाइंग स्क्वायड टीम को शामिल करते हुए एक छापेमारी टीम का गठन किया गया. छापेमारी टीम में करीब 100 की संख्या में सशस्त्र बल को शामिल किया गया. सूचना के सत्यापन के लिए छापेमारी के दौरान जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल की घेराबंदी करते हुए परिसर की सघन तलाशी ली गयी. इस दौरान स्कूल के अध्यक्ष मदन सिंह एवं विद्यालय के अन्य कर्मी उपस्थित थे. तलाशी के क्रम में उप-प्रधानाध्यापक के कमरे में लकड़ी के अलमीरा से काफी मात्रा में नकद राशि बरामद किया गया. बरामद रकम की गणना कैश काउंटिंग मशीन से किया गया. इस क्रम में 1,14,99,980 पाये गये. उक्त बरामद रुपये के संबंध में चुनाव आचार संहिता का उल्लघंन किये जाने के आरोप में नामकुम थाना में (कांड संख्या-419/24,) दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. बरामद रकम के वैध स्रोत के संबंध में पता किया जा रहा है. उक्त बरामदगी के संबंध में औपचारिक सूचना, आयकर विभाग को दी गयी है.
*व्यय प्रेक्षकों ने एईओ के साथ बैठक कर निर्वाचन व्यय लेखा से संबंधित दिए आवश्यक दिशा निर्देश

* झारखंड डेस्क धनबाद :झारखंड विधानसभा निर्वाचन हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा धनबाद के सभी छः विधानसभा क्षेत्र के लिये नियुक्त व्यय प्रेक्षक श्री कुमार आदित्य (आईआरएस) एवं श्री आर.ए. ध्यानी (आईआरएस) द्वारा आज सभी सहायक व्यय प्रेक्षकों एवं एकाउंटिंग टीम के साथ बैठक कर व्यय अनुवीक्षण संबंधी जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय कर दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने Seizer का प्रतिवेदन प्रतिदिन तैयार करने, निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप seizer किया जाने से संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ हीं उन्होंने SST, FST & VST को निर्देशित किया कि दीपावली व छठ पर्व को ध्यान में रखते हुए आम जनता को परेशान न करते हुए सतर्कता पूर्वक अपने कार्यों व दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करें। साथ ही पर्व के मद्देनजर एसएसटी एवं एफ़एसटी टीम को विशेष नजर रखने हेतु सुझाव दिए गए। इस दौरान व्यय प्रेक्षकों ने एकाउंटिंग टीम को चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार फोल्डर ऑफ एविडेंस का संधारण करने तथा रेट चार्ट के अनुसार उम्मीदवारों के व्यय का निर्धारण का शैडो रजिस्टर में दर्ज करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके अलावा व्यय प्रेक्षकों ने चुनाव से संबंधित इनकम टैक्स के नोडल पदाधिकारी से भेंट की। उनसे कैश सीजर की अद्यतन जानकारी प्राप्त की तथा उनका कैश सीजर की भूमिका हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मौके पर व्यय अनुश्रवण कोषांग के वरीय पदाधिकारी श्री ग़ालिब अंसारी, नोडल पदाधिकारी श्री ध्रुव नारायण राय, सभी विधानसभा के सहायक व्यय प्रेक्षक, लेखा जांच टीम के सदस्य आदि उपस्थित हुए।
जमशेदपुर में 5 लाख से अधिक करते हैं बिहारी निवास,मतदान के दिन तक नहीं लौट पाएंगे झारखंड, कई प्रत्याशी का वोट होगा प्रभावित*


झारखंड डेस्क जमशेदपुर में 5 लाख से अधिक बिहारी निवास करते हैं। 13 नवंबर को चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इनमें कोल्हान की सभी 14 सीटों पर मतदान होना है। ऐसे में प्रत्याशियों के वोटों पर असर पड़ सकता है। झारखंड में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच लोक आस्था का महापर्व छठ 5 नवंबर से शुरू होकर 8 नवंबर तक चलेगा। इस महापर्व का देश के कोने-कोने में रहने वाले बिहार के लोगों को इंतजार रहता है। छठ के लिए लोग दो से तीन दिन पहले ही घर चले जाते हैं और पर्व के सप्ताह भर बाद तक लौटते हैं। ऐसे में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को छठ के कारण वोटरों का झटका लगना तय है। झारखंड के जमशेदपुर और आसपास से ही सिर्फ 30-40 हजार लोग छठ पर बिहार जाते हैं। वोटिंग के दिन तक लौट पाना मुश्किल जमशेदपुर में 5 लाख से अधिक बिहारी निवास करते हैं। 13 नवंबर को चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इनमें कोल्हान की सभी 14 सीटों पर मतदान होना है। ऐसे में प्रत्याशियों के वोटों पर असर पड़ सकता है। चूंकि पहला अर्घ्य 7 नवंबर को है और दूसरा अर्घ्य 8 नवंबर को है। ऐसे में 13 नवंबर तक सभी लोगों का लौट पाना संभव नहीं होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि ट्रेनों में जहां वेटिंग है, वहीं, चुनाव में बसों के पकड़े जाने से लौटने में दिक्कत होगी। बिहार जाने के लिए जमशेदपुर से रोज 80 बसें चलती हैं। ट्रेनों में भी वेटिंग की स्थिति है। छठ महापर्व 5 नवंबर से शुरू होगा इस बार छठ की शुरुआत 5 नवंबर से शुरू होगी। 5 को नहाय-खाय है, 6 को व्रती खरना करेंगे। 7 को पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। वहीं, 8 नवंबर को दूसरे अर्घ्य के साथ महापर्व का समापन होगा। ऐसे में 5 नवंबर से पहले ही लोग घर पहुंच जाएंगे। शहरों में अधिकतर लोग बिहार के रहनेवाले जमशेदपुर समेत आसपास के शहरों में काफी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं। छठ पर इनके बिहार जाने के कारण वैसे तो पूरे कोल्हान में असर दिखेगा, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव जमशेदपुर पूर्वी, पश्चिमी, जुगसलाई, घाटशिला, सरायकेला, पोटका, बहरागोड़ा से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के वोटों पर पड़ सकता है।