भोलानाथ कुशवाहा का एकांकी संग्रह 'लोकल वोकल' प्रकाशित
मिर्जापुर। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा का एकांकी संग्रह 'लोकल वोकल' प्रकाशित हुआ है। यह उनकी 11 वीं प्रकाशित कृति है। इसे हिन्दी श्री पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। इसमें विविध ज्वलंत विषयों के 24 एकांकी शामिल हैं जिनमें आज के बदले व्यक्ति के साथ समाज, सत्ता, राजनीति और विश्व परिदृश्य पर संवादों के माध्यम से चर्चा की गयी है।
एकांकी संग्रह पर अपनी शुभकामनाएँ देते हुए मुम्बई के अभिनेता व कवि रवि यादव रवि ने लिखा है- "उन्होंने आज के ज्वलंत मुद्दों को बड़ी बारीकी से उठाया है जो लोगों के लिए पठनीय है। वरिष्ठ साहित्यकार व परिंदे पत्रिका के संपादक श्री विलास सिंह ने अपनी भूमिका में लिखा है- "कुल मिलाकर यह एकांकी संग्रह 'लोकल वोकल' हमारे समय की विसंगतियों का आईना है जो न केवल हमें सच्चाई दिखाता है बल्कि ठहर कर सोचने को मजबूर करता है।"
नगर के बाँकेलाल टंडन की गली, वासलीगंज निवासी 74 वर्षीय भोलानाथ कुशवाहा की अब तक लिखी गयी पुस्तकों में चार कविता संग्रह, एक नाटक, एक कहानी संग्रह, एक दोहा संग्रह, एक हाइकु संग्रह, एक नवगीत संग्रह, एक बालगीत संग्रह और एकांकी संग्रह हैं। वह अभी भी लगातार लेखन में सक्रिय हैं। उनके नाटक 'ईशा' को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ का 'मोहन राकेश सर्जना पुरस्कार' मिल चुका है। उनकी रचनाएँ हिन्दी की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होने के साथ आकाशवाणी इलाहाबाद, वाराणसी, बरेली, दिल्ली केंद्रों से एवं दूरदर्शन के इलाहाबाद व वाराणसी केंद्रों से प्रसारित हो चुकी हैं।
भोलानाथ कुशवाहा के एकांकी संग्रह 'लोकल वोकल' के प्रकाशित होने पर अनेक साहित्यकारों, कवियों एवं शायरों ने अपनी बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। बधाई देने वालों में सर्वश्री डॉ अनुज प्रताप सिंह, वृजदेव पांडेय, प्रो रेनूरानी सिंह, डॉ वंदना मिश्रा, प्रमोद कुमार सुमन, गणेश गंभीर, लल्लू तिवारी, अरविंद अवस्थी,डॉ रमाशंकर शुक्ल, केदारनाथ सविता, जफर मिर्जापुरी, आनन्द अमित, डॉ अनुराधा ओस, लालव्रत सिंह सुगम, हसन जौनपुरी, मुहिब मिर्जापुरी, नंदलाल सिंह, अनिल यादव, नन्दिनी वर्मा, डॉ सुधा सिंह, इला जायसवाल, सारिका चौरसिया, इम्तियाज अहमद गुमनाम, अमरनाथ सिंह, प्रमोद चंद्र गुप्त, पूजा यादव,खुर्शीद भारती, इरफान कुरैशी, आनन्द केसरी आदि हैं।
Oct 29 2024, 12:31