राम-भरत मिलन प्रसंग सुन भावुक हुए श्रोता
नवाबगंज (गोंडा) ।हनुमान जयंती महोत्सव महोत्सव के उपलक्ष में कटरा कुटी धाम पर चल रही राम कथा के सातवें दिन की कथा में कथा व्यास मिथिला शरण पांडे ने राम भरत मिलन प्रसंग की कथा का रसपान कराया। कथा व्यास ने कहा कि जिन जिन परिवारों में और खासकर भाइयों में यह भाव होता है, कि हम सपने में अपने परिवार में कभी भी विवाद की स्थिति नहीं आने देंगे ,और यदि विवाद की स्थिति बन भी गई तो विवाद को जड़ से ही समाप्त कर देंगे ,इसके लिए हमें जो भी त्याग व तपस्या करनी होगी उसे सहर्ष स्वीकार करेंगे ! यह वह महामंत्र है जिसे अपनाने वाला सिर्फ महापुरुष नहीं अपितु भगवान तक बन जाता है !भाग्य के भरोसे जिंदगी जीने वाला कायर और निकृष्ट हो जाता है !
कथावाचक ने भरत और राम के मिलन की भावुक कथा से श्रोताओं को अभिभूत किया ! भारत के मन में एक तरफ अयोध्या के घटनाक्रम का प्रभाव तो दूसरी तरफ भाई से मिलने को आतुर मन की आशंकाओं के तरह-तरह के अभाव के कारण चाल डगमगाती दिखाई दे रही थी !चतुरांगनी सेना के साथ भरत के चित्रकूट आगमन की सूचना कोल भीलो से मिलते ही पूर्वाग्रह से ग्रसित लक्ष्मण के आक्रोशित भाव उद्गागार को व्यक्त करते हुए कहा गया कि लक्ष्मण का राम के प्रति अगाध प्रेम के कारण हुआ है !
कथावाचक ने संदेश देते हुए यह बताने का प्रयास किया कि राज्य सुख की प्राप्ति से पूर्व ही बनवास किंतु राम जी में बिना देरी किए ही सहर्ष स्वीकार किया! दुनिया ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण माना , किंतु श्री राम जी ने इस निर्णय को परम सौभाग्य मानकर तत्काल स्वीकार करते हुए पूरी अयोध्या को आश्चर्य में डाल दिया ! युगपुरुष और महापुरुषों का लक्षण होता है कि वे कहीं भी उलझते नहीं सदैव लक्ष्य की ओर ध्यानमग्न रहते हैं , प्रत्येक देवांशी महापुरुष सदैव यह ध्यान रखते है कि मेरी जिंदगी का हर निर्णय स्वयं विधाता का निर्णय है ,इसलिए वह ना तो रुकते है और ना ही विचलित होते है ,परीक्षा चाहे जितनी कठिन हो किंतु प्रसन्न हृदय से धैर्यपूर्वक निरंतर आगे बढ़ते हुए लक्ष्य प्राप्ति तक अनावरत संघर्ष ही व्यक्ति को महान पुरुष नहीं अपितु भगवान तक बनने की कृपा प्राप्त कर अमरत्व को प्राप्त होता है !
पुरुषार्थी ही अमरत्व को प्राप्त करता है! क्रोध ,मोह ,अहंकार लोग से सिर्फ थोड़ी देर के लिए बाहर निकलो तो फिर देखो चमत्कार दुनिया आरती उतारने को विवश हो जाएगी ! सिर्फ कुछ पाने के चक्कर में आप अपना सब कुछ खो देते हैं ! श्रीराम ने सिर्फ कुछ छोड़ा किंतु परिणाम दुनिया ने राम जी को भगवान मान लिया !
राष्ट्रगान के साथ कथा का समापन किया गया ! कथा यज्ञमान डॉ सुशीला रानी पांडे पत्नी राम मणि पांडे ने व्यास पूजन किया ! इस अवसर पर कटरा कुटी धाम के स्वामी चिन्मयानंद महाराज, बबलू तिवारी, उमेश प्रताप सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, भोलेनाथ तिवारी, रिंकू पांडे,रामगोपाल सिंह,ओम प्रकाश गुप्ता ,विजय सोनी ,डॉ अरुण सिंह ,पं चंद किशोर शास्त्री ,लव महाराज अदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे
Oct 28 2024, 18:14