मनमाने ढंग से क्रय केंद्र केन्द्रों का निर्धारण एवं खरीदारी नहीं होगी:भारतीय किसान संघ

मीरजापुर‌ नगर केशव भवन में आज बिना किसानों के अनुमति के किसी भी क्रय केंद्र का निर्धारण नहीं किया जाएगा।एवं सरकार द्वारा बनाई गई मानक के अनुसार किसानों के उपज की बिक्री नहीं होगी। यदि ऐसा नहीं हुआ तो भारतीय किसान संघ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।

उक्त बातें भारतीय किसान संघ के काशी प्रांत के उपाध्यक्ष कृष्णानंद सिंह ने दुर्गा बाजार स्थित केशव भवन में भारतीय किसान संघ की बैठक में कहा उन्होंने कहा कि क्रय केदो के निर्धारण में सरकारी अधिकारी मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं। जिससे किसानों को परेशानी हो रही है। राजगढ़ ब्लाक के सरसों सेमरी में खुला क्रय केंद्र 3 सालों से बंद कर दिया गया है। बिना कारण बताएं जिससे किसानों को 15 किलोमीटर दूर गोल्हनपुर में जाना पड़ता है।

संघ के जैविक प्रमुख रामनारायण सिंह ने कहा कि भारतीय किसान संघ को आगे बढ़ाने के लिए कार्यकर्ताओं को गांव में कार्य करना पड़ेगा और अधिक से अधिक गांव के नौजवानों को संघ में जोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगले 3 साल में 10 हजार नए सदस्यों को जोड़कर संघ को मजबूत किया जाएगा। इस समय पूरे भारत में 40 लाख सदस्य बनाए जा चुके हैं।। काशी प्रांत के पूर्व महासचिव अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि दीपावली पर सभी घरों में गो पूजन किया जाएगा और किसानो की समस्याओं पर कहां की चंदौली में प्रति किसान से 100 कुंतल धान खरीद जाता है।धन जबकि मिर्जापुर में 14 कुंतल प्रति एकड़ के दर से खरीदने का फरमान जारी किया गया है। जो कि किसानों के हित में नहीं है।

इसके लिए किसान अपनी समस्याओं को लेकर चुनाव बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे कि किसानों का उत्पादन पूरा का पूरा खरीदा जाए एवं सही क्रय केदो का निर्धारण कर उसका भुगतान समय से किया जाए। इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह राकेश सिंह सूर्य प्रकाश सिंह प्रद्युम्न सिंह मस्तराम सिंह लाल अजय कुमार उपाध्याय सुनील कुमार सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

उपेंद्र बहादुर सिंह जिला अध्यक्ष एवं ओमप्रकाश दुबे जिला मंत्री चुने गए

निवर्तमान जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के प्रदेश कार्यकारिणी में चले जाने से मिर्जापुर जिला अध्यक्ष का पद खाली चल रहा था जिसे भरने के लिए बुधवार को संघ कार्यालय केशव भवन दुर्गा बाजार मिर्जापुर में पदाधिकारी की चुनाव अधिकारी राम नारायण सिंह कृष्णानंद सिंह और अखिलेश सिंह के देखरेख में चुनाव हुआ। जिसमें सर्वसम्मत से जमालपुर के अध्यक्ष उपेंद्र बहादुर सिंह को जिला अध्यक्ष एवं राजगढ़ के ओमप्रकाश दुबे को जिला मंत्री एवं राजगढ़ जौगढ के रहने वाले बसंत लाल बिंद को कोषाध्यक्ष के पद पर मनोनीत किया गया। सभी सदस्यों ने हर्सोल्लास से उनका स्वागत किया।

भारतीय संगीत हमारी संस्कृति का सजग प्रहरी है : पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव

मिर्जा़पुर। उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्रालय के प्रमुख आयाम राज्य संगीत नाटक अकादमी के तत्वावधान में नगर के एस एन पब्लिक स्कूल के सभागार में दो दिवसीय संगीत की सम्भागीय प्रतियोगिता आयोजित हुई। कार्यक्रम का शुभारम्भ देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करने के साथ हुआ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव ने कहा कि संगीत कला मानवीय भावों की हृदयस्पर्शी अभिव्यक्ति है। यह हमारी अमूल्य धरोहर है, जो हमें विरासत के रूप में अपने पूर्वजों से प्राप्त हुई है। भारत आदिकाल से ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता एवं परंपराओं के कारण विश्व पटल पर विशेष पहचान बनाए हुए है। देश में संस्कृति की मुख्य धरोहर शास्त्रीय संगीत ही है।

उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत हमारे शास्त्रों से निकली ताल है। जो कि भारतीय संस्कृति की पहचान है। इसको जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी है। सरकार भी शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। शास्त्रीय संगीत से भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है।

विशिष्ट अतिथि द्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया व नगरपालिका अध्यक्ष श्याम सुन्दर केशरी ने कहा कि शास्त्रीय संगीत से भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है। संगीत और संस्कृति का संरक्षण आज की जरूरत है। अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की विशेषता है। भारत में विविध धर्म, भाषाएं, बोलियां, रीति-रिवाज़ तथा भौगोलिक विभिन्नताएं हैं, बावजूद इसके भी एक अखंड राष्ट्र के रूप में अडिग खड़ा है।

संगीत पुरातन काल से ही भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। वर्तमान में भारत में बहुत से ऐसे शहर अस्तित्व में आ चुके हैं जिनका भारतीय परंपरा एवं संस्कृति से कोई वास्ता नहीं है। भारतीय संस्कृति के संरक्षण के लिए भारतीय संगीत का संरक्षण बहुत ज़रूरी है। विद्यालय स्तर से बच्चों को संस्कृति से जुड़े विषय पाठ्यक्रम में अनिवार्यता के साथ पढ़ाए जाने चाहिए। सरकार संगीत विधा को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही साथ नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुन्दर केशरी ने मिर्ज़ापुर शहर में आयोजित ऐसे वृहद व पारम्परिक आयोजन की सराहना की।

कार्यक्रम की सम्भागीय संयोजिका पूजा केशरी ने कहा कि वैदिक काल में संगीत के सात स्वरों का आविष्कार हो चुका था। भारतीय महाकाव्य रामायण तथा महाभारत की रचना में भी संगीत का मुख्य प्रभाव रहा। भारत में सांस्कृतिक काल से लेकर आधुनिक युग तक आते-आते संगीत की शैली एवं प्रकृति में अत्यधिक परिवर्तन हुआ। भारतीय संगीत के इतिहास के महान संगीतकारों जैसे कि तानसेन, स्वामी हरिदास, अमीर खुसरो आदि ने संगीत की उन्नति एवं विकास के लिए अत्यधिक योगदान दिया। वर्तमान में शास्त्रीय की विभिन्न शैलियां प्रचलित हैं। शास्त्रीय तथा उपशास्त्रीय संगीत के अंतर्गत भारत में ख्याल, ध्रुपद, धमार, चतुरंग, तराना, ठुमरी, दादरा इत्यादि गायन शैलियां प्रचलित हैं। भारतीय संगीत एवं संस्कृति की इस धरोहर के उत्थान एवं संरक्षण के लिए प्रयास किए जाने चाहिए।

अकादमी की ओर से अतिथियों का स्वागत विभाग संयोजिका पूजा केशरी ने बुके व गीता की पुस्तिका दे कर किया।

उक्त अवसर पर विजयी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किया गया सम्भाग में बाल, किशोर व युवा वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त अभ्यर्थियों को लखनऊ की प्रांतीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिला।

निर्णायक मण्डल में प्रतापगढ़ से पुरुषोत्तम प्रसाद पाण्डेय, लखनऊ से अनंत कुमार प्रजापति, लखनऊ से ही विकास पाण्डेय, अकादमी प्रतिनिधि के रूप में लखनऊ से पवन कुमार तिवारी शामिल रहे।

प्रतियोगिता के बाद अकादमी की ओर से पुरस्कार व सर्टिफिकेट का वितरण किया गया। विजयी प्रतिभागियों के हर वर्ग से प्रथम स्थान पर रहे प्रतिभागी लखनऊ में होने वाली प्रदेशस्तरीय प्रतियोगिता का हिस्सा होंगे।

जहां किशोर वर्ग गायन में हंशिका प्रथम, कन्हैया पाण्डेय द्वितीय, अर्चिता सिंह तृतीय स्थान पर रहे। तबला में हेमंत कुमार प्रथम स्थान पर रहे।

बांसुरी वादन में मयंक कुमार प्रथम, अवनद्य वाद्य में हेमंत कुमार, शास्त्रीय गायन ख्याल तराना में ऋत्विका सिंह, युवा वर्ग में पूजा बसाक प्रथम रही। अनंदिता, सिमरन मिश्रा, अकुल, वर्षा, भव्या गुप्ता, दिव्या गुप्ता, चिराग कुशवाहा, आदर्श कुमार, राजवीर शर्मा ने बेहतर प्रस्तुति दी, इनके बीच कडा़ संघर्ष रहा।

इस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी शैलेन्द्र अग्रहरि, सिविल डिफेन्स की चीफ वार्डन डॉ मधुलिका सिंह, जिला जुडो संघ के अध्यक्ष नित्यान्द प्रसाद, अधिवक्ता अतिन गुप्ता, डॉ संतोष सिंह, हर्षित सिंह, राम आसरे कैंथवास, सुरेश केशरी सभासद अमित मिश्रा आदि रहे।

मीरजापुर: तंबाकू उन्मूलन हेतु नुक्कड़ नाटक का किया गया आयोजन

मीरजापुर। केयर एंड क्योर फाउंडेशन एवं जिला चिकित्सालय मिर्जापुर की ओर से तंबाकू उन्मूलन हेतु नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं में बढ़ रहे तंबाकू को सेवेन को रोकना एवं समाज में तंबाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूकता फैलाने का है नुक्कड़ नाटक करने वाले छात्र-छात्राएं नैंसी पूनम रंजन स्मारिका रजनी अमृता एवं अन्य छात्र। कार्यक्रम के मुख्य उपरांत छात्रों को प्रमाण पत्र वितरण किया गया।

जिसे मंडलीय चिकित्सालय के प्रमुख अध्यक्ष डॉक्टर एस के श्रीवास्तव द्वारा कराया गया। इस कार्यक्रम में डॉक्टर राजेश यादव, डॉक्टर सुनील सिंह, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।इस मौके पर फाउंडेशन के अध्यक्ष ज्योति सिंह, उपाध्यक्ष डॉ राहुल सिंह, सीमा देवी, निर्मला, राहुल कुमार एवं अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।

विंध्यधाम में पान गुटखा खाना पड़ा भारी, दो से वसूला जुर्माना
मीरजापुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर को श्रद्धालु पान और गुटका खाकर लाल कर रहे हैं। विंध्य कॉरिडोर परिसर के अंदर गुटखा-पान की पीक की निशान देखकर नाराज जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने तंबाकू नियंत्रण विभाग की टीम को अभियान चलाकर जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया था।

जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर पालिका एवं सीएमओ कार्यालय के संयुक्त अभियान के अंतर्गत विंध्यधाम परिसर के अंदर पान-गुटखा खाने वाले दो लोगों पर मंगलवार को कार्रवाई की गई और चेतावनी भी दी गई कि अगली बार पान गुटखा का खाकर नहीं आना है। दोनों से चार सौ रूपया जुर्माना वसूल किया गया। इस दौरान सीएसआई मनोज सेठ, सीएमओ कार्यालय से जिला समन्वयक डॉ. राजेश यादव, स्वच्छ भारत मिशन की टीम सहित अन्य लोग मौजूद थे।
धान की फसल को झुलसा रोग से बचाएं किसान, बरतें सावधानी, वैज्ञानिक ने बताए बचाव के उपाय
मीरजापुर। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. जयपी राय ने किसानों को बचाव के साथ नियंत्रण का उपाय बताया। उन्होंने कहा कि धान की फसल रोपने वाले किसानों से फसल में पर्णच्छद झुलसा रोग के प्रकोप की शिकायत मिल रही हैं। रोग कवक राइजोक्टोनिया के द्वारा उत्पन्न किया जाता है। यह अनुकूल जलवायुवीय परिस्थितियों में उत्पादन आधा कर सकता है।

कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि झुलसा रोग मृदाजनित है। प्रारंभिक लक्षण सामान्यतया पौधे पर खेत में भरे पानी की रेखा पर या उसके ठीक ऊपर पत्ती के आवरण पर गोलाकार, अंडाकार या दीर्घवृत्ताकार, पानी से लथपथ हरे-भूरे रंग के धब्बों के रूप में विकसित होते हैं। बीमारी बढ़ने के साथ धब्बे आकार में बड़े होते जाते हैं। अनेक छोटे धब्बे आपस में मिलकर भूरे से गहरे भूरे रंग के अनियमित किनारों या रूपरेखाओं से घिरे धूसर सफेद केंद्रों वाले बड़े घाव में बदल जाते हैं।

उन्होंने बताया कि झुलसा रोग पर ट्राइकोडर्मा के प्रयोग के माध्यम से रोग का जैविक नियंत्रण भी किया जा सकता है। प्रति हेक्टेयर ढाई किग्रा ट्राइकोडर्मा विरिडी एक प्रतिशत घुलनशील चूर्ण को 500 लीटर पानी में घोल बनाएं। रोपाई के एक महीने बाद 15 दिन के अंतराल पर तीन छिड़काव करना चाहिए। साथ ही संस्तुत रसायनों में डाइफेकोनाजोल 25 प्रतिशत ईसी को 0.05 प्रतिशत (100 लीटर पानी में 50 मिली रसायन) की दर से, फ्लूसिलाजोल 40 प्रतिशत ईसी की 300 मिली मात्रा, हेक्साकोनाजोल 5 प्रतिशत ईसी की एक लीटर मात्रा, क्रेसोक्सिम-मिथाइल 44.3 प्रतिशत एससी की आधा किलो मात्रा, पाललीआक्सिन डी जस्ता लवण 5 प्रतिशत एससी की 600 ग्राम मात्रा में से किसी एक का 500-750 लीटर पानी में घोल लें। खड़ी फसल में छिड़काव करें।
भैसोड़ बलाय पहाड़ में बिना पंजीकरण के चल रहा काशी हास्पिटल सील

ड्रमंड गंज मिजार्पुर । ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के भैसोड़ बलाय पहाड़ गांव में बीते 18 अक्टूबर को अस्पताल की जांच करने गई जांच टीम के साथ दुर्व्यवहार व हंगामा करने के चौथे दिन सोमवार को जांच टीम में शामिल उपमुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी निजी चिकित्सालय डा॰ अवधेश कुमार सिंह व डा॰अरूण कुमार वर्मा ने उपनिरीक्षक काशी सिंह व मनसुख लाल यादव की मौजूदगी में अस्पताल पर ताला लगाकर सील की कार्रवाई की।

नोडल अधिकारी डा॰अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि सीएमओ के निर्देश पर बिना पंजीकरण के अवैध रूप से संचालित काशी हास्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए सील कर दिया गया है। बीते 18 अक्टूबर को अस्पताल की जांच करने आई टीम पर अस्पताल संचालक व उसके साथियों द्वारा हंगामा करते हुए जांच में बाधा उत्पन्न करते हुए जांच टीम से दुर्व्यवहार किया गया था। जिसके बाद सीएमओ के निर्देश पर अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

Mirzapur : पुलिस स्मृति दिवस अवसर पर पुलिस लाइन में शहीद पुलिसकर्मियों को नमन कर दी गयी विनम्र श्रद्धाजंलि

संतोष देव गिरि,मीरजापुर। अपने कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों की याद में पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। सोमवार को पुलिस लाइन, मीरजापुर में पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर पुलिस उपमहानिरीक्षक विन्ध्याचंल परिक्षेत्र मीरजापुर आरपी सिंह व पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन सहित अन्य पुलिस एवं पीएसी के अधिकारीगण, कर्मचारीगण द्वारा शहीद हुए जवानों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी एवं शहीद हुए पुलिस जवानों की आत्मिक शांति के लिए गार्द द्वारा सलामी देते हुए 02 मिनट का मौन धारण किया गया।

पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष उन शहीद पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है जो अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ वहन करते हुये शहीद हो गये। इस मौके पर सेनानायक 39 वीं वाहिनी पीएसी, अपर पुलिस अधीक्षक नगर, अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन सहित जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारीगण व अन्य पुलिस एवं पीएसी के अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

इको फ्रेंडली हर्बल दीपक से जगमगएगी दीपावली

राजगढ़ मिर्जापुर/दीपावली पर घरों को रोशन करने के लिए जलाए जाने वाले मिट्टी के दीयों के स्थान पर इस बार गोबर से बने हर्बल दिए घर आंगन को रोशन करेंगे। धार्मिक रूप से पवित्र माने जाने वाले गाय के गोबर से बने हर्बल दीपक अब बिकने लगे हैं इससे कुंभारों को अच्छी आमदनी भी होने लगी है गोबर से बनाए गए दीपक से निकलने वाली रोशनी उनके जीवन में समृद्धि का उजाला लाएगी।

राजगढ़ ब्लॉक के भावा गोरथरा पतार नुनौटी भवानीपुर पतेरी आदि गांव में दर्जनों कुंभार हैं जो मिट्टी के दीपक के साथ हर्बल दीपक भी बनाते हैं। हर्बल दीपक बनाने के लिए काली दोमट मिट्टी और गोबर का प्रयोग करते हैं जिसमें 60% मिट्टी और 40% गोबर होता है। भावा गांव में कुल 12 परिवार हैं जिसमें से तीन परिवार की महिलाएं एवं पुरुष दोनों दीपक बनाते हैं। भावा गांव में सन 1962 में चकबंदी हुई थी उस समय प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने कुंभकारों को बर्तन बनाने के लिए मिट्टी निकालने के लिए जगह छोड़ी थी उसी में से मिट्टी लाकर कुंभकार मिट्टी के बर्तन एवं दीपक बनाते हैं। हर्बल दीपक बनाने के लिए एक कुंभकार देसी गाय एवं देसी बैलों के गोबर का प्रयोग करते हैं जो उन्हें गांव में पाल गए गायों से प्राप्त हो जाता है।

भावा गांव के कुंभकार रामपति प्रजापति शिवकुमार प्रजापति हुनर प्रजापति नंदलाल प्रजापति भोला प्रजापति सप्तमी प्रजापति एवं महिला कुंभकार वंदना प्रजापति ने बताया कि हर्बल दीपक बनाने में उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ती है इन दीपों को छाया में सुखना पड़ता हैं एक दिन में एक महिला कुंभकार मिट्टी बनाने से लेकर दीपक गढ़ने तक इलेक्ट्रॉनिक चाक पर लगभग 300 से 500 दीपक बना लेती है उसने बताया कि इसके लिए उन्होंने चुनार में लगे कैंप में ट्रेनिंग लिया था एक दीपक को बनाने में लगभग 50 पैसे का खर्च आता है उसने बताया कि इको फ्रेंडली दीपक जलाने से प्रदूषण नहीं फैलता और दीपक जलाने के बाद यह दीपक खाद में परिवर्तित हो जाता है।

आईटीआई पास युवक एवं इंटर की छात्रा बना रही है हर्बल दीपक

भावा गांव में अपने पेसे को आधुनिक रूप में बनाने के लिए आईटीआई पास छात्र महेश कमलेश और इंटर की छात्रा बंदना प्रजापति ने बताया कि आज के परिवेश में नौकरी मिलना बड़ा कठिन कार्य हो गया है इसलिए हम भाई-बहन अपने ही कार्य को आधुनिक बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं कमलेश और महेश ने बताया कि हम लोगों का विचार है कि अपने ही धंधे को आगे बढ़ाएं और स्वयं आत्मनिर्भर बने। इन भाई बहनों का कहना है कि हम लोगों का विचार है कि मिट्टी के कुकर एवं अन्य घरेलू सामान बनाकर उन्हें बाजार में बेचना और अच्छी आमदनी करना हमारा उद्देश्य है इससे हमारे दोनों उद्देश्यों की पूर्ति हो जाएगी और हम लोगों का पढ़ना लिखना सार्थक हो जाएगा।

*विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन, अपर जिला जज ने ग्रामीणों को दी जानकारी*

मिर्जापुर- उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के कार्ययोजना के तहत माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल के आदेशानुसार ग्राम कोलहड, ब्लाक सिटी के प्राथमिक विद्यालय कोलहण परिसर में आयोजित विधिक साक्षरता / सहायता जागरूकता शिविर शुभारम्भ अपर जनपद न्यायाधीश / सचिव डीएलएसए विनय आर्या ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापूर्ण कर किये।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव अपर जनपद न्यायाधीश श्री विनय आर्या ने उपस्थित ग्रामीण महिलाओं पुरुषों को सम्बोधित करते हुए बताया कि न्याय तक आपकी पहुँच होनी चाहिए, आपकी समस्यओं के निदान के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हमेशा तत्पर्य है और नालसा एवं सालसा की योजनाओं, महिलाओं के हित में उनके अधिकार के सन्दर्भ में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि किसी ग्रामीण को किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए नालसा हेल्प लाईन नं० 15100 तथा ऑनलाइन आवेदन करने के लिए वेवसाइट www.nalsa.gov.in/lsams की जानकारी विस्तार से दी। उन्होंने जागो ग्राहक, जागो उपभोक्ता फोरम, आपदा पीड़ित विधिक योजना 2010, बच्चो को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं और संरक्षण योजना 2015, मानसिक रूप् से बीमार, विकलांग व्यक्तियों के विधिक सेवाए योजना 2015, नशा पीड़ितो को विधिक सेवाऐ एवं नशा उन्मूलन योजना 2015, एसिड हमले के पीड़ितों के लिए विधिक सेवाएं योजना 2016 एवं अन्य योजनाओं के सन्दर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

खण्ड शिक्षा अधिकारी रविन्द्र शुक्ला, सहायक विकास अधिकारी इन्द्रजीत सिंह, कानूनगों जे०बी०सिंह, को० देहात थानाध्यक्ष संदीप कुमार राय ने उपस्थित ग्रामीण जनों को शिक्षा के अधिकारी, राजस्व, देवी आपदाओं, ग्रामीण योजनाओं, महिला उत्पीड़न, यातायात, गुड टच, बैड टच आदि विषयों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दिए।

विद्यालय प्रधानाचार्या श्रीमती ममता सिंह, ग्राम प्रधान ने अतिथियों का स्वागत किया और विद्यालय के बालिकाओं द्वारा स्वागतगीत, एवं अतिथियों का स्वागत किया। जागरूकता शिविर में श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, गनर अंगद यादव, ध्रुव तिवारी, पीएलवी जय प्रकाश सरोज, आकाश प्रिय, कल्पना यादव, रूपा गुप्ता, विद्यालय के अध्यापिकाए एवं समस्त स्टाफ उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाये और सहयोग प्रदान किए।

मीरजापुर: आशाओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित


मीरजापुर। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 18 अक्टूबर 2024 को कछवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर क्षेत्र में कार्यरत आशाओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

उपरोक्त कार्यक्रम में उपस्थित क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोआॅर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा आशाओं को टीबी के सम्पूर्ण लक्षणों से परिचित कराते हुए सरकारी स्तर से वर्तमान में दी जा रही समस्त नि: शुल्क सुविधाओं को भी विस्तार पूर्वक बताया एवं समझाया गया। बताया गया कि आप अपने भ्रमण या बैठक के दौरान जनमानस के बीच टीबी के पूरे लक्षणों की जानकारी अवश्य दें, जिससे कि अज्ञात टीबी मरीजों की जानकारी सामने आ सके और उन्हें इलाज पर लिया जा सके।

आशाओं को सुझाव दिया गया कि आप मरीजों के साथ मानवीय भाव देते हुए उनके स्वास्थ्य लाभ हेतु उनकी मदद करें साथ ही इलाज ले रहे टीबी मरीजों को सम्मानित नि: क्षय मित्रों के माध्यम से उन्हें इलाज अवधि के दौरान गोद दिलाने का सराहनीय प्रयास भी करें, साथ ही अन्य लोगों को टीबी से सुरक्षित बनाए रखने के लिए समय समय पर जागरूक करने का कार्य करें, जिससे कि देश के प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार रूप में देखा जा सके। प्रशिक्षण समाप्ति पर सीएचसी प्रभारी डाक्टर सीबी पटेल द्वारा समस्त आशाओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भेंट किया।कार्यक्रम में कछवा एसटीएस प्रदीप कुमार, एसटीएलएस आषुतोष तिवारी, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।